31-03-2020, 08:09 PM
झाड़ झाड़ दे , अपनी कोमलिया को , प्लीज मेरे राजा झाड़ दे न ,
बस,ये जो तड़प होती है कोई बता ही नहीं सकती सिर्फ महसूस की जा सकती है
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.मर्द तो जब चाहें झड़ सकते है उन के खुद के हाथ मे होता है पर औरत उस समय सिर्फ उन के रहमों करम पर होती है अगर वो चाहें तो ही वरना कितना भी चूतड़ पटके एक बूंद नहीं निकलती हमारी
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कुसुम जी,
बस,ये जो तड़प होती है कोई बता ही नहीं सकती सिर्फ महसूस की जा सकती है
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.मर्द तो जब चाहें झड़ सकते है उन के खुद के हाथ मे होता है पर औरत उस समय सिर्फ उन के रहमों करम पर होती है अगर वो चाहें तो ही वरना कितना भी चूतड़ पटके एक बूंद नहीं निकलती हमारी
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कुसुम जी,
कैसे हो, कोमल जी ने सही कहा , ये तड़प जो होती है न वो सिर्फ महसूस करी जा सकती है , इंतज़ार की कब पानी निकलेगा , चरमसुख की प्राप्ति , कुछ पल के लिए इस दुनिया से बेखबर। ....................
औरत का दाना वही जो नरम मुलायम योनि पर होता है, बड़ा ही सेंसिटिव पार्ट होता है, "कन्या रस " की शौकीन कन्याओ की पहेली पसंद , जीभ से हलके -हलके थोड़ा चाट कर , कुछ काट कर उफ्फ्फ, जो मज़ा आता है , कुसुम जी, वो सिर्फ महसूस किया जा सकता है,
औरत का जिस्म, महसूस करने के लिए बना है। ..........
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका