16-04-2020, 12:13 PM
(16-04-2020, 11:50 AM)komaalrani Wrote: आपके कमेंट्स
एकदम मेरी पोस्ट पर सोने में सुहागा बल्कि उससे भी कई गुना ज्यादा
पहली बात बैकलेस , एकदम मेरी तो फेवरिट है , ... कच्छी स्ट्रिंग चोली , ... पार्टी शादी ब्याह ,... आखिर गोरी चिकनी पीठ का फायदा क्या , ... और जो मेरे साजन की पसंद वो मेरी पसंद ,
और बात ननद की तानो की
सही बात है जिस पर पड़ता है वही समझता है , आप ने पूनम जी ने कुसुम जी , सच में ननद जेठानी के तानों का डंस समझा है और उसे कहानी में भी , समझ रही हैं ,
सही बात है आप नयी नयी ब्याह कर के आओ और हाथ भर की लड़की , दसवीं ग्यारहवीं में पढ़ने वाली , बात बात पर बोलती रहे
" भाभी आप मेरे भैया को नहीं जानती , मैं बताती हूँ इन्हे क्या अच्छा लगता है , ... "
सच में ऐसे मौकों पर ननद सौतन ही लगती है ,
और बोल तो कुछ सकती नहीं हाँ मन में बस यही बात बात बार उठती है ,
चल अगर तुझे इतना सौतन बनने का शौक है तो बन न , लिटा देती हूँ तुझे इनके नीचे ,
चुटकी भर सिन्दूर पर तो अब मेरा हक है हाँ गाढ़ी सफ़ेद मलाई चाहे जितना ,...
आज मैंने होली के रंग में भी तीन पोस्ट पोस्ट कर दी है
आप तो सब समझती हैं , जब मौका मिलता है यहाँ आ कर , ...
कोमल जी,
" एकदम मेरी पोस्ट पर सोने में सुहागा बल्कि उससे भी कई गुना ज्यादा " , मैं तो आती ही आपकी कहानी के लिए हु, एक जुड़ाव सा , अपनापन सा लगता है. साथ ही, कुछ अपनी "कह " जाती हु.
"आखिर गोरी चिकनी पीठ का फायदा क्या ", सही , एकदम, आखिर उपरवाले ने "कुछ" तो दिया है, औरत को इतनी जिम्मेदारी और परेशानिओ के साथ, खुलकर मज़े लो. और "दूसरी" को जलाने - भुनाने मैं जो मज़ा है उसी अपनी बात है.
सच में ऐसे मौकों पर ननद सौतन ही लगती है , गर तुझे इतना सौतन बनने का शौक है तो बन न , लिटा देती हूँ तुझे इनके नीचे - सच मैं, कोमल जी, "नयी वाली" बहु को काबू मैं रखना , बड़ी तेज़ लगती है, आस पास वाली औरतो की आवाज आती है, बस कम उम्र की लड़की भी "नानी" बनने लगती है, परिवार की शय पर, और यहाँ तो [कहानी] मैं जैसे "सब" जानती हो.
चुटकी भर सिन्दूर पर तो अब मेरा हक है - यह लाइन सबसे उत्तम, इस से बढ़कर कुछ नहीं, औरत के जीवन मैं.
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका