09-04-2020, 11:53 AM
अनुजा की कहानी - अनुजा की जुबानी ,
पार्टी टाइम - देवेश के साथ
मेरी सहेली इरा बोली- “अनुजा एक घूंट में…”
और मैंने ग्लास मुँह से लगा लिया।
अनुजा… अनुजा… सारे लड़के लड़कियां गोल घेरा बनाकर मेरे चारों ओर क्लैप कर रहे थे, चियर्स कर रहे थे- अनुजा… अनुजा।
एक घूंट, दो घूंट, बहुत बुरा सा स्वाद लग रहा था। शायद इम्पोर्टेड… मितली सी आ रही थी। लेकिन तीन घूंट… और मैंने ग्लास खाली कर दिया। हल्का सा सिर घूम रहा था लेकिन चारों ओर चियर्स, शोर और मेरे साथ सबने अपने ग्लास खाली कर दिये।
देवेश ने मेरे कंधे पे हाथ रखकर थाम रखा था।
पीछे से कोई बोला- “स्पाइक…”
लेकिन मैंने ध्यान नहीं दिया।
तब तक डी॰जे॰ चालू हो गया था- “कर गई चूल…”
और मैं और देवेश चालू हो गये।
साथ में कितने ही और लड़के लड़कियां, धक्का मुक्की।
लेकिन देवेश ने मुझे कस के पकड़ रखा था, और डांस के साथ सारे किसिंग, हगिंग।
कई तो ग्रुपिंग कर रहे थे।
और जब देवेश ने मुझे किस किया तो मैंने बुरा नहीं माना, बल्की हल्के से जवाब दिया।
असल में पार्टी वार्टी में इसी लिए में कभी नहीं जाती थी , ...
एकदम खुले आम हगिंग किसिंग , और हगिंग किसिंग तक तो कुछ नहीं , सब लड़कियां खुद अपने ब्वाय फ्रेंड्स के साथ , पार्टनर के साथ , कुछ तो एक साथ , दो दो के साथ , अपने बूब्स पर ,... दबवा रगड़वा रही थी , कोई भी बुरा नहीं मान रही थीं , बल्कि खुद उकसा के छेड़ छेड़ के ,
पर आज पता नहीं क्या था ,
मुझे भी सब अच्छा लग रहा था ,
ये नहीं था , किसी से भी , पर आज मैंने तय कर लिया था , देवेश कुछ भी करेगा मैं मना नहीं करुँगी ,
इतनी तो लड़कियां उसके पीछे पड़ीं थी लेकिन सबको छोड़ कर सीधे मेरे पास , ...
और वो सब की सब ऐसी की हाथ पर ले के टहल रही थीं , देवेश एक बार इशारा करता यहीं पार्टी में सबके सामने अपनी टाँगे फैला देतीं
, मैं देख नहीं रही थी , इरा कैसे चिपकी पड़ रही थी देवेश से , खुद जबरदस्ती देवेश को किस कर रही थी , कैसे चिपकी पड़ रही थी ,
पर उसे हटा के देवेश सीधे मेरे पास आया ,
और कैसे सबसे इंट्रोड्यूस करा रहा था , सेक्सिएस्ट गर्ल्स इन टाउन , ...
स्साली सब की सब जली पड़ रहीं थी , सुलग रही थी सबकी , कहाँ अनुजा ऐसी पार्टी में और पहली पार्टी में , ऐसी धांसू ,
सच में , मुझे उस दिन जब पिक्चर से लौटी तभी से गिल्ट हो रहा था , देवेश का हाथ मैंने अपने टॉप पर से हटा दिया था , कुछ नहीं बस हलके से छू दबा रहा था , और किस लड़के का मन नहीं करता , सबका करता है ,
और जब बगल में रोमी दिया का बाकायदा टॉप खोल के उसेक बूब्स सक कर रहा था , दिया भी उसके कॉक को पहले जींस के ऊपर से फिर मेरे सामने ही जींस से खोल के खुद निकाल के पहले मसलती रही , फिर झुक के किस कर लिया , ...और पिक्चर के बाद कैसे ठसके से बोली ,
अनुजा मैं कुछ प्रोग्राम ,... तू सम्हाल लेना घर पे बोल के आयी हूँ , तेरे साथ रहूंगी , ज्वाइंट स्टडी के लिए ,
साफ़ साफ़ क्यों नहीं बोलती , रोमी से फक करवाने जा रही है , मेरे मन में आया बोल दूँ , ..
.पर दिया मेरी चौथी क्लास से सबसे पक्की वाली सहेली थी , इसलिए और आधी से ज्यादा मेरी क्लास की लड़कियां तो , दिया को ही क्यों , हाँ मुझे अपने ऊपर गुस्सा आ रहा था ,
देवेश क्या समझेगा मुझे , क्या समझती है अपने आप को हूर की परी ,...
लेकिन ही इज सच ऐ , ...
मैंने घर छोड़ने के लिए बोला तो एक बार भी मना नहीं किया , ... और सॉरी भी खुद पहले बोला , ... उस दिन से
इस लिए उस दिन दिया पार्टी के लिए आयी थी तो जब उसने कहा की देवेश ने कहा है की मैं पार्टी में जरूर आऊं ,...
और जब देवेश से बात कराई ,
सच में देवेश भी न ,...
ये लड़का एकदम पागल है , पक्का पागल है , स्क्रू कोई ख़राब है , बोलने लगा मैं नहीं आउंगी तो वो भी पार्टी में नहीं आएगा , और फिर आज के बाद किसी भी पार्टी में नहीं जाएगा
ये भी कोई बात होती है , उसे मालूम था मैं ऐसी पार्टी में नहीं जाती हूँ पर फिर भी , जिद तो जिद ,
एकदम पागल , ...
फिर मेरे पास कोई रास्ता बचा भी था क्या , ... मैंने भी हाँ बोल दी , ...
और ऊपर से भाभी भी तो एकदम पीछे पड़ी थीं , ...
मैं ये भी सोच रही थी की पार्टी में दिया तो लड़कों के साथ , रोमी , और उसकी पार्टी में कोई लड़की किसी एक लड़के के साथ नहीं तो दिया भी कम से कम चार पांच लड़को के साथ तो ,
और मैं अलग थलग ,
लेकिन फिर मैंने सोचा देवेश तो रहेगा न और सच में एकदम अकेला नहीं लग रहा था , देवेश ने शुरू से ही , ...
और ड्रिंक भी वही ,
असल में ड्रिंक से भी , भाभी ने बहुत समझाया था यार इस उमर में सब चलता है , यही तो इंज्वाय करने की एज है , ...
पर मैं , मुझे लगता था पता नहीं क्या पड़ा हो सॉफ्ट ड्रिंक में भी ,... और लेकिन देवश खुद अपने हाथ से बनवा के ले आया ,
और फिर सब लड़के लड़कियां मेरे पीछे , ... लग रहा था जैसे देवेश एक ओर और बाकी सब एक ओर ,
एकदम बाजी लगी हो ,
और मैं देवेश को लेट डाउन नहीं कर सकती थी , ...
इसलिए पहले तो एक घूँट , ...
पता नहीं कैसे स्वाद लग रहा था , फिर मैंने सोचा यार दिया की पार्टी में सब इम्पोर्टेड होता है , होगा भी ये कुछ ,... बस
देवेश को देख रही थी मैं
देवेश की निगाह सीधे मेरी ओर , ड्रिंक की ओर , उसे बहुत कॉन्फिडेंस था मेरे पर और ,...
और मैं भी ,..पहले तो एकदम कडुआ सा , ... लेकिन नाक बंद कर के मैं , और जहाँ आधा ग्लास गया होगा अंदर ,
एक नया सेन्सशेसन खूब मस्ती , पूरी देह में मन कर रहा था , बस कोई पकड़ के , ...
खुद मेरा मन कर रहा था हग करने को किस करने , ...कुछ भी , डांस की म्यूजिक भी चालू हो गयी थी ,
फिर मैंने बाकी भी , देवेश को देखते हुए , ..
एक दो जल कुकड़ी ने बोला भी स्पाइक्ड , ... लेकिन मैं देख नहीं रही थी , खुद तो व्हिस्की रम , और मैं
मैंने पूरी की पूरी ड्रिंक , ... और देवेश की नजर में चमक मैं देख रही थी , ...
एकदम से मस्ती छा रही थी मेरे ऊपर
डांस करते समय भी ,
आज मैं एकदम चिपक के डांस कर रही थी देवेश से , कनखियों से देख रही थी ,
बाकी लड़कियां अपने बूब्स जान बूझ के अपने पार्टनर से रगड़ रही थीं , .
.मेरे तो उन सबसे २० नहीं २२ थे , और भाभी ने वो ट्यूब टॉप भी ,
मैं भी देवेश को छेड़ छेड़ के उन्ही लड़कियों की तरह
पार्टी टाइम - देवेश के साथ
मेरी सहेली इरा बोली- “अनुजा एक घूंट में…”
और मैंने ग्लास मुँह से लगा लिया।
अनुजा… अनुजा… सारे लड़के लड़कियां गोल घेरा बनाकर मेरे चारों ओर क्लैप कर रहे थे, चियर्स कर रहे थे- अनुजा… अनुजा।
एक घूंट, दो घूंट, बहुत बुरा सा स्वाद लग रहा था। शायद इम्पोर्टेड… मितली सी आ रही थी। लेकिन तीन घूंट… और मैंने ग्लास खाली कर दिया। हल्का सा सिर घूम रहा था लेकिन चारों ओर चियर्स, शोर और मेरे साथ सबने अपने ग्लास खाली कर दिये।
देवेश ने मेरे कंधे पे हाथ रखकर थाम रखा था।
पीछे से कोई बोला- “स्पाइक…”
लेकिन मैंने ध्यान नहीं दिया।
तब तक डी॰जे॰ चालू हो गया था- “कर गई चूल…”
और मैं और देवेश चालू हो गये।
साथ में कितने ही और लड़के लड़कियां, धक्का मुक्की।
लेकिन देवेश ने मुझे कस के पकड़ रखा था, और डांस के साथ सारे किसिंग, हगिंग।
कई तो ग्रुपिंग कर रहे थे।
और जब देवेश ने मुझे किस किया तो मैंने बुरा नहीं माना, बल्की हल्के से जवाब दिया।
असल में पार्टी वार्टी में इसी लिए में कभी नहीं जाती थी , ...
एकदम खुले आम हगिंग किसिंग , और हगिंग किसिंग तक तो कुछ नहीं , सब लड़कियां खुद अपने ब्वाय फ्रेंड्स के साथ , पार्टनर के साथ , कुछ तो एक साथ , दो दो के साथ , अपने बूब्स पर ,... दबवा रगड़वा रही थी , कोई भी बुरा नहीं मान रही थीं , बल्कि खुद उकसा के छेड़ छेड़ के ,
पर आज पता नहीं क्या था ,
मुझे भी सब अच्छा लग रहा था ,
ये नहीं था , किसी से भी , पर आज मैंने तय कर लिया था , देवेश कुछ भी करेगा मैं मना नहीं करुँगी ,
इतनी तो लड़कियां उसके पीछे पड़ीं थी लेकिन सबको छोड़ कर सीधे मेरे पास , ...
और वो सब की सब ऐसी की हाथ पर ले के टहल रही थीं , देवेश एक बार इशारा करता यहीं पार्टी में सबके सामने अपनी टाँगे फैला देतीं
, मैं देख नहीं रही थी , इरा कैसे चिपकी पड़ रही थी देवेश से , खुद जबरदस्ती देवेश को किस कर रही थी , कैसे चिपकी पड़ रही थी ,
पर उसे हटा के देवेश सीधे मेरे पास आया ,
और कैसे सबसे इंट्रोड्यूस करा रहा था , सेक्सिएस्ट गर्ल्स इन टाउन , ...
स्साली सब की सब जली पड़ रहीं थी , सुलग रही थी सबकी , कहाँ अनुजा ऐसी पार्टी में और पहली पार्टी में , ऐसी धांसू ,
सच में , मुझे उस दिन जब पिक्चर से लौटी तभी से गिल्ट हो रहा था , देवेश का हाथ मैंने अपने टॉप पर से हटा दिया था , कुछ नहीं बस हलके से छू दबा रहा था , और किस लड़के का मन नहीं करता , सबका करता है ,
और जब बगल में रोमी दिया का बाकायदा टॉप खोल के उसेक बूब्स सक कर रहा था , दिया भी उसके कॉक को पहले जींस के ऊपर से फिर मेरे सामने ही जींस से खोल के खुद निकाल के पहले मसलती रही , फिर झुक के किस कर लिया , ...और पिक्चर के बाद कैसे ठसके से बोली ,
अनुजा मैं कुछ प्रोग्राम ,... तू सम्हाल लेना घर पे बोल के आयी हूँ , तेरे साथ रहूंगी , ज्वाइंट स्टडी के लिए ,
साफ़ साफ़ क्यों नहीं बोलती , रोमी से फक करवाने जा रही है , मेरे मन में आया बोल दूँ , ..
.पर दिया मेरी चौथी क्लास से सबसे पक्की वाली सहेली थी , इसलिए और आधी से ज्यादा मेरी क्लास की लड़कियां तो , दिया को ही क्यों , हाँ मुझे अपने ऊपर गुस्सा आ रहा था ,
देवेश क्या समझेगा मुझे , क्या समझती है अपने आप को हूर की परी ,...
लेकिन ही इज सच ऐ , ...
मैंने घर छोड़ने के लिए बोला तो एक बार भी मना नहीं किया , ... और सॉरी भी खुद पहले बोला , ... उस दिन से
इस लिए उस दिन दिया पार्टी के लिए आयी थी तो जब उसने कहा की देवेश ने कहा है की मैं पार्टी में जरूर आऊं ,...
और जब देवेश से बात कराई ,
सच में देवेश भी न ,...
ये लड़का एकदम पागल है , पक्का पागल है , स्क्रू कोई ख़राब है , बोलने लगा मैं नहीं आउंगी तो वो भी पार्टी में नहीं आएगा , और फिर आज के बाद किसी भी पार्टी में नहीं जाएगा
ये भी कोई बात होती है , उसे मालूम था मैं ऐसी पार्टी में नहीं जाती हूँ पर फिर भी , जिद तो जिद ,
एकदम पागल , ...
फिर मेरे पास कोई रास्ता बचा भी था क्या , ... मैंने भी हाँ बोल दी , ...
और ऊपर से भाभी भी तो एकदम पीछे पड़ी थीं , ...
मैं ये भी सोच रही थी की पार्टी में दिया तो लड़कों के साथ , रोमी , और उसकी पार्टी में कोई लड़की किसी एक लड़के के साथ नहीं तो दिया भी कम से कम चार पांच लड़को के साथ तो ,
और मैं अलग थलग ,
लेकिन फिर मैंने सोचा देवेश तो रहेगा न और सच में एकदम अकेला नहीं लग रहा था , देवेश ने शुरू से ही , ...
और ड्रिंक भी वही ,
असल में ड्रिंक से भी , भाभी ने बहुत समझाया था यार इस उमर में सब चलता है , यही तो इंज्वाय करने की एज है , ...
पर मैं , मुझे लगता था पता नहीं क्या पड़ा हो सॉफ्ट ड्रिंक में भी ,... और लेकिन देवश खुद अपने हाथ से बनवा के ले आया ,
और फिर सब लड़के लड़कियां मेरे पीछे , ... लग रहा था जैसे देवेश एक ओर और बाकी सब एक ओर ,
एकदम बाजी लगी हो ,
और मैं देवेश को लेट डाउन नहीं कर सकती थी , ...
इसलिए पहले तो एक घूँट , ...
पता नहीं कैसे स्वाद लग रहा था , फिर मैंने सोचा यार दिया की पार्टी में सब इम्पोर्टेड होता है , होगा भी ये कुछ ,... बस
देवेश को देख रही थी मैं
देवेश की निगाह सीधे मेरी ओर , ड्रिंक की ओर , उसे बहुत कॉन्फिडेंस था मेरे पर और ,...
और मैं भी ,..पहले तो एकदम कडुआ सा , ... लेकिन नाक बंद कर के मैं , और जहाँ आधा ग्लास गया होगा अंदर ,
एक नया सेन्सशेसन खूब मस्ती , पूरी देह में मन कर रहा था , बस कोई पकड़ के , ...
खुद मेरा मन कर रहा था हग करने को किस करने , ...कुछ भी , डांस की म्यूजिक भी चालू हो गयी थी ,
फिर मैंने बाकी भी , देवेश को देखते हुए , ..
एक दो जल कुकड़ी ने बोला भी स्पाइक्ड , ... लेकिन मैं देख नहीं रही थी , खुद तो व्हिस्की रम , और मैं
मैंने पूरी की पूरी ड्रिंक , ... और देवेश की नजर में चमक मैं देख रही थी , ...
एकदम से मस्ती छा रही थी मेरे ऊपर
डांस करते समय भी ,
आज मैं एकदम चिपक के डांस कर रही थी देवेश से , कनखियों से देख रही थी ,
बाकी लड़कियां अपने बूब्स जान बूझ के अपने पार्टनर से रगड़ रही थीं , .
.मेरे तो उन सबसे २० नहीं २२ थे , और भाभी ने वो ट्यूब टॉप भी ,
मैं भी देवेश को छेड़ छेड़ के उन्ही लड़कियों की तरह