15-02-2019, 04:36 PM
गौने की रात दुखदायी रे
![[Image: Bride-suhaagraat-b3db745a3a645ea1acb9c44...1ee.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/Bride-suhaagraat-b3db745a3a645ea1acb9c44d0ed681ee.md.jpg)
कुछ ही देर में पूरबी चूतड़ पटक रही थी और बसंती ने उससे गौने की रात का पूरा डीटेल उगलवा लिया।
कैसे रात में करीब ९ बजे उसकी ननदे उसे कमरे में छोड़ गयीं और थोड़ी देर में वो अंदर आये , और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। पूरबी को मालूम था तब भी घबड़ा रही थी।
कैसे उन्होंने घूंघट उठाया , कैसे लजाते शर्माते उसने जैसे उसकी जिठानी ने कहा था , पहले दूध का गिलास फिर पान दिया। उन्होंने पान अपने होंठों में पकड़ कर लेने का इशारा किया।
![[Image: paan.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/paan.md.jpg)
कुछ देर वो सकुचाती शर्माती रही ,न न करती रही फिर उसने अपने होंठो में , उनके होंठों से ले लिया।
बस उसके साजन को मौका गया। अपनी बाँहों में उन्होंने उसे जकड लिया और सीधे उनके होंठ , पूरबी के होंठों पे।
पूरबी ने आँखे बंद कर ली , सब सिखाया पढ़ाया भूल गयी। अपने आप उसकी देह ढीली हो गयी।
उनके होंठ , उसके होंठों का रस चूसते रहे ,हलके हलके पूरबी के गुलाबी रसीले होंठों को काटते रहे , और साथ साथ उनके हाथ पहले तो उसकी खुली पीठ सहलाते रहे , फिर अचानक सीधे चोली बंध पे , जब तक पूरबी सम्हले सम्हले चोली खुल चुकी थी।
पूरबी ने अपने दोनों हाथों से आगे से अपनी चोली को पकड़ा , लेकिन उनके होंठ अब नीचे आके पूरबी की कड़ी गोरी गोलाइयों को चूम चाट रहे थे.
पूरबी पिघल रही थी ,उसकी पकड़ कमजोर हो रही थी।
और एक झटके में जब पूरबी का ध्यान चोली बचाने की ओर था , उनका हाथ सीधे लहंगे के नाड़े पे , एक झटके में उन्होंने नाड़ा खोलकर ,लहंगा नीचे सरकाना शुरू कर दिया था।
घबड़ा के पूरबी ने दोनों हाथों से लहंगे को जोर से पकड़ के उसे बचाने की कोशिश की , लेकिन वो शायद यही चाहते थे। जैसे ही पूरबी के हाथ , चोली से हटे, चोली बंध तो वो पहले ही खोल चुके थे, दोनों हाथों से उन्होंने पूरबी का चोली एक झटके में , अगले पल वो पलंग के नीचे पड़ा था , और उसके गदराये जोबन उसके सैयां की मुट्ठी में।
थोड़ी देर तक तो वो बस हलके से छूते सहलाते रहे , फिर हलके हलके उन्होंने दबाना ,मसलना शुरू किया।
और पूरबी बोली ,
![[Image: boobs-184e05141fbcc5065eeb249543ae3dab.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/boobs-184e05141fbcc5065eeb249543ae3dab.md.jpg)
“जब उन्होंने घुंडी पकड़ के हलके से मसलना शुरू किया तो बस मस्ती से जान निकलगयी , मैं सिसकी भरने लगी बस मन ये कर रहा था की जो करना हो कर दें। और फिर वो घुंडी जो उनकी हाथ में थी , उनके होंठों के बीच में आगयी ,कभी वो चूसते , कभी काटते। हाथ उनका मेरे पेट पे सरक रहा था , हम दोनों करवट लेटे एक दूसरे को बांहों में ,
लहंगे का नाड़ा तो उन्होंने पहले ही खोल दिया , इसलिए बिना रोकटोक उनका हाथ अंदर घुस गया , पेट के निचले हिस्से पे और फिर जाँघों के ऊपरी हिस्से पे। मेरा होश गायब हो चुका था , मुझे पता भी नहीं चला कब मेरा लहंगा उतरा ,कब उनके सारे कपडे उत्तर गए।
मेरा भी होश खो चुका था , सोच सोच के मेरी बुलबुल गीली हो रही थी। लेकिन मैंने मुस्करा के पूरबी से पूछा ,
" तो होश आया कब "
“जब उन्होंने सटाया, मेरी दोनों टाँगे उनके कन्धों पे थी, नीचे भी उन्होंने मोटी तकिया लगा दी थी , फिर फैला के , मेरा एकदम सेंटर में जब उन्होंने सटाया तो मैं गिनगिना गयी। "
पूरबी मुस्करा के बोली।
" साल्ली , छिनार लौड़ा घोंटने में नहीं शरम ,चूसने में नहीं शरम और लंड बोलने में फट रही है तेरी " जोर से उसके निपल पे चिकोटी काटती ,बसंती बोली।
फिर पूछा , कितना बड़ा लौंडा है तेरे मरद का।
" अच्छा बोलती हूँ न ,अपना लंड मेरी कसी चूत से सटाया , अरे बहुत बड़ा है , करीब ७ इंच का थोड़ा ही कम होगा। और मोटा भी खूब है :" पूरबी ने खुल के बताया।
लेकिन मेरा दिमाग अजय में लगा था उसका तो , ७ इंच से भी बड़ा है और मोटा भी। मेरे चूत में जोर जोर से कीड़े काटने लगे।
" फिर क्या हुआ " मैंने पूछा।
पूरबी जोर जोर से हंसी ,
"फिर क्या , मेरी फट गयी। बहुत दर्द हुआ जोर से बहुत रोकने पे भी मैं जोर से चिल्लाई मैं। बाहर साल्ली, छिनार ननदे कान पारे सुन रही थीं। जैसे ही मैं चीखी , उन सबकी जोर से खिलखिलाहट सुनाई पड़ी , फिर मेरे सास की आवाज आई , डांट के भगाया उन्होंने सबको। '
" क्यों कुछ चिकना नहीं लगाया था क्या पाहुन ने ". बसंती ने पूछा।
![[Image: fucking-cu-146994_08.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/fucking-cu-146994_08.jpg)
" अरे मेरी जिठानी ने खुद अपने हाथ से मेरी , … मेरी चूत में दो ऊँगली से ढेर सारा वैसलीन लगाया था. और कमरे में कड़वे तेल की बोतल भी थी। उन्होंने अच्छी तरह से लंड पे चुपड़ा था , लेकिन इतनी तेजी से धक्का मारा की , क्या करूँ रोकते रोकते चीख निकल गयी। उन्होंने पूरा ठेल दिया था। "
मैं सोच रही थी , आम के बाग़ में तेज बारिश में जब अजय ने मेरी फाड़ी थी , आधे लंड से बहुत सम्हाल के चोदा था , तब भी कितना चिल्लाई थी मैं , वो तो बाग़ में इतना सन्नाटा था , तेज बारिश थी , वरना मेरी चीख भी कम तेज नहीं थीं ,… मैंने उस बिचारे को इतना बुरा भला कहा तब भी उसने कित्तने प्यार से , …मेरे मन का डर निकल गया।
और मैं भी ऐसी अहसान फरामोश , दूसरी बार उसको दिया भी नहीं , ....
" कित्ती बार चुदी पहली रात। " बसंती सीधे मुद्दे पे आ गयी।
" तीन बार , सुबह सात बजे आखिरी राउंड लगाया उन्होंने। एक बूँद भी नहीं सोयी मैं। मैंने सास को कहते सुन लिया था अपनी जेठानी से की कमरा बाहर से बंद कर देना और ९ बजे के बाद ही खोलना , वरना सुबह से ही इसकी ननदे , "
लेकिन मेरा ध्यान तो अजय में लगा था। उस दिन इतना कम टाइम था , तूफानी रात थी तब भी दो बार ,
कभी रात भर का अजय के साथ मौका मिला तो मैं भी कम से कम तीन बार , चाहे जितना भी दर्द क्यों न हो।
तब तक बाहर से भाभी की आवाज सुनाई पड़ी और हम तीनो खड़े ,
साडी और स्कर्ट दोनों में ये फायदा है , बस खड़े हो जाओ तो सब ढक जाता है।
पूरबी ने अपनी साडी कब की लपेट ली थी और मुझसे बोली ,
" देखो मैं भूल ही गयी थी , किस काम के लिए आई थी। एक तो चमेली भाभी मिली थीं ( चमेली भाभी , मेरी सहेली चंदा की सगी भाभी ), उन्होंने तुम्हे बताने के लिए बोला था की उनके यहाँ कुछ मेहमान आये हैं , इसलिए चंदा कल शाम तक नहीं आ पाएगी।
दूसरे , मैं कल सुबह आउंगी। मैं, कजरी ,गीता सब नदी नहाने चल रहे हैं , तुम भी तैयार रहना। "
और ये कह के वो बसंती के साथ खिड़की ,पिछले दरवाजे से निकल गयी।
बाहर से अब भाभी के साथ अजय की आवाज भी सुनाई पड़ रही थी , भाभी उस से अंदर आने को कह रही थी लेकिन वो ,....
बस मैं मना रही थी की वो किसी तरह अंदर आ जाय ,बाकी तो मैं ,....
दरवाजा खुला ,पहले भाभी ,
… पीछे पीछे अजय।
और अब मैंने अपने कपड़ों पे नजर डाली , मेरी एक पुरानी कॉलेज की यूनिफार्म , एक बहुत टाइट सी टॉप ,जिसमें कबूतर के साथ उनकी चोंचे भी नजर आ रही थी। और बस बित्ते डेढ़ बित्ते की स्कर्ट ,…
लेकिन अब क्या हो सकता था।
![[Image: Bride-suhaagraat-b3db745a3a645ea1acb9c44...1ee.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/Bride-suhaagraat-b3db745a3a645ea1acb9c44d0ed681ee.md.jpg)
कुछ ही देर में पूरबी चूतड़ पटक रही थी और बसंती ने उससे गौने की रात का पूरा डीटेल उगलवा लिया।
कैसे रात में करीब ९ बजे उसकी ननदे उसे कमरे में छोड़ गयीं और थोड़ी देर में वो अंदर आये , और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। पूरबी को मालूम था तब भी घबड़ा रही थी।
कैसे उन्होंने घूंघट उठाया , कैसे लजाते शर्माते उसने जैसे उसकी जिठानी ने कहा था , पहले दूध का गिलास फिर पान दिया। उन्होंने पान अपने होंठों में पकड़ कर लेने का इशारा किया।
![[Image: paan.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/paan.md.jpg)
कुछ देर वो सकुचाती शर्माती रही ,न न करती रही फिर उसने अपने होंठो में , उनके होंठों से ले लिया।
बस उसके साजन को मौका गया। अपनी बाँहों में उन्होंने उसे जकड लिया और सीधे उनके होंठ , पूरबी के होंठों पे।
पूरबी ने आँखे बंद कर ली , सब सिखाया पढ़ाया भूल गयी। अपने आप उसकी देह ढीली हो गयी।
उनके होंठ , उसके होंठों का रस चूसते रहे ,हलके हलके पूरबी के गुलाबी रसीले होंठों को काटते रहे , और साथ साथ उनके हाथ पहले तो उसकी खुली पीठ सहलाते रहे , फिर अचानक सीधे चोली बंध पे , जब तक पूरबी सम्हले सम्हले चोली खुल चुकी थी।
पूरबी ने अपने दोनों हाथों से आगे से अपनी चोली को पकड़ा , लेकिन उनके होंठ अब नीचे आके पूरबी की कड़ी गोरी गोलाइयों को चूम चाट रहे थे.
पूरबी पिघल रही थी ,उसकी पकड़ कमजोर हो रही थी।
और एक झटके में जब पूरबी का ध्यान चोली बचाने की ओर था , उनका हाथ सीधे लहंगे के नाड़े पे , एक झटके में उन्होंने नाड़ा खोलकर ,लहंगा नीचे सरकाना शुरू कर दिया था।
घबड़ा के पूरबी ने दोनों हाथों से लहंगे को जोर से पकड़ के उसे बचाने की कोशिश की , लेकिन वो शायद यही चाहते थे। जैसे ही पूरबी के हाथ , चोली से हटे, चोली बंध तो वो पहले ही खोल चुके थे, दोनों हाथों से उन्होंने पूरबी का चोली एक झटके में , अगले पल वो पलंग के नीचे पड़ा था , और उसके गदराये जोबन उसके सैयां की मुट्ठी में।
थोड़ी देर तक तो वो बस हलके से छूते सहलाते रहे , फिर हलके हलके उन्होंने दबाना ,मसलना शुरू किया।
और पूरबी बोली ,
![[Image: boobs-184e05141fbcc5065eeb249543ae3dab.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/boobs-184e05141fbcc5065eeb249543ae3dab.md.jpg)
“जब उन्होंने घुंडी पकड़ के हलके से मसलना शुरू किया तो बस मस्ती से जान निकलगयी , मैं सिसकी भरने लगी बस मन ये कर रहा था की जो करना हो कर दें। और फिर वो घुंडी जो उनकी हाथ में थी , उनके होंठों के बीच में आगयी ,कभी वो चूसते , कभी काटते। हाथ उनका मेरे पेट पे सरक रहा था , हम दोनों करवट लेटे एक दूसरे को बांहों में ,
लहंगे का नाड़ा तो उन्होंने पहले ही खोल दिया , इसलिए बिना रोकटोक उनका हाथ अंदर घुस गया , पेट के निचले हिस्से पे और फिर जाँघों के ऊपरी हिस्से पे। मेरा होश गायब हो चुका था , मुझे पता भी नहीं चला कब मेरा लहंगा उतरा ,कब उनके सारे कपडे उत्तर गए।
मेरा भी होश खो चुका था , सोच सोच के मेरी बुलबुल गीली हो रही थी। लेकिन मैंने मुस्करा के पूरबी से पूछा ,
" तो होश आया कब "
“जब उन्होंने सटाया, मेरी दोनों टाँगे उनके कन्धों पे थी, नीचे भी उन्होंने मोटी तकिया लगा दी थी , फिर फैला के , मेरा एकदम सेंटर में जब उन्होंने सटाया तो मैं गिनगिना गयी। "
पूरबी मुस्करा के बोली।
" साल्ली , छिनार लौड़ा घोंटने में नहीं शरम ,चूसने में नहीं शरम और लंड बोलने में फट रही है तेरी " जोर से उसके निपल पे चिकोटी काटती ,बसंती बोली।
फिर पूछा , कितना बड़ा लौंडा है तेरे मरद का।
" अच्छा बोलती हूँ न ,अपना लंड मेरी कसी चूत से सटाया , अरे बहुत बड़ा है , करीब ७ इंच का थोड़ा ही कम होगा। और मोटा भी खूब है :" पूरबी ने खुल के बताया।
लेकिन मेरा दिमाग अजय में लगा था उसका तो , ७ इंच से भी बड़ा है और मोटा भी। मेरे चूत में जोर जोर से कीड़े काटने लगे।
" फिर क्या हुआ " मैंने पूछा।
पूरबी जोर जोर से हंसी ,
"फिर क्या , मेरी फट गयी। बहुत दर्द हुआ जोर से बहुत रोकने पे भी मैं जोर से चिल्लाई मैं। बाहर साल्ली, छिनार ननदे कान पारे सुन रही थीं। जैसे ही मैं चीखी , उन सबकी जोर से खिलखिलाहट सुनाई पड़ी , फिर मेरे सास की आवाज आई , डांट के भगाया उन्होंने सबको। '
" क्यों कुछ चिकना नहीं लगाया था क्या पाहुन ने ". बसंती ने पूछा।
![[Image: fucking-cu-146994_08.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/fucking-cu-146994_08.jpg)
" अरे मेरी जिठानी ने खुद अपने हाथ से मेरी , … मेरी चूत में दो ऊँगली से ढेर सारा वैसलीन लगाया था. और कमरे में कड़वे तेल की बोतल भी थी। उन्होंने अच्छी तरह से लंड पे चुपड़ा था , लेकिन इतनी तेजी से धक्का मारा की , क्या करूँ रोकते रोकते चीख निकल गयी। उन्होंने पूरा ठेल दिया था। "
मैं सोच रही थी , आम के बाग़ में तेज बारिश में जब अजय ने मेरी फाड़ी थी , आधे लंड से बहुत सम्हाल के चोदा था , तब भी कितना चिल्लाई थी मैं , वो तो बाग़ में इतना सन्नाटा था , तेज बारिश थी , वरना मेरी चीख भी कम तेज नहीं थीं ,… मैंने उस बिचारे को इतना बुरा भला कहा तब भी उसने कित्तने प्यार से , …मेरे मन का डर निकल गया।
और मैं भी ऐसी अहसान फरामोश , दूसरी बार उसको दिया भी नहीं , ....
" कित्ती बार चुदी पहली रात। " बसंती सीधे मुद्दे पे आ गयी।
" तीन बार , सुबह सात बजे आखिरी राउंड लगाया उन्होंने। एक बूँद भी नहीं सोयी मैं। मैंने सास को कहते सुन लिया था अपनी जेठानी से की कमरा बाहर से बंद कर देना और ९ बजे के बाद ही खोलना , वरना सुबह से ही इसकी ननदे , "
लेकिन मेरा ध्यान तो अजय में लगा था। उस दिन इतना कम टाइम था , तूफानी रात थी तब भी दो बार ,
कभी रात भर का अजय के साथ मौका मिला तो मैं भी कम से कम तीन बार , चाहे जितना भी दर्द क्यों न हो।
तब तक बाहर से भाभी की आवाज सुनाई पड़ी और हम तीनो खड़े ,
साडी और स्कर्ट दोनों में ये फायदा है , बस खड़े हो जाओ तो सब ढक जाता है।
पूरबी ने अपनी साडी कब की लपेट ली थी और मुझसे बोली ,
" देखो मैं भूल ही गयी थी , किस काम के लिए आई थी। एक तो चमेली भाभी मिली थीं ( चमेली भाभी , मेरी सहेली चंदा की सगी भाभी ), उन्होंने तुम्हे बताने के लिए बोला था की उनके यहाँ कुछ मेहमान आये हैं , इसलिए चंदा कल शाम तक नहीं आ पाएगी।
दूसरे , मैं कल सुबह आउंगी। मैं, कजरी ,गीता सब नदी नहाने चल रहे हैं , तुम भी तैयार रहना। "
और ये कह के वो बसंती के साथ खिड़की ,पिछले दरवाजे से निकल गयी।
बाहर से अब भाभी के साथ अजय की आवाज भी सुनाई पड़ रही थी , भाभी उस से अंदर आने को कह रही थी लेकिन वो ,....
बस मैं मना रही थी की वो किसी तरह अंदर आ जाय ,बाकी तो मैं ,....
दरवाजा खुला ,पहले भाभी ,
… पीछे पीछे अजय।
और अब मैंने अपने कपड़ों पे नजर डाली , मेरी एक पुरानी कॉलेज की यूनिफार्म , एक बहुत टाइट सी टॉप ,जिसमें कबूतर के साथ उनकी चोंचे भी नजर आ रही थी। और बस बित्ते डेढ़ बित्ते की स्कर्ट ,…
लेकिन अब क्या हो सकता था।
![[Image: college-tumblr_nv0deuHusp1rt90yoo1_1280.md.jpg]](https://picsbees.com/images/2018/10/17/college-tumblr_nv0deuHusp1rt90yoo1_1280.md.jpg)