15-04-2020, 10:49 AM
(15-04-2020, 10:37 AM)komaalrani Wrote: तो आप सब सहमत हैं न मेरी बात से , जेठानी जी का स्वागत सत्कार जबरदस्त होना चाहिए , बहुत रगड़ाई की है उन्होंने अब थोड़ा देवरानी का भी हाथ देख लें ,
पहले दिन से ही इस रसोई में लहसुन प्याज नहीं आता , और हर बात मायके तक खींच के ले जाना
": यहाँ तुम्हारे मायके की तरह नहीं है , " या , " तुम्हारी मम्मी ने कुछ सिखाया पढ़ाया नहीं क्या , कालेज अनवरसिटी जाने से ही नहीं गुन ढंग आता है , "
और अब प्योर वेज चिकेन पिज्जा तो उन्होंने खा ही लिया है , वो भी देवर की क्रीम की टॉपिंग के साथ ,
तो आप के सुझावों का स्वागत रहेगा , ख़ास तौर से जेठानी का कैसे आदर सत्कार किया जाए ,
आखिर बड़ी हैं न
कोमल जी
अहा, चैन पड गया
दिल को एक सुकून मिल गया जी, बस आप आ गयी। तड़पना कोई आपसे सीखे , हम तो इंतज़ार मैं ही बैठे रह जाते। ........
बड़ी बेचैनी रही थी आपके न आने से, हो सकता है आप "मशरूफ" होंगी , आदरणीय "जेठानी" जी की "खातिर" करने मैं.
हम सभी को इंतज़ार था "जेठानी" जी की खातिर का, पर उससे जायदा आपने दर्शन का. बस अब तो "जलवे" का इंतज़ार हैं.
देखे, आगे क्या होता है,
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका