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Inspector Ajanta sequel 2 - reposted
#4
इंस्पेक्टर अजंता

३ साल बाद
रात की 1.30 बजे. लोगो के भीड़ से भाड़े इलाक़े शहर के बॉर्डर पर हर रास्ते मे सन्नाटा छाई हुई थी . उसी बॉर्डर पर एक ट्रक मे आधी रात के इस सन्नाटे मे भी कुछ हलचल और हल्की आवाज़ो के शोर हो रहा है.
वहाँ असल में एक नही दो ट्रक थे और उस ट्रक में लकड़ी से बने हुए बड़े बड़े बॉक्स की अनलोडिंग हो रही थी . 10-12 लोग बॉक्स को अनलोड कर रहे थे, और 2-3 लोग इन लोगों कोकमांड करते हुए ट्रक से उतार जाते है. इन सब गतिविधियों को उपर किनारे मे खड़े हुए दो बंदूकधारी व्यक्ति देख रहे है अपने चेहरे पर चिंता से भरी हुए लकीरों को लेकर , इधर उधर परेशान सी नज़र दौड़ते हुए.
ट्र्क से उतरा हुवा एक आदमी इनके पास आता है और "ही.. आपके बॉस दुर्जन शर्मा कैसे है?

हाथ मे गन लेके खड़ा हुवा एक व्यक्ति "बॉस अच्छे है.. आप लोग जल्दी जल्दी अनलोडिंग करके, पैसे लेके निकल जाइए.. प्लीज़" ट्रक से उतरा हुआ आदमी कहने लगा - लगता है आज कल पुलिस का पहरा बढ़ गया है - तुम लोग काफी परेशान दिख रहे हो
दूसरा आदमी - नहीं असल में हम लोग पुलिस नहीं बल्कि टाइगर के आदमियों से डर रहे हैं.
टाइगर - वह कौन है ? ट्रक से उतरा हुए आदमी ने आश्चर्य से पूछा
"वो हमारा ऑपोसिट गैंग का है और आजकल ह्म से ज़्यादा ताकतवर बन चुका है. वो भी स्मगलिंग और दूसरा कारोबार मे शामिल रहता है और हम लोगो से कई बार लूटा हुआ पैसा और माल छीन चुका है . हमारे लोगो को भी मार चुका है. ह्मे भी कई बार उसे जवाब गोली से ही देना पड़ा है.
वह आदमी बोलता गया - और यह टाइगर इतना हरामी है की शुरू में इसने खुद को मसीहा दिखने की कोशिश की यह हवा फैला कर की यह
ड्रग्स के बिज़नेस में नहीं है. परन्तु बाद में यह हमारा भी उस्ताद निकला.दो नंबर के कामों में यह हम से इक्कीस ही है.
तभी ठा ठा ठा तिर्र्र्र्र्र्र्र्ररर करते हुए हवा मे गोलिया चलीं और उसके साथ मे ही जोरदार आवाज़ सुनाई देता है "और इस बार भी तुम लोग ही मरोगे.
तभी फाइरिंग होते हुए ट्रक मे खड़े हुए दो आदमी गोली खाते हुए नीचे ज़मीन पर गिर गये और खून में नहा गये . दुर्जन शर्मा के आदमी इस से पहले की कुछ कर पाते, उनमे से कुच्छ को गोलियों से भुन दिया गया . एक आदमी चिल्लाया - हरामी _ _ _ _ साले.
दूसरा आदमी जिसने दुर्जन के आदमी पर गोली चलाई थी, उसने दुर्जन का आदमी को लात मारकर गिरा दिया और दो जीप मे से कुछ लोग बॉक्स अनलोडिंग कर रहे आदमियो पर फाइरिंग करते हुए बाहर आ गया ,और देखते देखते ही नदी के किनारे मे दुर्जन के आदमियों के खून से लथपथ लाशें बिच्छ गयीं. ये सब टाइगर के आदमियों का काम था और वो सब बचे हुए दुर्जन के घायल आदमियो पर टूट पड़े है और उनसे पैसो से भरे बॅग्स को छीन लिया.
तभी टाइगर का एक आदमी उसको आवाज़ देते हुए "बॉस.. इट्स डन. लेकिन इश्स ड्रग्स के पेटियो को क्या करे? "

टाइगर - तुंभी राजू बेवकूफ़ के बेवकूफ़ ही रहे - अरे भाई उसे हमारे गॉडाउन में लेकर आ जाओ और परसों ही बॉर्डर पार भेजने का इंतज़ाम करो

उसका आदमी - राइट बॉस.
किशनगंज एक एक रिमोट कोने में बसे हुए एक आलीशान बांग्ला . नदी के किनारे हुए गंगवार के आधा घंटे बाद उस बंगले के अंदर फोन रिंग हो रही थी . दुर्जन का सबसे बड़ा दुश्मन और अंडरवर्ल्ड डॉन टाइगर ने उसे उठा लिया रिसीवर को. टाइगर हत्ता खट्टा, लंबा कद वाला वाला मएक बेहद खतरनाक आदमी था . वो रिसीवर यूटा के ख़ान मे रखते ही "बोलो दुर्जन.. "
दुसरे तरफ से दुर्जन गुस्से से "टाइगर - हरामी - बदजात तूने मेरे आदमियों को मार मार कर मेरा माल लूटा ? "

टाइगर– हाँ साले - तुझे तो में _ _ और हरामी किसको बोल रहा है दुर्जन - तू भी तो मेरी तरह _ _ -हां हां हां - वह ठहाका मार कर हंसा

दुर्जन– "टाइगर, मेरे काम मे टाँग अड़ाना बंद कर".

टाइगर– "अच्छा - और जब तू मौका मिलने पर कुछ गंदगी करने से पीछे नहीं हटता वो - तेरे बाप का माल है क्या
दुर्जन - आगे कुत्ते मेरा भी वक़्त - तुझे बताऊंगा की मेरे बाप का माल है - साले तेरी तो माँ की _ _ _और उसने टाइगर को एक गन्दी गाली बकी और फ़ोन पटक दिया.
अगले सुबह टाइगर दो आदमियों शंकर और जॅकी के साथ बिता हुवा था.

जॅकी – "बॉस एक खबर है"

टाइगर– "क्या..?"

जॅकी – "कुछ गरम खबर है. हमारा अपना इनस्पेक्टर हरी लाल ट्रांस्फ़ेरर हो गया"

टाइगर– "क्या?? वो तो अपना आदमी था. अरे आदमी क्या हमारा ही कुत्ता था - . ये तो गुड न्यूज़ नही बुरा न्यूज़ हो गया"

जॅकी – "लेकिन बॉस, कुछ गरम बाते है उसमे"
कहकर वो एक खूब सूरत लड़की की तस्वीर टाइगर के हाथ मे थमा देता है. उस तस्वीर पर एक लड़की एक चमकदार काले रंग की सोनहरे बॉर्डर की साड़ी और एक चमकीला सुनहरा स्लीवलेस ब्लाउज पहने हुए थी. लम्बे कद और सेक्सी फिगर उसकी खूबसूरती को चार चाँद लगा रहे थे, पहनी हुई थी.

टाइगर– "ये कौन है खूबसूरत बला?"और अभी तक यह हमारे बेडरूम में कैसे नही आई

जॅकी – "हरी लाल का बदले मे अपायंटमेंट हुई नया लेडी इनस्पेक्टर है.. नाम है अजंता शर्मा
टाइगर– "अरे झूठ मत कहो यार"

जॅकी –"ये सच है बॉस"

टाइगर अजंता की तस्वीर देखता रहा

"अक्चा जॅकी कोई शक नही है की वो कितनी खूबसूरत है.. लेकिन मुझे लगता है की तुम मज़ाक कर रहे हो. वो पुलिस ऑफिसर हो ही नही सकती.. ".

जॅकी – "हा बॉस.. वो पुलिस ऑफिसर है" टाइगर उस तस्वीर मे अजंता की खूबसूरत चेहरा और उसकी गहरी काली आँखो को देखता रहा , तभी एक फोन कॉल से वो अपने ख़यालों से बाहर आ गया और उस फोटो को अपने पॉकेट मे रख लिया.

उसी समय दुर्जन सिंह के अड्डे मे भी इसी बात का चर्चा हो रहा था. शंकर (दुर्जन सिंह का आदमी) – "बॉस मेरा पास एक गरमा गरम न्यूज़ है" दुर्जन सिंह– "क्या हुवा? " "इनस्पेक्टर हरिलाल का ट्रान्स्फर हो गया" दुर्जन सिंह लेकिन वो हरिलाल तो डरपोक था जो भी हो ज़्यादा बदलाव तो नही होनेवाला है ह्यूम जब तक हम हरिलाल का जगह मे अपना आदमी को ला ना सके तब तक. " ये बात सुनकर शंकर का हस्सी निकल जाता है और वो "बॉस आप ऐसे नही कर सकते". दुर्जन सिंह गुस्सा होते हुए "क्या मतलब है तुम्हारा ? " शंकर -"बॉस आप अपना आदमी को तो ना ला सकते यूयेसेस जगह पर. अगर आप चाहते है तो इश्स औरत को आपकी बनI लीजिए" कहकर एक तस्वीर दुर्जन सिंह के हाथ थमा दी और वो तस्वीर था लेडी इनस्पेक्टर अजंता की...!! दुर्जन शर्मा उस तस्वीर मे अजंता को देखते हुए "वॉह ..क्या कमाल की रांड़ है. अरे ये क्या शंकर, सिर्फ़ एक ही तस्वीरे..?" राजन "नही सरकार.. ये लीजिए" कहते हुए और भी कुछ तस्वीरे दुर्जन शर्मा का हाथ मे थमा देता है, उसमे से कुछ पुलिस यूनिफॉर्म वाला थे और कुछ अलग अलग साड़ी मे. लेकिन खूब सूरत होने की अलावा अजंता एक हिम्मतवाली और ईमानदार पुलिस ऑफीसर भी है. दुर्जन शर्मा उन तस्वीरों को देखते हुए "तो ये है नयी ऑफीसर हमारे इलाके की है.हाहाहा कितनी सेक्सी और गरम चीज़ है. इसको तो नंगी देखना है मुझे और तबियत से चोदना"
तभी राजन "सरकार ये तो गुडो को ना छोड़ने के लिए फेमस है" कहकर कह देता है. दुर्जन -" मैं भी खूबसूरत लड़कियों को ना छोड़ने के लिए ही फेमस हू और ये तो मेरा अगला शिकार है. उसके बारे मे मुझे कुछ ज़्यादा बता दो, लेकिन उस से पहले तुम कंप्यूटर मे कुछ करना जानते हो ना, वो करके ला जल्दी.. " राजन-"अभी थोड़ी देर मे ही करके लाता हू सरकार" कुछ देर के बाद राजन उसका काम खतम करके, अजंता बनाए हुए फेक नंगी तस्वीरे लाके देता है. कुछ तस्वीरो मे वो सिर्फ़ कमर तक ही थी और राजन ने चालाकी से उसकी साड़ी और ब्लाउज को मिटा कर करके अजंता के पिल्लूओं (छातियों) को बेपर्दा किया हुवा था. एक फोटो मे तो उसकी नाभि को भी दिखाया था और वो नंगी हालत में गजब की दिखाई दे रही थी. दुर्जन शर्मा अजंता की नंगी तस्वीरो को देख कर दंग रह गया और "वा राजन.. कमाल की काम किया तूने. तूने उसका ब्लाउज और ब्रा ही निकल दी, एक दिन में भी असली जीवन मे ही उसका ब्लाउज फाड़ दूंगा और उसे चोद दूँगा. अगर वो मेरे रास्ते के बीच आई और अपनी पोलिसेगिरी दिखाई तो भरे बाजार में उसकी साड़ी या यूनिफॉर्म को खींच दूँगा और उसकी ब्रा उतरके उसकी बड़े बड़े रसबरी आम को दबा दूँगा और उसकी रेप करूँगा.. " दुर्जन शर्मा के इतना कहते ही उसका जीब कुत्ते की तरह बाहर आने लगी अजंता की तस्वीर देखते हुए और उसकी
उंगलिया अजंता की नंगे स्तनाग्रों (निप्पल) पर दौड़ने लगीं.



दुर्जन सिंह अजंता के बड़े बड़े और बेहद अजंता जैसी ही कलात्मक पिल्लू (उरोज) देख कर पागल हो रहा था.
कुछ दिन बाद
एक घर जो थोड़ा हट कर था जिसमे एक बहुत ही जवान और सूंदर स्त्री जिसकी उम्र २१ या २२ साल से अधिक नहीं थी लाल रंग की नाइटी लेटी हुई थी

वह अभी ड्यूटी पर जाने की सोच ही रही थी की अचानक फ़ोन बज उठा
- मैडम
उस सुंदरी की खनकती आवाज़ आयी - कौन ?
कॉलर - आप इंस्पेक्टर अजंता बोल रही हैं
वह अपने बिस्तर से उठ गयी - इंस्पेक्टर अजंता स्पीकिंग
कॉलर - मैडम सीनियर सेकेंडरी स्कूल - आइसक्रीम सेलर आगे आप खुद ही समझ लें - और उसके बाद फ़ोन कट गया.

अजंता मुस्कुराने लगी और फिर झट से उठ खड़ी हुई. नाइटी उतर कर नीले रंग की साड़ी पहन ने लगी. और उसने फिर वैसा ही ब्लाउज भी पहन लिया जिसमे उसके बड़े बड़े वक्ष उभर रहे थे.








वह साड़ी में ही बIहर निकल आयी और एक ऑटो वाले को रोक लिया
सीनियर सेकेंडरी स्कूल
दोपहर 2 बजे का समय. स्कूल का सारे बच्चे निकल गये थे घर की ओर , और टीचर्स भी अपने अपने घर रवाना हो रहे थे. कुछ लोग स्कूल बस मे और कुछ लोग अपना अपना प्राइवेट गाड़ियों मे. और कुछ लोग पैदल जा रहे थे.

अचानक एक बहुत ही ज़्यादा सुन्दर टीचर अपने चेहरे पर कुदरती मुस्कान भरे हुए, थोड़ा जल्दी जल्दी पैदल ही वहाँ से गुजरने लगी. उसने एक नीले रंग की जारजट की साड़ी और ह ब्लाउज जो की कुछ टाइट फिटिंग था और उसमे से उसके बड़े बड़े उरोज काफी भली भाँती बाहर की और आगे निकले हुए थे और उनका कुछ हिस्सा ब्लाउज से भी बाहर आ रहा था.उसने सफ़ेद रंग का पेटीकोट पहन रखा था जिसमे से उसके कुछ फ्रिल्स नज़र आते थे जब वह चलती थी.
बड़े बड़े उरूज , मदमस्त गांड और लम्बे कद की वजह से दृष्टिगोचर उसकी कमर का बहुत बड़ा हिस्सा - और एक बहुत ही ख़ूबसूरत चेहरा - वह टीचर कोई अजंता की मूरत नज़र आ रही थी. उसकी सर के बाल काफ़ी लंबे थे और कमर तक लटक रहे थे. उसके तेज़ चलने के कारण उसकी सफेद पेटीकोट का निचला हिस्सा था जो उसकी पैरो के ऊपर फ्रिल्स के रूप में ज्यादा दिखने लग गया था क्यंकि उसे अपनी थोड़ी सी साड़ी उठानी भी पड़ रही थी. वो एक अकेली औरत वहां पर रह गयी थी.
सभी के जाने के बाद स्कूल से. तभी अचानक उसे दो आदमी दिखाई दिए जो धीमी आवाज़ मे चुपके से बात कर रहे थे.वे दोनो एक आइस क्रीम बेचनेवाले के पास खड़े थे. अचानक उसमे से एक नोट का बंड्ल अपने पॉकेट से निकाल कर उस आइस क्रीम सेल्लर को दे देता है और वह आइस क्रीम बेचनेवाला भी एक पॅकेट उन दो आदमी के हाथ मे थमा देता है.वो आइस क्रीम बेचनेवाला कुछ परेशान सा दिखते हुए इधर उधर देखता है और सब अपने बग मे रख देता है. उस खूबसूरत लड़की, ने अपने शरीर के उतार चढ़ाव को थोड़ा सा बेपर्दा कर रखा था और कर रहा साडी ऐसी पहनी थी की उसकी कमर और नाभि बीच बीच में नज़र आये और अपनी लंबी कद के शरीर के उपेर मे ब्लाउज को लगभग फाड़ते हुए उसके पिल्लू भली भाँति प्रोजेक्टेड होकर अपना साइज़ बता रहे थे, कुछ दूर छुपे हुए ये सब देख रही थी, वो भी कुछ परेशान सी लगती थी.

उस लड़की की दिमाग़ मे ये क्या चल रहा है? कई सवाल पैदा हो गये उसके मन में ये सब देखते हुए. वो वही पेड़ के पीछे छिपकर ये तीन आदमी क्या कर रहे थे देखनी ध्यान से . वो तीनो आदमी और भी धीमी आवाज़ मे बाते करने लगे.
तभी आइस क्रीम बेचने वाला दो आदमियो से एक आदमी के साथ, जिस का . राजू था "राजू, देखो ख़तरा दिन बार दिन बढ़ता रहा है. "

राजू-" हम तूमे पैसा क्यों दे रहे है. तुम्हे पब्लिक्ली कुछ नही करना है, बस उस पाउडर को आइस क्रीम मे मिक्स करो और बेच दो बच्चों को . धीरे धीरे बच्चे ड्रग्स के आदि हो जायेंगे

आइस क्रीम वाला – लेकिन तुम लोग सावधानी से ही मेरे साथ ये सब डीलिंग करना, वो भी स्कूल ख़त्म हो जाने के बाद और स्कूल से दूर . "

राजू-"हा. हम आगे से इस बात का ध्यान रखेंगे".

ये सब छिपकर सुनते ही वो टीचर स्तब्ध हो जाती है. और वो ये भी भूल जाती है की वो किसी पेड़ के पीछे छिपकर ये सब सुन रही है. और सोचने लगती है की तुरंत मुझे कुछ करनी है. लेकिन जिसे ही वो वहां से जाने की सोचकर तेज़ी से अपने कदम बढ़ाये , तभी कुछ हलचल हो गयी जिस वजह से वह और उसकी मौजूदगी - उन तीनो का ध्यान उसकी तरफ चला गया.

राजू - "अरे बाप रे , इसने तो हमारे इस काम को सुन ली और देख भी लिया - कहते ही तीनो उस टीचर को पकड़ने के लिए उसकी तरफ भागते हैं
वह टीचर चौंक गयी और उसकी दिमाग़ मे ख़तरे की घंटी बजने लगी , इन तीनो को अपनी तरफ भागते हुए देख कर.. उसकी चेहरे पर डर की लकीर दौड़ गयी . जब उन तीनो मे से एक उसकी नग्न हो उठे और गदराये पेट की हिस्सा देखता है तो, उसने अपनी पीली साड़ी अड्जस्ट कर ली और कुछ समय वो कन्फ्यूज़ हो गयी की क्या करे. तभी वो तीनो उस टीचर को पकड़ने की कोशिश करने लगे.
उन्होंने उसे अपनी वैन में खींचने का प्रयास किया पर वह किसी तरह खुद को छुड़ा कर भागी

जैसे ही वो टीचर को पकड़ने को नज़दीक आये, वो उनके विपरीत दिशा में भागने लगी.
भागते हुए वो टीचर स्कूल की पिछला हिस्सा पर आ पहुँची जहा वो जगह संपूर्ण पेड़ पौडो से भरा हुवा था और उस टीचर की पीछा करते हुए वो तीनो भी वहां आ पहुंचे और उसमे से एक उसे अपनी तरफ खींच लेने का प्रयास करने लगा. वो टीचर उसे एक लात मारकर फिर से भागने लगी. लेकिन उसने साडी पहने का कारण वो लात ज़ोर से नही लगा था और वो गिरा हुआ आदमी तुरंत ऊपर उठ गया.
वो तीनो फिर से उसकी पीछा करते हुए देखा की उस टीचर की पाँव की गति बढ़ रहे है तेज़ी के साथ के साथ.वो टीचर ने अपनी साडी को दोनो तरफ से अपनी पैरो से थोड़ा ऊपर उठा लिया ताकि और तेज़ी से भाग सके.
जैसे ही उसने साडी को थोड़ा ऊपर किया , उन तीनो मे से एक का नज़र वहां पड़ी और उसे उस टीचर की थोड़ी सी नंगी टांगें और पेटीकोट भी दिखाई देने लगा. वो उसकी क्रीम, सेक्सी पैरो को देखता रहा और भागना जारी रखा.. थोड़ी देर भागते ही राजू उस टीचर की साडी की पल्लू को पकड़ने मे कामयाब हो गया . तुरंत वो टीचर रूक गयी और उनके तरफ अपनी सर घुमाकर बोली - छोड़ दो मेरी साडी .
तीनो आदमी उस टीचर को गुणडो की तरह गुस्से से और वासना भारी नज़र से देखने लगे , उस की मदमस्त जवानी भरा हुआ शरीर और उसके हर कटाव को वह हुए घर कर देख रहे थे .उसकी साडी की पल्लू की एक हिस्सा राजू का हाथ मे था, और वो तीनो उस टीचर की हलकी सी नग्न हो उठी हुए वक्षों के बीच के पतली रेखा को और उसकी स्पॉट पेट से बाहर उभरी हुई नाभि को देख रहे थे. टीचर ने उन तीनो के कब्ज़े से बाहर आने की कोशिश जारी रखी थी.

तभी राजू ने धमकाते स्वर में कहा - तो तूने हमे ड्रग सप्लाइ करते हुए देख लिया ".

टीचर - "हा... और मी तुम तीनो को क़ानून के हवाले कर दूँगी".

वो सुनकर राजू और वो दूसरे दोनो हंसने लगे और राजू "हम तुझे ऐसा नही करने देंगे. उस से से पहले हम तुझे मार देंगे.लेकिन तुझे मारने से पहले " कहते हुए दोनो के तरफ देख कर अपना आँख मरता है. तब दोनो आदमी उस टीचर की तरफ घूमकर , उसे पकड़ने के लिए बदते है और तभी उस स्त्री ने एक को फिर से लात मारकर गिरा दिया और अपनी साडी की पल्लू को उनके कब्ज़े से छुड़ाकर भागी . लेकिन वो तीनो आदमी तेज़ी से भागकर फिर से उसे को पकड़ने मे कामयाब हो गए वो टीचर अपने आप को उनसे छुड़ाने की कोशिश करने लगी . लेकिन तभी उनमे से दो आदमियों ने उसके हाथो को दोनो तरफ से पकड़ लिया . राजू उसकी ओर बेशर्मो की तरह हँसते हुए बढ़ा और वो टीचर अपने चेहरे पर डर दिखते हुए पीछे हटने की कोशिश करने लगी.

वो अपनी बाहोंको छुड़ाने की कोशिश करने लगी, उन दोनो के पंजे से. लेकिन तभी राजू का एक हाथ उसकी बाए कंधे पर गया और उसने वो साडी का पल्लू वहां से खींच लिया अभी राजू को उसकी छातियों के बीच की वक्ष रेखा नज़र आने लगी और उसकी बड़े बड़े गोल छातियॉं ब्लाउज से उभर कर सामने दिखाई देने लगीं और उस टीचर की अंदर पहनी हुई ब्रा उसकी निपल्स की इंप्रेशन को ढकने के लिए पूर्ण रूप से कामयाब नहीं थी. उसकी दोनो उरोज ऊपर नीचे होने लगे साँस लेते हुए और साथ मे ही उसकी कमर की कटाव भी चलने लगती है सांसो के साथ.
उसकी नाभि उसने पहनी हुई साडी की रेखा से काम से काम 2 इंच ऊपर थी और उसकी थोड़ा सा नाभि की नीचे उभरा पेट ये तीनो गुणडो को की हालत ख़राब रहा था. उस टीचर की साडी की पल्लू जो ज़मीन पर गिरा हुवा था, पर राजू ने अपना एक पाँव रख दिया ताकि वो टीचर और हिल ना पाए.

राजू का डाए हाथ अभी टीचर की कटाव से भरे पेट को छूता है और वो अपनी एक उंगली को उसकी नाभि मे ज़ोर से गुसा देता है. टीचर दर्द से अहह करते हुए करहती है.
राजू ये सब देखने के लिए पहले से ही उतावला था. राजू अपने दोनो हाथो से उसकी कटाव को चूमते हुए उसकी पिल्लूओं की तरफ बदता है. उसकी दोनो बड़े बड़े पिल्लू जो किसी रसीले आमो के तरह उसकी छाती पर चिपक के नीचे लटक रहे थे. उन कातिल छातियों को देख कर राजू "आह क्या मस्त पिल्लू है इसकी.. " कहते हुए उसने उसकी ब्लाउज के बीचवाला हिस्सा पकड़ लिया अपने हटो से. क्या में इस ब्लाउज को फाड़ दूँ - धमकाते हुए राजू ने उसकी ब्लाउज की उपेर की बटन के साथ खेलते हुए एक ही बार में ब्लाउज की दो बटन खोल दिए .ऊपर की दो बटन खुलते ही उसकी सफ़ेद ब्रा नज़र आने लगी जिसमे से उसकी दोनो पिल्लू बाहर को खुलने के लिए मचल रहे थे

टीचर - "छोड़ दो मेरे ब्लाउज और साडी को ".

राजू - लेकिन हम तो तुम्हारे बड़े बड़े पिल्लू को अपने इन हाथों से पकड़ के मसल डालेंगे जान
और राजू उसे दोनो के . हाथ पकड़ के धक्का देखे नीचे गिरा दिया . वो दोनो के पकड़े हुए ही पेट के बाल नीचे गिर गयी और उसके बाद राजू ने पाँव से ही उस टीचर की साडी और पेटिकोट को छेड़ दिया और ऊपर उठा दिया , जिसे करने से उसकी टाँगे तक की पाँव की हिस्सा नंगे हो गए . तीनो उसकी नंगे पाँव को लालची नज़र से घूरने लगे . राजू उस पर झुक गया और तभी वो टीचर ने अपनी अध् नंगी टांगें , अपनी घुटनो से उठाकर राजू के मूह पर ज़ोर से मार दिया. राजू अहह करते हुए दर्द से करहते हुए उल्टी दिशा मे नीचे ज़मीन पर गिर गया . तुरंत उस टीचर ने अपने हाथों को तेज़ी से चलाया और उसके हाथ पकड़े हुए दोनो आदमी धक्का खाते हुए नीचे गिर गए . जैसे ही वो सब नीचे गिर जाते है, वो टीचर तुरंत उठ खड़ी हो गयी और अपने ब्लाउज के हुक्स लगा लीये . फिर उसने अपनी उंगलियो के सहायता से सीटी मारी. देखते देखते ही पाँच पुलिस कॉन्स्टेबल्स इन तीनो के तरफ बंदूक थामे हुए आ गये और इन्हे देख कर तीनो चौंक गये. और उन तीनो को बहुत बड़ा शॉक लगा जब उस टीचर ने अपनी बिखरी हुई साडी को ठीक किया और एक हाथ अपने ब्लाउज के अंदर डालकर एक कार्ड बाहर निकलi इन तीनो के मुँह के सामने रख दिया है और उसमे जो लिखा था वो देख कर तीनो दंग रह गये
इनस्पेक्टर अजंता
अजंता ने तीनो को अरेस्ट करने की ऑर्डर दिया और तीनो दुर्जन शर्मा के आदमी गिरफ्तार हो गए

इनस्पेक्टर अजंता जो वेश बदलके कुछ दीनो से वह टीचर बनके रही थी इन क्रिमिनल्स को पकड़ने के लिए, अगले दिन से पुलिस बनकर ही स्टेशन मे चार्ज लेने की आ गयी

और सबने देखा के बेहद खूबसूरत लेडी इनस्पेक्टर जीप से स्टेशन आती हुए नज़र आता है.

जिसे वो जीप से उतरकर स्टेशन के अंदर अपनी कॅबिन की तरफ बढ़ी तो सब स्टाफ और कॉन्स्टेबल्स उसे सल्यूट कर करने लगे. अजंता सल्यूट का जवाब देकर अपनी चेयर पर बैठ गयी. पर उसके मन में यह ख्याल आ रहा था की आखिर उसे फ़ोन करके उसकी मदद करने वाला कौन था

और वहां दूसरी तरफ फोन बजता है तो शाका जो दुर्जन शर्मा का आदमी था वो फोन उतके "हेलो" कहता है.
फोन पर बात होते ही थोड़ी देर मे शाका "क्या?? तुम पक्की खबर दे रहे हो ना. मुझे सब डीटेल्स और उस स्टेशन का पता बता दो - कहकर फोन रख देता है.

ये तो अजंता की पहला अड्वेंचर था उस शहर में ....

शाका को फोन पर इनफॉर्म कर गया था की अजंता ने उसका गोडाउन रेड की है और 5 आदमियोंको अरेस्ट की है और गोडाउन को ताला लगा दिया था . ये खबर सुनते ही शाका गुस्से से आग बबूला होते हुए पुलिस स्टेशन के तरफ निकल गया , उसका लीगल आड्वाइज़र/आड्वोकेट को साथ ले जाने का परवा किए बिना ही.
पुलिस स्टेशन मे उसका अरेस्ट किये हुए 5 आदमियो की दशा देखने लायक नही थी , कपड़े निकालकर अंदर क्र दिया था उनको . उनके शरीर पर बने हुए निशानों से ही पता चल रहा था की उनकी अच्छी पिटाई की गयी थी नयी लेडी इंस्पेक्टर के हाथों.
शाका स्टेशन के अंदर घुस गया और चिल्लाते हुए "ये किस ने मेरे आदमियोंको अरेस्ट की है? किसकी इतनी हिम्मत है की मेरा गोडाउन को रेड करे और मेरे आदमियों को अरेस्ट करे? "

शाका एक कॉन्स्टेबल के तरफ बढ़ा और उसको एक जोरदार मुक्का मारा और बोलै - मेरे आदमियोंको छोड़ दो वरना तुम सब लोगो की धुलाई करूँगा में " कहकर फिर से एक घूँसा कांस्टेबल की तरफ बढ़ाया पर तभी उसकी वॉर उसे अपने मुँह पर पड़ा और वो अपना संतुलन खोकर नीचे गिर गया .
शाका ने अपना सर उठाकर देखा जहाँ वह खड़ी थी.....

वही नयी हिम्मतवाली लेडी इनस्पेक्टर अजंता जिसने कल ही के दिन स्टेशन ज्वाइन किया था और शाका के उन 5 गुंडों को पकड़ कर अपनी बहादुरी का प्रमाण दिया था .

शाका ज़मीन से उठ खड़ा हुआ और उस जवान लड़की की तरफ बढ़ा जिसने उसको लात मारकर गिराया था.. शाका को उस बला की खूब सूरत, सेक्सी स्त्री को देखकर आश्चर्य हुआ. वह पुलिस की वर्दी में भी बहुत सुंदर और क़यामत लग रही थी और खाकी पहने हुए थी सर पर एक कॅप पहनकर गुस्से से शाका की तरफ ही देख रही थी.

शाका उसे एक तक देखता रह गया. उसे देखने के बाद,ऐसा लग रहा था की इतनी खूबसूरत स्त्री को पुलिस स्टेशन मे वो भी इनस्पेक्टर के रूप मे देखने के बाद किसी सपने में खो गया हो .लेकिन उतना ही जल्दी वो अपने सपनो के दुनिया से बाहर आ गया जब अजंता ने एक जोरदार वार उसके मुँह पर किया.. वह फिर से गिरा और बाद में उठ खड़ा हुआ. लेकिन फिर अजंता ने शाका को कॉलर से पकड़ लिया और उसे ललकारते हुए हुए ,अपनी मधुर लेकिन गुस्से भरी आवाज़ मे कहें लगी "हा..मैं ही हूँ जिसने तुम्हारे आदमियोंको अरेस्ट किया, और मैं ही वो हू जिसने तुम्हारे गोडाउन पर रेड किया और ताला लगाया".

और वो आगे बोलती गयी "तुझे इतने हिम्मत किसे हुई की ड्यूटी कर रहे कॉन्स्टेबल पर हाथ उठाये -. तुझे ऐसे करने की कोई हक़ नही और आईन्दा तूने दुबारा ऐसा करने की कोशिश की तो, मैं सिर्फ़ तुझे अरेस्ट ही नही करूँगी बल्कि तुझे लॉक उप मे डाल कर ऐसे टॉर्चर दूँगी की तू कभी ठीक से खड़ा ना हो सकेगा

अपनी औकात में रहो यह तुम्हारे बाप दुर्जन शर्मा का घर नहीं है.
शाका - ऐ मैडम - अपनी हद में रहो वरना हम अपनी हद पार

और उसी समय सब कॉन्स्टेबल्स और बाकी सब स्टाफ उनके पीछे खड़े हो गए अजंता की हिम्मत को देख कर चकित होते हुए ,और अपने आँखो किसी को भी यकीन नहीं हुआ. उसी को. ये बात मान ने के लिए नही हो रहा था उन लोगो के विभाग की एक जवान और खूबसूरत, कोमल सी दिख रही औरत भी इन शैतानो के सामने इतने हिम्मत से खड़ी है जो अब तक किसी ने नही किया था.

ये तो स्टेशन के उन सब कॉन्स्टेबल्स और स्टाफ लोगो को देखने के लिए ना यक़ीनन दृश्य था, क्यूंकी इस से पहले इश्स तरह की दृश्य देखा नही था उन लोगोने. एक गुंडा जिसके सामने बहुत बड़े बड़े मर्द ऑफिसर्स भी काँपते थे, उसका सामने अजंता जो जवान और काफ़ी खूबसूरत लड़की निडरता पूर्वक खड़ी थी. और फिर फिर से अजंता ने शाका का कॉलर पकड़ा है और उसका मूह पर एक ज़ोर से वार किया.
उसकी हिम्मत को देख कर शाका स्तब्ध हो गया था. एक वार और उसके मुँह पर पड़ा. और शाका उस वार से संभल कर कुछ कर पाता, उस से से पहले और एक लात पड़ी उसके घुटनो पर शाका नीचे गिर गया. लेकिन फिर तुरंत उठ खड़ा हुआ और अजंता पर आक्रमण करने लगा
- मैं तुझे बताता हूँ साली रंडी .. रंडी" कह रहा था,- बस फिर क्या था - अजंता का चेहरा गुस्से से लाल हो गया - और दो वार उसकी कनपटी पर पड़े.
लेकिन फिर शIका मुद्दा और पलटकर अजंता की हाथो को ज़ोर से जकड लिया अचानक और उसके भरी तने हुए बाएं उरोज को अजंता की शर्ट के के ऊपर को पकड़कर ज़ोर से मसल डाला. थोड़ी देर के लिए अजंता दर्द से कराह उठी और शाखा रोकने की कोशिश की . तभी शाका ने उसके दाएं वक्ष को भी हाथ मे पकड़के ज़ोर से मसल दिया.

अजंता शाका से छुड़ाने की कोशिश करते हुए, फिर से लात मारी. . तभी उसी वक़्त शाका ने अजंता का कॉलर पकड़ लिया अजंता शाका को दूर धकेलने मे कामयाब तो हो गयी लात मारते हुए, लेकिन इस दौरान अजंता की शर्ट के ऊपर के दो बटन टूट गए और अंदर सफेद रंग की ब्रा मे छुपी हुआ अजंता का अमूल्य खजाना कुछ हद तक नज़र आने लगा.

इसे देखकर सब कॉन्स्टेबल्स की नज़रें भी उसी ओर जा पहुंची . शाका का भी आँखे उस अद्भुत ब्रा मे कैद गोल राशियों को देखकर बाहर निकल आयीं और कुत्ते की तरह उसकी जीभ लैप लपा उठी . उसके पिल्लू अब कुछ हद तक ही प्रदर्शित हो रहे थे. जिसे जिसे अजंता ने हफ्ते हुए सांस लिया तो उसकी सीने मे बसे दोनो पहाड़ ऊपर नीचे होने लगे . लेकिन अजंता ने अपनी बेपर्दा हुई गोल राशि को ढकने की कोई कोशिश नही की

अजंता की चेहरा अब गुस्से से लाल हो गया और वो शाका के साथ निपटने की और अपनी ध्यान केंद्रित करनी लगी . शाका जो इश्स वक़्त गंदी भाषा भक रहा था "ये मस्त रांड़.. मैं अब तुम्हारे कपड़े सब खींच दूंगा और तुम्हारी चूत का भोंसड़ा बना दूँगा यही तुम्हारा पुलिस स्टेशन मे. मैं तुझे नंगा करके नाच नचाऊंगा कहते हुए शाका ने अजंता को अपनी बiहो से ज़ोर से झकड़ लिया और उसकी गाल को चूमने की कोशिश करने लगा

वो फिर उसकी शर्ट को दोनो बाजू मे से पकड़कर उसकी पैंट से बाहर खींचा , उसकी कमर की की कटाव को थोड़ा अनावृत कर दिया . शाका उसकी शर्ट को और थोड़ा बाहर निकला ओर ऊपर उठा दिया.
और जिस से उसकी सफेट पेट ओर उसके मध्य मैं स्थित कोमल नाभि सब स्टाफ्स के सामने दृष्टिगोचर हो गयी
शाका और भी ज़्यादा उसकी शर्ट को खींचने ऊपर खींचने लगा , जो अभी उसकी शर्ट कम ओर ब्लाउज ज्यादा दिखने लगी और इस से अब उसका लगभग पूरा पेट चमकते हुए नाभि के साथ - साथ नग्न हो गया


शाका - " वॉवववव...क्या कमाल की हुस्न है तेरा साली - .. मैं तुम्हारी पैंट ओर शर्ट उतरूंगा तुम्हारे स्टाफ के सामने और सीधा तुम्हरी चूत की अपने इस लंड को घुसेड़कर फाड़ दूंगा " तभी उसकी कॉन्स्टेबल्स के आँखो के सामने और एक खूब नज़ारा देखने को मिला जब . शाका ने उसकी शर्ट् को पकड़ कर और भी ऊपर खींच दिया .ऐसे करने से उसकी बड़े बड़े गोल पिल्लू कुछ उजागर हो गए ,मुश्किल से एक सफ़ेद ब्रा ने उन्हें कुछ हद तक कैद किया था. उसकी ब्रा के दोनो कप्स भी पूर्ण रूप से सामने आ गए. शाका ज़ोर ज़ोर से हँसते हुए पीछे घूमकर कॉन्स्टेबल्स को देखते हुए कहा "देखो... तुम्हारी मेडम की दोनो मदमस्त पिल्लू... हाहहः" और शाका उसकी ब्रा मे कैद आधे नंगे पिल्लू को ज़ोर से दबाते हुए "मैं अब तुम सब लोगो के सामने इसका बलात्कार करने जा रहा हू". इनस्पेक्टर अजंता की हाथ ऊपर हो गए अब और उसकी शर्ट ऊपर को आते हुए उसकी चेहरा धक् दिया और उसकी चिकनी कांख(आर्मपिट्स ) दिखाई देने लगे . शाका ने उसके शरीर को अपनी शरीर से सटा दिया . लेकिन तभी अजंता ने अपनी टाँग शाका का पेट का नीचे लात मारी . अजंता की ये वार शाका नहीं झेल पाया और वो नीचे गिर जाता है. उस से पहले की वो उठ खड़ा हो , अजंता ने उसे अपनी बेल्ट से मारने को शुरू कर दिया जब तक उसका मूह से खून बहने को शुरू नहीं हुआ ओर वह अध् मारा नहीं हो गया. शाका को बाद मे अजंता गिरफ्तार मे लिया और सलाखों के पीछे डाल दिया - एक कांस्टेबल को मारने , थाने मैं आकर उत्पात करने ओर एक लेडी इनस्पेक्टर पर बलात्कार की कोशिश करने के ढेर सारे इल्ज़ामों के तहत.अजंता अपनी कॅबिन के अंदर चली गयी और आते ही पहले वो अपनी पैंट ढीली करने लगी. फिर वो अपनी शर्ट को पैंट के अंदर घुसाके , ठीक करने लगी अपनी बेल्ट बंदके पैंट पर, वॉश बेसिन के पास गयी और अपना मूह धोया उसकी चेहरे को ठीक से टiवल से पौंच्छ लिया और तभी उसे नज़र आया है की उसकी शर्ट के दो बटन्स गायब है, और उसमे से उसकी ब्रा कप्स सॉफ नज़र आ रहे थे, जैसे ब्रा में से उसका यौवन कूदने के लिए उछाल रहा हो. उसकी चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान आ गयी और उसने अपनी लाज ढकने के लिए सेफ्टी पिन का उपयोग किया. उसके बाद वो अपनी कुर्सी पर बैठ कर कुछ फाइल्स मे डूब गयी अचानक एक फाइल मे उसे टाइगर का चेहरा और उसकी बारे मे लिखा हुआ विवरण देखने को मिला. वो अब उसको भी पकड़ने की बारे मे सोचने लगी
और खुद उसकी स्टाफ लोग सभी उसकी हुस्न और अंगो के बारे मे आपस मे बात करते रहने का आभास होते ही एक मुस्कान उसके ख़ूबसूरत चेहरे पर खिल जाती है. अजंता टाइगर की फाइल पड़ते हुए उसके भारे मे जानने की पूरी कोशिश कर रही थी ओर उसने तैय किया की एक बार उसे मिलकर उसकी गतिविधियों के बारे मे उसे चेतावनी देगी .

अजंता ऐसी ऑफीसर थी की वो किसी क्रिमिनल्स को माफी ना दे सकती थी,अजंता की यही यही मानना था की वो किसी को बी कुछ क़ानून बाहर काम करने की मौका ना दे. अजंता को अपनी काम क्या है वो तीक से पता था,इसीलिए इन सब कामो के लिए अपनी हिम्मत, समझ और खूबसूरती को उपयोग करती थी.उसकी बेहद कुबसूरती और लंबे कद औऱ मादक हुस्न के ही कारण वो अपनी डिपार्टमेंट मे काफ़ी प्रसिद्द थी.

अजंता अपनी जीप और टीन कॉन्स्टेबल्स को लेके, टाइगर के शानदार बंगले की तरफ जाने की तैयारी कर ली. लेकिन जाने से पहले उसको एक फोन कॉल आयी

कॉलर - "मैडम मैं दुर्जन सिंहके ऑफीस से कॉल कर रहा हू.

अजंता -शाखा को नहीं छोडूंगी जाकर बोल दो अपने बॉस को

कॉलर - मैडम शाखा को तो छोड़ना ही पड़ेगा. औऱ आपको बता दूँ की हमारे आदमी को टाइगर का आदमी आपके थाने के सामने वाले रोड पर बहुत बुरे से पीट रहा है. है हिम्मत तो टाइगर को ललकार कर दिखाओ.औऱ हाँ दुर्जन के आगे नंगी हो जाओ - तुम्हे माफ़ कर देंगे

अजंता - मैं टाइगर औऱ दुर्जन दोनों को उजाड़ के रख दूँगी - समझे ? बद्तमीज़ - कहकर अजंता ने फ़ोन पटक दिया
उसके बाद अजंता अपने तीन कॉन्स्टेबल्स के साथ जीप मैं सवार होकर चल पड़ी.
रास्ते में एक हवलदार ने कहा - मैडम टाइगर तो दुर्जन से भी ज्यादI खतरनाक है
अजंता - तो फिर हम यहाँ किस लिए बैठे हैं
हवलदार - मेरा मतलब था _ __ मैडम __ आप
अजंता - जैसा कह रही हूँ करो - औऱ हाँ डरपोक लोगों का पुलिस विभाग मैं कोई काम नहीं - जिसमे मुजरिमो का मुक़ाबला करने की हिम्मत नहीं वह चूड़ियां पहन कर घर बैठे - अजंता के चेहरे पर सख्ती थी
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RE: Inspector Ajanta sequel 2 - reposted - by sujitha1976 - 11-04-2020, 02:27 PM



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