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Adultery मम्मी बनी दोस्त के पापा की रखैल...
#30
(भाग-7)



कुछ देर देखने के बाद, वो लेट के अपनी जीभ से मेरी मम्मी की पैंटी को चूत के ऊपर से चाटने लगे.

अंकल की आँखों से, हरकत से, सब से वासना सॉफ झलक रही थी.

कुछ देर चूत चाटने के बाद, उसे रगड़ते हुए अंकल बोले – महक, तूने तो दो से चुदवाने के नाम से ही छोड़ दिया था… सही में चुदि थी, तब क्या हुआ था… बता ना, महक…

मम्मी तो आज थी ही बिंदास, पहले की ही तरह गाली निकालते हुए बोली – माँ के लौड़े, तेरी अम्मा का भोसड़ा… गांड फटी हुई थी, जब पहली बार दो से चुदि थी… दोनों ने, कुतिया की तरह चोदा… तू रहम करता है, क्या मुझ पर अकेला… दो लंड फिर क्या लौड़ा, रहम करेगें… गान्डू… एक ने नीचे लेट कर चूत में पेल दिया था और दूसरा ऊपर चढ़ कर, गांड चोद रहा था… मां चुद रही थी, मेरी…

अंकल का हाथ, इस दौरान मम्मी की चूत को ऐसे रगड़ रहा था जैसे उनके हाथ में कोई मशीन लगी हो और वो तेज़ी से, आगे पीछे हो रही हो…

अंकल भी ज़ोर ज़ोर की सिसकारियाँ भर रहे थे और फिर, वो बोले – माँ की चूत तेरी, महक… तेरी बहन का भोसड़ा…. रंडी बनने के लिए ही पैदा हुई है तू… साली मां की लौड़ी, तू तो कह रही थी तूने अपने घर में ही चुदवाया था… तेरे घर वाले, कहाँ मां चुदा रहे थे तब…

मम्मी – गान्डू, तेरी गांड में दम नहीं होगा सुनने का…

अंकल – माँ की चूत तेरी, छीनाल… मैं जानता हूँ, तू कितनी बड़ी रंडी है… अपने बाप से चुदि है अगर ये भी बोले तो भी मैं मान लूँ…

मम्मी – गांड के छेद, तू भी तो अपनी मां चोद के बैठा है… सुन सकता है तो सुन मेरी माँ लेकर आई थी, मेरे ग्राहक…

अंकल – महक, तेरी मां की चूत… ये तो सच नहीं हो सकता…

मम्मी ने ज़ोर की सिसकारी भरी और अंकल के हाथ को अपनी चूत पर भींच लिया…

मम्मी – सच है… खूब चुदवाया मेरी माँ ने मुझे, मेरे बाप के बिस्तर पकड़ने के बाद… आ आ ह ह ह ह ह…

और मम्मी ने बहुत ज़ोर से पानी छोड दिया…

उनका इतना पानी निकला की मैंने उनकी जांघों तक पर बहते देखा.

इसके बाद भी, मम्मी से काबू नहीं हुआ.

वो उठी, अंकल को पटका और अपनी पैंटी किनारे करके, अंकल के मुँह में बेहद तेज़ धार मारने लगी.

पहले अंकल ने थोड़ा मुँह इधर उधर किया, फिर वो भी बड़े मज़े से मम्मी का “मूत पान” करने लगे.

मम्मी की मूत की गंध उस दिन इतनी तेज़ थी की मुझे बाहर तक जली जली सी, गंध आ रही थी.

अंकल ने अब मेरी मम्मी की जांघों को कस के पकड़ लिया था और फैलाए हुए थे.

मम्मी अपने दाँत से, अपने होंठ दबाए हुए अंकल के बाल नोचने लगीं.

अंकल जिस तरह से, मेरी मम्मी की पैंटी को चूत के ऊपर से चाट रहे थे, ऐसा लगा रहा था जैसे, आज अंकल मेरी मम्मी की चूत और उनकी जालीदार पैंटी खा जाएँगे.

मम्मी ने पैंटी साइड में करके मुता था तो उनकी जांघों में और पैंटी में मूत लगी थी.

मेरी मम्मी की पैंटी को, अंकल ने और गीला कर दिया था.

अंकल, मम्मी की मूत वाली चूत चाट रहे थे.

मम्मी ने कहा – अब बर्दाशत नहीं हो रहा है, मुझसे… बहुत ज़्यादा आग लगा दी, आपने… मुझसे तो मेरे रंडीपने के किस्से बहुत सुन लिए… लेकिन आपके और आपकी माँ की चुदाई की कहानी, अभी भी अधूरी है… आग लगी हुई है, मेरी चूत में… चोदिये ना, अब प्लीज़…

अंकल ने कहा – जानू, इसी लिए तो तुझे यहाँ लाया हूँ, आज तेरी आग को शांत करूँगा… पूरी चुदाई सुनाता हूँ, जानू… लेकिन पहले ज़रा एक मिनिट, मेरी जान…

अंकल उठे और मम्मी के चेहरे के पीछे खड़े हो गये और अपने लंड को पकड़ लिया.

कुछ देर में, उनके लंड से मूत की धार निकल पड़ी.

मम्मी ने भी तुरंत मुँह खोल लिया और गटा गट अंकल की मूत पीने लगी.

उफ्फ !! नंगा नाच हो रहा था “अश्लीलता और वासना” का.. ..

अंकल ने पूरी धार मारी और फिर एक ही झटके मे, मेरी मम्मी की पैंटी खींच के निकाल दिया और अपनी पैंट निकाल के अंडर वियर उतार के नंगे हो गये.

अब अंकल और मेरी मम्मी, पूरी तरह नंगे थे.

बिस्तर पर, अंकल का लण्ड पूरा खड़ा हुआ था.

“एक दम टाइट.”

मम्मी बिस्तर पर बैठ गई और अंकल आगे होकर, घुटनों के बल आ गये.

अंकल का लण्ड, मेरी मम्मी के मुंह के सामने था.

अंकल ने, मेरी मम्मी के मुंह पर उनके बाल पकड़ते हुए अपना पूरा लण्ड मेरी मम्मी के मुंह में घुसा दिया और उनसे अपना लण्ड चुसवाने लगे.

मम्मी फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच करके अंकल का पूरा लण्ड अपने मुंह के अंदर बाहर करने लगीं.

अंकल ने, अपनी आँखें बंद कर ली थीं.

वो बड़े इत्मीनान से, मेरी मम्मी से अपना पूरा लण्ड चूसवाते थे.

अंकल ने कहा – एक मिनट रुक…

मम्मी ने मुंह से, अंकल का लण्ड निकाल लिया.

अंकल उतर के गये और अपने पर्स में से कॉन्डम ले के आए और साथ मे अपना मोबाइल भी और फिर से, मेरी मम्मी के मुंह मे लण्ड घुसा दिया.

मैंने देखा, अंकल ने बड़ी चालाकी से अपने मोबाइल को उस तरफ कर लिया था.

मेरी मम्मी, लण्ड चूसने मे मस्त थीं.

तभी अचनाक, मेरी मम्मी ने ऊपर देखा और कहा – ये क्या कर रहे है, आप… ??

अंकल ने कहा – क्या हुआ, महक… ??

मम्मी ने कहा – आप वीडियो बना रहे हैं…

अंकल ने कहा – तो क्या हुआ… ??

मम्मी ने कहा – ये ग़लत है…

अंकल ने कहा – तुम्हें क्या लगता है… मैं किसी को दिखा दूँगा… अरे, ये मैं अपने लिए ले रहा हूँ… तेरी याद जब आएगी, इसे देख लूँगा ना… कुछ नहीं तो मूठ ही मार लूँगा…

मम्मी, अब बहुत नाराज़ सी लगने लगी थीं.

अंकल ने कहा – मुझ पर विश्वास रख, महक…

अंकल ने फिर, मेरी मम्मी के बाल पकड़े और अपना लण्ड मेरी मम्मी के मुंह मे घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगे.

कुछ देर तक, ऐसा ही चलता रहा.

सॉफ दिख रहा था की मम्मी को, अब उतना मज़ा नहीं आ रहा.

उसके बाद, अंकल ने मोबाइल को टेबल पर रख दिया लेकिन मैंने देखा अंकल के मोबाइल का कैमरा इसी तरफ था.

मेरी मम्मी, टांग फैला के बिस्तर पर लेट गई.

अंकल आए और उन्होंने एक तकिया लिया और मेरी मम्मी के कमर के नीचे रख दिया और अपने हाथों से मेरी मम्मी की जांघें फैला के, अपने लण्ड का टोपा मेरी मम्मी के चूत के ऊपर रख दिया.

उनका लण्ड, नीचे सरक के आ गया.

मम्मी ने, अपना हाथ आगे किया और अंकल का लण्ड पकड़ के अपनी चूत मे घुसा लिया.

अंकल का टोपा, मेरी मम्मी की चूत के अंदर था.

अंकल ने कमर आगे की और मेरी मम्मी के मुंह से – आ आ आ अहह निकल गई.

मैंने देखा, अंकल का आधा लण्ड मेरी मम्मी के चूत मे चला गया था.

अब अंकल बोले – साली रांड़, किससे चुदवा रही है…

मम्मी ने एकदम से उचक के बोला – क्या बक रहे हैं, आप… ??

अंकल – साली छीनाल, चूतिया नहीं हूँ मैं… अच्छे से जानता हूँ, तेरी चूत कितने दिन में कितनी कसाती है… फट से, घुस गया लंड अंदर… तेरा पति तो है नहीं और मैंने तो उस दिन से तुझे चोदा नहीं…

मम्मी – आप मुझ पर, शक कर रहे हैं…

अंकल – नहीं, यकीन से कह रहा हूँ… घाट घाट का पानी पिया है, मैंने… औरत के बदन को, उससे ज़्यादा जानता हूँ… समझी… अब बता किससे चुदि…

मम्मी – यकीन कीजिए, किसी से नहीं…

अंकल – देख महक… तू किसी से चुदि भी होगी तो मुझे परेशानी नहीं… बल्कि मुझे तो मज़ा ही आएगा… मैंने कहा था, हम मज़े करेंगें… वही बातें तो हम कर रहे थे… बस मुझे, तेरा झूठ बोलना पसंद नहीं…


मम्मी – देखिए, मैंने आपको सब सच बता दिया… तो आपसे क्यूँ झूठ बोलूँगी… हाँ ये ज़रूर है की एक दो दिन से मन कर रहा था तो केला डाल लिया था… शायद इसलिए…

अंकल – ओह !! वही तो मैं सोच रहा था… मुझे मेरी महक पर पूरा भरोसा है… पर सच में महक दो लंड से तेरी चुदाई हो, कितना मज़ा आए…

अब अंकल ने धीरे धीरे कमर आगे पीछे करना स्टार्ट किया और अंकल लण्ड, मेरी मम्मी के चूत के अंदर बाहर होने लगा.

मेरी मम्मी ने अपने होंठ अपने दाँत से दबा लिए थे और आ अह ह आ आह ह आ आ अह ह आ आह ह आ आह ह… की सिसकारियाँ ले रही थीं.

मुझे लग रहा था या तो मम्मी में अब जस्बात ही नहीं बचे या उनकी कोई इज़्ज़त ही नहीं है.

खैर, अंकल धीरे धीरे यूँही मेरी मम्मी को चोदे जा रहे थे.

अंकल ने मेरी मम्मी की जांघें को, कस के पकड़ लिया था.

अंकल के धक्के से, मेरी मम्मी के मम्मे आगे पीछे हो रहे थे.

मेरी मम्मी ने हाथ पीछे करके बिस्तर पकड़ लिया.

उनके चुचे, तन के ऊपर उठ गये थे.

मम्मी – आ आ आ अहह आ आ आ हहह आ आ अहह… बहुत अच्छा लग रहा है… यूही चोदते रहिए… आपको मज़ा आएगा, मुझे चुदवाते देखने में… बोलिए ना… उसके बाद, मुझे छोड़ तो नहीं देंगें… आ आ आहह…

अंकल ने कहा – तेरे लिए हमेशा रहूँगा, मेरी रानी… बस तू यूँही, मेरे से चिपक के रहना और मुझे ऐसे ही मज़े देना… बता ना, किससे चुदवाएगी मेरे सामने… तेरे मामा का लड़का मानेगा…

मम्मी ने कहा – नहीं… उसके सामने, मैं आपसे नहीं चुदवा सकती… मेरा ये बदन अब आपका है… आ आ आहह… जिससे चाहे, चुद्वा दीजिए…

अंकल – मेरी रानी, मैं हमेशा से जानता था… तू मेरी है… जो चीज़, मुझे पसंद आ जाती है, मैं उसे हर हालत मे पा लेता हूँ और तुझे तो मैंने पहली बार मे पसंद किया था… ढूंढता हूँ कोई लंड, अपनी रानी के लिए… तूने तो इतने लंड लिए, क्या किसी का अब नहीं ले सकती… बता ना…

इस बीच, अंकल ने कस के झटका मारा.

मम्मी के मुंह से आ अहह की चीख निकल गई.

मैंने देखा, अंकल का मज़बूत लण्ड पूरा मेरी मम्मी के चूत में समा गया था.

अब अंकल ने मेरी मम्मी की जांघें पकड़ते हुए ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप की आवाज़ के साथ, मेरी मम्मी की चूत मे पूरा लण्ड अंदर बाहर करने लगे.

मेरी मम्मी के चुचे, तेज़ी से अंदर बाहर ऊपर नीचे होने लगे.

मम्मी ज़ोर ज़ोर से – आ आ आ अहह आ आहह आ अहह मा आ आअ मा आअ मा आ की चीखे निकलने लगीं.

अंकल ने कहा – महक, आज मैं तेरी चूत फाड़ दूँगा… पूरे दिन, चूत मारूँगा तेरी… मैंने आज, तेरे लिए ही अपने काम से छुट्टी ली है… आज दिन भर, तुझे चोदूंगा… तैयार रहना, पहले कहता हूँ… बाद में मत कहना, थक गई हूँ… आज, फाड़ ही दूँगा… आज बहुत गरम भी है, तेरी चूत… पागल हो जाता है, मेरा लण्ड, जब तू अपने जवान बदन को दूसरों को नंगा दिखाने की बात करती है…

मम्मी आवाज़े निकालने लगीं और कहने लगी – तो चुदवाईए ना, मुझे किसी से… उसका लंड लूँगी और आपका चूसूंगी… गांड उछाल उछाल के कुदूँगी, उसके लंड पर… मज़ा आ जाएगा, आपको देखने में…

अंकल ने कहा – हाँ मेरी रानी… तू आज, पूरे दिन मेरी बात मानेगी तो जल्दी ही दूसरे लंड का इंतज़ाम कर दूँगा, तेरे लिए… पर याद रख, मैं तेरी गांड चोदूंगा साथ में…

मम्मी बोलीं – गांड, मुँह जो चाहे चोद लेना… पहले दूसरा लंड लेकर तो आइए…

अंकल – पर हाँ महक, एक बात याद रखना… पहले तुझे अपनी गरम मूत से लंड को डिसइंफेक्ट करना पड़ेगा… मज़े के साथ साथ, सेफ्टी भी ज़रूरी है… याद रखना… भूलना मत…

अंकल चोदते हुए मम्मी से लगातार बात कर रहे थे और मम्मी – आ आ आ अहह योउ आ आहह उूउ आ आ आहह एसस्स स्स… करे जा रहीं थीं.

अब अंकल ने पूछा – बोल ना, महक… मज़ा आएगा, ना तुझे… शादी के बाद, कितने लंड से चुदि है तू… बता ना… उसमें से कोई अभी नहीं आ सकता… आ आहह, मेरी रानी… मज़ा आ गया… और ठप ठप ठप ठप ठप की स्पीड और बढ़ गई.

कुछ देर तक, अंकल ने ऐसे ही मेरी मम्मी को चोदा.

पूरे टाइम, दो लंड से चुदाई की बात चलती रही.

फिर अंकल ने, अपना लण्ड मेरी मम्मी के चूत से बाहर निकाल लिया.

मेरी मम्मी और अंकल, दोनों की साँसें बहुत तेज़ तेज़ चल रही थीं.

मम्मी ने पूछा – क्या हुआ… ?? हो गया… ??

अंकल ने कहा – मेरी जान, कंट्रोल नहीं हो रहा था… निकल जाता… तीन बार निकल चुका है और अभी तो “खेल” शुरू हुआ है…

और उसके बाद, वो हँसने लगे.

“खेल” शब्द और दो लंड की बात से, मुझे यकीन हो गया था अंकल के दिमाग़ में कोई शातिर प्लान चल रहा है.


मुझे ये भी यकीन था, उन्होंने अपने मोबाइल में पूरी चुदाई का वीडियो बना लिया है.

खैर, जो भी हो जल्द ही सामने आने वाला था.

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RE: मम्मी बनी दोस्त के पापा की रखैल... - by usaiha2 - 17-03-2020, 02:49 PM



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