08-04-2020, 04:28 PM
(08-04-2020, 09:39 AM)komaalrani Wrote: बहुत अच्छा , सच में माँ से बढ़ कर कोई सहेली नहीं होती , ... आप ने एकदम मेरे दिल की बात कह दी और कितनी यादों को झकझोर के रख दिया ,...
कोमल जी,
सच कहा आपने, माँ सिर्फ माँ होती है, यह औरत को माँ बन कर ही समझ आता है.
आज हम मैं से कई पाठिकाएं, कुछ कुंवारी, कुछ नव विवाहित , कुछ माँ बनने की कोशिश मैं, कुछ माँ बनी होंगी , कुछ बच्चो की नटखट शैतानी झेल रही होंगी, हर पड़ाव मैं एक अलग स्वाद, एक अलग मज़ा है.
कोमल जी, बस आप झलक दिखलाते रहिये , चांदनी ऐसे ही बिखर जाएगी।
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका


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