02-04-2020, 06:03 PM
(30-03-2020, 08:31 PM)komaalrani Wrote: हाँ एक बात बताना तो मैं भूल गयी ,
गुड्डी वही उनकी कटीली बहिनिया ,एलवल वाली ,
आज नहीं आयी।
बल्कि में और जेठानी जी ने उसे आने नहीं दिया।
" बहुत चींटे काट रहे होंगे उसको , तड़पने दे थोड़ा ,... " ये जेठानी जी की आइडिया थी।
और सच में , पूरे ग्यारह बार फोन आये उस बिचारि के
और हम लोगों ने २८ बहाने बनाये , ... सारे सफ़ेद झूठ ,
उसके भैय्या का पेट खराब है ,
.... सर दर्द कर रहा है।
.... आफिस का काम है।
…. सो रहे हैं .
आखिरी फोन आधे घंटे पहले आया था ,जब जेठानी जी चिकेन पिज्जा गड़प कर रही थीं।
और मैंने बोल दिया ,कल आ जाय दस ,साढ़े दस के बीच ,खाना हमारे साथ।
एकदम भाभी नेकी और पूछ पूछ , चिड़िया चहक के बोली।
अब उसे ये तो कल ही पता चलना था की उसे क्या खिलाने वाली हूँ मैं।
Ab bas issi din ka intajar hain.