04-04-2020, 09:34 PM
(04-04-2020, 04:51 PM)Niharikasaree Wrote: कुसुम जी ,
सही कहा आपने, कोमल जी की कलम का जादू और कहानी मैं आने वाला तूफ़ान कमाल है,
हम तो दिल, थाम के बैठे है इंतज़ार मैं। .....
कुसुम जी, कुछ न कुछ लिखते रहा करो , आपको आस पास महसूस करती रहती हु कोमल जी की तरह.
शब्दों के बंधन से जुड़े है हम सब
निहारिका जी बहुत शुक्रिया आप के अनंत प्यार स्नेह के लिए
मैं भी आप से कभी दूर नहीं हूं हमेशा आप के दिल के पास ही हूँ
पर आप जानती है ना ओर कोमल जी ने भी कहा था वो उन की ही नहीं हम सब की मजबूरी बनी हुई है रात भर "गपागप"फचाफच"कभी उल्टी कर के कभी सीधी कर के ओर फिर सुबह से ले कर शाम तक घर के काम तो हालत बहुत पतली हुई पड़ी है आज कल हम सभी औरतों की
बस थोड़े दिन ओर ये व्यस्तता चलेगी फिर लंबे समय के लिए हमारी चौपाल सजेगी रात रात भर सिर्फ गप्पे पर अभी कुछ दिन ओर "गपागप"फचाफच"सटासट
आप की कुसुम सोनी