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Adultery जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी
पायल और बिछुए उनके रुनझुन रुनझुन करते रहे , 

 
और फिर हाथ पकड़ कर अपने पलंग पे बैठा के उन्हें समझाना शुरू किया , उनका रोल ,काम धाम। 
 
अब तो तुम नयी दुल्हन हो  , तो समझ लो , अब घर का सारा काम काज , सब कुछ तो औरत की ही जिम्मेदारी होती है  "
 
वो कान खोले सब कुछ सुन रहे थे ,
 
सुन , जब तुम आये थे तो दरवाजे पे एक इंस्ट्रक्शन की लिस्ट लगी थी  "
 
उन्होंने सर हिला के हामी भरी। 
 
मैं वहीँ खड़ी थी , तेरे अंदर जाने के बाद मैंने बाहर से ताला बंद कर दिया , और पिछवाड़े से अंदर आगयी।  और वो भी बंद। अगले तीन दिनों के लिए बर्तन वाली ,मंजू को भी मैंनेछुटटी दे दी ,दूधवाले को , सबको बोल दिया है , पड़ोस में भी की तीन   दिनों के लिए हम बाहर जा रहे हैं बस। तो नो डिस्टरबेंस है ना " मैंने सब बात साफ की। 
 
उनके चेहरे की चमक से उनकी ख़ुशी साफ दिख रही थी। 
 
बस थोड़ा सा काम , मंजू नहीं आएगी तो बर्तन , झाड़ू पोंछा , कर  लोगे  ," मैंने थोड़ा और पुश किया। 
 
उनकी गर्दन थोड़ी सी हिली और मैंने उसे हाँ समझ के आगे की लिस्ट खोली ,
 
"और बेड टी , नाश्ता ,खाना ,  घबड़ाना मत , मैं हूँ ना , मैं जानती हूँ तेरे मायकेवालियों ने कुछ नहीं सिखाया ,लेकिन मुन्ना मैं हु ना सब सिखा दूंगी। "
 
 
अबकी उन्होंने धीरे से हामी भरी। 
 
घबड़ाने की कोई बात नहीं है , मैं हूँ न।  बस जैसे जैसे मैं कहूँ , बस वैसे वैसे , सब सीख जाओगे। बहू को जवाब नहीं देना चाहिएउसकी आवाज नहीं सुनाई देनी चाहिये , सब तौरतरीका… सब काम घर का , जिम्मेदारी से ,कल सुबह से , … बेड टी मुझे कैसी पसंद है तुझे तो मालूम ही है ,"
 
हाँ ,    बड़ी हलकी सी आवाज सुनाई पड़ी उनकी। 
 
 
"लेकिन नयी दुल्हन का जानते हो असली काम क्या है , सिंदूर दान के बाद , …पहले सिंदूर डलवाया अब कुछ और ,…  " 
 
गौने की रात  क्या कोई नयी दुल्हन लजाएगी , जिस तरह वो ,.... 
 
अरे साडी तो उतार दो , वरना क्रश हो जायेगी। " मैंने  हंस के बोला। 
 
वो बिचारे उन्हें कुछ समझ में नहीं  रहा था , क्या करें।  कभी अपनी रेशमी साड़ी देखते ,कभी मुझे ,
 
तुझे  , बहुत सिखाना पडेगा " मैंने बोला , उनकी प्लीट्स खोलीं , और फिर एक चक्कर में , जैसे कोई स्ट्रिपटीज कर रही हो ,
 
 
 
आफ कोर्स , उपर मैं ही थी , लेकिन क्या टन टना टन उनका हथियार हो रहा था। 
 
साटन के पेटीकोट और पैंटी का टच , उनके लिए किसी वियाग्रा से भी ज्यादा उनके औजार को पागल करने वाली दवा थी। 
 
और उससे भी ज्यादा कामोत्तेजक चीज थी , उनके मायकेवालों को शुद्ध देसी गालियां.
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Messages In This Thread
RE: जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी - by komaalrani - 15-02-2019, 03:24 PM
ANUSHKA IS ASHWIN'S SWEET WIFE - by ashw - 05-04-2019, 06:02 AM



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