08-04-2020, 10:15 AM
गुड्डी
और जब वो आये न , जिस दिन आने वाले थे , गुड्डी पहले से , ...
उनसे मिल के ही गयी और अगले दिन भी ,
गुड्डी भी अब धीरे धीरे मेरे और मेरी जेठानी के लेवल पर आ रही थी , पहले तो उनके आने के लिए चिढ़ाना होता तो बस बोलती ,
भाभी आज कौवा बोल रहा है कोई आएगा , पहले से खीर वीर बना के रखीये कौए को खिलाने के लिए , तभी उसकी बात सच होगी
तो
मजाक में मैं उसके छोटे छोटे उभारों को , कच्ची अमिया को कस के मसलती चिकोटी चिढ़ाती ,
इस कौए को खीर नहीं चाहिए , इसे तो ये दूंगी मैं अपनी ननदिया की और फिर हम और जेठानी जी दोनों मिल के उसे गा गा के चिढ़ाते ,
नकबेसर कागा ले भागा , मेरा सैंया अभागा ना जागा ,
ना जागा , अरे ना जागा , नकबेसर कागा ले भागा ,
अरे वही कागा उनकी बहिनी की चोलिया पे बैठा , अरे चोलिया पे बैठा ,
अरे वही कागा , उनकी बहिनी की , हमारी ननदी की , गुड्डी रानी की चोलिया पे बैठा ,
अरे जुबना का सब रस ले भागा , मेरा सैंया अभागा ना जागा ,
और कई बार जब सिर्फ मैं और जेठानी जी होते तो गाना थोड़ा और आगे बढ़ जाता ,
ना जागा , अरे ना जागा , नकबेसर कागा ले भागा ,
अरे वही कागा उनकी बहिनी की शलवरिया पे बैठा , अरे स्कर्ट पे बैठा ,
अरे वही कागा , उनकी बहिनी की , हमारी ननदी की , गुड्डी रानी की शलवार पे बैठा ,
अरे बुरिया का सब रस ले भागा , मेरा सैंया अभागा ना जागा ,
लेकिन अब तो गुड्डी के साथ मामला एकदम खुला हो गया खासतौर से जिस तरह मेरी जेठानी ने उन्हें ' दिन वाली देवरानी ' की टायटिल दे दी थी , ...
और गुड्डी भी.
अब एकदम उसे भी मालुम था की उसके भैया उसके अंग प्रत्यंग की तस्वीर देख चुके हैं
और वो भी उनके मोटे खूंटे की स्टिल वीडियो सब देख चुकी थी ,
उनकी जींस के ऊपर से कस कस के दबा चुकी थी
और उसके भैया भी उसकी कच्ची अमिया उसके टॉप के ऊपर से , ..
तो उस दिन सब के सामने मुझसे बोली ,
" भाभी वो , वीटस , आपने सब साफ़ सूफ कर लिया हैं न , मेरा मतलब , ... "
मैं क्यों मौका चुकती , मैं बस उसके पीछे पड़ गयी , ...
" हाँ यार तूने सही याद दिलाया , ननद न हों तो ये सब जरूरी चीजें , ... अरे यार मुझसे खुद से एकदम अच्छी तरह नहीं , ... तो तू है न चल तू मेरी कर दे ीार मैं तेरी , क्या पता अबकी उनके जाने के पहले तेरी वाली भी का नंबर लग जाये ,... "
अब वो फंस गयी , लेकिन भाभी , वो भी बनारस की हो तो कोई ननद बच सकी है क्या , ... बस खींच के मैं उसे अपने कमरे में ले गयी
और ननद से वो भी एक टीनेजर और जो अपने सैंया का माल हो उससे झांटे साफ़ करवाने का सुख ,
असल में साफ़ सूफ तो थी लेकिन गुड्डी रानी ने बोल दिया था इस लिए और ,
और फिर मैंने उसकी चिक्क्न मुक्कन कर दी और उसकी ताज़ी ताज़ी फोटो उसके भैया को उसी के मोबाइल से ,
आते ही वो मिली , ...
और उसके जाने के पहले सास की नजर बचाकर , मैंने उनके हाथ से उसकी कच्ची अमिया को ,...
हाँ रात में वो सब हुआ जो होता है , ...
और अगले दिन सुबह भी लेकिन अब उनका फॉरेन का पक्का हो गया था , इसलिए उसके लिए कागज़ पत्तर , और भी कुछ काम धाम
उस के भइया ने गिफ्ट अगले दिन ही दी , ... दो ब्रा उसने बोली थी , दो ब्रा वो लाये लेकिन साथ में मैचिंग पैंटी भी
और जब वो आये न , जिस दिन आने वाले थे , गुड्डी पहले से , ...
उनसे मिल के ही गयी और अगले दिन भी ,
गुड्डी भी अब धीरे धीरे मेरे और मेरी जेठानी के लेवल पर आ रही थी , पहले तो उनके आने के लिए चिढ़ाना होता तो बस बोलती ,
भाभी आज कौवा बोल रहा है कोई आएगा , पहले से खीर वीर बना के रखीये कौए को खिलाने के लिए , तभी उसकी बात सच होगी
तो
मजाक में मैं उसके छोटे छोटे उभारों को , कच्ची अमिया को कस के मसलती चिकोटी चिढ़ाती ,
इस कौए को खीर नहीं चाहिए , इसे तो ये दूंगी मैं अपनी ननदिया की और फिर हम और जेठानी जी दोनों मिल के उसे गा गा के चिढ़ाते ,
नकबेसर कागा ले भागा , मेरा सैंया अभागा ना जागा ,
ना जागा , अरे ना जागा , नकबेसर कागा ले भागा ,
अरे वही कागा उनकी बहिनी की चोलिया पे बैठा , अरे चोलिया पे बैठा ,
अरे वही कागा , उनकी बहिनी की , हमारी ननदी की , गुड्डी रानी की चोलिया पे बैठा ,
अरे जुबना का सब रस ले भागा , मेरा सैंया अभागा ना जागा ,
और कई बार जब सिर्फ मैं और जेठानी जी होते तो गाना थोड़ा और आगे बढ़ जाता ,
ना जागा , अरे ना जागा , नकबेसर कागा ले भागा ,
अरे वही कागा उनकी बहिनी की शलवरिया पे बैठा , अरे स्कर्ट पे बैठा ,
अरे वही कागा , उनकी बहिनी की , हमारी ननदी की , गुड्डी रानी की शलवार पे बैठा ,
अरे बुरिया का सब रस ले भागा , मेरा सैंया अभागा ना जागा ,
लेकिन अब तो गुड्डी के साथ मामला एकदम खुला हो गया खासतौर से जिस तरह मेरी जेठानी ने उन्हें ' दिन वाली देवरानी ' की टायटिल दे दी थी , ...
और गुड्डी भी.
अब एकदम उसे भी मालुम था की उसके भैया उसके अंग प्रत्यंग की तस्वीर देख चुके हैं
और वो भी उनके मोटे खूंटे की स्टिल वीडियो सब देख चुकी थी ,
उनकी जींस के ऊपर से कस कस के दबा चुकी थी
और उसके भैया भी उसकी कच्ची अमिया उसके टॉप के ऊपर से , ..
तो उस दिन सब के सामने मुझसे बोली ,
" भाभी वो , वीटस , आपने सब साफ़ सूफ कर लिया हैं न , मेरा मतलब , ... "
मैं क्यों मौका चुकती , मैं बस उसके पीछे पड़ गयी , ...
" हाँ यार तूने सही याद दिलाया , ननद न हों तो ये सब जरूरी चीजें , ... अरे यार मुझसे खुद से एकदम अच्छी तरह नहीं , ... तो तू है न चल तू मेरी कर दे ीार मैं तेरी , क्या पता अबकी उनके जाने के पहले तेरी वाली भी का नंबर लग जाये ,... "
अब वो फंस गयी , लेकिन भाभी , वो भी बनारस की हो तो कोई ननद बच सकी है क्या , ... बस खींच के मैं उसे अपने कमरे में ले गयी
और ननद से वो भी एक टीनेजर और जो अपने सैंया का माल हो उससे झांटे साफ़ करवाने का सुख ,
असल में साफ़ सूफ तो थी लेकिन गुड्डी रानी ने बोल दिया था इस लिए और ,
और फिर मैंने उसकी चिक्क्न मुक्कन कर दी और उसकी ताज़ी ताज़ी फोटो उसके भैया को उसी के मोबाइल से ,
आते ही वो मिली , ...
और उसके जाने के पहले सास की नजर बचाकर , मैंने उनके हाथ से उसकी कच्ची अमिया को ,...
हाँ रात में वो सब हुआ जो होता है , ...
और अगले दिन सुबह भी लेकिन अब उनका फॉरेन का पक्का हो गया था , इसलिए उसके लिए कागज़ पत्तर , और भी कुछ काम धाम
उस के भइया ने गिफ्ट अगले दिन ही दी , ... दो ब्रा उसने बोली थी , दो ब्रा वो लाये लेकिन साथ में मैचिंग पैंटी भी