01-04-2020, 12:53 PM
ब्रा
पूरे मुंह में मलाई भरी थी , छलक रही थी , ... कुछ देर तक उन्हें दिखाते वो मुंह खोले रही ,
फिर उसने मुंह बंद किया , आँखे भी , और गटक गयी ,
फिर गुड्डी ने मुंह खोल कर अपने भइया को दिखाया , एकदम खाली , ...
लेकिन दो चार बूंदे अभी उसकी ठुड्डी पर थीं , ...
मैंने अपनी ननद को इशारा किया और उसने ऊँगली से लपेट को उन्हें दिखाते हुए चाट लिया
और उन्हें चिढ़ाते हुए बोली
" भैया आप से बड़ा झूठा कोई हो नहीं सकता आप एकदम झूठों के सरदार हो , इत्ते दिन से तो राखी का ,..उधार और अब बोल रहे हैं दो दो ब्रा लाएंगे , कंजूस , .... ब्रा का नंबर मालूम है आपको , किस साइज का ले आएंगे , ... "
उस शोख ने उन्हें आँख नचा के चैलेन्ज किया लेकिन अब वो भी मूड में आ गए थे , बोले ,
" चल बता दे दू , तू भी क्या याद करेगी , ब्रा के साथ पैंटी भी लाऊंगा "
" जी नहीं बताउंगी फिर आप कहोगे भूल गए। पता नहीं किसकी साइज का उठा लाओगे , ... चल आप देख लो , ... "
और वो खुद उनकी ओर पीठ कर के खड़ी हो गयी और टॉप उठा दिया एकदम ऊपर तक , ...
" भइया पकड़ कर नमबर देख लीजिये , और न हो तो अपने मोबायल से फोटो खींच लीजिये , नंबर का , ... "
गुड्डी ने उन्हें चैलेन्ज किया ,
ब्रा का स्ट्रैप पकड़ कर उन्होंने खींचा , मैंने उन्हें इशारा किया स्ट्रैप खोल दो , ...
पर तब तक नीचे से जेठानी जी की पुकार आ गयी , ...
और उन्होंने खुद उसकी टॉप नीचे कर दी ,
वो गुड्डी को बुला रही थीं , वो अपना फोन नीचे छोड़ आयी थी , बार बार फोन आ रहा था किसी का , ...
हम लोगों को भी अब नीचे चलना था , ...
गुड्डी दरवाजे की ओर मुड़ी , मैंने उसे छेड़ा ,...
" हे तूने पीछे से टॉप उठा के उन्हें दिखाया , बेचारे उनका मन कर रहा था , आगे से टॉप उठाने का , "
वो बदमाश दरवाजे पर रुक गयी , उसे फरक नहीं पड़ा रहा था दरवाजा पूरा खुला था , वहीँ से उनसे बोली
" अरे भैय्या इत्ती सी बात ,.... अपने बोल दिया होता , ... "
और अबकी उन्हें दिखाते हुए अपना टॉप पूरा ,
लेसी ब्रा के अंदर बंद उसके छोटे छोटे गोरे कबूतर , गोरी गोलाइयाँ , गहराइयाँ ,...
पूरे डेढ़ मिनट तक , ... और उनका बल्ज एक बार पूरी तरह तना ,
टॉप बंद कर के वो मुड़ी , और धड़ धड़ सीढ़ी से नीचे ,लेकिन उसके पहले उस शरीर ने उन्हें एक जबरदस्त फ़्लाइंग किस दिया , और
कस के आँख भी मारी ,
पीछे पीछे हम दोनों भी , ...
जेठानी अब हम लोगों को बुला रही थीं , खाना लग गया था।
पूरे मुंह में मलाई भरी थी , छलक रही थी , ... कुछ देर तक उन्हें दिखाते वो मुंह खोले रही ,
फिर उसने मुंह बंद किया , आँखे भी , और गटक गयी ,
फिर गुड्डी ने मुंह खोल कर अपने भइया को दिखाया , एकदम खाली , ...
लेकिन दो चार बूंदे अभी उसकी ठुड्डी पर थीं , ...
मैंने अपनी ननद को इशारा किया और उसने ऊँगली से लपेट को उन्हें दिखाते हुए चाट लिया
और उन्हें चिढ़ाते हुए बोली
" भैया आप से बड़ा झूठा कोई हो नहीं सकता आप एकदम झूठों के सरदार हो , इत्ते दिन से तो राखी का ,..उधार और अब बोल रहे हैं दो दो ब्रा लाएंगे , कंजूस , .... ब्रा का नंबर मालूम है आपको , किस साइज का ले आएंगे , ... "
उस शोख ने उन्हें आँख नचा के चैलेन्ज किया लेकिन अब वो भी मूड में आ गए थे , बोले ,
" चल बता दे दू , तू भी क्या याद करेगी , ब्रा के साथ पैंटी भी लाऊंगा "
" जी नहीं बताउंगी फिर आप कहोगे भूल गए। पता नहीं किसकी साइज का उठा लाओगे , ... चल आप देख लो , ... "
और वो खुद उनकी ओर पीठ कर के खड़ी हो गयी और टॉप उठा दिया एकदम ऊपर तक , ...
" भइया पकड़ कर नमबर देख लीजिये , और न हो तो अपने मोबायल से फोटो खींच लीजिये , नंबर का , ... "
गुड्डी ने उन्हें चैलेन्ज किया ,
ब्रा का स्ट्रैप पकड़ कर उन्होंने खींचा , मैंने उन्हें इशारा किया स्ट्रैप खोल दो , ...
पर तब तक नीचे से जेठानी जी की पुकार आ गयी , ...
और उन्होंने खुद उसकी टॉप नीचे कर दी ,
वो गुड्डी को बुला रही थीं , वो अपना फोन नीचे छोड़ आयी थी , बार बार फोन आ रहा था किसी का , ...
हम लोगों को भी अब नीचे चलना था , ...
गुड्डी दरवाजे की ओर मुड़ी , मैंने उसे छेड़ा ,...
" हे तूने पीछे से टॉप उठा के उन्हें दिखाया , बेचारे उनका मन कर रहा था , आगे से टॉप उठाने का , "
वो बदमाश दरवाजे पर रुक गयी , उसे फरक नहीं पड़ा रहा था दरवाजा पूरा खुला था , वहीँ से उनसे बोली
" अरे भैय्या इत्ती सी बात ,.... अपने बोल दिया होता , ... "
और अबकी उन्हें दिखाते हुए अपना टॉप पूरा ,
लेसी ब्रा के अंदर बंद उसके छोटे छोटे गोरे कबूतर , गोरी गोलाइयाँ , गहराइयाँ ,...
पूरे डेढ़ मिनट तक , ... और उनका बल्ज एक बार पूरी तरह तना ,
टॉप बंद कर के वो मुड़ी , और धड़ धड़ सीढ़ी से नीचे ,लेकिन उसके पहले उस शरीर ने उन्हें एक जबरदस्त फ़्लाइंग किस दिया , और
कस के आँख भी मारी ,
पीछे पीछे हम दोनों भी , ...
जेठानी अब हम लोगों को बुला रही थीं , खाना लग गया था।