11-04-2020, 12:25 PM
(10-04-2020, 11:26 PM)Niharikasaree Wrote: [quote pid='1823840' dateline='1586532914']
उफ़,
कोमल जी,
आपकी यह तरसाने और तड़पाने की कला , गज़ब। आप तो उफ़, क्या कहु एकदम डीप फ्राई कर के खा जाती हो.
एकदम करारा , रोस्टेड , मस्त सिका हुआ।
आज तो आपने मेरी जवानी की याद दिला दी, करीब - करीब ऐसे ही थे मेरे जोबन , जब मैं सेकंड ईयर मैं थी.
सच्ची कहु तो वो मेरे जिस्म का सबसे "कामुक" साल था , इसके बारे मैं फिर बताऊगी उधर "अपनी सहेलिओं के थ्रेड पर" यहाँ सिर्फ आपकी बातें।
उफ़, क्या मस्त गरम किया हैं, "चिड़िया" के शिकार के लिए , बस एक बटन ही दबाना रह गया है जैसे , मिसाइल का, और चुलबुली चिड़िया का "काम" तमाम।
और यह तो, जैसे सोने पे सुहागा। ...
और साथ में शब्दों की झड़ी , ताने ,उन्हें उकसाना , गालियां ,
" बोल न ,कैसा लग रहा है अपने उस मस्त माल के बारे में सोच सोच के , साले बहन के भंडुए , जो सोच के ये हाल हो रहा है तो जो देखेगा तो ,फिर तो ,...
बस , तड़पते हुए। .... इंतज़ार
कुछ , पूछना था। ... पर यहाँ नहीं , मैसेज कर दूंगी आपको।
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सच कहूं , आपके कमेंट [पढ़ने में कभी कभी इतना मजा आता न जितना कहानी पढ़ने में नहीं आता और मेरी कहानी तो बहुत कुछ जो भोगा , जो जीया बस उसी में कुछ घटा बढाकर ,... जो कर पायी , जो करने की चाहत रह गयी ,... पर जो भी कमी रह गयी वो आपके कमेंट पूरा कर देते हैं