27-03-2020, 08:07 PM
विषय : " खूबसूरत व् सुडोल स्तन"
जैसा की हम सभी चाहते है , एक खूबसूरत व् आकर्षक जिस्म जो सुन्दर दिखे , जो ड्रेस हम पहने वो आकर्षक दिखे। ..... ें सारी इच्छाओ की पूर्ति मैं बड़ा योगदान होता है, स्तन का।
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जैसा की हम सभी चाहते है , एक खूबसूरत व् आकर्षक जिस्म जो सुन्दर दिखे , जो ड्रेस हम पहने वो आकर्षक दिखे। ..... ें सारी इच्छाओ की पूर्ति मैं बड़ा योगदान होता है, स्तन का।
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आप सभी पाठिकाओं का स्वागत हैं।
" खूबसूरत व् सुडोल स्तन", जब जवानी दस्तक देती है , तो असर जोबन पर होता है , कच्ची अमिया , अनार व् अनार संतरो मैं बदल जाती हैं.
यह परिवर्तन , आकर्षक, उत्तेजक रोमांचित करने वाला होता हैं , सबकी निगह उभरते जोबन हैं, माँ की हिदायत , सहेली की चुहल बाज़ी , मन की आकांशा। ......
अपने बचपन की यादों से कुछ पल। .......
जब मैं १२-१३ साल की थी , छोटे - छोटे उभार आने शुरू हुए थे , ब्रा तो नहीं थी , पर समीज़ मैं से दिखने , हलके से शुरू हुए थे , अनजाने मैं हाथ लगना , सहलाना , नाहते समय हलके से दबाना , सोचना कब बड़े होंगे , कितने बड़े होंगे , भाभी के कितने ,बड़े हो गए , क्या माँ जैसे होंगे। ....... तभी आवाज़ आती है माँ की। ....... अंदर ही रहेगी बाथरूम मैं बहार आ......
सहेली से आधी अधूरी बात , जान् ने की कोशिश, पड़ोस की भाभी के साथ बात करने की कोशिश , उनके ब्लाउज मैं देखने की कोशिश , कितने बढ़ गए , मैं क्या खाऊ जो मेरे भी बड़े हो जाए। .......................
उलझन। ...........
समय साथ बढे , मेरी पहेली ब्रा , हहै चोरी से मा की बाथरूम मैं पहनी थी , बड़ी थी, ढीली थी, पर उत्तेजना भरपूर। ................
उफ़ गिला पन महसूस हुआ था। ... पहेली बार। ...................
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निहारिका
इंतज़ार मैं। ........
आपकी निहारिका
सहेलिओं , पाठिकाओं, पनिहारिनों, आओ कुछ अपनी दिल की बातें करें -
लेडीज - गर्ल्स टॉक - निहारिका