Thread Rating:
  • 19 Vote(s) - 2.63 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी
मालिश वाला 

[Image: feet-massage-44ef2d62e6cf4dad362872565756b3ad.jpg]


और थोड़ी देर में कटोरी में थोड़ा सा कडुवा तेल , हल्का गुनगुना और उसमे हल्दी लहुसन और जाने क्या क्या ,...

 
मम्मी ने सच में उन्हें बहुत अच्छे से ट्रेन किया था ,एकदम मालिश वाला बना दिया था।
 
 
दो उँगलियों में तेल लगा के पहले तो उन्होंने हलके हलके मेरे तलुवों पे ,
 
मैं स्टूल पर वैठी थी और वो जमींन पर , मेरे पैर उनकी गोद में।


  पहले तो उन्होंने हलके हलके बहुत सेंसुअस तरीके से मेरे पैर को अपने घुटने पर रख के सहलाया।  फिर उनकी जादू भरी उंगलीयाँ ,
 
उफ़ मैं बता नहीं सकती , कैसे पहले हलके हलके उन्होंने मेरी एड़ी को टैप किया

[Image: feet-massage-11-download.jpg]

अपनी उँगलियों के नकल्स से उसे धीमे धीमे दबाया और फिर फिर धीमे धीमे प्रेशर बढ़ता गया।  

अंगूठे और तर्जनी के बीच कभी एड़ी को वो दबाते तो कभी कभी मुट्ठी सी बना के मेरी एड़ी पे प्रेशर बढ़ा के , ...दर्द तो कब का काफूर हो गया। बीच बीच में उनकी उँगलियाँ मेरे गाढ़े लाल महावर लगे पैरों पर इस तरह फिसलती थीं जैसे वो फिर से महावर लगा रहे हों। 


और अब तलुवों को सहलाते हलके हलके प्रेशर से , ... मैं एकदम ,... इत्ता अच्छा लग रहा था की ,

[Image: feet-massage-101-images.jpg]
 
लग रहा था की जहाँ वो दबा रहे हैं वहां से सीधे कोई नर्व मेरे निपल्स पे , मेरे बूब्स पे , .... 

मेरे गदराये बूब्स एकदम पथरा गए थे। निपल्स   भी खूब कड़े मस्त ,और ब्रा का पहरा तो वैसे भी उन पर नहीं था ( आज  उनके मायके में  सिर्फ पहली बार मैं शलवार सूट पहनी थी बल्कि पहली बार ब्रा  लेस भी बेडरूम के बाहर आयी थी ), 

एक अजब सी एरोटिक सनसनाहट मेरी देह में दौड़ रही थी ,
 
लेकिन वो  लड़का जिसे मैं बहुत प्यार करती हूँ , बहुत प्यार करती हूँ , बहुत दुष्ट है ,एकदम बदमाश , लोफर। 
 
उसने एक बार ज़रा सा आंखे ऊपर की और मेरे जुबना का हाल देख , उसकी उँगलियों शरारते और बढ़ा दीं। 

उनके दोनों हाथ एक साथ ,
 
अंगूठे से वो मेरे ऐंकल पर प्रेशर बढ़ा रहे थे , अपनी हथेली के बेस से मेरे तलवे को रगड़ रगड़ के सहला रहे थे 

और उनके झुकने से कभी कभी मेरे पैर के अंगूठे ,उँगलियाँ उन गालों  अनजाने खा जा रही थीं। 

[Image: feet-massage-1-1.jpg]

उस लड़के को मेरी देह के एक एक पोर का पता था , कहाँ दबाने से क्या होता है , और अब वह पूरी तरह से,....
 
 
और ,... और ,... मैं अब हवा में उड़ रही थी।  

वो नसे जो मेरे बूब्स को पागल कर दे रही थी , अब मेरी सोनचिरैया भी फुदकने लगी थी ,फड़फड़ाने लगी थी।
 
मैंने अपने को अब पूरी  तरह से उनके ऊपर छोड़ दिया था ,  

जो करना  हो करेमायका  उनकामैं उनकी ,


मर्जी उनकी।

[Image: salwar-K-ce3b5b6b4a6c219b9499bdc6a0136e92.jpg]
 
 लेकिन जादू मेरा भी कम नहीं था ,मेरे पैरों का ,
 
मेरे गोरे गुलाबी पैर , मखमली तलवेपैरों में लगा गाढ़ा लाल रंग का महावर




पैरों की हर उँगलियों में उन्हें छेडते बिछुए और गुनगुनाती ,खिलखिलाती चांदी की हजार घघरूओं वाली पायलिया , छम छम करती।


 
और वो तो इन पैरों के दीवाने थे ,


 [Image: toe-rings-b336d6b24aaad3225e5ffb94f43a5c9c.jpg]
मसाज करते भी उनकी आँखे बार बार बार कभी मेरे रेड स्कारलेट पेंटेड मेरे पैरों के अंगूठों ,उँगलियों पे तो कभी महावर रचे तलुओं पे ,
 
 
और जब उनकी आँख मेरी आँखों से मिली , मिन्नत करती , मनाती
 
तो मेरी हंसती गाती आँखे मान गयीं
जैसे साथ साथ अंगूठे और उँगलियों को हिला के , बिछुओं की रुम झूम से मैंने सहमति दे दी।
 
बस अगले ही पल उनके नदीदे शरारती होंठ मेरे पैर के अंगूठे पे पहले उनके होंठों  का मेरे पैर के अंगूठे पर हलके से टच ,फिर ,...

 फिर लिक ,

जस्ट स्लो एंड लिंगरिंग

[Image: feet-kiss-11.jpg]
 
और फिर ,  एकदम खुल्लमखुला किस ,


और फिर मैंने वो सीन देखा जिसे देखने के  लिए मेरी आँखे तड़प रही थीं। मेरा मन तरस रहा था न जाने कबसे ,

 
मेरी जेठानी दरवाजे पर खड़ी , न उनसे देखा जा रहा था न हटा जा रहा था।


[Image: MIL-221e2521365a054118996e827d9c3abe.jpg]
 
" आइये न दीदी ,  अभी तो हम लोग ऊपर जा ही रहे हैं ,आपके देवर को बहुत निन्नी आ रही है ,लगता है सपने में अपने माल से मिलने की जल्दी है। "
 
मैंने बुलाया , वो आयीं लेकिन जल्दी से जाने के लिए उनसे देखा नहीं जा रहा था।
 
पर मैं भी , मम्मी की बेटी ,उनका हाथ मैंने कस के पकड़ लिया , और चिढाया ,
[Image: salwar-10460729-667201550023112-41351534...7102-n.jpg]

 
" अरे आपको क्यों नींद आ रही है ,कल तो जेठ जी भी नहीं थे रतजगा करवाने के लिए , या फिर आपने भी कोई यार वार , .... "
 
" तू भी   न , अरे जाने के पहले उनका एडवांस ओवरटाइम जो चल रहा था एक हफ्ते से ,... "

 बात मेरी जेठानी मुझसे थी
 
लेकिन आँखे उनकी बार बार न देखने की कोशिश करते हुए भी ,मेरे पैरों और  उनके होंठों को देख रहा था ,


[Image: feet-kiss-1.jpg]
 
और मुझे याद आ रहा था ,
 
एक्जैक्टली यही जगह ,

पक्का यही जगह थी ,

मेरी शादी के ४-५ महीने हो चुके थे , हम सभी थे ,

 मैं, ये उनकी वो माल कम ममेरी बहन ,मेरी सासु ,इनकी बुआ और मोहल्ले की कुछ बड़ी बूढी टाइप सास के रिश्ते वाली औरतें , ये उठे और अनजाने में मेरा पैर उनके पैर से छू गया ,
[+] 2 users Like komaalrani's post
Like Reply


Messages In This Thread
ANUSHKA IS ASHWIN'S SWEET WIFE - by ashw - 05-04-2019, 06:02 AM
RE: जोरू का गुलाम उर्फ़ जे के जी - by komaalrani - 20-03-2020, 10:41 AM



Users browsing this thread: 11 Guest(s)