28-03-2020, 08:37 AM
(27-03-2020, 08:35 AM)@Kusum_Soni Wrote: पूनम जी
सब सब से पहले तो थैंक्यू अपनी मीठी समस्या हम सब के साथ साझा करने के लिए
बिल्कुल उस रात को बहुत यादगार ओर जानदार बनाना चाहिए हम सब आप के लिए तैयार है
शुरुआत कोमल जी से वो हम सब मे बड़ी है और प्रेमयात्रा ओर काम कला की प्रीविना है
कोमल जी पहले आप के सुजाव बताएं पूनम जी को
(27-03-2020, 09:00 PM)Poonam_triwedi Wrote: निहारिका जी शुक्रिया आप का
बिल्कुल बचपन की वो मस्ती कमाल की होती थी
उस मजे को कोई लड़की कैसे बिसरा सकती है
वो बचपन के झूले,वो दिन भर भागना दौड़ना ओर भाभियों के साथ अल्हड़ मस्तियाँ
वो बचपन बहुत कमाल था
खेर जिंदगी और उम्र का अपना रंग रूप है
आज इस उम्र में जो नया पन है वो अपना मजा देता है ये भी इतना मीठा होता है बयां करना किसी भी औरत के लिए मुश्किल है
जी बिल्कुल जैसा आप ने कहा कन्या रस का भरपूर मजा ले रही हूं,ओर दे रही हूं !
आप के अच्छे वाले सुजाव उस मस्ती को ओर बढ़ाएंगे
में इतंज़ार करूंगी ओर कुछ नहीं बहुत कुछ होगा जिस की सूचना आप को पूरी मिलेगी
बस आप बताइए क्या क्या होना चाहिए
ओर कैसे होना चाहिए
आप की पूनम त्रिवेदी
(27-03-2020, 09:09 PM)Poonam_triwedi Wrote: कोमल जी बहुत सी आंखें राह तक रही है आप के अगले अपडेट की
माफ करना आप के फोरम पर बहुत कुछ हम पागल महिलाओं ने लिख दिया है अब जब तक आप का आगमन नही होता हम खामोश रहेंगी
इंतज़ार में आप की सहेलियां
(27-03-2020, 09:30 PM)Niharikasaree Wrote: कोमल जी ,
सही कहा एकदम पूनम जी ने ,
सुना है इंतज़ार का फल , ......... हमे मीठा , खट्टा , गिला , कड़क। ........ सब आपकी जादूगरी के साथ। ................
पूनम जी , मैं [निहारिका] और भी कई तड़पते बैचैन कमसिन जवानी इंतज़ार मैं। ....
निहारिका।
ऐसा कुछ नहीं है निहारिका जी , कुसुम जी पूनम जी , आप तीनो लोगों की बाते पढ़कर बहुत मज़ा आया लेकिन
असली प्राबलम है आज कल टाइम ,
आप तीनों तो खुद समझती हैं ,
बस , थोड़ी सी पेट पूजा कहीं भी कभी ,...और काम वाली भी नहीं आती आजकल , कोई मिलने जुलने वाला भी नहीं , तो बस जब देखा तब ,
और मैं भी मना नहीं करती , मर्द है तो मन करेगा ही , और जब बाहर इतनी ,... हम लोगों ने तो टीवी , न्यूज देखना सब छोड़ दिया है ,
बस एक काम ,...
इसलिए टाइम बिलकुल भी नहीं मिल पाता , इसलिए जब तक ये लॉक डाउन चलेगा न ,
बल्कि मैंने तो इनसे कहा है जब तक हालत एकदम ठीक न हो जाए, खबरदार जो एक कदम भी घर से बाहर निकाला ,
इसलिए न तो मैं अभी कुछ दिन न तो प्राइवेट मेसेज का जवाब दे पाउंगी , न किसी और बात का ,
हाँ कोशिश कर के , किसी तरह टाइम निकाल के अपडेट देने की जरूर कोशिश करुँगी ,
और ऊपर से तीन चार कहानियां चल रही हैं मेरी ,
मोहे रंग दे , होली के रंग , जोरू के गुलाम , कोमल के किस्से ,... सब में अपडेट
अभी मोहे रंग दे में अपडेट दिया है ,
इस कहानी में भी आज दे दूंगी ,
और कोशिश करुँगी बाकी दो में भी कल दे दूँ ,...
बस यही समझिये आज कल थ्योरी से ज्यादा प्रैक्टिस चल रही है ,
तुलसी दास जी ने कहा था
आपत्ति काल परखिये चारी ,
धीरज , धर्म , मित्र अरु नारी ,
तो बस मैं वो नारी धर्म निभा रही हूँ , ,..आप लोग भी बाकी सब छोड़के ,... पति सेवा ,...
तो जैसा मैंने कहा प्लीज मोहे रंग दे का अपडेट पढ़िए और आज यहाँ भी मिलेगा ,