19-03-2020, 08:28 PM
(This post was last modified: 20-10-2020, 08:54 PM by sanskari_shikha. Edited 3 times in total. Edited 3 times in total.)
नेक्स्ट डे सुबह 10 बजे मैने उसे मेसेज करा ………
मैं: हाय , गुड मॉर्निंग मेम , कैसी हो?
आंशिका: हाय , गुड मॉर्निंग, मेम मत बोला करो. अच्छी हूँ कॉलेज मै हूँ, तुम बताओ.
मैं: नहीं मेम बोल कर लंड और टाइट होता है सो बोलूँगा. मैं: भी अछा हूँ, अभी सो कर उठा, बस रत को मिलने के सपने देख रहा हूँ की क्या क्या होगा.
आंशिका: ज़्यादा सपने मत देखा करो, ज़्यादा कुछ नहीं होगा, ना ही मैं: होने दूँगी.
मैं: आई नो यार, अछा कॉलेज से घर कब जाओगी?
आंशिका: 3 बजे निकल जाउंगी , देन अपनी सीनियर के साथ पार्लर होते हुए घर जाउंगी , देन वो शाम को 7 बजे आएगी मुझे पिक करने अपनी कार मैं:.
मैं: ओक और मैं: अपनी जान से कब मिल पाउँगा ?
आंशिका: आफ्टर 10:30, इतना टाइम तो लग जाएगा. तुम घर पर बोल कर क्या आओगे?
मैं: मेरे फ्रेंड का बर्थडे है, तो उसी के यहाँ जा रहा हूँ. हहहे. कैसा है झूठ?
आंशिका: ऐसे कितने फ्रेंड के फेक बर्थडे मनाओगे .
मैं: अभी एक का तो सेलेब्रेट करने दो, बाकिओं का भी देख लेंगे, वैसे तुमने अभी से आगे की सोच रखी है, चूत गीली है क्या?
आंशिका: चुप बदमाश, मैं: तुम्हारी तरह पागल नहीं , जो हर वक़्त सेक्स के बारे में सोचूँ.
मैं: अछा तो अभी किस बारे मैं: सोच रही हो? सच सच बताना.
आंशिका: अब तुम्हारे साथ तो सेक्स के बारे मैं: ही सोचूँगी.
मैं: तो हर वक़्त मेरे से बात करा करो, सिर्फ़ सेक्स के बारे मैं: ही सोचोगी.
आंशिका: नहीं सोचना जा, तुम्हारा तो इस वक़्त भी खड़ा होगा, ज़रूर मेहनत करने की सोच रहे होंगे.
मैं: नहीं यार आज बिल्कुल नहीं छुउंगा लंड को, सिर्फ़ तुम चुवोगी इसे.
आंशिका: मैने तुमसे पहले भी कहा था की मैं: आज सेक्स नहीं कर सकती फिर तुम ये बोल रहे हो.
मैं: अरे उसे छूने से तुम्हारी चूत मैं: थोड़ी नाचला जाएगा? बस छू लेना.
आंशिका: पता नहीं अभी कुछ, देखेंगे, और अगर तुमने कोई ऐसी वैसी बात करनी है तो बता दो मैं: अभी प्रोग्राम केंसल कर दूँगी.
मैं: अरे यार नहीं करनी ऐसी वैसी बात तुम्हारी पर्मिशन के बिना मेम .
आंशिका: डेट्स लाईक माय ओबीडियेंट स्टूडेंट.
मैं: अछा पहेंके क्या जाओगी वहाँ?
आंशिका: कल बताया तो था, पिंक सारी वित मॅचिंग सॅंडल्ज़, पिंक बिंदी, और सिल्वर चैन
मैं: अरे ये तो मुझे पता है, ई आम आस्किंग अबौट इन्नर गारमेंट्स.
आंशिका: इन्नर गारमेंट्स जो पहेनटी हुनवोी तो पहनुँगी, कोई सुहग्रात थोड़ी ना है मेरी की कुछ अलग पहनूं. सेम ओल्ड पनटी आंड ब्रा.
मैं: किस टाइप की ब्रा?
आंशिका: बड़ा इंटेरेस्ट ले रहे हो मेरी ब्रा मैं:.
मैं: तो क्यूँ ना लूँ, जिस चीज़ से तुम्हारे 32ड्ड बचे हुए हैं उसके बारे मैं: जानकारी तो हो.
आंशिका: लॉल, वेल क्लोथ वाली ब्रा पहनुँगी, वो अच्छी लगती है ब्लाउस के नीचे,आयी मीन सही रहती है और वैसे भी ब्लाउस टाइट है.
मैं: यार एक नेट वाली ब्रा भी तो होती है, जिस में पूरी ब्रेस्ट दिखती है.
आंशिका: बड़ी नालेज रखते हो. हाँ वो भी है मेर पास नेट वाली ब्रा.
मैं: यार वोही पहनो ना फिर प्लीज़, मुझे देखनी है कैसी लगती है तुम्हारी ब्रेस्ट पर.
आंशिका: ओक जी, जैसा तुम कहो
मैं: थॅंक्स.
आंशिका: कोई ज़रूरत नहीं थॅंक्स की.
मैं: अभी क्या कर रही हो.
अंशिका : वोही स्टूडेंट्स को वॉच कर रही हूँ. वो प्रॅक्टीस कर रहे हैं.
मैं: मेल स्टूडेंट्स को देख रही हो या फीमेल स्टूडेंट्स को?
आंशिका: दोनो को, मेल को थोडा ज़्यादा हहहे.
मैं: बस देखना की किसी को अपना साइज़ मत बता देना, वर्ना में बुरा मान जाऊंगा .
आंशिका: आई नो, आई प्रोमिसे जब तक तुम्हे खुश नहीं कर देती तब तक नो टू अदर्स, और तुम भी ज़रा कंट्रोल करके, किसी और पारूल से मत मिलना.
मैं: अरे वो तो मेरी फ्रेंड थी यार डेट्स इट.
आंशिका: मुझे क्या पता. मन तो होगा ही तुम्हरा उसकी ब्रेस्ट सक करने का और सब कुछ करने का.
मैं: यार अब किसका नहीं होता मन, बस मन ही था कुछ करा नहीं.
आंशिका: या आई नो, अछा है, और कुछ करना भी नहीं. अछा बाद मैं: बात करती हूँ, क्लास टाइम. बाइ, टेक केयर .
मैं: ओक, बाइ, टेक केयर . और हाँ रात को 10:30 बजे का पक्का है.
आंशिका: हाँ बाबा, अब जाओ, पढ़ने दो मुझे.
कंटिन्यूड
नून मै 3:30 आंशिका ने मेसेज करा.
आंशिका: हाय , आई एम् फ्री नाउ, गोयिंग टू होम .
मैने उसका मेसेज पढ़ कर उसे कॉल करी.
मैं: हाय , हो गयी फ्री मेम ?
आंशिका: हाँ हो गयी, तुमने इस वक़्त कॉल क्यूँ करी?
मैं: क्यूँ नहीं कर सकता क्या?
आंशिका: नहीं कर सकते हो, बस पूछा मैने.
मैं: कहाँ पर हो?
आंशिका: बस स्टॅंड पर हूँ.
मैं: क्यूँ? तुम तो कह रही थी अपनी सीनियर के साथ जाओगी पार्लर उसकी कार मैं:.
आंशिका: हाँ जाने वाले थे, बट उसे अपने हब्बी के पास जाना पढ़ गया, उसके हब्बी की कार खराब हो गयी है और उसे जाना है ज़रूरी, सो वो कह रही थी की वो वहाँ से डोरेक्ट आ जाएगी. तो मैने भी सोचा की घर जाकर आराम से आउंगी .
मैं: ओक. मैं: आ जाऊ ड्रॉप करने?
आंशिका: नो, कोई ज़रूरत नहीं है, ज़्यादा मत उछलो तुम, रात को आ रहे हो ना बस बहुत है.
मैं: कैसी दोस्त हो तुम, मिलने भी नहीं देती.
आंशिका: मिलने के कोई मनाही नहीं, पर आपकी हरकतों पर मनाही है.
मैं: बोल तो ऐसी रही हो जैसे मैं: ये सब सिर्फ़ अपने लिए करता हूँ.
आंशिका: नहीं नहीं, तुम तो सोशियल सर्विस करते हो, सबको खुश करने के लिए रेडी रहते हो.
मैं: हहेहेहेः, वेल सबको नहीं बस तुम्हे.
आंशिका: और क्या कर रहे हो?
मैं: यार मैं: सोच रहता की आज तुमसे मिले बगैर मूठ नहीं मारूँगा, अपना लंड तक नहीं छुउंगा , बट तुम्हारा जादू ऐसा है की रुका नहीं जा रहा. प्लीज़ हेल्प मी नाउ.
आंशिका: मैं: क्या हेल्प करूँ?
मैं: मेरा झड्वाओ ना, जैसे मैने तुम्हारा लास्ट टाइम झडाया था, प्लीज़
आंशिका: फॉर युवर इन्फोर्मेथन मिस्टर, आई एम् ओं बस स्टॅंड वेटिंग फॉर बस, अपने घर या रूम मैं: नहीं हूँ, जो तुम्हारे साथ इस वक़्त ये सब बातें करूँ.
मैं: अरे यार, तुम्हे बस बोलना है, कौनसा मैं: कह रहः हूँ की बस मैं: नंगी होकर अपनी चूत मस्लो.
आंशिका: सेक्स ने तुम्हारे दिमाग़ पर क़ब्ज़ा कर लिया है, इसका कुछ करो.
मैं: फिलहाल तो तुम कुछ करो अभी, प्लीज़
आंशिका: वेट बस आ गयी, बस मैं: चड़ने दो.
आंशिका: हा अब बोलो.
मैं: क्या पहना है तुमने.?
आंशिका: यार इतनी बार समझा लिया है तुमने, तुम भी ना मानते नहीं हो.
मैं: क्यूँ कोई बैठा है साथ वाली सीट पर.
आंशिका: हाँ एक लेडी है, विलेजर
मैं: यार तो उसे कहाँ पता चलेगा हुमारी बातों का. प्लीज़ टेल मी
आंशिका: सूट पहना है.
मैं: एक मिनट मैं: लंड बाहर निकल लूँ.
आंशिका: निकालो जल्दी, और हाँ सब जल्दी जल्दी करना.
मैं: ओक, अच्छा ब्रा पेंटी पहनी है?
आंशिका; तो नहीं पहनुँगी क्या?
मैं: कैसी ब्रा है? और पेंटी का कलर?
आंशिका: ब्रा क्लॉत वाली है और पेंटी ब्लॅक कलर की है.
मैं: नेट वाली ब्रा नहीं पहनी तुमने?
आंशिका: तुमने ही तो कहा की रात को पहन के जाना नेट वाली ब्रा, सो मैने दिन मैं: क्लोथ वाली पहन ली.
मैं: तुम कितनी अच्छी दोस्त हो.
आंशिका: पर तुम नहीं हो, गंदे कहीं के.
मैं: प्लीज़ यार, अंडरस्टॅंड.
आंशिका: समझती हूँ, तभी सब कर रही हूँ.
मैं: अगर मैं: तुम्हारे साथ बस मैं: होता तो तुम्हारे बूब्स वहीं पकड़ लेता और तुम्हारे सूट के अंदर हाथ डाल कर दबाता.
आंशिका: आई नो
मैं: अछा कंडक्टर टिकेट माँगे तो उसका हाथ पकड़ कर अपने बूब्स पर रख देना फिर कभी टिकेट नहीं मानेगा.
आंशिका: तुमने मुझे समझ क्या रखा है?
मैं: मेरी सेक्स गॉडेस.
आंशिका: तुम्हारी हूँ ना, तो औरों को क्यूँ इन्वॉल्व कर रहे हो?
मैं: अब मैं: तो हूँ नहीं तुम्हारे साथ वहाँ अब और क्या करूँ. अछा सोचो की तुम बस मैं: बैठी हो और मैं: साइड से तुम्हारी निपल को बाहर निकाल के चूस रहा हूँ, तुम ज़ोर से मोन करना चाहती हो पर डर के मारे नहीं कर रही हो.
आंशिका: तुमने ना मेरी चूत गीली करवा दी है ये सब बोलकर.
मैं: क्या? ज़ोर से कहो, सुनाई नहीं दे रहा, पीछे से शोर भी आ रहा है.
आंशिका: मैं: कह रही हूँ की तुमने मेरी चूत गीली करवा दी है
मैं: यार कुछ सुनाई नहीं दे रहा.
आंशिका: ओहो , मैं: ज़ोर से नहीं बोल सकती यहाँ.
मैं: एक बार बोलो जल्दी से ज़ोर से.
आंशिका: तुम मरवाओगे. मैं: कह रही हूँ की – यु हॅव मेड मी वेट.
मैं: यार हिन्दी मैं: बोलो प्लीज़.
आंशिका: तुमने मेरी चूत गीली करवा दी है ये सब बोल कर.
मैं: देखा मेरा कमाल. तो फिर चूत मैं: उंगली डाल लो सोच क्या रही हो.
आंशिका: हाँ तुम तो अब ये बोलॉगे की कंडक्टर के साथ सो भी जाऊ .
मैं: नो, अभी नहीं. पहले मेरे साथ फिर किसी और का ध्यान रखना.
आंशिका: तुम ना चुप रहो, बस मैं: हालत मत खराब करो प्लीज़.
मैं: यार बस मैं: सब तुम्हारे बूब्स को ही देख रहे होंगे, सोच रहे होंगे की तुम्हारे मोटे मोटे बूब्स के निपल्स कैसे होंगे, काश की हम छू पाते. बस मैं: इधर उधर देखो, अगर सबके लंड खड़े नहीं हुए तो देख लेना.
आंशिका: तुम ना मेरी पेंटी गीली करवाकर ही मानोगे, और अगर मेरे सूट पर कोई निशान आया गीला तो देख लेना.
मैं: तुम अपनी बॉडी से भी खेलो ना धीरे धीरे, मज़ा आएगा सच मैं:.
आंशिका: क्या कर सकती हूँ मैं: बस मैं:.
मैं: ब्रेस्ट दबा सकती हो?
आंशिका: नो.
मैं: तो किसी से दबवा लो ना.
आंशिका: चुप रहो.
मैं: तुम किस साइड बैठी हो बस मैं:?
आंशिका: लॅडीस साइड.
मैं: आई मीन की बाहर की तरफ या विंडो की तारफ़.
आंशिका: अन्दर , विंडो की तरफ.
मैं: गुड, तुम्हार पास चुन्नी है ना.
आंशिका: हाँ है क्यू?
मैं: उसे अपने बूब्स पर रख लो की कवर हो जायें, आई नो की वो बड़े हैं, पूरे कवर नहीं होंगे अपने बेग से भी छुपा लो और लेफ्ट हेंड से धीरे से दबा लो, किसी को नहीं पता चलेगा.
आंशिका: तौबा तुम्हारा कितना दिमाग़ चलता है,
मैं: करो ना.
आंशिका: पागल हो क्या?
मैं: अरे करो ना यार प्लीज़ एक बार.
आंशिका: हहेहहे, ठरकी विशाल.
मैं: ठरकी आंशिका.
आंशिका: यार डर लग रहा है.
मैं: डर गया मा चुदाने , तुम करो बस.
अंशिका : कर रही हूँ बाबा, गाली मत दो.
मैं: मज़ा आ रहा है.
आंशिका: आई एम् फीलिंग वेरी शाइ यार, मेरे निपल्स टाइट हो गये हैं और सूट के उपर दिख रहे हैं, सब तुम्हारी वजह से, अब मैं: कैसे चलूंगी रोड पर.
ओह्ह्हह्ह अंशिका......काश मै वहां होता, तुम्हारे ये बड़े-२ निप्प्लेस चूसता, तुम्हारे वाईट बूब्स पर अपने दांतों के निशाँ बनाता, उन्हें जीभ से चाटता ...ओह्ह्ह्ह अंशिका....आई एम् कमिंग....अह्ह्ह .
अंशिका : चलो...अब तो झड गए न...मजा आया तुम्हे..पर मेरा क्या, पूरी चूत गीली है, चलूंगी कैसे...?
मैं: अरे अब तो और मज़ा आएगा, पूरी चुड़क्कड़ लगोगी तुम.
आंशिका: हाँ यही तो चाहते हो ना तुम, अब मैं: रख रही हूँ फोन, नेक्स्ट स्टॅंड मेरा है, बाइ.
मैं: ओक बाइ जान. थॅंक्स फॉर हेल्पिंग मी.
शाम को 7 बजे उसका मेसेज आया….
आंशिका: आई एम् रेडी नाउ फॉर गोइंग टू मेरेज , तुम आओगे ना?
मैं: हाँ क्यूँ नहीं आऊंगा , बोलो तो अभी आ जाऊ .
आंशिका: जी नहीं, रात को ही आना बस.
मैं: ओक, कैसी लग रही है मेरी जान .
आंशिका: ठीक ही लग रही हूँ
मैं: पता है मुझे, दुल्हन जैसी लग रही होगी ज़रूर बस दूल्हे का इंतेज़ार है जो रात को आएगा आधी सुहागरात मनाने .
आंशिका: ऐसा ही समझ लो. तुमने घर मैं: बोल दिया?
मैं: हाँ बोल दिया की मेरे फ्रेंड का बर्थडे है, सो वही जाऊंगा .
आंशिका: गुड, मुझे डर लग रहा है थोडा .
मैं: क्यूँ?
आंशिका: पता नहीं, किसी ने देख लिया तो.
मैं: कोई नहीं देखेगा, और अगर पकड़ भी लिया तो देख लेंगे वहीं. तुम्हारी सीनियर नहीं आई तुम्हे पिक करने अभी तक?
आंशिका: आ रही है, ओन द वे ...
मैं: वो क्या पहन कर आ रही है?
आंशिका: साडी और क्या
मैं: किस कलर की?
आंशिका: बड़ा इंटेरेस्ट ले रहे हो उसमें.
मैने अब उसे कॉल करा.
मैं: हाय
आंशिका: हाय , हाँ अब बोलो.
मैं: बताओ ना किस कलर की सारी पहेंकर आने वाली है तुम्हारी सीनियर?
आंशिका: उन्होने तो ब्लॅक बोली थी.
मैं: वाउ, मस्त लगेगी साली. गोरी है?
आंशिका: गोरी तो है पर 38 साल की है.
मैं: तो क्या हुआ?
आंशिका: तुम जाओ उसी के साथ करो जो करना है, बाइ
मैं: अरे क्या हो गया एकद्ूम से?
आंशिका: मुझे नहीं पसंद जब तुम मेरे से किसी और की बात करते हो.
मैं: ओक सॉरी बाबा, नहीं करूँगा. वैसे सेक्सी है?
आंशिका: 2 बचों की मा है,
मैं: ओक, मतलब अच्छी तरह इस्तेमाल हो चुकी है.
आंशिका: जी हाँ, और अब डॉन’त टॉक अबाउट हर ओर एनिवन एल्स, वरना मैं: बुरा मान जाउंगी .
मैं: ओक बाबा.
आंशिका: मेरी सीनियर आ गयी, मैं: जा रही हूँ, बाइ
मैं: मेसेज पर तो बात कर सकते हैं?
आंशिका: हाँ पर कार मैं: नहीं, मॅरेज मैं: पहुँचकर ही सिर्फ़.
2 घंटे बाद 9 बजे उसका मेसेज आया…..
आंशिका: क्या कर रहे हो?
मैं: कुछ नहीं ऐसे ही बाहर घूम रहा हूँ(केमिस्ट के पास गया था कॉंडम लेने)
आंशिका: क्यूँ, अभी क्यूँ घूम रहे हो?
मैं: अब इतना पागल नहीं हूँ की घरवालों को बोलूं की फ्रेंड की बर्थडे पार्टी 11 बजे की है, तो तभी जाऊंगा , इसीलिए अभी से बाहर आ गया हूँ
आंशिका: इतना मन है तुम्हारा मेरे से मिलने का? की 2 घंटे ऐसे ही घूमते रहोगे वेल्ले.
मैं: देख लो अब, तुम्हरा ही जादू है.
आंशिका: हाँ , बस रहने दो मेरा जादू, ज़रूर कोई लड़की ताड़ रहे होंगे बाहर.
मैं: हाँ एक है. गोलगप्पे खा रही है, साली मस्त है, अपनी मा के साथ है.
आंशिका: तुम फिर शुरू हो गये.
मैं: ओहो, ये क्या बात है यार, तुम नहीं देख रही वहाँ और लड़कों को, सच बताना.
मैं: कैसे करूँ, साली की मा साथ मैं: है..
आंशिका: तुम पागल हो गये हो, हम मिल रहे हैं ना थोड़ी देर मैं:, कंट्रोल करो
मैं: आई नो, पर तब तक अपने आपको गरम तो कर लूँ अच्छी तरह.
आंशिका: मैं: तुम्हे 10 – 10:15 के पास कॉल करूँगी बताने के लिए की कब आओ यहाँ ओक?
मैं: ओक, बोलो तो अभी आ जाऊ वहीं पर.
आंशिका: अभी आकर क्या करोगे?
मैं: बेलून बेचुँगा बच्चो को वहाँ बाहर.
आंशिका: गुब्बारे वाले हो क्या
मैं: हाँ यार, जब सेक्सी सेक्सी भाभी पास आएँगी ना तो बस मज़ा ही आ जाएगा.
आंशिका: ठरकी विशाल
मैं: ठरकी आंशिका, साली कुत्ती ..
आंशिका: ओये गाली क्यों दी , मना करा था ना पहले भी
मैं: तडपाती रहती है तू बस, चूत नहीं देती, कमिनी है तू सच मैं:.
आंशिका: साले तू कुत्ता, हरामी, गाली दे रहा है बेकार मैं:.
मैं: आज तू मिल, तेर्को दिखौँगा अपना हरामीपन, साली.
आंशिका: हाँ मैं: भी देख लूँगी, कितना दम है तेरे मैं:.
मैं: साली बोल ऐसे रही है, जैसे चूत दे देगी आज
आंशिका: बेकार के सपने मत देख, जा अब मैं: खाने जा रही हूँ बाइ.
मैं: किसी का लंड मत खा जआइओ ग़लती से.
उसका 10: 20 पर कॉल आया..
आंशिका: हाय ,
मैं: हाय
आंशिका: मैं: यहाँ से 10 मीं मैं: निकलूंगी, तुम आ जाओ
मैं: आ रहा हूँ
आंशिका: क्या हुआ इतने उखड़े उखड़े क्यूँ हो?
मैं: और नहीं तो क्या, 2 घंटे से बेकार घर के बाहर घूम रहा हूँ, की कब फ्री होगी, और तू है की मज़े कर रही है वहाँ.
आंशिका: सो सॉरी यार, मेरी वजह से तुम बोर हुए, अछा गली देने का मान है तो देलो.
मैं: वो तो दे ही रहा हूँ मन मैं:, कुतिया साली.
आंशिका: अछा मेरे नाराज़ कुत्ते, कितनी देर मैं: आ रहा है यहाँ?
मैं:10 मीं मैं:.
आंशिका: ठीक है आजा जल्दी, आई एम् वेटिंग और हाँ सॉरी .
मैं: वहाँ आऊंगा तब बोल्*िओ.
आंशिका: ओक आजा, बाइ
मैने एक कॉंडम का पॅकेट ले लिया था इस उम्मीद मैं: की कहीं ये साली आज चूत दे डाले मुझे , ये गुस्सा तो बस एक बहाना था इसे गाली देने का और बाद मैं: इसका एडवांटेज लेने का. सो मैं: अब वहाँ से चल पड़ा वेन्यू की और. उस दिन बहुत मॅरेजस थी, हर जगह पंडाल, बॅंक्वेट हॉल सजे हुए थे, मतलब की बहुत सारी लड़कियाँ चुदने वाली थी अगले दिन अपनी सुहग्रात मैं:. मैं: स्पीड से बाईक चला रहा था ताकि वहाँ जल्दी पहुँचुन. मैं: वेन्यू पर पहुँच गया वहाँ जाकर देखा तो 4 – 4 पंडाल आमने सामने लगे हैं, मुझे नहीं पता था की हू उनमे से किस में है. मैने उसे फोन करा….
मैं: हेलो,
आंशिका: हाय , कहाँ हो.
मैं: मैं: पहुँच गया पर तुम किस शादी मैं: हो.
आंशिका: किरण वेड्स अनिल वाली मैं: हूँ
मैं: बाहर आओ.
आंशिका: आती हूँ 5 मीं, एक बार अपनी फ्रेंड ब्राइड से मिल आऊ
ओके .