24-03-2020, 07:44 PM
(24-03-2020, 02:24 PM)Niharikasaree Wrote: कुसुम जी,
हम लड़कियो को बहुत से काम होते हैं , पर फिर भी; कहानी मैं अपडेट का इंतज़ार आगे पढ़ने की बेकरारी सिर्फ कोमल जी की शानदार लेखनी व् प्यार का इंतज़ार है।
जिस तरह से एक औरत के भवनों को व्यक्त किया गया है , अतुलनीय है.
आपको भी काम होते होंगे उन सब से फ्री होकर इतना उम्दा लिख पाना।
......... पर इंतज़ार तो हम भी कर रहे हैं। ........ क्या करे लत लो लग गई। ..... आपके अतुलनीय लेखनी की .
कोमल जी , मैं निहारिका ; इंतज़ार मैं। .....
धन्यवाद कुसुम जी। ........... आप कि वजह से कुछ लिख पाई।
सही बात , आज कल वर्क फ्रॉम होम के चक्कर में ' काम ' कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है।