13-04-2020, 08:14 PM
दोनो ने थोड़ी देर मे समान सेट कर लिया.
नेहा रिचा के कमरे मे आई और बेड पर बैठ गयी.
'उफ़ यार गर्मी बहुत है यहाँ! चल कपड़े वप्डे चेंज कर लेते हैं और थोड़ा बाहर टहल कर आते हैं'
'ःम्म यार.. गर्मी ने हालत खराब कर दिया है..इतनी थकान है की लग्रहा यहा स्विम्मिंग पूल होता तो बस डुबकी लगा लेती!'
'अरे तेरे बाथरूम मे तो बाथ टब है ना..'
'हां!!! काम हो गया! चल पानी भर के बैठ ते हैं उसमे' - कहकर दोनो बातरूम घुसे और टब के पास खड़े हो गये. रिचा ने पानी ओं कर दिया टब भरने के लिए.
'रुक कपड़े तो बदलने दे..'
'कपड़े.. कपड़े बदल के क्यू.. कपड़े बाद मे' - कहकर रिचा ने टब मे धकेल दिया नेहा को
गिरती गिरती बची भरे हुए टब मे नेहा पर छप्पाक से अंदर बैठ गयी और पुर कपड़े भीग गये.
'उफ़ यार तू ना..'
और रिचा भी बगल मे वैसे ही आ कर बैठ गयी पानी मे घुसकर...
'कितना अच्छा लग रहा है ना ठंडा ठंडा पानी'
'ह्म.. पर यार ऐसे बैठ नही सकते जीन्स टाइट हो रही'
'कोई बात नही..उतार दो इसे कहते हुए जीन्स उतारने लगी'
'अरे ये क्या..'
'क्या क्या.. कौन देख रहा यहा.. स्विम्मिंग के समय तो सारे लड़के घूर घूर के देखते .. यहा तो कोई है नही'
'हां पर वो तो बिकिनी होती है ना ऐसे बंकस चड्डी और ब्रा मे थोड़े ना' - हसकर कहते हुए वो भी अपनी जीन्स और टॉपउतारने लगी
'हा हा! हां पर तुझे मुझे क्या देखना है जो लड़के थोड़े ना, और लड़के तो कहीं पे भी किसी के भी सामने शर्ट चेंज करते हैं .. क्या होता है.. हम अकले मे नही कर सकते क्या'
'हन सही कहा तूने. इधर होता नही ऐसा ना.. और कभी किसी के सामने ज़रूरत भी नही पड़ी और लड़के होते तो हम क्या इतना सोचते'
दोनो अब ब्रा और पेंटी मे पानी मे बैठ गयी..
'यार कितना अच्छा लग रहा है ना..'
'हां सच मे.. बट आइ मिस माइ मोम यार!' - नेहा ने अपसेट होते हुए कहा.
'अरे अरे! कोई बात नही! मैं हूँ ना!' - कहकर गले लगा लिया.. दोनो के बदन भीगे हुए थे और इस तरह से शायद पहली बार हग किया था दोनो ने एक दूसरे को..
'चल कोई बात नही! अब हम दोनो हैं. और चिल मार ...दोनो यहा ऐश करेंगे'
ह्म..
'क्या.!!!. अपसेट क्यू हो रही.. ये ले..' - कहकर पानी उछल दिया रिचा ने उसके चेहरे पर.
'तू ना..'
'क्या मैं ना..ये ले और' - कहते हुए और उच्छालने लगी.. 'क्या मैं ना.. ह्म.. क्या मैं ना..'
'ये ले फिर...' - दोनो छप्पाचप पानी मे खेलने लगी
फिर अचानक -
'आ..'
'क्या हुआ .. '
'अरे तेरे नखों से लग गया शायद ..'
'दिखा ..'
'बूब्स पे लगा है.. देखेगी..'
'हाँ मेरे से क्या शरमाना'
'मैं नही शर्मा रही .. पर ठीक है कौन सी बड़ी चोट लग गयी है जो!'
'हां तो फिर दिखा ना...'
'ये देख ..' कहकर रिचा ने अपना ब्रा का एक साइड उतार दिया और अपने बाए वाले बूब को बाहर कर दिया
'अरे ये तो स्किन छिल गयी..'
'हाँ तो क्या हो गया साली चल ना चिल मार.. हरामी खाली पीली मेरे कपड़े उतरवा रही'
'ही ही ही.. कोई बात नही अब उतार ही दी हो तो चलो यही सही' - कहके नेहा ने अपनी ब्रा और पेंटी दोनो ही उतार दी..
'ले अब मत बोल तुझे कपड़े उतरवा रही'
'हा हा हा.. सही है रुक..' - कहके उसने भी कपड़े उतार दिया
'तू तो एकदम सेक्सी आइटम लग रही यार.. बड़े बड़े बूब्स.. चिकनी गोरी..' - नेहा ने काहा
'क्या हो गया आज तुझे.'.
'क्या होगा.. तारीफ कर रही तेरी साली..'
'अच्छा ठीक है चल और कर.. मैं भी सुनना चाहती हूँ कैसी है मेरी कमसिन जवानी' - रुक मैं खड़ी हो जाती हूँ..
'उफ़ मेरी जान कहर ढा रही हो'
'चल चल नौटंकी.. बता कैसी लग रही .. सन्नी लीयोन के टक्कर की हूँ की नही' - कहकर दाए बाए मुड़कर बॅकसाइड दिखाने लगी
'ह्म्म यार तुम्हारा गोरा रंग ना सच मे अच्छे अच्चो को जलता है.. और तेरा पिछवाड़ा भी अब शेप मे आ गया है.. लट्टो हो जाएँगे देख कर.. साली मीया खलीफा के माफिक है तेरा पिछवाड़ा'
'पिछवाड़ा.. गान्ड बोल.. साली...और ये मीया खलीफा कौन है'
'हे हे हे.. तू दूर ही रह इन सब से'
'देखिए आंटी आपकी लौंडिया क्या क्या गुल खिला रही चुपके चुपके.. अपनी फ्रेंड को बिना बताए'
अब उनकी दोस्ती खुलती जा रही थी अकेले मे.. हुल्लड़ लड़किया जो जाने कितनी बाते समाज की वजह से दबाई रहती हैं.. लड़को के जैसे बेबाक रहने की ख्वाहिश रखने वाली आज खुल रही थोडा अकेले मे.
'तेरी कमरसे होकर गान्ड जो गोल सी हुई है ना बहुत आकर्षक लगती ही. बात बोलूं.. तू ना ब्रा मत पहेन साली.. बूब्स इतने बड़े हैं.. पक्का लड़के देख के ही गिर जाए'
'ना रे.. भारी हो जाते हैं.. बड़े बड़े होके झूल जाएँगे.. फिर पूछेगा नही मुझे कोई सब तुझे ताड़ेंगे.. साली तू है सन्नी लीयोन'
'हा हा हा! हाँ सही कहा.. पर मुझे नही ताड़ेंगे'
'अच्छा.. चल तू उठ अब तेरी बारी..'
अब नेहा खड़ी हो गयी और रिचा बैठ गयी..
नेहा का रंग गोरा तो था पर रिचा क जैसे नही.. तोड़ा सा गेहुआ.. बूब्स ज़्यादा बड़े तो नही पर तने हुए.. देखते ही लगता टाइट बूब्स होगी..
'उफ़ साली. तू ना छुपी रुस्तम है.. साली तू पक्का चुपके चुपके लगी रहती है.. हमसे ज़्यादा मेनटेन है यार तेरी फिगर.. साली सच मे तू है सन्नी लीयोन..मुझे कह रही थी हरामी'
'चुप कर..'
'हां साली .. चालू औरत..'
'औरत.. हा हा हा'
'हा हा हा... हाँ और क्या साली.. शादी हुई ना अभी.. साली तेरा पति महीने भर के अंदर ही तेरा पेट फूला देगा बता रही हूँ'
'चल बड़ी आई! महीने भर मे किसका फूलता है..'
'तो कौन सी तेरी शादी फिक्स होते ही अगले दिन हो जाएगी.. और शर्त लगती हूँ शादी फिक्स हुई और तेरा कांड हो जाएगा.. शादी तक रुक ही नही पाएगा तेरा होने वाला मरद'
'उफ़ चल बकवास मत कर.. तेरा मरद..चीप लगता है हीरो बोल हा!!'
'अच्छा चल सीरियस्ली सबसे कातिल तेरे बूब्स हैं.. एकदम पक्के टाइट टाइट सी फीलिंग देखते ही आती है.. और डार्क राउंड तो ग़ज़ब के है.. और तेरा थोड़ा नाभि के पास उभरा हुआ पेट और फिर नीचे आके बालो तक फ्लॅट .. ये सही है तेरा'
'पीछे मुड अब.. हाँ हाँ रुक गर्दन से नीचे सपाट पीठ वो भी ज़रा सा हड्डी का उभार नही.. ज़्यादा चर्बी जमी हुई सी बिल्कुल भी नही.. एकदम शेप मे.. बिल्कुल मस्क्युलर सी पीठ.. पता है लड़को को बहुत पसंद है..'
'और गान्ड भी यार तेरी शेप मे है .. हमारे देख दोनो जांघे नीचे सटी हुई हैं.. तेरी जो थोड़ी सी गॅप है ना.. बस वही देख रोक नही पाएगा..'
'चल ना तू तो बड़ी एक्सपर्ट हो गयी है..' - नेहा शर्मा कर बोली
'और क्या लड़को की संगति मे रहके टेस्ट तोड़ा तो पता चलता है..'
'क्या!! मतलब ऐसे भी बाते करती है तू उस ठरकी के साथ!!'
'चुप ठरकी मत बोल.. मेरा बाय्फ्रेंड है..'
'ठरकी है एक नंबर का बता दे रही हूँ.. और उसके साथ रहके तू भी ठरकी हो रही है बता रही हूँ...'
'हाँ और मेरे साथ रहके तू भी हो जा.. कहकर उसने उसके बूब्स दबा दिए'
'हाथ मत लगा मुझे छि'
'और नही तो..' - कहकर रिचा ने फिर से इस बार दोनो बूब्स दबा दिए.
'साली रुक' - कहकर नेहा ने रिचा को पीछे से पकड़ा और एक हाथ रिचा के दोनो जाँघो क बीच घुसा दिया!
'अरे अरे .. उफ़ गंदा है उधर' - गुदगुदी से चिहुक्ती हुई बोली..
'अभी अभी तो पानी से धूलकर निकला है.. नाटक आकरती है हरामी..'
'अरे अरे बस कर छोड.. गुदगुदी लग रही!'
'अच्छा बस कर चल.. अब बैठ थोड़ी देर शांति से' - कह कर नेहा ने छ्चोड़ा उसे और दोनो टब मे घुस कर बैठ गयी ठंडे पानी मे.
पहली बार दोनो ऐसे नंगे पुँगे बैठे थे.. आज पहली बार वो फील कर रहे थे बिना रोक टोक के अपनी मर्ज़ी के लड़को के जैसे आराम से जीने का मतलब कैसा होता है...
'यार मज़ा आ रहा.. कोई देखने वाला नही.. ह्म!' - कहकर रिचा ने वही आँखे बंद कर ली
उसे देख नेहा मुस्कुराइ और उसने भी आँखे बंद कर ली.
नेहा रिचा के कमरे मे आई और बेड पर बैठ गयी.
'उफ़ यार गर्मी बहुत है यहाँ! चल कपड़े वप्डे चेंज कर लेते हैं और थोड़ा बाहर टहल कर आते हैं'
'ःम्म यार.. गर्मी ने हालत खराब कर दिया है..इतनी थकान है की लग्रहा यहा स्विम्मिंग पूल होता तो बस डुबकी लगा लेती!'
'अरे तेरे बाथरूम मे तो बाथ टब है ना..'
'हां!!! काम हो गया! चल पानी भर के बैठ ते हैं उसमे' - कहकर दोनो बातरूम घुसे और टब के पास खड़े हो गये. रिचा ने पानी ओं कर दिया टब भरने के लिए.
'रुक कपड़े तो बदलने दे..'
'कपड़े.. कपड़े बदल के क्यू.. कपड़े बाद मे' - कहकर रिचा ने टब मे धकेल दिया नेहा को
गिरती गिरती बची भरे हुए टब मे नेहा पर छप्पाक से अंदर बैठ गयी और पुर कपड़े भीग गये.
'उफ़ यार तू ना..'
और रिचा भी बगल मे वैसे ही आ कर बैठ गयी पानी मे घुसकर...
'कितना अच्छा लग रहा है ना ठंडा ठंडा पानी'
'ह्म.. पर यार ऐसे बैठ नही सकते जीन्स टाइट हो रही'
'कोई बात नही..उतार दो इसे कहते हुए जीन्स उतारने लगी'
'अरे ये क्या..'
'क्या क्या.. कौन देख रहा यहा.. स्विम्मिंग के समय तो सारे लड़के घूर घूर के देखते .. यहा तो कोई है नही'
'हां पर वो तो बिकिनी होती है ना ऐसे बंकस चड्डी और ब्रा मे थोड़े ना' - हसकर कहते हुए वो भी अपनी जीन्स और टॉपउतारने लगी
'हा हा! हां पर तुझे मुझे क्या देखना है जो लड़के थोड़े ना, और लड़के तो कहीं पे भी किसी के भी सामने शर्ट चेंज करते हैं .. क्या होता है.. हम अकले मे नही कर सकते क्या'
'हन सही कहा तूने. इधर होता नही ऐसा ना.. और कभी किसी के सामने ज़रूरत भी नही पड़ी और लड़के होते तो हम क्या इतना सोचते'
दोनो अब ब्रा और पेंटी मे पानी मे बैठ गयी..
'यार कितना अच्छा लग रहा है ना..'
'हां सच मे.. बट आइ मिस माइ मोम यार!' - नेहा ने अपसेट होते हुए कहा.
'अरे अरे! कोई बात नही! मैं हूँ ना!' - कहकर गले लगा लिया.. दोनो के बदन भीगे हुए थे और इस तरह से शायद पहली बार हग किया था दोनो ने एक दूसरे को..
'चल कोई बात नही! अब हम दोनो हैं. और चिल मार ...दोनो यहा ऐश करेंगे'
ह्म..
'क्या.!!!. अपसेट क्यू हो रही.. ये ले..' - कहकर पानी उछल दिया रिचा ने उसके चेहरे पर.
'तू ना..'
'क्या मैं ना..ये ले और' - कहते हुए और उच्छालने लगी.. 'क्या मैं ना.. ह्म.. क्या मैं ना..'
'ये ले फिर...' - दोनो छप्पाचप पानी मे खेलने लगी
फिर अचानक -
'आ..'
'क्या हुआ .. '
'अरे तेरे नखों से लग गया शायद ..'
'दिखा ..'
'बूब्स पे लगा है.. देखेगी..'
'हाँ मेरे से क्या शरमाना'
'मैं नही शर्मा रही .. पर ठीक है कौन सी बड़ी चोट लग गयी है जो!'
'हां तो फिर दिखा ना...'
'ये देख ..' कहकर रिचा ने अपना ब्रा का एक साइड उतार दिया और अपने बाए वाले बूब को बाहर कर दिया
'अरे ये तो स्किन छिल गयी..'
'हाँ तो क्या हो गया साली चल ना चिल मार.. हरामी खाली पीली मेरे कपड़े उतरवा रही'
'ही ही ही.. कोई बात नही अब उतार ही दी हो तो चलो यही सही' - कहके नेहा ने अपनी ब्रा और पेंटी दोनो ही उतार दी..
'ले अब मत बोल तुझे कपड़े उतरवा रही'
'हा हा हा.. सही है रुक..' - कहके उसने भी कपड़े उतार दिया
'तू तो एकदम सेक्सी आइटम लग रही यार.. बड़े बड़े बूब्स.. चिकनी गोरी..' - नेहा ने काहा
'क्या हो गया आज तुझे.'.
'क्या होगा.. तारीफ कर रही तेरी साली..'
'अच्छा ठीक है चल और कर.. मैं भी सुनना चाहती हूँ कैसी है मेरी कमसिन जवानी' - रुक मैं खड़ी हो जाती हूँ..
'उफ़ मेरी जान कहर ढा रही हो'
'चल चल नौटंकी.. बता कैसी लग रही .. सन्नी लीयोन के टक्कर की हूँ की नही' - कहकर दाए बाए मुड़कर बॅकसाइड दिखाने लगी
'ह्म्म यार तुम्हारा गोरा रंग ना सच मे अच्छे अच्चो को जलता है.. और तेरा पिछवाड़ा भी अब शेप मे आ गया है.. लट्टो हो जाएँगे देख कर.. साली मीया खलीफा के माफिक है तेरा पिछवाड़ा'
'पिछवाड़ा.. गान्ड बोल.. साली...और ये मीया खलीफा कौन है'
'हे हे हे.. तू दूर ही रह इन सब से'
'देखिए आंटी आपकी लौंडिया क्या क्या गुल खिला रही चुपके चुपके.. अपनी फ्रेंड को बिना बताए'
अब उनकी दोस्ती खुलती जा रही थी अकेले मे.. हुल्लड़ लड़किया जो जाने कितनी बाते समाज की वजह से दबाई रहती हैं.. लड़को के जैसे बेबाक रहने की ख्वाहिश रखने वाली आज खुल रही थोडा अकेले मे.
'तेरी कमरसे होकर गान्ड जो गोल सी हुई है ना बहुत आकर्षक लगती ही. बात बोलूं.. तू ना ब्रा मत पहेन साली.. बूब्स इतने बड़े हैं.. पक्का लड़के देख के ही गिर जाए'
'ना रे.. भारी हो जाते हैं.. बड़े बड़े होके झूल जाएँगे.. फिर पूछेगा नही मुझे कोई सब तुझे ताड़ेंगे.. साली तू है सन्नी लीयोन'
'हा हा हा! हाँ सही कहा.. पर मुझे नही ताड़ेंगे'
'अच्छा.. चल तू उठ अब तेरी बारी..'
अब नेहा खड़ी हो गयी और रिचा बैठ गयी..
नेहा का रंग गोरा तो था पर रिचा क जैसे नही.. तोड़ा सा गेहुआ.. बूब्स ज़्यादा बड़े तो नही पर तने हुए.. देखते ही लगता टाइट बूब्स होगी..
'उफ़ साली. तू ना छुपी रुस्तम है.. साली तू पक्का चुपके चुपके लगी रहती है.. हमसे ज़्यादा मेनटेन है यार तेरी फिगर.. साली सच मे तू है सन्नी लीयोन..मुझे कह रही थी हरामी'
'चुप कर..'
'हां साली .. चालू औरत..'
'औरत.. हा हा हा'
'हा हा हा... हाँ और क्या साली.. शादी हुई ना अभी.. साली तेरा पति महीने भर के अंदर ही तेरा पेट फूला देगा बता रही हूँ'
'चल बड़ी आई! महीने भर मे किसका फूलता है..'
'तो कौन सी तेरी शादी फिक्स होते ही अगले दिन हो जाएगी.. और शर्त लगती हूँ शादी फिक्स हुई और तेरा कांड हो जाएगा.. शादी तक रुक ही नही पाएगा तेरा होने वाला मरद'
'उफ़ चल बकवास मत कर.. तेरा मरद..चीप लगता है हीरो बोल हा!!'
'अच्छा चल सीरियस्ली सबसे कातिल तेरे बूब्स हैं.. एकदम पक्के टाइट टाइट सी फीलिंग देखते ही आती है.. और डार्क राउंड तो ग़ज़ब के है.. और तेरा थोड़ा नाभि के पास उभरा हुआ पेट और फिर नीचे आके बालो तक फ्लॅट .. ये सही है तेरा'
'पीछे मुड अब.. हाँ हाँ रुक गर्दन से नीचे सपाट पीठ वो भी ज़रा सा हड्डी का उभार नही.. ज़्यादा चर्बी जमी हुई सी बिल्कुल भी नही.. एकदम शेप मे.. बिल्कुल मस्क्युलर सी पीठ.. पता है लड़को को बहुत पसंद है..'
'और गान्ड भी यार तेरी शेप मे है .. हमारे देख दोनो जांघे नीचे सटी हुई हैं.. तेरी जो थोड़ी सी गॅप है ना.. बस वही देख रोक नही पाएगा..'
'चल ना तू तो बड़ी एक्सपर्ट हो गयी है..' - नेहा शर्मा कर बोली
'और क्या लड़को की संगति मे रहके टेस्ट तोड़ा तो पता चलता है..'
'क्या!! मतलब ऐसे भी बाते करती है तू उस ठरकी के साथ!!'
'चुप ठरकी मत बोल.. मेरा बाय्फ्रेंड है..'
'ठरकी है एक नंबर का बता दे रही हूँ.. और उसके साथ रहके तू भी ठरकी हो रही है बता रही हूँ...'
'हाँ और मेरे साथ रहके तू भी हो जा.. कहकर उसने उसके बूब्स दबा दिए'
'हाथ मत लगा मुझे छि'
'और नही तो..' - कहकर रिचा ने फिर से इस बार दोनो बूब्स दबा दिए.
'साली रुक' - कहकर नेहा ने रिचा को पीछे से पकड़ा और एक हाथ रिचा के दोनो जाँघो क बीच घुसा दिया!
'अरे अरे .. उफ़ गंदा है उधर' - गुदगुदी से चिहुक्ती हुई बोली..
'अभी अभी तो पानी से धूलकर निकला है.. नाटक आकरती है हरामी..'
'अरे अरे बस कर छोड.. गुदगुदी लग रही!'
'अच्छा बस कर चल.. अब बैठ थोड़ी देर शांति से' - कह कर नेहा ने छ्चोड़ा उसे और दोनो टब मे घुस कर बैठ गयी ठंडे पानी मे.
पहली बार दोनो ऐसे नंगे पुँगे बैठे थे.. आज पहली बार वो फील कर रहे थे बिना रोक टोक के अपनी मर्ज़ी के लड़को के जैसे आराम से जीने का मतलब कैसा होता है...
'यार मज़ा आ रहा.. कोई देखने वाला नही.. ह्म!' - कहकर रिचा ने वही आँखे बंद कर ली
उसे देख नेहा मुस्कुराइ और उसने भी आँखे बंद कर ली.