10-04-2020, 09:05 PM
(This post was last modified: 09-08-2021, 10:13 AM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मस्त माल
" बोल न ,कैसा लग रहा है अपने उस मस्त माल के बारे में सोच सोच के , साले बहन के भंडुए ,
जो सोच के ये हाल हो रहा है तो जो देखेगा तो ,फिर तो ,...
अरे आज मौका है ,खुल के ज़रा भी शर्माना ,झिझकना मत , चाहे वो मना करे ,झिझके , भले ही खूब जबरदस्ती करने पड़े , लेकिन आज उसकी कच्ची अमिया का स्वाद लिए बिना छोड़ना मत ,
वो भी हम लोगों के सामने ,
अरे मैं रहूंगी न मेरे सोना मोना तेरे पास , बस आज मसल देना कस के उसकी चूँची ,
बस जैसे जैसे मैं इशारा करूँ, अरे वो छिनाल आयी ही है दबवाने।
आते ही मुस्करा के पूछा , भाभी भैया कहाँ है। तो आज भैय्या से सैयां बनने का पूरा मौका है। छोड़ना मत साल्ली को। "
मेरी बातों का असर उनपर साफ़ पता चल रहा था जिस तरह से उन्होंने मेरी चूत चूसने की रफ़्तार बढ़ा दी थी ,
लंड जिस तरह उनका टनटना रहा था।
और मैंने भी उनका पूरा लंड घोंट लिया था ,जोर जोर से चूस रही थी। तभी मुझे कुछ याद आया ,
" अरे साले ,जब से तू अपने मायके आया है तुझे एक दिन भी बेड टी नहीं पिलाई , बुरा मानने की बात ही है ,चल खोल मुंह ,.... "
और गप्पाक से मुंह उन्होंने खोल दिया , खूब बड़ा सा ,
मैंने कमर थोड़ी सी उठायी और ,प
हली , बूँद सुनहली ,
पहले धीरे धीरे , .... फिर तेज सुनहली धार ,
साथ ही साथ मैंने उनकी गांड से ऊँगली निकाल ली और फिर एक साथ दो ऊँगली ,एकदम जड़ तक।
एकदम जादुई असर हुआ उनके लंड पे ,
एकदम लोहे का खम्भा , एकदम टनटनाया ,
और मैं जानती थी अब अगले ३०-४० मिनट तक इसकी यही हाल रहने वाली है।
साथ साथ वो सुनहरी शराब गटक रहे थे,घूँट घूँट।
" हे सब मत गटक लेना ,थोड़ा मेरी उस छुटकी ननदिया के लिए भी अपने मुंह में बचा के रखना। "
मैंने समझाया।
और वार्डरोब खोल के मैंने एक शर्ट खोल के निकाली और उनकी ओर उछाल दी ,
एक फ्लोरल टैंक शर्ट , आलमोस्ट ट्रांसलूसेंट , स्लीवेल्स।
और जब तक वो शर्ट पहन रहे थे मैंने अपनी लिपस्टिक फ्रेश कर ली।
डार्क रेड स्कॉरलेट , वेट लुक वाली ,मेरा फेवरिट कलर।
और उनके बाल भी थोड़े मैंने ठीक कर दिए जेल लगा के।
वो थोड़ा हिचकिचा रहे थे , और बात भी थी ,
फ्लोरल स्लीवलेस टैंक शर्ट
और मूंछ भी एकदम सफाचट , चिकनी चमेली ,
,उनके सिक्स पैक्स अच्छी तरह झलक रहे थे ,
और उससे भी बढ़कर मेश ,पालिएस्टर स्प्लिट शार्ट ,
तम्बू एकदम तना , और झलकता , आधे घंटे तक तो इसकी यही हालत रहने वाली थी।
" अरे चल जल्दी यार वरना वो तेरी बहना यहीं चली आएगी ,ऐसी चुदवासी हो रही है वो , बोल चोदेगा न उस छिनाल को "
मैंने हड़काया।
पर उन्होंने वो किया की मैं मुस्कराये बिना नहीं रह सकी।
" यारों का चलन है गुलामी ,
देते हैं हसीनो को सलामी "
झुक कर गुनगुनाते हुए उन्होंने तीन बार मुझे फर्शी सलामी दी।
" ठीक है तू तो जोरू का गुलाम है ही ,तेरे माल को भी गुलाम बना लुंगी। "
और उन्हें अपनी ओर खींच के ,
स्मूच स्मूच ,स्मूच स्मूच ,
दो किस्सी सीधे उनके लिप पे और दो गालों पे ,
और हम दोनों सीधे नीचे , उनके तने तम्बू को पकड़ कर ,
सीधे उस कमरे में , जहाँ उनकी जानेजाना इन्तजार कर रही थीं।
" बोल न ,कैसा लग रहा है अपने उस मस्त माल के बारे में सोच सोच के , साले बहन के भंडुए ,
जो सोच के ये हाल हो रहा है तो जो देखेगा तो ,फिर तो ,...
अरे आज मौका है ,खुल के ज़रा भी शर्माना ,झिझकना मत , चाहे वो मना करे ,झिझके , भले ही खूब जबरदस्ती करने पड़े , लेकिन आज उसकी कच्ची अमिया का स्वाद लिए बिना छोड़ना मत ,
वो भी हम लोगों के सामने ,
अरे मैं रहूंगी न मेरे सोना मोना तेरे पास , बस आज मसल देना कस के उसकी चूँची ,
बस जैसे जैसे मैं इशारा करूँ, अरे वो छिनाल आयी ही है दबवाने।
आते ही मुस्करा के पूछा , भाभी भैया कहाँ है। तो आज भैय्या से सैयां बनने का पूरा मौका है। छोड़ना मत साल्ली को। "
मेरी बातों का असर उनपर साफ़ पता चल रहा था जिस तरह से उन्होंने मेरी चूत चूसने की रफ़्तार बढ़ा दी थी ,
लंड जिस तरह उनका टनटना रहा था।
और मैंने भी उनका पूरा लंड घोंट लिया था ,जोर जोर से चूस रही थी। तभी मुझे कुछ याद आया ,
" अरे साले ,जब से तू अपने मायके आया है तुझे एक दिन भी बेड टी नहीं पिलाई , बुरा मानने की बात ही है ,चल खोल मुंह ,.... "
और गप्पाक से मुंह उन्होंने खोल दिया , खूब बड़ा सा ,
मैंने कमर थोड़ी सी उठायी और ,प
हली , बूँद सुनहली ,
पहले धीरे धीरे , .... फिर तेज सुनहली धार ,
साथ ही साथ मैंने उनकी गांड से ऊँगली निकाल ली और फिर एक साथ दो ऊँगली ,एकदम जड़ तक।
एकदम जादुई असर हुआ उनके लंड पे ,
एकदम लोहे का खम्भा , एकदम टनटनाया ,
और मैं जानती थी अब अगले ३०-४० मिनट तक इसकी यही हाल रहने वाली है।
साथ साथ वो सुनहरी शराब गटक रहे थे,घूँट घूँट।
" हे सब मत गटक लेना ,थोड़ा मेरी उस छुटकी ननदिया के लिए भी अपने मुंह में बचा के रखना। "
मैंने समझाया।
और वार्डरोब खोल के मैंने एक शर्ट खोल के निकाली और उनकी ओर उछाल दी ,
एक फ्लोरल टैंक शर्ट , आलमोस्ट ट्रांसलूसेंट , स्लीवेल्स।
और जब तक वो शर्ट पहन रहे थे मैंने अपनी लिपस्टिक फ्रेश कर ली।
डार्क रेड स्कॉरलेट , वेट लुक वाली ,मेरा फेवरिट कलर।
और उनके बाल भी थोड़े मैंने ठीक कर दिए जेल लगा के।
वो थोड़ा हिचकिचा रहे थे , और बात भी थी ,
फ्लोरल स्लीवलेस टैंक शर्ट
और मूंछ भी एकदम सफाचट , चिकनी चमेली ,
,उनके सिक्स पैक्स अच्छी तरह झलक रहे थे ,
और उससे भी बढ़कर मेश ,पालिएस्टर स्प्लिट शार्ट ,
तम्बू एकदम तना , और झलकता , आधे घंटे तक तो इसकी यही हालत रहने वाली थी।
" अरे चल जल्दी यार वरना वो तेरी बहना यहीं चली आएगी ,ऐसी चुदवासी हो रही है वो , बोल चोदेगा न उस छिनाल को "
मैंने हड़काया।
पर उन्होंने वो किया की मैं मुस्कराये बिना नहीं रह सकी।
" यारों का चलन है गुलामी ,
देते हैं हसीनो को सलामी "
झुक कर गुनगुनाते हुए उन्होंने तीन बार मुझे फर्शी सलामी दी।
" ठीक है तू तो जोरू का गुलाम है ही ,तेरे माल को भी गुलाम बना लुंगी। "
और उन्हें अपनी ओर खींच के ,
स्मूच स्मूच ,स्मूच स्मूच ,
दो किस्सी सीधे उनके लिप पे और दो गालों पे ,
और हम दोनों सीधे नीचे , उनके तने तम्बू को पकड़ कर ,
सीधे उस कमरे में , जहाँ उनकी जानेजाना इन्तजार कर रही थीं।