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Adultery सोलवां सावन
#48
बारहवीं फुहार 

मजा रतजगे का 

[Image: boobs-jethani-14054088_248867345507149_7...4382_n.jpg]

मामला एकदम गरम हो गया था। मैंने चंदा का हाथ दबा के कहा, अब खत्म होने वाला है क्या। 



मुस्कराकर , उसने मेरे गाल के डिम्पल पे जोर से चिकोटी काट ली और बोला , " जानू अभी तो शुरू हुआ है , जब तक तुझे नंगा न नचाया तब तक , .... "



लेकिन उसकी बात बीच में रह गयी। कुछ हंगामा शुरू हो गया था। पीछे वाले कमरे से कोई पंडित जी से आये थे और बसंती उनके पीछे पड़ी थी। 



धोती , लंबा ढीला कुर्ता , माथे पे चन्दन का टीका , गले में माला और एक झोला। 



बसंती पीछे पड़ी थी पंडित जी के , " अरे तनी एनकर धोतियाँ उठाय के देखा। "



मैंने चंदा से हलके से पूछा,इ कौन है , और जवाब पूरबी ने दिया ,



[Image: 5bd3587523733a72e4692e2e1752ded3.jpg]




" जरा ध्यान से देखो पता चल जाएगा। "



और सच में उनकी आवाज और हंसी ने सारा राज खोल दिया , कामिनी भाभी थीं , पंडित ,ज्योतिषी बन के आई थीं। 



और अपनी किसी ननद का हाथ देख रही थीं , किसी की कुंडली बिचार रही थीं और उसकी सब पोल पट्टी खोल रही थीं। 



तब तक उनकी निगाह मेरी ओर पड़ी , और मेरी भाभी ने मुस्कराकर उन्हें बुलाया और बोला ,



" ये मेरी ननद है ,सावन में आई है अपनी ताल पोखरी भरवाने , मेरे साथ। "



कामिनी भाभी को तो बस यही मौक़ा चाहिए था। जैसे ही वो मेरे पास बैठीं , भाभी ने फिर पुछा ,


[Image: 37bf04b7adac8bb1376daba0555994b9.jpg]


" पंडित जी ज़रा ठीक से देखियेगा , इसकी अभी फटी की नहीं और कौन कौन चढ़ेगा इस के ऊपर। "



कामिनी भाभी ने मेरी कलाई कस के पकड़ी और हाथ को खूब ध्यान से देखा , और उनकी आँखों ने जब झाँक के मेरी आँखों में देखा तो मैं समझ गयी आज मेरी पोल पट्टी खुलने वाली है। 

कल रात अजय के साथ , आज पहले सुबह गन्ने के खेत में सुनील के साथ , फिर शाम को अमराई में चंदा के साथ , सुनील और रवि दोनों ने मिल कर , हचक हचक कर मेरी ली थी , अभी तक मेरी बुलबुल परपरा रही थी। 



मेरी आँखों ने कुछ गुजारिश की और उनकी चुलबुली आँखों ने मांग लिया लेकिन इस बात के साथ की , बच्ची इसकी कीमत वसूलूंगी ,वो भी सूद ब्याज के साथ। 



और फिर अपनी तोप उन्होंने मेरी भाभी की ओर मोड़ दी,

[Image: Dress-G-4c9efd7feae7b946a4ae74c187d85b4c.md.jpg]


" ये मस्त माल , चिकने गाल तुम्हारी ननद है की भौजाई? ऐसा मस्त जोबन , तुम्हारे तो सारे भैया इसके ऊपर चढ़ाई करेंगे। ये सिर्फ तुम्हारी नहीं सारे गाँव की भौजाई बनेगी। किसी को मना नहीं करेगी , लेकिन और ज्यादा साफ़ पता करने के लिए , मुझे इसका हाथ नहीं पैर देखना होगा तब असली हाल पता चलेगा इसकी ताल तलैया का। "



और जब तक मैं सम्ह्लू सम्ह्लू , ना ना करूँ , बसंती और पूरबी दोनों मेरे ठीक पीछे , घात लगाये , दोनों ने कसके मेरे हाथ जकड के पीछे खींच लिए और अब मैं गिर गयी थी ,हिल भी नहीं सकती थी। 



और पंडित बनी कामिनी भाभी लहीम शहीम , उनकी खेली खायी ननदे उनसे पार नहीं पा सकती थीं ,मैं तो नयी बछेड़ी थी ,



जैसे कोई चोदने के लिए टाँगे उठाये , एकदम उसी तरह से , … 



मैं छटपटा रही थी ,मचल रही थी ,लेकिन , और सारी भाभियों , ननदों का शोर गूँज रहा था था , पूरा पूरा खोलो। 



अपने आप लहंगा सरक के मेरी गोरी गोरी केले के तने ऐसी चिकनी जाँघों तक आ गया था , और गाँव में चड्ढी बनयायिन पहनने का रिवाज तो था नहीं , तो मैंने भी ब्रा पैंटी पहनना छोड़ दिया था।

कामिनी भाभी की उंगलिया ,जिस तरह मेरी खुली,उठी मखमली जाँघों पे रेंग रही थी ,चुभ रही थीं जैसे लग रहा था बिच्छू ने डंक मार दिया। जहरीली मस्ती से मेरी आँखे मुंद रही थीं बिना खोले , जांघे अपने आप फैल रही थीं। 



और और , सब भाभियाँ लडकियां चिल्ला रही थीं। 

पंडित बनी कामिनी भाभी का हाथ घुटनों से थोड़े आगे जाके रुक गया , और फिर एक झटके में लहंगा उठा के , अपना पूरा सर अंदर डाल के वो झांक रही थी , साथ में उनकी शैतान उँगलियाँ , अब आलमोस्ट मेरी बुलबुल के आसपास और एक झटके में उनकी तरजनी जहाँ ,वहां छू गयी , लगा करेंट जोर से। 



पंडित जी ने जैसे लहंगा से सर बाहर निकाला , जोर से हल्ला हुआ , क्या देखा , किससे किससे चुदेगी ये बिन्नो। 



थोड़ी देर मुस्कराने के बाद भाभी से वो बोलीं ,एक तो तेरा नंदोई है , …


फिर कुछ रुक कर , कब सब लोग जोर से हल्ला करने लगे तो वो बोली , भों भों। 



मतलब जान के भी मेरी भाभी ने पूछा और कहा , पंडित जी मेरी एकलौती ननद है , खुल के बतालेकिन पंडित जी ने फिर एक चौपाया बनने का , डॉगी पोज का इशारा किया और भों भों। 


जवाब चंपा भाभी , ( मेरी भाभी की भौजाई ) ने दिया , 


" अरे ई रॉकी , ( भाभी के यहाँ का कुत्ता ) से चुदवाई का "
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Messages In This Thread
सोलवां सावन - by komaalrani - 10-01-2019, 10:36 PM
RE: सोलवां सावन - by Bregs - 10-01-2019, 11:31 PM
RE: सोलवां सावन - by Kumkum - 01-02-2019, 02:50 PM
RE: सोलवां सावन - by Logan555 - 13-02-2019, 06:40 PM
RE: सोलवां सावन - by komaalrani - 14-02-2019, 04:19 PM
RE: सोलवां सावन - by Kumkum - 19-02-2019, 01:09 PM
RE: सोलवां सावन - by Logan555 - 26-02-2019, 11:10 AM
RE: सोलवां सावन - by Badstar - 04-05-2019, 08:44 PM
RE: सोलवां सावन - by Badstar - 04-05-2019, 11:46 PM
RE: सोलवां सावन - by Badstar - 19-05-2019, 11:15 AM
RE: सोलवां सावन - by Theflash - 03-07-2019, 10:31 AM
RE: सोलवां सावन - by Badstar - 14-07-2019, 04:07 PM
RE: सोलवां सावन - by usaiha2 - 09-07-2021, 05:54 PM



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