16-04-2020, 11:50 AM
(16-04-2020, 12:40 AM)Niharikasaree Wrote: "झुक के गुड्डी के कान में मैं बोली ,
" क्यों कैसा लग रहा है भैय्या का ,चल अब शर्म छोड़ और खुल के मस्ती कर।
है न खूब मोटा कडा कडा। सोच जब ऊपर ऊपर से इत्ता मजा दे रहा है तो अंदर घुसेगा कितना मजा देगा। ""
कोमल जी,
"आपने , वो बस वाले किस्से की याद दिला दी, मेरी "उसकी" रगड़ायी हो रही थी, मैं यह सोच रही थी , अगर पैंटी न होती तो कितना अच्छा होता , बस मैं रास्ते की धक्को मैं इनके "धक्के" सुर, ताल, लय सब बन जाती।
शर्म, ही तो ले डूबती है हम लड़कियों को , नहीं तो हम, "निचे वाली" के बरसते "सावन" मैं सबको कभी के बहा ले जाते,
(16-04-2020, 01:03 AM)Niharikasaree Wrote:कोमल जी,
"दबोच लिया मैंने उसे , जैसे कोई तेज बिल्ली किसी छोटी सी शरारती चुहिया को पकड़ ले।"
उफ़, कोमल जी , गज़ब, एकदम बोरा दिया है दिमाग को आज, आपने। यह तो वो ही बात हुई "हम तुम एक कमरे मैं बंद हो......" एकदम - कामुक। मज़ा आ गया जी.
कोमल जी,अब यह पिक , जानमारू , शायद प्याजी कलर है, है न, उफ़, इसको देखते ही, कुछ - कुछ होता है,और सच्ची "यह चोली" की डिज़ाइन एकदम सैम तो सैम है मेरी वाली कलर फ़ास्ट ऑरेंज है मेरा.
यह भी मुझे बहुत अच्छी लगी, एकदम कातिलाना , जैसे आपकी - लेखनी।
.....................
आपके कमेंट्स
एकदम मेरी पोस्ट पर सोने में सुहागा बल्कि उससे भी कई गुना ज्यादा
पहली बात बैकलेस , एकदम मेरी तो फेवरिट है , ... कच्छी स्ट्रिंग चोली , ... पार्टी शादी ब्याह ,... आखिर गोरी चिकनी पीठ का फायदा क्या , ... और जो मेरे साजन की पसंद वो मेरी पसंद ,
और बात ननद की तानो की
सही बात है जिस पर पड़ता है वही समझता है , आप ने पूनम जी ने कुसुम जी , सच में ननद जेठानी के तानों का डंस समझा है और उसे कहानी में भी , समझ रही हैं ,
सही बात है आप नयी नयी ब्याह कर के आओ और हाथ भर की लड़की , दसवीं ग्यारहवीं में पढ़ने वाली , बात बात पर बोलती रहे
" भाभी आप मेरे भैया को नहीं जानती , मैं बताती हूँ इन्हे क्या अच्छा लगता है , ... "
सच में ऐसे मौकों पर ननद सौतन ही लगती है ,
और बोल तो कुछ सकती नहीं हाँ मन में बस यही बात बात बार उठती है ,
चल अगर तुझे इतना सौतन बनने का शौक है तो बन न , लिटा देती हूँ तुझे इनके नीचे ,
चुटकी भर सिन्दूर पर तो अब मेरा हक है हाँ गाढ़ी सफ़ेद मलाई चाहे जितना ,...
आज मैंने होली के रंग में भी तीन पोस्ट पोस्ट कर दी है
आप तो सब समझती हैं , जब मौका मिलता है यहाँ आ कर , ...