09-04-2020, 03:37 PM
(09-04-2020, 01:05 PM)Niharikasaree Wrote:कोमल जी,
" अब जान ही, बाकि है ले लो" पर यह न कहो, हम नाराज है.
जब भी समय मिलता है, लोग इन करते ही सबसे पहले आपकी पोस्ट खोजी जाती है अगर नहीं मिली तो दिल को दिलासा देते है, कही,"बिजी" होंगी, काम मैं, या "काम" मैं.
आखिर औरतो के काम कभी ख़तम हुए हैं, आपने आज तो गज़ब ही कर दिया, गुड्डी की शर्म हवा कर दी, लड़कियों की शर्म ही बहुत सारी इच्छा को मार देती हैं, यही चलता आया है हमारे साथ।
गुड्डी का "होमवर्क" वाह , सोच कर ही, गीली हो गई मैं तो, सच कहु तो , गीलापन चेक किया था मैंने "सच्ची".
रही बात , दुरी और इंतज़ार की , यह एक औरत ही जान सकती है, उनकी चिंता, कहाँ है, कैसे हैं ,कुछ खाया होगा या नहीं , अंदर की बैचनी और सबके साथ हसना - बोलना , एक मुखौटा लग जाता है, हँसते हुए चेहरे का , अंदर के भाव कोई नहीं जान सकता जब तक औरत न बताना चाहे।
अब ऐसा है कोमल जी, हम तो आते ही हैं आपके उपदटेस और सावन की फुहार के लिए , जो आप बरसाती हैं। ........
अरे नहीं आपकी जान सलामत , जो आपकी जान है वो भी सलामत रहें ,
मैं समझ सकती हूँ लाकडाउन में ' काम ' कुछ बढ़ जाता है , न दिन देखते हैं न रात ,...
बस अभी मैं एक और अपडेट देने वाली हूँ , खास आप के लिए ,... जरूर बताइयेगा , कैसा लगा , डिटेल में


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