09-04-2020, 12:54 PM
(09-04-2020, 12:42 PM)Niharikasaree Wrote:कोमल जी,
क्या खूब जीवंत चित्रण किया है आपने लड़के - लड़किओं की मस्ती और क्लब की पार्टी का , शराब - शबाब का तो बहुत पुराना नाता रहा है, महफ़िल को रंगीन बनाने का , और रंगीन महफ़िल का अंजाम, सिसकियों मैं ही आता है।
अरमान जगा देती हो आप , हम औरतो के। ...... उम्मीद है सब नहीं तो कुछ महिला पाठक सहमत होंगी ही.
अब वहां क्या - क्या हुआ होगा। ......... बस इंतज़ार और अगला अपडेट ही बता पायेगा , शब्दों की जादूगरनी जी। ..... मेहेरबानी करे। ....
बस आप आ जाती हैं तो लगता है लिखने की मेहनत सुफल हो गयी ,
मैं जैसे गंवई गंवार हूँ , छोटे कसबे गांव नुमा शहर वाली , तो मेरी कहानियों में वही झलकता है लेकिन ये कहानी थोड़ी अलग , महानगरीय बैक ग्राउंड पर लिखने की कोशिश की है मैंने
हाँ , अब मोहे रंग दे पर आपका इन्तजार कर रही हूँ ,
आपका कमेंट आये तो अगली पोस्ट करूँ