13-04-2020, 01:58 PM
(13-04-2020, 01:04 PM)Poonam_triwedi Wrote:![]()
दिन दिन कहानी में गर्मी बढ़ती जा रही है
ओर हमारी भी साथ साथ![]()
बहुत अच्छी कहानी है कोमल जी
अब बार बार आप की क्या तारीफ करें
बस हर उपडेट के बाद पानी बरस जाता है
जैसे आषाढ़ की रातों में बरसता है
आप समझ रही है ना![]()
अगले अपडेट की प्रतिक्षा में हूँ दिल थाम के![]()
होली की धमाल निहारिका जी की तरह होली के मजे कम ही ले पाई मैं भी पर आप के साथ सभी सहेलियां ले लेंगी झम के
रंगों से नहीं तो ओर किसी से भर गीली हो ही जाएंगी ये पक्का वादा है![]()
![]()
![]()
पूनम जी,
हाँ ,कम ही ले पाई मज़े , मायके मैं तो केवल न के बराबर, पड़ोस की भाभी के साथ थोड़ी - हलकी मस्ती वो भी माँ के साथ, माँ थोड़ा मज़ाक कर लेती थी भाभी के साथ पर मेरी नज़र बचा के.
" अरी , बेशरम , बच्ची है साथ, " , भाभी अक्सर कहती कब तक बच्ची बना के रखेगी , बड़ी होने दे.
"होली की धमाल निहारिका जी की तरह होली के मजे कम ही ले पाई मैं भी पर आप के साथ सभी सहेलियां ले लेंगी झम के रंगों से नहीं तो ओर किसी से भर गीली हो ही जाएंगी ये पक्का वादा है"
जी,पूनम जी, पक्का वाला वादा, वैसे भी, कुदाल चल ही रही है, थोड़ी और सही. लॉक डाउन के चलते JCB की "खुदाई" हो रही है.
आपके और कुसुम जी के कमैंट्स नयी तरंग ला देते हैं , दर्शन दिया कीजिये जैसे भी समय मिले।
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका