17-03-2020, 02:52 PM
अब मैं रुटीन से कॉलेज जाने लगा था.
22 दिन हो गये थे, मुझे उन दोनों के बीच मे कुछ देखे हुए.
इस बीच, अंकल ने मेरी मम्मी को कितनी बार चोदा, ये बात मुझे नहीं मालूम है.
मुझे आज भी याद है, जुलाई में ही या जुलाई का ख़ात्मा था.
#
एक रात, मेरी मम्मी खाना खाते समय उठ के बाथरूम गई और उल्टी करने लगीं.
मुझे लगा की उनकी तबीयत ठीक नहीं है.
ना तो मुझे दवाई की जानकारी थी, ना कारण पता था.
मम्मी ने उल्टी की और कहा – मैं खाना नहीं खा पाऊँगी… तू खा ले और मेरा भी प्लेट रख देना, सींक मे…
मैंने, वैसा ही किया.
मम्मी, बिस्तर पर जा के लेट गई.
उन्होंने उस दिन, बीच रात मे भी कई बार उल्टी की.
मुझे सच में चिंता हो गई थी क्यूंकि मुझे लग रहा था मम्मी नीड्स डॉक्टर क्यूंकि ऐसे उल्टियाँ, आम तौर पर तो होती नहीं है.
#
सुबह, मैंने मम्मी से पूछा – क्या आप ठीक है… ??
मम्मी ने कहा – हाँ… मैं अब ठीक हूँ… मेडिसिन खा लूँगी…
मैंने कहा – ठीक है… मैं उस दिन, कॉलेज चला गया…
शाम को, जब मैं वापस आया मम्मी वैसे ही थीं… उन्हें वैसे ही 2 3 बार उल्टी हुई…
#
रात में करीबन 9 बजे, मम्मी बालकनी मे खड़ी हो के अंकल से बात कर रही थीं.
मैं धीरे धीरे, उनकी बातें सुन रहा था.
मम्मी, अंकल से कह रही थीं – मैंने कहा ना, कल आइए… मुझे कुछ बात करना है… ज़रूरी है… प्लीज़, कल आइए… सुबह मे…
उसके बाद, उन्होंने फोन रख दिया और किचन में चली गईं.
मैं सोच में था, आख़िर ऐसा क्या है जो मम्मी श्लोक के पापा को बुला रही हैं… लेकिन एक बात मेरे मन में ज़रूर आ रही थी, कुछ तो गड़बॅड चल रही है…
मैंने सोच लिया था की कल मैं जान के रहूँगा, जो मुझसे छिपाया जा रहा है.
#
अगले दिन, मैं ठीक उसी तरह से कॉलेज जाने के बहाने से बाहर निकाला और अंकल के घर आने के बाद उनकी बातें सुनने के लिए बालकनी के साइड से चला गया.
खिड़की के पास, मैंने देखा अंकल बिस्तर पर बैठे हुए थे और मेरी मम्मी उनके सामने खड़ी थीं और मेरी मम्मी ने अपना हाथ, अंकल के गाल पर रख हुआ था.
अंकल ने अपना हाथ, मेरी मम्मी के चुत्तड़ पर रख दिया था और सहला रहे थे और मेरी मम्मी अपने हाथ से अंकल का हाथ हटा रही थीं और कहा – अभी, ये सब नहीं करना है…
अंकल ने कहा – क्यों, मेरी जान… आज क्या हुआ… ?? अच्छा, कोई बात नहीं… बता फिर, क्यों बुलाया है… क्या हुआ है… ??
मम्मी ने कहा – एक मिनट…
मम्मी ने अंकल का सिर पकड़ा और अपने पेट से सटाया.
मुझे समझ नहीं आ रहा था, मम्मी क्या कर रही है.
अंकल ने सिर ऊपर किया और कहा – क्या हुआ, बोलेगी… ??
मम्मी ने कहा – आपका प्यार, मेरे पेट मे है…
अंकल ने कहा – मतलब… ??
मम्मी ने, उन्हें चूमते हुए कहा – मैं आपके बच्चे की माँ बनने वाली हूँ…
अंकल उठ के खड़े हो गये.
मैंने अंकल के तरफ देखा.
उनके चेहरे का रुख़, बदल गया था.
मम्मी ने उन्हें पीछे से पकड़ लिया और कहा – आप खुश है ना… ??
अंकल ने, मेरी मम्मी का हाथ हटाया और अलग होते हुए कहा – तुम्हें इतना यकीन कैसे है… ??
मम्मी ने कहा – मैंने टेस्ट किया है और इट्स कन्फर्म…
अंकल ने कहा – लेकिन, ये कैसे संभव है… ??
मम्मी ने कहा – मैं समझी नहीं…
अंकल ने कहा – साली छीनाल… ये हटाना होगा… मैं कैसे मान लूँ, ये मेरा है… तू साली सड़क की कुतिया, पता नहीं कितने लंड से चुदवाती हो…
मम्मी ने कहा – ये आप क्या बोल रहे हैं… क्या हो गया आपको… ये आपका प्यार है… मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ…
अंकल ने कहा – वो सब तो ठीक है, लेकिन ये हटाना होगा…
मम्मी ने कहा – क्यों, मगर… ??
अंकल ने रख के, मम्मी को एक दिया और कहा – छीनाल की औलाद, तू होश मे नहीं है क्या… कैसे इस बच्चे को रखोगी और क्या कहोगी सबसे… मैं रेडी नहीं हूँ… मैं कैसे मान लूँ, ये मेरा ही है… फकीर की झोली में, ना जाने कौन सा दाना किस का है…
अंकल के पीटने से, मम्मी गिर गई थीं.
वो खड़े हो के बैठ गई और अंकल से कहा – इसका मतलब, आप सिर्फ़ मुझे इस्तेमाल कर रहे हैं… मेरे जिस्म से खेल रहे थे…
अंकल ने कहा – देख महक, ये सब शुरू मत कर… तेरी असलियत खोलने पर आया तो… खैर छोड़…
अंकल ने एक सिगरेट जलाई.
कुछ देर लंबी लंबी साँसे ली, फिर बोले – देखो महक, तुम जानती हो… मैं तुम्हें पसंद करता हूँ लेकिन इस बच्चे के लिए तुम्हें अबॉर्षन करना होगा… ये मेरा आख़िरी फ़ैसला है…
ये सब सुनते ही मुझे लगा, जैसे मैं पागल हो जाऊंगा.
अंकल ने कहा – मैं डॉक्टर से बात करता हूँ… तुम्हें चलना होगा…
मम्मी ने कहा – मैं नहीं जाउंगी… कहा ना…
अंकल ने कहा – दिमाग़ सही नहीं है, तुम्हारा… मुझे परेशान मत करो… मेरा आपा खो गया तो ठीक नहीं होगा… मैं कह रहा हूँ, इसे हटाना होगा…
अंकल बहुत गुस्से मे थे और सॉफ दिख रहा था, वो खुद को शांत करने के कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा – देख महक, अब मैं बहस नहीं चाहता हूँ… कल रेडी रहना… दिन मे…
मेरी मम्मी, बैठ के रोने लगीं.
अंकल उनके पास गये और उन्होंने अपने गले से लगा लिया.
मम्मी ने कहा – आप मुझसे प्यार नहीं करते है… आपने सिर्फ़, मेरा इस्तेमाल किया…
अंकल ने कहा – मैने की तूने… मेरा मुँह मत खुलवा, महक… ये शराफ़त का ढोंग, अपने पति के सामने करना समझी… और देख, मुझे अपना प्यार दिखाने के लिए बच्चे की ज़रूरत नहीं है… तू भी जानती है, हम अभी इसके लिए रेडी नहीं है…
मम्मी ने कहा – खोल ही लीजिए, अपना मुँह… रंडी हूँ मैं… यही कहना चाहते हैं, आप… हाँ हूँ मैं रंडी पर अगर बच्चा, दीदी के पेट मे होता तो…
अंकल बहुत गुस्से मे आ गये और कहा – महक, मैंने तुम्हें कितने बार कहा है की तुम अपने आप को मेरी वाइफ से कम्पेयर मत किया करो… अब बहस मत करना, दुबारा इस विषय को लेके…
मैं वहां से, धीरे से निकल गया.
अंकल और मेरी मम्मी, कमरे मे बात कर रहे थे.
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मैं दिन मे, जब कॉलेज से लौटने का टाइम होता है वापस आया.
मैंने देखा, मेरी मम्मी का मूड बहुत ऑफ था.
ऐसा लग रहा था, जैसे वो दिन भर रो रही थीं.
मुझे मम्मी की स्थिति समझ मे आ रही थी क्यूंकि वो अंकल से प्यार करने लगीं थीं लेकिन अंकल मेरी मम्मी को सिर्फ़ इस्तेमाल कर रहे थे और ये बात मेरी मम्मी भी समझ रही थीं.
#
अगले दिन, जब मैं कॉलेज से आया.
मैंने देखा, मेरी मम्मी कमरे मे लेटी हुई है.
उन्होंने मुझसे कहा – खाना निकाल के खा ले…
मैंने वही किया.
#
इसी तरह, दो दिन बीत गये.
मेरी मम्मी, बहुत चुप चुप थीं.
मैंने मम्मी के मोबाइल पर, मैसेजस भी देखे.
उसमें सिर्फ़ अंकल के मैसेज थे.
मेरी मम्मी का कोई रिप्लाइ नहीं था.
उसमें अंकल ने कई बार लिखा भी था, रिप्लाइ दो प्लीज़… देखो, मुझे गुस्सा आ गया था…
मैंने मम्मी के कॉल हिस्टरी भी देखा.
उसमें उनके कई मिस कॉल थे शायद मेरी मम्मी, अंकल का कॉल नहीं पिक कर रही थीं.
उस वक़्त तक मैं, मम्मी को अपसेट नहीं देख पा रहा था लेकिन खुश था, कम से कम अंकल से उनका रीलेशन ख़तम हो जाए.
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उसी वीक में, मैंने मम्मी के टेबल पर रिपोर्ट देखा जिससे मुझे मालूम चला की मम्मी ने अबॉर्षन करा लिया है.
दोस्तो ये इन्सिडेंट हुए, 1 महीने हो चुका था और मेरी मम्मी ने अंकल से कोई कॉंटॅक्ट नहीं किया था.
श्लोक तो हमेशा की तरह, अपने मम्मी के साथ नानी के घर चला गया था.
मैं और मम्मी, यही थे.
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22 दिन हो गये थे, मुझे उन दोनों के बीच मे कुछ देखे हुए.
इस बीच, अंकल ने मेरी मम्मी को कितनी बार चोदा, ये बात मुझे नहीं मालूम है.
मुझे आज भी याद है, जुलाई में ही या जुलाई का ख़ात्मा था.
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एक रात, मेरी मम्मी खाना खाते समय उठ के बाथरूम गई और उल्टी करने लगीं.
मुझे लगा की उनकी तबीयत ठीक नहीं है.
ना तो मुझे दवाई की जानकारी थी, ना कारण पता था.
मम्मी ने उल्टी की और कहा – मैं खाना नहीं खा पाऊँगी… तू खा ले और मेरा भी प्लेट रख देना, सींक मे…
मैंने, वैसा ही किया.
मम्मी, बिस्तर पर जा के लेट गई.
उन्होंने उस दिन, बीच रात मे भी कई बार उल्टी की.
मुझे सच में चिंता हो गई थी क्यूंकि मुझे लग रहा था मम्मी नीड्स डॉक्टर क्यूंकि ऐसे उल्टियाँ, आम तौर पर तो होती नहीं है.
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सुबह, मैंने मम्मी से पूछा – क्या आप ठीक है… ??
मम्मी ने कहा – हाँ… मैं अब ठीक हूँ… मेडिसिन खा लूँगी…
मैंने कहा – ठीक है… मैं उस दिन, कॉलेज चला गया…
शाम को, जब मैं वापस आया मम्मी वैसे ही थीं… उन्हें वैसे ही 2 3 बार उल्टी हुई…
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रात में करीबन 9 बजे, मम्मी बालकनी मे खड़ी हो के अंकल से बात कर रही थीं.
मैं धीरे धीरे, उनकी बातें सुन रहा था.
मम्मी, अंकल से कह रही थीं – मैंने कहा ना, कल आइए… मुझे कुछ बात करना है… ज़रूरी है… प्लीज़, कल आइए… सुबह मे…
उसके बाद, उन्होंने फोन रख दिया और किचन में चली गईं.
मैं सोच में था, आख़िर ऐसा क्या है जो मम्मी श्लोक के पापा को बुला रही हैं… लेकिन एक बात मेरे मन में ज़रूर आ रही थी, कुछ तो गड़बॅड चल रही है…
मैंने सोच लिया था की कल मैं जान के रहूँगा, जो मुझसे छिपाया जा रहा है.
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अगले दिन, मैं ठीक उसी तरह से कॉलेज जाने के बहाने से बाहर निकाला और अंकल के घर आने के बाद उनकी बातें सुनने के लिए बालकनी के साइड से चला गया.
खिड़की के पास, मैंने देखा अंकल बिस्तर पर बैठे हुए थे और मेरी मम्मी उनके सामने खड़ी थीं और मेरी मम्मी ने अपना हाथ, अंकल के गाल पर रख हुआ था.
अंकल ने अपना हाथ, मेरी मम्मी के चुत्तड़ पर रख दिया था और सहला रहे थे और मेरी मम्मी अपने हाथ से अंकल का हाथ हटा रही थीं और कहा – अभी, ये सब नहीं करना है…
अंकल ने कहा – क्यों, मेरी जान… आज क्या हुआ… ?? अच्छा, कोई बात नहीं… बता फिर, क्यों बुलाया है… क्या हुआ है… ??
मम्मी ने कहा – एक मिनट…
मम्मी ने अंकल का सिर पकड़ा और अपने पेट से सटाया.
मुझे समझ नहीं आ रहा था, मम्मी क्या कर रही है.
अंकल ने सिर ऊपर किया और कहा – क्या हुआ, बोलेगी… ??
मम्मी ने कहा – आपका प्यार, मेरे पेट मे है…
अंकल ने कहा – मतलब… ??
मम्मी ने, उन्हें चूमते हुए कहा – मैं आपके बच्चे की माँ बनने वाली हूँ…
अंकल उठ के खड़े हो गये.
मैंने अंकल के तरफ देखा.
उनके चेहरे का रुख़, बदल गया था.
मम्मी ने उन्हें पीछे से पकड़ लिया और कहा – आप खुश है ना… ??
अंकल ने, मेरी मम्मी का हाथ हटाया और अलग होते हुए कहा – तुम्हें इतना यकीन कैसे है… ??
मम्मी ने कहा – मैंने टेस्ट किया है और इट्स कन्फर्म…
अंकल ने कहा – लेकिन, ये कैसे संभव है… ??
मम्मी ने कहा – मैं समझी नहीं…
अंकल ने कहा – साली छीनाल… ये हटाना होगा… मैं कैसे मान लूँ, ये मेरा है… तू साली सड़क की कुतिया, पता नहीं कितने लंड से चुदवाती हो…
मम्मी ने कहा – ये आप क्या बोल रहे हैं… क्या हो गया आपको… ये आपका प्यार है… मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ…
अंकल ने कहा – वो सब तो ठीक है, लेकिन ये हटाना होगा…
मम्मी ने कहा – क्यों, मगर… ??
अंकल ने रख के, मम्मी को एक दिया और कहा – छीनाल की औलाद, तू होश मे नहीं है क्या… कैसे इस बच्चे को रखोगी और क्या कहोगी सबसे… मैं रेडी नहीं हूँ… मैं कैसे मान लूँ, ये मेरा ही है… फकीर की झोली में, ना जाने कौन सा दाना किस का है…
अंकल के पीटने से, मम्मी गिर गई थीं.
वो खड़े हो के बैठ गई और अंकल से कहा – इसका मतलब, आप सिर्फ़ मुझे इस्तेमाल कर रहे हैं… मेरे जिस्म से खेल रहे थे…
अंकल ने कहा – देख महक, ये सब शुरू मत कर… तेरी असलियत खोलने पर आया तो… खैर छोड़…
अंकल ने एक सिगरेट जलाई.
कुछ देर लंबी लंबी साँसे ली, फिर बोले – देखो महक, तुम जानती हो… मैं तुम्हें पसंद करता हूँ लेकिन इस बच्चे के लिए तुम्हें अबॉर्षन करना होगा… ये मेरा आख़िरी फ़ैसला है…
ये सब सुनते ही मुझे लगा, जैसे मैं पागल हो जाऊंगा.
अंकल ने कहा – मैं डॉक्टर से बात करता हूँ… तुम्हें चलना होगा…
मम्मी ने कहा – मैं नहीं जाउंगी… कहा ना…
अंकल ने कहा – दिमाग़ सही नहीं है, तुम्हारा… मुझे परेशान मत करो… मेरा आपा खो गया तो ठीक नहीं होगा… मैं कह रहा हूँ, इसे हटाना होगा…
अंकल बहुत गुस्से मे थे और सॉफ दिख रहा था, वो खुद को शांत करने के कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा – देख महक, अब मैं बहस नहीं चाहता हूँ… कल रेडी रहना… दिन मे…
मेरी मम्मी, बैठ के रोने लगीं.
अंकल उनके पास गये और उन्होंने अपने गले से लगा लिया.
मम्मी ने कहा – आप मुझसे प्यार नहीं करते है… आपने सिर्फ़, मेरा इस्तेमाल किया…
अंकल ने कहा – मैने की तूने… मेरा मुँह मत खुलवा, महक… ये शराफ़त का ढोंग, अपने पति के सामने करना समझी… और देख, मुझे अपना प्यार दिखाने के लिए बच्चे की ज़रूरत नहीं है… तू भी जानती है, हम अभी इसके लिए रेडी नहीं है…
मम्मी ने कहा – खोल ही लीजिए, अपना मुँह… रंडी हूँ मैं… यही कहना चाहते हैं, आप… हाँ हूँ मैं रंडी पर अगर बच्चा, दीदी के पेट मे होता तो…
अंकल बहुत गुस्से मे आ गये और कहा – महक, मैंने तुम्हें कितने बार कहा है की तुम अपने आप को मेरी वाइफ से कम्पेयर मत किया करो… अब बहस मत करना, दुबारा इस विषय को लेके…
मैं वहां से, धीरे से निकल गया.
अंकल और मेरी मम्मी, कमरे मे बात कर रहे थे.
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मैं दिन मे, जब कॉलेज से लौटने का टाइम होता है वापस आया.
मैंने देखा, मेरी मम्मी का मूड बहुत ऑफ था.
ऐसा लग रहा था, जैसे वो दिन भर रो रही थीं.
मुझे मम्मी की स्थिति समझ मे आ रही थी क्यूंकि वो अंकल से प्यार करने लगीं थीं लेकिन अंकल मेरी मम्मी को सिर्फ़ इस्तेमाल कर रहे थे और ये बात मेरी मम्मी भी समझ रही थीं.
#
अगले दिन, जब मैं कॉलेज से आया.
मैंने देखा, मेरी मम्मी कमरे मे लेटी हुई है.
उन्होंने मुझसे कहा – खाना निकाल के खा ले…
मैंने वही किया.
#
इसी तरह, दो दिन बीत गये.
मेरी मम्मी, बहुत चुप चुप थीं.
मैंने मम्मी के मोबाइल पर, मैसेजस भी देखे.
उसमें सिर्फ़ अंकल के मैसेज थे.
मेरी मम्मी का कोई रिप्लाइ नहीं था.
उसमें अंकल ने कई बार लिखा भी था, रिप्लाइ दो प्लीज़… देखो, मुझे गुस्सा आ गया था…
मैंने मम्मी के कॉल हिस्टरी भी देखा.
उसमें उनके कई मिस कॉल थे शायद मेरी मम्मी, अंकल का कॉल नहीं पिक कर रही थीं.
उस वक़्त तक मैं, मम्मी को अपसेट नहीं देख पा रहा था लेकिन खुश था, कम से कम अंकल से उनका रीलेशन ख़तम हो जाए.
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उसी वीक में, मैंने मम्मी के टेबल पर रिपोर्ट देखा जिससे मुझे मालूम चला की मम्मी ने अबॉर्षन करा लिया है.
दोस्तो ये इन्सिडेंट हुए, 1 महीने हो चुका था और मेरी मम्मी ने अंकल से कोई कॉंटॅक्ट नहीं किया था.
श्लोक तो हमेशा की तरह, अपने मम्मी के साथ नानी के घर चला गया था.
मैं और मम्मी, यही थे.
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