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Inspector Ajanta sequel 2 - reposted
#14
अब ऐसा समा था की अजंता के सर पर इंस्पेक्टर की टोपी और बाकि शरीर पर केवल ब्रा और पैंटी थी. बाकि सारा शरीर नंगा था. सब गुंडों के पैंटों में तम्बू तन चुके थे और सब की हालत गली की उन कुत्तों जैसी थी जो की मॉस के टुकड़े देख कर भूखे हो उठते हैं.
एक गुंडे ने हलके से उसकी पैंटी के ऊपर ऊँगली डालकर उसे सरकाया और झाँकने लगा - क्या गुलाबी चूत है - इसमें अपना तम्बू दाल दाल कर रगडूंगा
जरनैल - ग़ज़ब माल है यारो . चलो भाई के पास ले चलो - वह भोग लगा लेंगे उसके बाद हम लोग भी ज़रा _ _ _ उन गुंडों ने लगभग नंगी इंस्पेक्टर अजंता को दुर्जन के कमरे में धकेल दिया.
दुर्जन का कमरा काफी बड़ा और आलीशान था और उसमे बहित बड़ा मखमली बिस्तर था. मनो किसी फाइव स्टार होटल का कमरा हो. एक एक चीज़े बहुत ही कीमती थी और अजंता ने देखा की एक दो कैमरे भी लगे हैं.
तभी एक ज़ोरदार आवाज़ आयी - इंस्पेक्टर अजंता तुम्हारा स्वागत है.
अजंता ने पलट कर देखा तो उसके सामने दुर्जन सिंह खड़ा था - उसके हाथ में एक रिवाल्वर थी
दुर्जन - वह वाह क्या ग़जब की चीज़ हो. तुम जैसी सुंदरी को तो मेरी रानी बन कर रहना था - यह पुलिस की वर्दी _ _
अजंता - वाह वाह दुर्जन वाह - मिसाल नहीं तेरी बुज़दिली की. एक औरत को पहले नंगा किया और फिर तू अपने कमरे में उसके साथ हाथ में रिवाल्वर लिए मिल रहा है. साफ़ साफ़ क्यों नहीं कहता की तुझे मुझसे डर लगता है. में निहत्थी हूँ फिर भी _ __
दुर्जन - ओहो अच्छा तो ले फेंक दी रिवाल्वर - और उसने एक कोने में अपनी रिवाल्वर फेंक दी और फिर अजंता की तरफ पलटा - अब बोल मेरी जान - क्या इरादे हैं - वैसे तूने मेरा बहुत नुक्सान किया है - मेरे कई अड्डे तबाह किये. आज में तुझे तबाह करूँगा
अजंता - अच्छा ? क्या करेगा तू कुत्ते हरामी
दुर्जन - अजंता ! अभी थोड़ी देर में तुझे पता चल जायेगा की दुर्जन सिंह वाकई बहुत हरामी है. आज तेरी इज़्ज़त लूट कर तुझे अपने अड्डे की ख़ास रंडी बनाऊंगा और मेरे सब आदमी तेरी चूत का कीमा बनाएंगे
अजंता - सोच ले दुर्जन कहीं ऐसा न हो की तेरा लंड किसी काबिल न रह जाये और तू पक्का रंडवा बन जाये
दुर्जन - तुझे अभी बताता हूँ साली की में रंडवा बनूँगा या तू रंडी . तेरी गरम चूत में से खून न निकला तो में अपनी माँ का बेटा नहीं
अजंता - हाँ बाप का तो तू नहीं ही है . हो जायें दो दो हाथ
और अजंता ने अपने बाज़ू आगे कर घुमाये और एक वॉर दुर्जन के चेहरे पर किया. दुर्जन कोने में जा गिरा.
साली हरामज़ादी - अभी तुझे तेरी औकात बताता हूँ.
वह अजंता पर टूट पड़ा. अजंता ने अपने को साइड किया और दुर्जन के पिछवाड़े में एक लात मारी
वह फिर जा गिरा पर फुर्ती से पलटा और उसका शरीर उछाल कर अजंता के शरीर से टकराया .अजंता ने सँभालने की कोशिश की पर वह एक और पलट गयी और खुद को बड़ी मुश्किल गिरने से बचा सकीय.दुर्जन ने फुर्ती से अजंता को दबोचा और गुमा गया. उसने बिना देर किये अजंता को बिस्तर पर फंक दिया और उस पर टूट पड़ा. अजंता और दुरजन के हाथ एक दुसरे के हाथों में थे. अजंता एक कुशल इंस्पेक्टर और बहादुर होने के साथ साथ कराटे की एक्सपर्ट थी परन्तु थी तो एक स्त्री ही. दुर्जन भी कुछ कम नहीं था. उसने अजंता के दोनों बाजू विपरीत दिशा में फैला कर उसके हाथ दबाने शुरू कर दिए. दुर्जन अपने होंठ अजंता के सम्मुख ले आया और ज़ोर से उसके होंठों को चूमना शुरू कर दिया.
ममममम हम्म्म्म - अजंता के मुँह से स्वर निकलने लगे - ओममममम छोड़ मुझे कुत्ते - वह बोल उठी.
कुतिया तो में तुझे बनाऊंगा साली - देख कैसे तेरे साथ बलात्कार करता हूँ. तेरी चूत में से खून निकलूंगा इतना की बस तू अब दर्द के मारे १० दिन तक रोती रहेगी.
बहुत पछतायेगा दुर्जन.- छोड़ दे मुझे वरना _ _
वरना क्या साली - मेरा लंड तेरी छूट में घुसकर तेरा सारा कुंवारापन ख़तम हो जायेगा और तो मेरी रांड बनेगी.
दुर्जन ने उसे ऊपर से नीचे तक चूमना शुरू कर दिया.
वह ऊपर से लेकर नीचे तक यानि अब उसकी नाभि तक पहुंच गया और ज़ोर से उसमे उँगलियाँ चलने लगा. अजंता को दर्द हुआ.
दुर्जन ने उसका शरीर पीछे को मौदा और और उसकी ब्रा पर हाथ मारा , पर अजंता फिर से पलट गयी और उसने अपनी टाँगे वी - के आकर में मोड़कर बीच में कीं और दुर्जन को ज़ोर से हिट किया.
दुर्जन का शरीर उछल कर बिस्तर के नीचे जा गिरा. अजंता ने कूद कर अपनी टाँगे मोड़ी और दुर्जन के ऊपर वार करना चाहा लेकिन दुर्जन ने खुद को बचा लिया और फिर से अजंता को दबोच लिया . अब दोनों बिस्तर पर एक दुसरे पर दांव चला रहे थे. दुर्जन ने अजंता की टांग में पाँव फंसा कर गिरा दिया अजंता उठकर बैठी लेकिन दुर्जन अब खड़ा था और उसने अजंता की ब्रेज़री के दोनों स्ट्रैप कन्धों से दोनों हाथों से थाम लिए और उन्हें ज़ोर से खींचां. एक आवाज़ हुई और उसकी ब्रेज़री के दोनों स्ट्रैप दुर्जन के हाथ मं आ गए. अब अजंता की ब्रा सिर्फ उसके हुक और पीछे बंधे स्ट्रैप से बेहद कमज़ोरी से उसकी बड़े बड़े उरोजों पर टिकी थी .उसे अपनी ब्रा ढीली होती नज़र आयी. अजंता ने पलटा कर उसे टांग से वार किया. दुर्जन फिर से गिरा.अब अजंता उसके ऊपर स्वर होने ही वाली थी की उसने अजंता की टांग को थाम कर थोड़ा सा मड़ोड़ा . अजंता को दर्द हुआ और वह कुछ कमज़ोर पड़ गयी. दोनों का ज़बरदस्त मुक़ाबला चल रहा था. दुर्जन ने उसकी ढीली हो चुकी ब्रा पर नज़र डाली जिसमे से उसके वक्ष काफी हद तक बाहर को झलक रहे थे. दुर्जन अजंता के पीछे की ओर पलटा ओर उसने ज़ोर से अजंता की पीठ पर हाथ मारा ओर उसकी ब्रेज़री खींच ली. अजंता की ब्रा का बाकी हिस्सा भी टुकड़ों में परिवर्तित हो गया ओर उसकी ब्रा के टुकड़े अलग अलग ज़मीन पर दिखने लगे.
पर दुर्जन की नज़र उसके खुले वक्ष पर थी. अजंता के बड़े बड़े कलात्मक उरोज एक दम खुलकर कर सामने की ओर तन गए ओर उसके उरोज आगे से हलके से मुड़े हुए थे जिसकी वजह से उसके दोनों गुलाबी निप्पल विपरीत दिशा में दो जुड़वाँ शरारती बच्चों की भाँती मुस्कुराते हुए प्रतीत हो रहे थे.


दुर्जन की आँखों में उसकी बेइंतेहा खूबसूरती देख कर वासना के डोरे तैरने लगे. वासना से वशीभूत होकर उसने अजंता के दोनों उरोज अपने हाथों से थIम लिए ओर उन्होंने किसी हॉर्न की तरह दबाने लगा. अजंता को बिस्तर पर धकेल कर उसने उसके उरोजों को कुत्ते की तरह काटना ओर चाटना शुरू कर दिया. अजंता ने उसके बाल पकड़ कर झंझोरा पर उस पर असर न हुआ. अजंता न उसके सर पर हाथ से वार किया ओर अपने से छुड़वाया.


दुर्जन का शरीर पीछे की ओर गिरा ओर अजंता मूड कर उठने के कोशिश करने लगी . लेकिन दुर्जन ने उसकी पैंटी को पकड़ लिया ओर तुरंत खींच निकाला. ज़ोर से खींचने के कारण अजंता की सफ़ेद कच्छी भी तार तार हो गयी ओर अब वह सम्पूर्ण रूप से नंगी हो चुकी थी. कपडे का एक भी रेशा उसके अनिंद्य सौंदर्य को ढकने के लिए मौजूद नहीं था.

भवावेह में दुर्जन ने अपने सारे कपडे उतार दिए और उसका लम्बा लिंग अब तन कर ऊपर की ओर लटक रहा था. एक कुत्ते की तरह उसकी जीभ अजंता के नग्न सौंदर्य को देख कर बार की ओर लार टपका रही थी.
दुर्जन उसके नंगे शरीर को दबोचने के हर मुमकिन कोशिश जरने लगा जबकि अजंता उसका वार काट रही थी. दुर्जन ने उसे नंगा भले ही कर दिया था पर इस द्विंद्व युद्ध में अजंता ही उस पर भारी पड़ रही थी. दुर्जन जो खुद को बहुत शक्ति शाली समझता था , इस बात का अंदाज़ा भी है लगा पाया की अजंता मुक़ाबले में इतनी कुशल होगी . उधर अजंता का भी यही मत हमेशा रहता था की वह अपने दुश्मन को सीधे से पहले परास्त करे और उसे गोली नंबर २ का इस्तेमाल बिलकुल ही आखिर में ब्रह्मास्त्र की तरह ही करने पड़े. पर इतनी देर से मुक़ाबला करते करते अजंता भी अब काफी थकने लगी थी
दुर्जन अब रिवाल्वर उठाने के लिए लपका अपर तभी अजंता ने बिना अपनी नग्नता की परवाह किये एक कलाबाज़ी खायी और दुर्जन के चेहरे पर वार किया. दुर्जन फिर से बिलबिला उठा क्यंकि इस बार वैसे भी अजंता का पैर उसकी आँख पर लगा. उसने अपना चेहरा दोनों हाथों se थाम लिया ओर कराह उठा अजंता ने बिना वक़्त गवांये मेज़ पर फल काटने वाला चाक़ू उठाया ओर दुर्जन के लिंग के पास ज़ोर से वार किया
आआ अअअअअ है हाय हाय ऊऊ ऊ ऊ - दुर्जन बहुत बुरे से चिल्ला उठा . उसका विशेष अंग एक दम खून से लथपथ हो गया ओर बस कटते - २ बचा. खून का बहुत बड़ा फव्वारा छोट पड़ा ओर दुर्जन अपना अंग पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से चीखने लग गया.
पर अजंता भी दुर्जन के वारों से प्रभावित हुई थी. वह कुछ अर्ध मूर्छित सी हो गयी.

तभी अकस्मात दरवाज़ा ज़ोर से खुला और रेट रेट _ _ रेट गोलियां चलनी शुरू हो गयीं.
अचानक ही टाइगर ने हमला बोल दिया था और उसने दुर्जन पर पीछे से गोलियां चला दीं.दुर्जन के नंगे शरीर पर पीठ पर और अन्य भागों पर ढेर साऱी गोलियां लग गयी और वह औंधे मुँह गिर कर ढेर हो गया.
टाइगर ने जब दोनों को नंगी हालत में देखा तो कहा - साला मज़े लेने चला था और वह भी इंस्पेक्टर अजंता से. इसको तो में अब अपनी रखैल बनाऊंगा.
अजंता अभी कुछ अर्ध मूर्छित अवस्था में थी और उसका नंगा शरीर बिस्तर पर निढाल पड़ा था. लेकिन तभी उसने देखा की टाइगर के पीछे उसका दूसरा आदमी और कोई नहीं बल्कि विक्की ही था.
विक्की ने जैसे ही अजंता को देखा और उसके हाथ में चाक़ू भी था वह समझ गया की अब तक उनकी योजना वैसे ही जा रही है, जैसे उसने अजंता के साथ प्लान किया था. वह तुरंत टाइगर की ओर पलटा - टाइगर भाई यही मौका है दुर्जन का अड्डा बर्बाद करने का और अजंता को कैद करने का,
टाइगर - हाँ विक्की तो ठीक कह रहा है , पर अजंता___
विक्की - टाइगर भाई अजंता को लेकर में छोटी वाली गाडी में पीछे वाले रास्ते से घूमता हुआ न निकलता हूँ और आपके अड्डे तक पहुंचता हूँ. वैसे भी यहाँ पुलिस आ सकती है.अच्छा होगा की उन्हें इंस्पेक्टर अजंता का कोई भी सुराग न मिले.

आप इतने में यहाँ पर जो भी करना है करके इस अड्डे को तबाह करके लौट आएं. मैंने डागा और शेरू को अच्छे खासे हथ्यार दे दिए हैं . सोच क्या रहे है टाइगर भाई. और इतने में उसने अजंता के नंगे शरीर को चादर से ढक दिया.
टाइगर - कुछ नहीं विक्की , बस तो अजंता को ध्यान से ले तो जायेगा _ _ _
विक्की - क्या टाइगर भाई आप भी _ _ और वह अजंता को जल्दी से उठाकर बाहर को ले गया और चादर से ढकी अजंता को उसने एक दो और आदमियों के सहारे गाडी में डाला. अपने कंधे पर से उसने बैग भी उठाकर पीछे के सीट पर रख दिया और गाडी सरपट दौरा दी. वह जल्दी से जल्दी अजंता को वहां से लेजाकर उस स्थान पर पहुंचना चाहता था जहाँ पर आता की वह प्राइवेट गाडी जिसका उसने कमिश्नर साहेब को कहकर बहुत ही गुप्त रूप से इंतज़ाम किया था , खड़ी थी.
गाडी स्टार्ट कटे ही विक्की बोल उठा - दीदी ?
अजंता कुछ थके स्वर में - हाँ विक्की ?
विक्की - आप ठीक तो हैं न.
अजंता - हाँ विक्की बस दुर्जन से कड़ा मुक़ाबला था.काफी संघर्ष करना पड़ा. और वह बेवकूफ टाइगर समझ रहा है की दुर्जन को उसने मारा है. जबकि सच तो यह है की _ _
विक्की - जानता हूँ दीदी आपके हाथ का चाकू और दुर्जन की गोलियां लगने से पहले की दशा ने मुझे सब बता दिया.
अजंता - विक्की जल्दी चलो . यहाँ बहुत खतरा है. यहाँ पुलिस के आने का बाद में भी प्रयोजन है.
विक्की - दीदी हो सकता है उन्हें कुछ न मिले क्योंकि टाइगर इस अड्डे को तभा करना चाहता है. पर आप देखिये की इससे आपका कुछ काम तो पूरा हो गया. इसके बाद हमे टाइगर और उसके इर्द गिर्द जो कुछ भी है उसे तबाह करना है.
अजंता - पहले उसके इर्द गिर्द फिर टाइगर और अब हमे सब कुछ बहुत जल्दी करना है.और हाँ उस गाडी से हम सबसे पहले कहाँ जायेंगे यह मैंने अभी तक नहीं सोचा. और मेरे पास कपडे भी _ _
विक्की - दीदी आप वह बैग खोल लीजिये. मैंने दुर्जन के अड्डे में घुसते ही आपकी कमीज के फटे हुए टुकड़े देखे . आपके नाम की प्लेट और पास ही उतरी हुई पैंट से समझ गया की इन लोगों ने आपके कपडे फाड़ डाले. सबकी नज़र बचाकर आपके जूते और वर्दी की पैंट बैग में रख ली. आप उसे पेहे लें और हाँ एक जैकेट भी है.
अजंता - थैंक्स विक्की यू अरे ग्रेट.
विक्की - थैंक्स तो में उस भगवIन का कर रहा हूँ जिसने आज मुझे अपनी इस बहन के काम आने का मौका दिया.
अजंता ने विक्की का कन्धा थपथपाया और पिछली सीट पर बैठे हुए कपडे पहन लिए.इतने में वह गाडी के पास पहुँच गए.
अजंता और विक्की उस गाडी पर से उतर कर तुरंत कमिश्नर की दी गाडी में बैठ गए.
अजंता - विक्की यह सज्जन सिंह जी हैं हमारे खास विश्वास के ड्राइवर - तुम इन पर पूरा विश्वास कर सकते हो
विक्की खुश हुआ. - जी दीदी .अच्छा मेरे मन में विचार आया है. सज्जनजी यहाँ आपके पास कोई हथियार विशेषकर कोई हैंड ग्रेनेड है? अजंता ने कुछ सोचा और मुस्कुरा उठी - मैं समझ गयी विक्की . तुम मरने के मूड में हो.
विक्की - हाँ दीदी और वह हंस पड़ा.
दोनों ने सज्जन सिंह (जो की सोच में पड़ा था) उसे गाडी चलने को कहा. कुछ दूर जाते ही , अजंता गाडी सी उतारी. - सज्जनजी मेरे साथ आईये एक मिनट.
सज्जन सिंह बIहर आया तो उसने उसे डिक्की खोलने को कहा - उसमे कुछ हैंड ग्रेनेड थे और अन्य हथियार भी.अजंता ने एक हैंड ग्रेनेड होंठो से लगा कर उसका पिन खोला और उसे टाइगर की गाडी पर फेंक दिया.
ज़ोरदार ब्लास्ट हुआ और टाइगर की गाडी के परखचे उड़ गए.अजंता और सज्जन सिंह वापस पर तभी उन्हें दूर ज़ोरदार धमाकों की आवाज़ आयी और गोलियां चलने की भी. अजंता और विक्की एक दुसरे को देख कर मुस्कुरा उठे - तो आपके टाइगर भाई ने दुर्जन भाई का अड्डा ख़तम कर दिया गए और गाडी स्पीड से चलने लगी.
अजंता - विक्की अब तुम टाइगर और अपने गैंग की नज़र मैं ख़तम हो चुके हो.
विक्की - पर दीदी अब इसके बाद _ _
अजंता - मेरा आगे का प्लान सुनो. अब हम यहाँ से सीधा कमिश्नर साहिब के पास जा रहे हैं. मैं तुम्हे उसने मिलवाने और किस प्रकार तुम पुलिस के काम आ रहे हो बताउंगी ही. साथ ही साथ तुम्हे रातों रात पंडितजी की आश्रम पहुंचा दूँगी. तुम कुछ दिन वहां अंडरग्राउंड रहना और किसी भी हालत मैं आश्रम से बाहर मत जाना. मैंने पंडितजी बात कर ली है. जैसा तुमने चाहा था तुम अब वहीँ काम करोगे. मैं टाइगर को एक फ़ोन कल करके बता दूँगी की किस तरह मैंने उसके आदमी यानि विक्की को ख़त्म कर दिया है. इसके बाद हम गुप्त रूप से कमिश्नर साहिब से मिलेंगे और आगे क्या क्या करना है वह सब कुछ प्लान कर लेंगे. पर मुझे तुम्हारी सुरक्षा की भी चिंता है और _ _
विक्की ने अजंता के हाथ पर अपना हाथ रख दिया - दीदी आप जैसी बहन जिसकी होगी उसे भाई को कोई चिंता नहीं होगी.
अजंता ने प्यार से विक्की का गाल थपथपाया. इतने मैं कमिश्नर साहिब का घर आ गया और सब कुछ वैसे ही हुआ. विक्की ने अपना मोबाइल बंद का लिया
अजंता ने कमिश्नर साहिब और विक्की से दो दिन बाद मिलने का प्लान बनाया. पर उससे पहले उसी रात को उसने अपने फ़ोन से टाइगर का फ़ोन मिलाया
अजंता - हेलो
उधर से टाइगर की आवाज़ आयी - कौन - अजंता ? तुम?
अजंता - क्यों मिस्टर टाइगर हैरान हो गए. मुझे तो तुम्हारे अड्डे पर होना चाहिए था न? तुम्हारी रंडी बनकर रहना था
टाइगर - कहाँ हो तुम, विक्की वो _ _ _
अजंता - लगता है तुमने अपनी उस दूसरी गाडी का हाल नहीं देखा जिसमे विक्की मुझे डाल कर तुम्हरे अड्डे लेजाना चाहता था.
टाइगर - क्या मतलब . मैं अभी अपने अड्डे नहीं पहुंचा और तुम _ _ कहाँ हो. विक्की से मेरी बात कराओ
अजंता - सॉरी टाइगर अब विक्की से बात करने के लिए तुम्हे दुनिया छोड़नी होगी.
टाइगर - क्या मतलब है तुम्हारा?
अजंता - तुम्हारी गाडी को मैंने ब्लास्ट कर दिया - और हाँ विक्की भी उसी में था.
टाइगर - नहींहीहीही
अजंता ने मुस्कुराकर फ़ोन रख दिया.
लेकिन अजंता को यह भली भाँती मालूम था की उसका कार्य अभी पूरा नहीं हुआ. जैसा उसने विक्की से कहा था , उसी के अनुसार उसने दो दिन बाद कमिश्नर साहब से एक अतयंत गुप्त मीटिंग रखी और वह उसी गोपनीयता और अत्यंत सुरक्षित तरीके से विक्की को भी उनके साथ ले गयी.
कमिश्नर ने विक्की की बहुत तारीफ की - शाबाश विक्की तुमने सचमुच बहुत अच्छा काम किया है.
विक्की ने उनके पाँव छूते हुए कहा - नहीं सर यह तो अजंता दीदी की बहादुरी और काबलियत है की _ _

कमिश्नर - विक्की बेटे , अजंता ने तो जो किया वह तो सचमुच कबीले तारीफ है ही लेकिन तुम भी पुलिस के लिए एक ख़ुफ़िया का काम करते रहे हो और इतने मददगार साबित हुए हो की हम अब इस मिशन को जल्द ही पूरा कर लेंगे.
विक्की पल भर के लिए बहुत भावुक हो गया. फिर वह संभल कर कहने लगा - सर लेकिन अभी बहुत काम बाकी है.
कमिश्नर - जानतI हूँ. इसीलिए आज मैंने इस अतयंत गोपीनिये मीटिंग का आयोजन किया है . इस मीटिंग के बाद तुम दोनों मेरे साथ डिनर करोगे और फिर तुम्हे सुरक्षित आश्रम में पहुंचा दिया जायेगा.
तीनो एक केबिन में बैठ गए और उनके सामने कुछ नक़्शे खुले थे.
कमिश्नर साहब ने विक्की की ओर देखते हुए कहा - विक्की यूँ तो हमे भली भाँती इस बात का आईडिया है की हमारे आगे अब क्या काम है पर हम तुम्हारी जानकारी हासिल करना चाहेंगे, इससे पहले की आगे का प्लान बनाएं
विक्की - जी सर. हमे सर्वप्रथम आपके इस भ्रष्टचारी एस पी. शैतान सिंह को पकड़ना होगा. इतना ही नहीं बेहतर होगा हम टाइगर के इस अड्डे (वह एक नक़्शे की ओर इशारा करके बोलै जो की उसकी कोठी से केवल ५ किलोमीटर के फासले में है, यहाँ पर गिरफ्तारर करें)
अजंता - लेकिन विक्की यह तो विधवा औरतों का आश्रम है _ _
विक्की - नहीं दीदी. यह केवल ऊपरी दिखावा है . वास्तव में यह टाइगर की माँ फल्लो देवी चलाती है ओर न केवल उस शैतान सिंह सहयोग देता है बल्कि खुद भी ऐय्याशों की तरह लड़कियों का इस्तेमाल करता है. यहाँ से लड़कियां कई जगह पर सप्लाई होती हैं. यह लड़कियां किडनैप की गयी होती हैं या फिर इन्हे नौकरी या दुसरे झांसे देकर फुसला लिया जाता है. कुछ तो अपनी मर्ज़ी से भी पैसे के लालच में यह धंधा करती है. इनमे से बहुत सी लड़कियां उस स्वामी अघोर बाबा के आश्रम में पहुंचा दी जाती है जिन्हे आगे दूसरे देशों विशेषकर नेपाल ओर बांग्लादेश भेजा जाता है. एक बार अगर हम इस विधवा आश्रम कहे जाने वाले टाइगर के अड्डे को समाप्त करके शैतान को गिरफ्तार लार लें तो यह हमे इस स्वामी के बारे में भी अधिक जानकारी दे देगा ओर हम इस रैकेट को ख़तम कर सकेंगे.
कमिश्नर - विक्की यह स्वामी अघोरी बाबा का क्या मामला है.
विक्की - सर इसके बारे में जितना मुझ मालूम है, यह कोई बांग्लादेशी है जो हमारे असम के कुछ शहरों में अपने आश्रम खोले हुए है ओर इन सबमें किसी न किसी गैरकानूनी काम में इन्वॉल्व रहता है. यह अब नार्थ - ईस्ट के अलावा हिंदुस्तान के बाकी प्रदेशों में भी अपना काम फ़ैलIनI चाहता है. यह बाबा अफीम , चरस , गांजा की स्मगलिंग , देह व्यापर ओर कई प्रकार की अन्य गतिविधियों में उलझा है ओर टाइगर ओर दुर्जन दोनों को हथियार भी सप्लाई करता रहा है. इसके आश्रम में औरतों को लेकर सेक्स रैकेट चलते हैं ओर यह खुद भी एक नंबर का ऐय्याश है.
मुझे इसके यहाँ के अड्डे या आश्रम की जानकारी नहीं है की यह कहाँ लोकेटेड है. लेकिन यह देखिये हमारे शहर से २० किलोमीटर दूर जहाँ असम के बॉर्डर पर यह जंगल शुरू होते हैं इनमे से इसका रास्ता कहीं निकलता है ओर इस स्वामी का आश्रम शायद वहां कहीं है.
लेकिन इसके कुछ आदमी इन जंगलों में भी सक्रीय है. हमे इस तक पहुँचने के लिए एक बहुत ही फूल प्रूफ प्लान बनाना होगा. और इस काम में हमे ४ से ५ दिन का समय भी लग सकता है.
इसकी गतिविधियों और सारी लोकेशंस के बारे में शैतान सिंह को सब मालूम है.
अजंता - हम्म .इसका मतलब पहला हमला शैतान सिंह पर ही करना होगा.
विक्की - जी दीदी.और अब हम इसने जितनी जल्दी निबट लें उतना ही अच्छा होगा. शैतान सिंह को पकड़ कर जब हम वह सेक्स रैकेट भी फोड़ेंगे तब यह स्वामी चौक्कना हो जायेगा.
अजंता - नहीं विक्की यह स्वामी अभी भी चौकन्ना हो चुका होगा.मेरा मतलब दुर्जन के खतम होने पर.
विक्की - बिलकुल दीदी . मुमकिन है. इस लिए हमे शैतान को तुरंत पकड़ना होगा और फिर शैतान सिंह से इस स्वामी और उसके काम काज की पूरी जानकारी लेनी होगी. अजंता कमिश्नर साहब की ओर रूख करते हुए - लेकिन सर अब सबसे पहले मेरे मन में सवाल यह उठ रहा है की शैतान को कैसे पकड़ा जाये.
विक्की - दीदी उसके बारे में एक बात पता है मुझे. वह हर रविवार को फल्लो देवी के अड्डे पर ज़रूर जाता है.
अजंता - यह तो काफी काम की बात बताई तुमने विक्की.
विक्की - पर दीदी यह काम अब ख़ुफ़िया तरीके से करना मुश्किल होगा.
अजंता - हाँ विक्की में समझ सकती हूँ. अब उसके अड्डे पर लोग मुझे पहचान जायेंगे.
कमिश्नर साहब जो बोल कम और सोच ज्यादा रहे थे अचानक कह उठे - रविवार यानि परसों.
दोनों उनकी तरफ देखने लगे - अजंता तुम अपने मातहत काम कर रहे सब इंस्पेक्टर हरिप्रकाश को फ़ोन लगाओ और कहो की तुम कल छुट्टी पर हो और किसी भी कार्य के लिए अब सोमवार से पहले नहीं मिल सकती. वह थाने के देख रेख अच्छी तरह करे और कोई बहुत ज़रूरी बात हो तो तुम्हे फ़ोन पर सूचित करे या फिर मेरे ओफ्फसीए में मेरे सेक्रेटरी को इन्फॉर्म करे.
अजंता ने वैसा ही किया.
कमिश्नर - अजंता कल तुम मेरे ऑफिस आ जाना शाम को. में तुम्हे अपने १० आदमी दूंगा और तुम लोग फल्लो देवी के अड्डे पर परसों दोपहर को हल्ला बोल देना. बाद हमे किसी तरह यह पता लगाना होगा की शैतान सिंह वहां पहुंचा या नहीं. अगर वह वहां गया होगा तब ही हम अपने प्लान के हिसाब से काम करेंगे.
अजंता - लेकिन सर हमे यकीनी तौर पर कैसे पता लगेगा की वह रविवार को उसे अड्डे पर जायेगा ही.
कमिश्नर - यह मुझ पर छोड़ दो. अभी कुछ दिन पहले मैंने अपना एक आदमी नौकर के रूप में उसके घर पर प्लांट कर दिया. अजंता - ठीक है सर.
कमिश्नर - चलो अब हम खाना खाते हैं. तुम सावधानी से विक्की को आश्रम में छोड़कर खुद घर चली जाना. एक बार शैतान सिंह गिरफ्तार हो गया तो हम स्वामी को पकड़ने की कार्यवाही पर काम करेंगे.
अजंता - राइट सर.
तीनो ने डिनर लिया और अजंता और विक्की कमिश्नर साहब के घर से रवाना हो गए.
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RE: Inspector Ajanta sequel 2 - reposted - by sujitha1976 - 11-04-2020, 02:39 PM



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