15-04-2020, 12:22 PM
आप बुरा मत मानियेगा , ....
आपकी पोस्ट्स पर कमेंट देने में कुछ प्राबलम आती है मुझे ,
एक तो एक एक लाइन पढ़ते हुए ,... क्या होता है क्या बताऊँ
फिर जैसे पिक्चर में फ्लैश बैक होता है न आधे घंटे पौन घंटे , ...
आपकी पोस्ट खुली रहती है और मैं बस जब १५-१६ साल की थी ,
घर वाले बचपना समझते हैं और मोहल्ले वाले , ...
एकदम सीन की तरह , एक एक चीज ,.. एक तो आप इतना डिटेल में लिखती हैं और फिर मन मने क्या उमड़ता घुमड़ता रहता था उस समय वो सब ,कोई आवाज देता है तो जल्दी से अतीत से वापस आती हूँ , लैपी बंद करती हूँ , फिर भी चाहे किचेन में रहूं , बस वो जो यादों की आंधी जगा देती हैं आप ,
आप ने तो कह दिया एक दो लाइन पर , क्या क्या नहीं गुजरता
इसी लिए कई कई बार कोशिश करने पर कुछ लिख पाती हूँ , ...
कहानी हो तो कोई कमेंट करे
आप तो हम सब की जिंदगी को उधेड़ कर रख देती हैं , पहली बार पैड खरीदना ,
मूड्स ,...
बस आप लिखती रहिये , लिखती रहिये ,...
लिखते समय आप जिन अहसासों से गुजरती होंगी बस वही हालत हम सबकी होती है
मेरी कुसुम जी की , पूनम जी की , हम सब हम उम्र , उसी स्टेज में ,...
आपकी पोस्ट्स पर कमेंट देने में कुछ प्राबलम आती है मुझे ,
एक तो एक एक लाइन पढ़ते हुए ,... क्या होता है क्या बताऊँ
फिर जैसे पिक्चर में फ्लैश बैक होता है न आधे घंटे पौन घंटे , ...
आपकी पोस्ट खुली रहती है और मैं बस जब १५-१६ साल की थी ,
घर वाले बचपना समझते हैं और मोहल्ले वाले , ...
एकदम सीन की तरह , एक एक चीज ,.. एक तो आप इतना डिटेल में लिखती हैं और फिर मन मने क्या उमड़ता घुमड़ता रहता था उस समय वो सब ,कोई आवाज देता है तो जल्दी से अतीत से वापस आती हूँ , लैपी बंद करती हूँ , फिर भी चाहे किचेन में रहूं , बस वो जो यादों की आंधी जगा देती हैं आप ,
आप ने तो कह दिया एक दो लाइन पर , क्या क्या नहीं गुजरता
इसी लिए कई कई बार कोशिश करने पर कुछ लिख पाती हूँ , ...
कहानी हो तो कोई कमेंट करे
आप तो हम सब की जिंदगी को उधेड़ कर रख देती हैं , पहली बार पैड खरीदना ,
मूड्स ,...
बस आप लिखती रहिये , लिखती रहिये ,...
लिखते समय आप जिन अहसासों से गुजरती होंगी बस वही हालत हम सबकी होती है
मेरी कुसुम जी की , पूनम जी की , हम सब हम उम्र , उसी स्टेज में ,...