11-04-2020, 02:18 PM
अजंता का कॉलेज
आज धुबरी (असम) के आर्ट्स कॉलेज में बहुत हलचल थी
आज वहां एक ब्यूटी क्वीन कांटेस्ट था जो की फर्स्ट ईयर के फाइनल परीक्षा ख़तम होने के बाद रखा गया था - सब विद्यार्थी बहुत उत्साहित थे और इस फैंसी ड्रेस कम्पटीशन का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे.
और इन सब के इंतज़ार का कारण था - अजंता शर्मा -
अजंता शर्मा जो की कॉलेज में एक बहुत मशहूर लड़की थी - एक मेधावी छात्रा होने के साथ -२ वह बहुत अधिक सुन्दर भी थी और कॉलेज की अन्य गतिविधियों जैसे की खेल कूद, नाटक आदि में भी खूब भाग लेती थी.
पर उसके छात्रों में पॉपुलर होने का मुख्य कारण था - उसकी बला की खूबसूरती - १९ साल की अजंता जो की फाइनल ईयर में पहुँची थी एक बहुत ही ख़ूबसूरत , सेक्सी और गदराये बदन की स्वामिनी थी - ५ फुट ६ इंच लम्बा कद , गोरा उजाला रंग , बड़े बड़े ३५ इंच पार करते स्तन और पेट में कमर के ३ इंच ऊपर एक गोल नाभि इसके अलावा लम्बे काले बाल, रसीले लाल होंठ , सुत्वा नाक और बड़ी बड़ी आंखे जिनमे हल्का सा मोंगोलिएन टच था जो की उन्हें और ख़ूबसूरत बनाता था, तथा साथ ही गोरी, मुलायम स्वस्थ टांगें उसकी सुंदरता को शोभा तो देती ही थीं , उसके शरीर का एक मुख्य आकर्षण था उसकी मस्त गांड जो की हिलती थी जब भी वह चलती थी और उसकी बल खायी कमर.अजंता को सलवार कमीज केी बजाये शुरू सुई लहंगा चोली और साड़ी पहनने का ज्यादा शौक था और इस वजह से उसकी सेक्सी कमर का नज़ारा कॉलेज में आम होता था.अपने साड़ी पहनने की आदत की वजह से उसका नाम भी 'इंडियन कल्चर' पढ़ गया था. कुछ मनचले तो उसको ' मैडम पेटीकोट' कह कर भी बुलाते थे.
तो आज सबको इंतज़ार था अपनी उस फेवरेट 'मैडम पेटीकोट' का जो की इस ब्यूटी क्वीन कांटेस्ट में पार्ट लेने जा रही थीं.
सबकी उत्सुकता थी की वह क्या बनेंगी हालाँकि कई लोगों ने अंदाज़ा लगा लिया था की अजंता यकीनन को पाश्चात्य ड्रेस में न आकर कोई हिंदुस्तानी लिबास में ही होंगी
तो आज सबको इंतज़ार था अपनी उस फेवरेट 'मैडम पेटीकोट' का जो की इस फैंसी ड्रेस में पार्ट लेने जा रही थीं.
एक लड़कों का ग्रुप आपस में बात कर रहा था - यार आज तो मज़ा आ जायेगा - कई तरह की ड्रेसेस में कॉलेज की ख़ूबसूरत लड़कियां नज़र आएँगी अलग अलग अंदाज़ और अदाओं में
दूसरा लड़का - अरे वह सब तो ठीक है पर मुझे तो इंतज़ार रही -कॉलेज की ब्यूटी क्वीन - मिस अजंता शर्मा
तीसरा लड़का - क्या वह भी इस फैंसी ड्रेस कम्पटीशन में भाग ले रही है?
पहला - और नहीं तो क्या
तीसरा लड़का - अरे मज़ा आ गया फिर तो - उसे तो याद करके ही मेरा लंड यूँ पोल की तरह तन जाता है - क्या गज़ब माल है - यार -
क्या मटकती गांड - और छाती पर - ओफ्फो - क्या बड़े बड़े पिल्लू - जी करता है किसी दिन पकड़ के उस साली का ब्लाउज फाड़ दूँ.
पहला लड़का - ठीक कह रहा है यार - कई बार उसे याद करके मैंने मुठ मारी है - क्या बला की सेक्सी माल है - एक एक अंग सांचे में ढल हुआ - लड़की है या अप्सरा. याद नहीं पिछले साल - उसका वह स्टेज पर स्पीच देने वाला रोल - लाल ब्लाउज और सफ़ेद डिज़ाइन दार साड़ी में देश भक्ति का भाषण - क्या गज़ब माल लग रही थी यार
दूसरा लड़का - तो कहे तो किसी दिन कॉलेज के पिछले कंपाउंड में उसे लेजा कर उसका चीर हरण कर दें
पहला लड़का - क्या उसकी साड़ी उतरेगा?
दूसरा लड़का - अरे जब उतारेंगे तो सिर्फ साड़ी थोड़े ही. बाकयदा पेटीकोट और ब्लाउज भी अच्छे से खींच लेंगे
तीसरा लड़का - है मेरा तो सोच कर ही तम्बू तन गया है यार की मैडम पेटीकोट बिना पेटीकोट के कैसी दिखेगी
पहला लड़का - में तो उसकी ब्रा और पैंटी भी उतार दूंगा
दूसरा लड़का - इसकी नंगी चूत देखने को तो मन तरस गया. मुझे तो वह स्टेज कम्पटीशन में उस मणिपुरी लिबास में भी बहुत जंची थी. अपनी सूंडी (नाभि) दिखने से बाज़ नहीं आती.
दूसरा लड़का - हाँ यार पर किसी को लिफ्ट कहाँ देती है सिवाय प्रकाश के
पहला लड़का - यह प्रकाश कौन ?
दूसरा - वही फाइनल ईयर का स्टूडेंट - साला बनता तो बहुत शरीफ है पर मुझे उसकी असलियत पर कुछ शके होता है
तीसरा लड़का - क्यों
दूसरा - ऐसे ही - कई बार उसे कॉलेज के बाद जंगलों में जाते देखा है
तीसरा लड़का - आए - तुझे कहीं उससे जलन तो नहीं होती.
तीनो हंस पड़े
थोड़ी ही देर में ब्यूटी क्वीन कांटेस्ट की प्रतियोगिता शुरू हो गयी.
लड़के लड़कियों की तालियों की ज़ोरदार आवाज़ के बीच इस प्रतियोगिता का प्रारंभ हुआ.सबने बड़े चाव से अलग अलग प्रकार से सजी हुईं मेक उप और सजावट से परिपूर्ण अलग अलग लड़कियों को अलग अलग तरह की अदायों में देखा और उनका तालियाँ बजा कर स्वागत किया.
ज्यादातर लड़कियों ने पाश्चातय लबास और मेक उप का उपयोग किया था और कई लड़किओं ने तो काफी हद तक रिवीलिंग कपडे पहने थे ताकि अंग प्रदर्शन करके वह लोगों को प्रभावित कर सकें.
अब ब्यूटी क्वीन की यह प्रतियोगिता अपने अंतिम चरण में आ गयी थी.
और सब छात्रों को जिसका इंतज़ार था वह थी उनकी लोकप्रिय छात्रा - अजंता शर्मा
और तभी एक बेहद सूंदर लड़की जो की लाल मिश्रित रंगों से भरा एक सूंदर कड़ाई में बना लहँगा और उसी से मेल खIता लाल रंग के बेस कलर का ब्लाउज पहने थे अपने हाथों में एक बेहद नक्काशी किया हुआ एक मटका लेकर प्रगट हुई. उसका सामने से वि - गर्दन ब्लाउज काफी हद तक बैकलेस था और इस कारण उसने नीचे ब्रा भी नहीं पहनी थी जिससे उसका वक्ष स्थल और अधिक उभर रहा था .उसके सर पर लाल चुनरी थी जिसका सुनहरी बॉर्डर था और उसके लम्बे कद और बेहद सेक्सी फिगर (जो की उसने हालंकि काफी हद तक अपने कपड़ों में छुपा रखा था) में से उसकी गदरायी कमर और नाभि फिर भी झलक दिखला रही थी.- यह सौंदर्य की प्रतिमा थी - अजंता शर्मा
अजंता ही केवल एक मात्र ऐसी छात्रा थी जो सदा की भाँती भारतीय कपड़ों में थी - सहसा सब लोगों की तालियां थम गयीं और हर नज़र उस ओर उठ गयी जब अजंता ने हलके से नृत्य करना शुरू किया और वह अपनी मधुर आवाज़ में एक गीत गुनगुनाने लगी.
उसके नृत्य और गीत में बहुत अच्छा ताल मेल था.
एक लड़के ने तो उसे नाचते देख कहा - वाह क्या गज़ब माल है यार - क्या गदरायी कमर है
दूसरा भोजपुरी में बोला - है इकरा दख कर हमरा तो लंडवा में हलचल हुई बा - क्या पहाड़ जैसा बड़ा बड़ा पिल्लू है
और देख इसकी कमर पर यह एकदम गोल सुंडी - ऐसी गोरी गदरायी कमर तो कभी न देखत रहीं. इसकी वक्ष रेखा तो देख
जैसे ही उसने नृत्य खत्म किया उसके हाथ ' नमस्ते' के अंदाज़ में सबके आगे जुड़ गए और उसने फिर पलट कर भगवन की मूर्ति को हाथ जोड़े.
सारा हाल तालियों से गूँज उठा - अजंता वन्स मोर मोर के नारे ज़ोर ज़ोर से लगने लगे.
पर तभी कॉलेज के प्रिंसिपल ने सबको शांत किया और माइक पर जाकर कहने लगे - मेरे प्रिय छात्रों आप लोग शांत हो जाएं और दिल थाम कर इस प्रतियोगिता के परिणाम की प्रतीक्षा करें- बैकग्राउंड में कुछ संगीत शुरू कर दिया गया और कुछ छात्र गुनगुनाने लगे.
तभी एकाएक संगीत बंद हो गया
और प्रिंसिपल साहिब कुछ उद्धघोषकों के साथ स्टेज पर आ गए.
- मेरे प्रिय छात्रों - आप लोगों का इंतज़ार अब ख़तम
में मिसेस सिन्हा (जो की आर्ट्स कॉलेज की मुख्य प्रोफेसर थीं) से आवेदन करता हूँ की इस प्रतियोगता की विजेता का नाम सबको बताएं और उस विजेता को पुरस्कृत करें
मिसेस सिन्हा ने घोषणा की - तो वह प्रतियोगी है - मिस अजंता शर्मा
सब छात्रों ने ज़ोर से तालियां बल्कि कई लड़कों ने सीटियां भी बजायीं
अजंता मुस्कुराते हुए स्टेज पर आयी और पुरस्कार लेकर सबका अभिवादन किया.
उसके पश्चात जब प्रतियोगिता ख़तम हो गयी तो अजंता कॉलेज के बाहर आयी अपने अनाथ आश्रम की और जाने के लिए (अजंता एक अनाथ थी और एक पंडित नित्यानंदजी जो की शहर के पास ही एक अनाथ आश्रम चला रहे थे उन्होंने उसे अपनी मुँह बोली बेटी बना लिया था)
तभी अजंता को जोर से अपन नाम पुकारने की आवाज़ आयी - अजंता
उसने मुड़कर देखा तो बाइक पर और कोई नहीं उसका दोस्त प्रकाश था - वह ख़ुशी से बोली - अरे प्रकाश तुम यहाँ - अभी गए नहीं?
प्रकाश - मुबारक हो अजंता - यू हेव डन इट - माय ब्यूटी क्वीन
अजंता हंस पढ़ी - कम ओन प्रकाश ?
प्रकाश - बहुत ही ग़ज़ब लग रही हो - चलो में तुम्हे ड्राप कर देता हूँ
अजंता कुछ सोच में पड़ गयी - अरे नहीं प्रकाश में खुद ____ ___
प्रकाश - तुम्हे टाइम लग जायेगा
अजंता - क्यों
प्रकाश - बस ऐसे ही माय डिअर मिस पेटीकोट
अजंता - कम ऑन प्रकाश तुम भी?
प्रकाश - हा हा - तुम्हे छेड़ने में मज़ा आता है
प्रकाश - अरे नहीं बाबा अँधेरा होने वाला है और मैंने एक शार्ट कट ढूंढा है तुम्हारे आश्रम जाने के लिए
चलो आ जाओ - बैठो बाइक के पीछे
अजंता मुस्कुरा कर पीछे बैठ गयी और प्रकाश के कंधे पर एक हाथ रख दिया - चलो प्रकाश
और प्रकIश की बाइक हवा से बातें करने लगी.
प्रकाश - एक बात है अजंता - तुम तो आज गजब की सेक्सी लग रही थी
अजंता (कुछ शरमाते हुए) - चलो हटो - बेशरम कहीं के
प्रकाश - वैसे में तुम्हारा कुछ और ही निक नेम सोच रहा हूँ
अजंता - क्या
प्रकाश - मिस पिल्लू
अजंता - पिल्लू?
प्रकाश - लगता है कॉलेज में सोई रहती हो
अजंता - क्या मतलब
प्रकाश - तुम्हारी साड़ी पहन ने वाली आदि के अलावा तुम उनके लिए भी मशहूर हो
अजंता - किनके लिए
प्रकाश - योर टू बिग पिल्लुस - मेरा मतलब - वह जहाँ से ढेर सारा मिल्क सप्लाई होता है
अजंता बहुत बुरे तरीके से शर्मा गयी - हटो बदमाश कहीं के. में तुमसे बात नहीं करुँगी.
प्रकाश - बात न भी करो पर पिल्लू दर्शन तो हम ज़रूर करेंगे
अजंता - तुम भी न खूब मज़े ले रहे हो - पर मेरा नाम भी अजंता है
प्रकाश - बड़े बड़े पिल्लू वाली - हा हा हा
प्रकाश - तो मैडम फिर कल का क्या प्रोग्राम है
अजंता - कुछ ख़ास नहीं सोचा नहीं - पहले घर तो पहुंचाओ
प्रकाश - वह तो तुम पहुँच ही जाओगी
अजंता - भगवान जाने यह कौनसा शार्ट कट है - कितना वीरान रास्ता है
प्रकाश - चिंता मत करो - आगे जाकर हाईवे और मैं मार्किट आ जायेंगे
तभी अचानक प्रकाश की बाइक रुक गयी
अजंता ने पूछा - प्रकाश क्या हुआ ?
प्रकाश - उतरो में देखता हूँ.
और दोनों बाइक से उतर गए
प्रकाश नीचे झुक कर कुछ निरिक्षण करने लगा - ओहो - कुछ इंजन में प्रॉब्लम है - फिर वह इधर उधर देखने लगा
अजंता - क्या बात है प्रकाश ?
प्रकाश - आओ ज़रा सामने से इस बोतल में पानी लेकर आते हैं
अजंता ने मुड़कर देखा तो पाया की सामने एक बहुत बड़ा दरवाज़ा था जिसके पीछे कुछ दीवारें नज़र आ रही थीं - उसके ऊपर एक बहुत बड़ी फैक्ट्री जैसी दिखने वाली छत थी
अजंता - चलो जल्दी करो प्रकाश - मुझे बहुत चिंता हो रही है
प्रकाश - घबराओ नहीं - आओ मेरे साथ
और प्रकाश ने दरवाज़े के पास जाकर उसकी साइड में एक बटन दबाया - दरवाज़ा खुलता चला गया.
अजंता हैरान होकर देखने लगी - अरे तुम्हे कैसे मालूम की यहाँ पर यह दरवाज़ा ऐसे खोलेगा
और इस से पहले की वह कुछ और कह पाती - प्रकाश ने उसे धक्का दे दिया - चल अंदर
अजंता कुछ और समझ पाती तभी उसे दो लोगों ने तुरंत थाम लिया (उसे पता भी न चला की यह लोग कहाँ से प्रकट हो गए) - और अंदर घसीटते हुए चले गए
आज धुबरी (असम) के आर्ट्स कॉलेज में बहुत हलचल थी
आज वहां एक ब्यूटी क्वीन कांटेस्ट था जो की फर्स्ट ईयर के फाइनल परीक्षा ख़तम होने के बाद रखा गया था - सब विद्यार्थी बहुत उत्साहित थे और इस फैंसी ड्रेस कम्पटीशन का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे.
और इन सब के इंतज़ार का कारण था - अजंता शर्मा -
अजंता शर्मा जो की कॉलेज में एक बहुत मशहूर लड़की थी - एक मेधावी छात्रा होने के साथ -२ वह बहुत अधिक सुन्दर भी थी और कॉलेज की अन्य गतिविधियों जैसे की खेल कूद, नाटक आदि में भी खूब भाग लेती थी.
पर उसके छात्रों में पॉपुलर होने का मुख्य कारण था - उसकी बला की खूबसूरती - १९ साल की अजंता जो की फाइनल ईयर में पहुँची थी एक बहुत ही ख़ूबसूरत , सेक्सी और गदराये बदन की स्वामिनी थी - ५ फुट ६ इंच लम्बा कद , गोरा उजाला रंग , बड़े बड़े ३५ इंच पार करते स्तन और पेट में कमर के ३ इंच ऊपर एक गोल नाभि इसके अलावा लम्बे काले बाल, रसीले लाल होंठ , सुत्वा नाक और बड़ी बड़ी आंखे जिनमे हल्का सा मोंगोलिएन टच था जो की उन्हें और ख़ूबसूरत बनाता था, तथा साथ ही गोरी, मुलायम स्वस्थ टांगें उसकी सुंदरता को शोभा तो देती ही थीं , उसके शरीर का एक मुख्य आकर्षण था उसकी मस्त गांड जो की हिलती थी जब भी वह चलती थी और उसकी बल खायी कमर.अजंता को सलवार कमीज केी बजाये शुरू सुई लहंगा चोली और साड़ी पहनने का ज्यादा शौक था और इस वजह से उसकी सेक्सी कमर का नज़ारा कॉलेज में आम होता था.अपने साड़ी पहनने की आदत की वजह से उसका नाम भी 'इंडियन कल्चर' पढ़ गया था. कुछ मनचले तो उसको ' मैडम पेटीकोट' कह कर भी बुलाते थे.
तो आज सबको इंतज़ार था अपनी उस फेवरेट 'मैडम पेटीकोट' का जो की इस ब्यूटी क्वीन कांटेस्ट में पार्ट लेने जा रही थीं.
सबकी उत्सुकता थी की वह क्या बनेंगी हालाँकि कई लोगों ने अंदाज़ा लगा लिया था की अजंता यकीनन को पाश्चात्य ड्रेस में न आकर कोई हिंदुस्तानी लिबास में ही होंगी
तो आज सबको इंतज़ार था अपनी उस फेवरेट 'मैडम पेटीकोट' का जो की इस फैंसी ड्रेस में पार्ट लेने जा रही थीं.
एक लड़कों का ग्रुप आपस में बात कर रहा था - यार आज तो मज़ा आ जायेगा - कई तरह की ड्रेसेस में कॉलेज की ख़ूबसूरत लड़कियां नज़र आएँगी अलग अलग अंदाज़ और अदाओं में
दूसरा लड़का - अरे वह सब तो ठीक है पर मुझे तो इंतज़ार रही -कॉलेज की ब्यूटी क्वीन - मिस अजंता शर्मा
तीसरा लड़का - क्या वह भी इस फैंसी ड्रेस कम्पटीशन में भाग ले रही है?
पहला - और नहीं तो क्या
तीसरा लड़का - अरे मज़ा आ गया फिर तो - उसे तो याद करके ही मेरा लंड यूँ पोल की तरह तन जाता है - क्या गज़ब माल है - यार -
क्या मटकती गांड - और छाती पर - ओफ्फो - क्या बड़े बड़े पिल्लू - जी करता है किसी दिन पकड़ के उस साली का ब्लाउज फाड़ दूँ.
पहला लड़का - ठीक कह रहा है यार - कई बार उसे याद करके मैंने मुठ मारी है - क्या बला की सेक्सी माल है - एक एक अंग सांचे में ढल हुआ - लड़की है या अप्सरा. याद नहीं पिछले साल - उसका वह स्टेज पर स्पीच देने वाला रोल - लाल ब्लाउज और सफ़ेद डिज़ाइन दार साड़ी में देश भक्ति का भाषण - क्या गज़ब माल लग रही थी यार
दूसरा लड़का - तो कहे तो किसी दिन कॉलेज के पिछले कंपाउंड में उसे लेजा कर उसका चीर हरण कर दें
पहला लड़का - क्या उसकी साड़ी उतरेगा?
दूसरा लड़का - अरे जब उतारेंगे तो सिर्फ साड़ी थोड़े ही. बाकयदा पेटीकोट और ब्लाउज भी अच्छे से खींच लेंगे
तीसरा लड़का - है मेरा तो सोच कर ही तम्बू तन गया है यार की मैडम पेटीकोट बिना पेटीकोट के कैसी दिखेगी
पहला लड़का - में तो उसकी ब्रा और पैंटी भी उतार दूंगा
दूसरा लड़का - इसकी नंगी चूत देखने को तो मन तरस गया. मुझे तो वह स्टेज कम्पटीशन में उस मणिपुरी लिबास में भी बहुत जंची थी. अपनी सूंडी (नाभि) दिखने से बाज़ नहीं आती.
दूसरा लड़का - हाँ यार पर किसी को लिफ्ट कहाँ देती है सिवाय प्रकाश के
पहला लड़का - यह प्रकाश कौन ?
दूसरा - वही फाइनल ईयर का स्टूडेंट - साला बनता तो बहुत शरीफ है पर मुझे उसकी असलियत पर कुछ शके होता है
तीसरा लड़का - क्यों
दूसरा - ऐसे ही - कई बार उसे कॉलेज के बाद जंगलों में जाते देखा है
तीसरा लड़का - आए - तुझे कहीं उससे जलन तो नहीं होती.
तीनो हंस पड़े
थोड़ी ही देर में ब्यूटी क्वीन कांटेस्ट की प्रतियोगिता शुरू हो गयी.
लड़के लड़कियों की तालियों की ज़ोरदार आवाज़ के बीच इस प्रतियोगिता का प्रारंभ हुआ.सबने बड़े चाव से अलग अलग प्रकार से सजी हुईं मेक उप और सजावट से परिपूर्ण अलग अलग लड़कियों को अलग अलग तरह की अदायों में देखा और उनका तालियाँ बजा कर स्वागत किया.
ज्यादातर लड़कियों ने पाश्चातय लबास और मेक उप का उपयोग किया था और कई लड़किओं ने तो काफी हद तक रिवीलिंग कपडे पहने थे ताकि अंग प्रदर्शन करके वह लोगों को प्रभावित कर सकें.
अब ब्यूटी क्वीन की यह प्रतियोगिता अपने अंतिम चरण में आ गयी थी.
और सब छात्रों को जिसका इंतज़ार था वह थी उनकी लोकप्रिय छात्रा - अजंता शर्मा
और तभी एक बेहद सूंदर लड़की जो की लाल मिश्रित रंगों से भरा एक सूंदर कड़ाई में बना लहँगा और उसी से मेल खIता लाल रंग के बेस कलर का ब्लाउज पहने थे अपने हाथों में एक बेहद नक्काशी किया हुआ एक मटका लेकर प्रगट हुई. उसका सामने से वि - गर्दन ब्लाउज काफी हद तक बैकलेस था और इस कारण उसने नीचे ब्रा भी नहीं पहनी थी जिससे उसका वक्ष स्थल और अधिक उभर रहा था .उसके सर पर लाल चुनरी थी जिसका सुनहरी बॉर्डर था और उसके लम्बे कद और बेहद सेक्सी फिगर (जो की उसने हालंकि काफी हद तक अपने कपड़ों में छुपा रखा था) में से उसकी गदरायी कमर और नाभि फिर भी झलक दिखला रही थी.- यह सौंदर्य की प्रतिमा थी - अजंता शर्मा
अजंता ही केवल एक मात्र ऐसी छात्रा थी जो सदा की भाँती भारतीय कपड़ों में थी - सहसा सब लोगों की तालियां थम गयीं और हर नज़र उस ओर उठ गयी जब अजंता ने हलके से नृत्य करना शुरू किया और वह अपनी मधुर आवाज़ में एक गीत गुनगुनाने लगी.
उसके नृत्य और गीत में बहुत अच्छा ताल मेल था.
एक लड़के ने तो उसे नाचते देख कहा - वाह क्या गज़ब माल है यार - क्या गदरायी कमर है
दूसरा भोजपुरी में बोला - है इकरा दख कर हमरा तो लंडवा में हलचल हुई बा - क्या पहाड़ जैसा बड़ा बड़ा पिल्लू है
और देख इसकी कमर पर यह एकदम गोल सुंडी - ऐसी गोरी गदरायी कमर तो कभी न देखत रहीं. इसकी वक्ष रेखा तो देख
जैसे ही उसने नृत्य खत्म किया उसके हाथ ' नमस्ते' के अंदाज़ में सबके आगे जुड़ गए और उसने फिर पलट कर भगवन की मूर्ति को हाथ जोड़े.
सारा हाल तालियों से गूँज उठा - अजंता वन्स मोर मोर के नारे ज़ोर ज़ोर से लगने लगे.
पर तभी कॉलेज के प्रिंसिपल ने सबको शांत किया और माइक पर जाकर कहने लगे - मेरे प्रिय छात्रों आप लोग शांत हो जाएं और दिल थाम कर इस प्रतियोगिता के परिणाम की प्रतीक्षा करें- बैकग्राउंड में कुछ संगीत शुरू कर दिया गया और कुछ छात्र गुनगुनाने लगे.
तभी एकाएक संगीत बंद हो गया
और प्रिंसिपल साहिब कुछ उद्धघोषकों के साथ स्टेज पर आ गए.
- मेरे प्रिय छात्रों - आप लोगों का इंतज़ार अब ख़तम
में मिसेस सिन्हा (जो की आर्ट्स कॉलेज की मुख्य प्रोफेसर थीं) से आवेदन करता हूँ की इस प्रतियोगता की विजेता का नाम सबको बताएं और उस विजेता को पुरस्कृत करें
मिसेस सिन्हा ने घोषणा की - तो वह प्रतियोगी है - मिस अजंता शर्मा
सब छात्रों ने ज़ोर से तालियां बल्कि कई लड़कों ने सीटियां भी बजायीं
अजंता मुस्कुराते हुए स्टेज पर आयी और पुरस्कार लेकर सबका अभिवादन किया.
उसके पश्चात जब प्रतियोगिता ख़तम हो गयी तो अजंता कॉलेज के बाहर आयी अपने अनाथ आश्रम की और जाने के लिए (अजंता एक अनाथ थी और एक पंडित नित्यानंदजी जो की शहर के पास ही एक अनाथ आश्रम चला रहे थे उन्होंने उसे अपनी मुँह बोली बेटी बना लिया था)
तभी अजंता को जोर से अपन नाम पुकारने की आवाज़ आयी - अजंता
उसने मुड़कर देखा तो बाइक पर और कोई नहीं उसका दोस्त प्रकाश था - वह ख़ुशी से बोली - अरे प्रकाश तुम यहाँ - अभी गए नहीं?
प्रकाश - मुबारक हो अजंता - यू हेव डन इट - माय ब्यूटी क्वीन
अजंता हंस पढ़ी - कम ओन प्रकाश ?
प्रकाश - बहुत ही ग़ज़ब लग रही हो - चलो में तुम्हे ड्राप कर देता हूँ
अजंता कुछ सोच में पड़ गयी - अरे नहीं प्रकाश में खुद ____ ___
प्रकाश - तुम्हे टाइम लग जायेगा
अजंता - क्यों
प्रकाश - बस ऐसे ही माय डिअर मिस पेटीकोट
अजंता - कम ऑन प्रकाश तुम भी?
प्रकाश - हा हा - तुम्हे छेड़ने में मज़ा आता है
प्रकाश - अरे नहीं बाबा अँधेरा होने वाला है और मैंने एक शार्ट कट ढूंढा है तुम्हारे आश्रम जाने के लिए
चलो आ जाओ - बैठो बाइक के पीछे
अजंता मुस्कुरा कर पीछे बैठ गयी और प्रकाश के कंधे पर एक हाथ रख दिया - चलो प्रकाश
और प्रकIश की बाइक हवा से बातें करने लगी.
प्रकाश - एक बात है अजंता - तुम तो आज गजब की सेक्सी लग रही थी
अजंता (कुछ शरमाते हुए) - चलो हटो - बेशरम कहीं के
प्रकाश - वैसे में तुम्हारा कुछ और ही निक नेम सोच रहा हूँ
अजंता - क्या
प्रकाश - मिस पिल्लू
अजंता - पिल्लू?
प्रकाश - लगता है कॉलेज में सोई रहती हो
अजंता - क्या मतलब
प्रकाश - तुम्हारी साड़ी पहन ने वाली आदि के अलावा तुम उनके लिए भी मशहूर हो
अजंता - किनके लिए
प्रकाश - योर टू बिग पिल्लुस - मेरा मतलब - वह जहाँ से ढेर सारा मिल्क सप्लाई होता है
अजंता बहुत बुरे तरीके से शर्मा गयी - हटो बदमाश कहीं के. में तुमसे बात नहीं करुँगी.
प्रकाश - बात न भी करो पर पिल्लू दर्शन तो हम ज़रूर करेंगे
अजंता - तुम भी न खूब मज़े ले रहे हो - पर मेरा नाम भी अजंता है
प्रकाश - बड़े बड़े पिल्लू वाली - हा हा हा
प्रकाश - तो मैडम फिर कल का क्या प्रोग्राम है
अजंता - कुछ ख़ास नहीं सोचा नहीं - पहले घर तो पहुंचाओ
प्रकाश - वह तो तुम पहुँच ही जाओगी
अजंता - भगवान जाने यह कौनसा शार्ट कट है - कितना वीरान रास्ता है
प्रकाश - चिंता मत करो - आगे जाकर हाईवे और मैं मार्किट आ जायेंगे
तभी अचानक प्रकाश की बाइक रुक गयी
अजंता ने पूछा - प्रकाश क्या हुआ ?
प्रकाश - उतरो में देखता हूँ.
और दोनों बाइक से उतर गए
प्रकाश नीचे झुक कर कुछ निरिक्षण करने लगा - ओहो - कुछ इंजन में प्रॉब्लम है - फिर वह इधर उधर देखने लगा
अजंता - क्या बात है प्रकाश ?
प्रकाश - आओ ज़रा सामने से इस बोतल में पानी लेकर आते हैं
अजंता ने मुड़कर देखा तो पाया की सामने एक बहुत बड़ा दरवाज़ा था जिसके पीछे कुछ दीवारें नज़र आ रही थीं - उसके ऊपर एक बहुत बड़ी फैक्ट्री जैसी दिखने वाली छत थी
अजंता - चलो जल्दी करो प्रकाश - मुझे बहुत चिंता हो रही है
प्रकाश - घबराओ नहीं - आओ मेरे साथ
और प्रकाश ने दरवाज़े के पास जाकर उसकी साइड में एक बटन दबाया - दरवाज़ा खुलता चला गया.
अजंता हैरान होकर देखने लगी - अरे तुम्हे कैसे मालूम की यहाँ पर यह दरवाज़ा ऐसे खोलेगा
और इस से पहले की वह कुछ और कह पाती - प्रकाश ने उसे धक्का दे दिया - चल अंदर
अजंता कुछ और समझ पाती तभी उसे दो लोगों ने तुरंत थाम लिया (उसे पता भी न चला की यह लोग कहाँ से प्रकट हो गए) - और अंदर घसीटते हुए चले गए