09-04-2020, 01:08 PM
(This post was last modified: 09-04-2020, 01:11 PM by @Kusum_Soni. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
(09-04-2020, 11:51 AM)komaalrani Wrote: कोई भी शब्द काफी नहीं होंगेबिल्कुल सच कहा कोमल जी आप ने
न उन स्थितियों को बयांन करने के लिए जिनके आप चित्र उकेर रही हैं
न आपकी तारीफ़ करने के लिए
आप मेरी पक्की वाली सहेली हैं इसलिए नमन तो नहीं कर सकती हाँ अँकवार में जरूर भर सकती हूँ , खूब कस के , देर तक
निहारिका जी ने हम सब के उस अल्हड़ दौर ओर बचपन से सयाने पन में आने और उस समय की मौज मस्ती के बीच भावी जीवन की जो चिंता होती थी उस को केनवास पर अपनी अदभुत लेखनी द्वारा जिस प्रकार उकेरा है में स्तब्ध हूँ जैसे उन्ही दिनों में जी रही हूं ऐसा लगता है पढ़ते हुए
कोमल जी आप ने हम सब को एक नया जीवन दिया है
आप का साथ जीवन का एक बहुत बड़ा पारितोषिक है हम सब लड़कियों के लिए
हमें अपने स्नेह और अपनत्व से यूँही सिंचती रहना
निहारिका जी कोई शब्द नहीं है आप की तारीफ में ये कर्ज़ बाकी ही रहेगा
आप की कुसुम सोनी