Thread Rating:
  • 0 Vote(s) - 0 Average
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
Adultery मम्मी बनी दोस्त के पापा की रखैल...
#22
कुछ देर इस प्यार भरे मिलन के बाद, अंकल अपनी औकात पर आ गये।


मतलब, अंकल ने मम्मी के बाल पकड़े और धीरे धीरे मेरी मम्मी के होंठ चूसने लगे।

मेरी मम्मी, धीरे धीरे उनका साथ देने लगीं।

समझ में नहीं आता था, कितना “चुदाई का कीड़ा” घुसा था दोनों की गांड में।

फिर कुछ देर बाद, अंकल ने कहा – तू इस रिश्ते को कोई नाम नहीं देना चाहती… कोई बात नहीं… लेकिन, मेरा पूरा साथ दे… मैं तेरी लाइफ रंगीन कर दूँगा…

उसके बाद, फुच फच फुच फच ला फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच करके वो मेरी मम्मी के होंठ चूमने लगे।


अंकल ने अपना हाथ, मेरी मम्मी के चुत्तड़ पर रख दिया और नाइट वियर के ऊपर से सहलाने लगे।

उन्होंने धीरे से, मेरी मम्मी के कपड़े उतार दिए।

मुझे अब साफ साफ, मेरी मम्मी की पैंटी दिख रही थी।

अंकल ने अपना एक हाथ, मेरी मम्मी की पैंटी के अंदर घुसा दिया और चुत्तड़ सहलाने लगे और मेरी मम्मी के होंठ चूसने लगे।

मैं देख रहा था, मेरी मम्मी बार बार हाथ पीछे करके अंकल का हाथ हटा देती थीं।

जब मैंने ध्यान से देखा तो पता चला, अंकल बार बार मम्मी के गांड के छेद मे उंगली घुसा रहे थे।

अंकल ने देखते देखते, मेरी मम्मी की पैंटी खींच के जांघों तक कर दी और अपने हाथ मेरी मम्मी के चुत्तड़ पर सहलाने लगे।

अंकल ने अब खींच के एक चाटा, मेरी मम्मी के चुत्तड़ पर जमा दिया।

मम्मी का चुत्तड़, फिर से बुरी तरह हिल गया।

अंकल, मेरी मम्मी के आँखों में देख रहे थे।

मम्मी के मुंह से – आ आ आहह की आवाज़ निकल गई…

अंकल ने उन्हें देख के मुस्कुराया।

मम्मी ने भी धीरे से स्माइल दी।

अंकल ने खींच के, एक और चाटा मारा।

मम्मी ने फिर से – आहह… किया।

अंकल ने धीरे से, कुछ कहा।

फिर, एक और चाटा मारा।

अंकल ने मम्मी से पूछा – मज़ा आ रहा है, जानू… और ये कहते हुए, खींच के एक चाटा मारा…

मम्मी ने कहा – दर्द हो रहा है… थोड़ा धीरे…

अंकल ने कहा – बढ़िया… और एक बेहद ज़ोर से चाटा मारा…

इस बार मम्मी ने दर्द भरी आवाज़ में कहा – मादर चोद स स स स स… धीरे स स स स स स स स…

मैंने देखा, मेरी मम्मी का चुत्तड़ लाल हो चुका था।

उनके चुत्तड़ पर, अंकल की हथेली के निशान छप चुके थे।

अब अंकल ने मेरी मम्मी के बाल कस के पकड़े और कहा – महक, तुझे तो पता है, चुदाई के वक़्त मुझे तेरे मुँह से गाली निकालना कितना पसंद है…

मम्मी के मुंह से – आ अहह आ… हाँ भडुए, पता है मुझे… तेरी माँ का भोसड़ा, बहन के लौड़े… गाली सुनने के लिए, क्या मेरी माँ चोद देगा… आ आ आ आ आ आ आ आ ह ह स स स… निकलने लगा।

ऐसा महसूस हो रहा था जैसे ये दर्द की नहीं, वासना की आवाज़ हो क्यूंकि मम्मी भले ही गालियाँ बक रही थीं पर उनका विद्रोह नहीं कर रही थीं।

अब अंकल ने मम्मी के बाल पकड़ते हुए, उन्हें छाती से चिपका दिया और अपना बया हाथ पीछे ले जाके अपनी बीच की उंगली मेरी मम्मी के गांड के छेद में घुसा दी।

मम्मी के मुंह से फिर से – आ आ आ अहह… कुत्ते के लंड स स स स… की गाली निकली और दर्द की आवाज़ आई।

अब अंकल ने मम्मी के बाल पकड़ के ऊपर उठाया और मम्मी से कहा – आज, मैं तेरा मालिक हूँ और तू मेरी गुलाम है… तेरी मां क्या, तेरे खानदान की सारी औरतों की मां चोद के रख दूँगा… और वो हँसने लगे।

मम्मी भी उनकी बात सुन कर, मुस्कुराने लगीं।

बड़े ताजुब की बात है, जो मम्मी मुझे साला या कामीने जैसे शब्दों के लिए चिल्ला पड़ती थीं, यहाँ बिंदास अपनी माँ और ना जाने कौन कौन सी गालियाँ बक रहीं थीं और सुन रही थीं।

क्या लंड या चूत, आदमी या औरत को इतना अँधा कर देता है.. ??

या जो भी आम जिंदगी में वर्जित रहता है, उसकी चुदाई के दौरान छूट रहती है।

खैर, अंकल ने कहा – अब तू चुप चाप, मेरी हर बात मानेगी…

उसके बाद, अंकल ने उंगली बाहर निकाल के फिर से अंदर घुसा दी और गोल गोल घुमाने लगे।

अंकल की पूरा उंगली, मेरी मम्मी के गांड के छेद में थी और मेरी मम्मी – आ आ आहह आ आ आआ आ अहह आ आ आ आआ आ आ अहह आ आ आ आआ आहह आ आ आ आ आ आ आअहह… की मादक आवाज़ के साथ, अंकल का साथ दे रही थीं।

अंकल ने हाथ बाहर निकाला और उंगली ऊपर करते हुए, उसे सूँघा और चाट भी लिया।

मुझे हल्की सी उबकाई आ गई।

यहाँ उन्होने फिर से उंगली नीचे ले जाते हुए, मेरी मम्मी के गांड के छेद में घुसा दी और रगड़ने लगे।

अब मेरी मम्मी अंकल के ऊपर से नीचे उतर के, बिस्तर पर बैठ गईं।

अंकल ने खींच के मेरी मम्मी की पैंटी निकाल के ज़मीन पर फेंक दी और मम्मी ने हाथ ऊपर कर दिए।

अंकल ने नाइट वियर पकड़ के ऊपर के तरफ से निकाल के ज़मीन पर गिरा दिया और मेरी मम्मी को पूरा नंगा कर दिया।

अंकल का तना हुआ लण्ड, मुझे उनके हाफ-पैंट में साफ महसूस हो रहा था।

अंकल ने पैंट खींच के जांघों तक कर दी और घुटनों के बल बैठ गये और मेरी मम्मी ने अंकल के लण्ड को पकड़ा और धीरे धीरे सहलाने लगीं।

अंकल, मेरी मम्मी की तरफ देख रहे थे और आँख बंद किए – आ अहह आ अहह इस स स स स स कर रहे थे.


मम्मी ने धीरे से, अंकल की लण्ड की चमड़ी को नीचे कर दिया.

अंकल के लण्ड का सुपाड़ा, बाहर निकल के आ गया.

मम्मी ने पहले लण्ड के सुपाड़े को चूमा और धीरे से, उस पर अपनी जीभ फिराते हुए चाट लिया.

फिर धीरे से अंकल का आधा लण्ड, अपने मुंह में ले के धीरे धीरे चूसने लगीं.

अंकल ने आँखें बंद कर ली थीं और आ अहह महक… आ आ आ आ आ आहह… की धीमी आवाज़ निकालने लगे थे.

मम्मी फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच की आवाज़ के साथ, अंकल के लण्ड को चूसे जा रही थीं.

एक बड़ी लप्प्प्प्प् प्प्प्प्प की आवाज़ के साथ, मम्मी ने अंकल का लण्ड अपने मुंह से निकाल दिया.

अंकल का लंड, मेरी मम्मी के थूक से पूरा गीला हो चुका था.

उनका लण्ड इस समय, बिल्कुल तना हुआ था.

मेरी मम्मी ने अंकल की तरफ देखा और दोनों थोड़ा मुस्कुराए.

उसके बाद, मेरी मम्मी ने सिर नीचे कर दिया और अंकल के अंडे चूसने लगीं.

मम्मी धीरे धीरे अंकल के दोनों अंडे चूस रही थीं और अंकल धीमी आवाज़ में – आ अहह आ अहह… की सिसकारियाँ ले रहे थे.

फुच फच फुच फच की धीमी आवाज़, मेरे कानों में आ रही थी.

अब अंकल थोड़ा हट गये और उन्होंने सबसे पहले, अपनी हाफ पैंट निकाल के ज़मीन पर फेंक दी और पूरे नंगे हो गये.

अब उन्होंने, मेरी मम्मी को लिटा दिया और मेरी मम्मी के बगल में लेट गये और मेरी मम्मी को अपने बदन से चिपका लिया और उनके गले, गाल और लिप पर धीरे धीरे किस करने लगे.

अंकल, अपने हाथ से धीरे धीरे मेरी मम्मी की पीठ सहला रहे थे.

कभी वो अपना हाथ मेरी मम्मी की चुत्तड़ पर सहलाते तो कभी उनकी पीठ पर.

अब भी, हथेली के निशान पड़े हुए थे.

मेरी मम्मी, अपना हाथ अंकल की गर्देन के पीछे ले जाके अंकल का पूरा साथ दे रही थीं.

अंकल बीच बीच में, अपना हाथ आगे ले जाते हुए मेरी मम्मी के चुचे को मसल दे रहे थे.

अब अंकल चूमते हुए, नीचे आ गये और मेरी मम्मी की जांघें को चुम्मी करके, उनकी चूत के पास आ गये और दो उंगलियो से फैलाते हुए, अपनी जीभ मेरी मम्मी की चूत के अंदर डाल दी और चाटने लगे.

अंकल की जीभ का स्पर्श पड़ते ही, मेरी मम्मी ने तिलमिला के अपने चुत्तड़ ऊपर उठा लिए.

अंकल के कस के उनकी जांघें पकड़ लीं और चूत चाटने लगे.

अंकल फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच फुच फच करके, मेरी मम्मी की चूत चाटे जा रहे थे.

मेरी मम्मी ज़ोर ज़ोर से – आ आ आ आ आहह आ आ आ आ आ आहह आ आ आ आ आ आ अहह आ आ आ आ आ अहह… किए जा रही थीं.

मेरी मम्मी ने अपना हाथ पीछे कर दिया और बिस्तर पकड़ लिया.

मेरी मम्मी के चुचे तन गये.

अंकल ने इतनी कस के जांघों से पकड़ बनाया हुआ था की वासना से तड़प रही, मेरी मम्मी हटना चाहती थीं.

लेकिन अंकल, उन्हें आज़ाद नहीं कर रहे थे.

धीरे धीरे, मैंने देखा मेरी मम्मी की चूत से रस टप टप करके निकलने लगा.

अंकल के होंठ पर, रस लग रहा था.

अंकल ने चाटते हुए कहा – तेरी चूत का रस चाटने के लिए, तड़प गया था…

उसके बाद, वो चूत फैलाते हुए मेरी मम्मी की चूत का रस चाटने लगे.

अंकल ने अब जीभ बाहर निकाल ली और धीरे धीरे, मेरी मम्मी की चूत पर चाटे बरसाने लगे.

मम्मी, धीमी आवाज़ में – आ अहह आ आहह की आवाज़ निकालने लगीं.

अब अंकल मेरी मम्मी के बगल से उठ के, सामने चले गये और घुटनों के बल उनके सामने बैठ गये.

अंकल ने मेरी मम्मी की जांघों को फैला दिया और टांगों के बीच में आ गये.

उन्होंने मम्मी की कमर के नीचे, तकिया रख दिया.

मैंने देखा, मेरी मम्मी की चूत ऊपर हो गई और सीधे अंकल के लण्ड के सीध में आ गई.

अंकल और आगे हो गये और उन्होंने, मेरी मम्मी की जांघों को अपने दोनों हाथों से पकड़ लिया और मेरी मम्मी ने हाथ आगे कर के अंकल का लण्ड पकड़ा और धीरे से अपनी चूत में घुसा लिया और अपनी हाथ पीछे करके, बिस्तर पकड़ लिया.

अंकल ने मेरी मम्मी की आँखों में देखते हुए, अपनी कमर आगे करते हुए धक्का मारा.

मम्मी – आ आ आ आ आहह…

अंकल ने भी कहा – उंह सस्स्स्स्स् स्स्स्स्श ह…

उस समय, अंकल का आधा लण्ड चूत के अंदर जा चुका था.

उसके बाद, अंकल ने अपने आप को अड्जस्ट करते हुए एक और धक्का मारा.

मेरी मम्मी की फिर से, चीख निकल गई.

अंकल का पूरा लण्ड मेरी मम्मी के चूत के अंदर जा चुका था.


अंकल, मेरी मम्मी की आँखों मे देख रहे थे.

अंकल ने मेरी मम्मी को देखते हुए कमर पीछे करते हुए एक और धक्का मारा और उसके बाद धीरे धीरे कमर आगे पीछे करते हुए, मेरी मम्मी को चोदने लगे.

अंकल का आधे से ज़यादा लण्ड, मेरी मम्मी के चूत के अंदर बाहर हो रहा था.

मुझे कानों में – ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप ठप बिस्तर की चर चर चर चर चर… मेरी मम्मी के पायल की छन छन छन छन छन छन और मेरी मम्मी के – आ आ अहह आ आहह आ आ अहह आ आहह ओई ई ईई औउइ ऊओफ फफ फ फ फफ्फ़ ओफ फ फफ फ फफ्फ़ उई ई ई माआ आ उई ई ईई माआ आअ नाही आ आ आ अहह आ आ अहह एस स्स्स्स स्स ओह गूद्द्द्द्द द्ड एस स्स स्स मा आ आ आ ओफ फ फ फफ्फ़ ओफ फ फ फफ्फ़ ओफ़फ्फ़… सुनाई दे रही थी.

अंकल लगातार, अपनी कमर हिलाए जा रहे थे.

हर धक्के पर, मेरी मम्मी के चुचे आगे पीछे हो रहे थे.

पक पक पक पक पक की आवाज़, कमरे में गूँज रही थी.

अंकल ने कहा – महक, सच में आज तेरी चूत फाड़ दूँगा… मैं आज रात भर तुझे चोद चोद के, तेरी चूत की भोसड़ी बना दूँगा… एक मिनट के लिए भी सोने नहीं दूँगा, आज तुझे…

ये कहते हुए, उन्होने स्पीड तेज़ कर दी और धका धक मेरी मम्मी की चुदाई करने लगे.

कुछ देर के बाद, अंकल का लण्ड बाहर निकल गया और अंकल रुक गये.

उनकी साँसें, तेज़ तेज़ चल रही थीं.

वो मेरी मम्मी को देख के हंस रहे थे.

उन्होंने मेरी मम्मी की जाँघ पर 2 थप्पड़ मारे.

उसके बाद, मेरी मम्मी की एक जाँघ को क्रॉस करके दूसरी जाँघ पर चढ़ा दिया.

मेरी मम्मी की चूत चिपकी हुई, बाहर के तरफ थोड़ा हो गई.

अंकल ने मम्मी की जाँघ और चुत्तड़ पर हाथ रखते हुए, कस के धक्का मारा और पूरा लण्ड, मम्मी की चूत में घुसा के उन्हें चोदने लगे.

ठप ठप ठप ठप ठप ठप की आवाज़ आ रही थी.

अंकल बीच बीच में, चाटे मार रहे थे.

मेरी मम्मी के चुत्तड़, अब लाल हो चुके थे.

बिस्तर से लगातार, चर चर चर की आवाज़ आने लगी.

अब अंकल ने मेरी मम्मी से पूछा – महक, मज़ा आ रहा है ना…

मम्मी ने सिसकारी लेते हुए कहा – हाआ आ आ आ आन्णन्न् बहुत मज़ा आ रहा है, तेरी बहन की चूत… बहन के लौड़े, बात मत कर बस चोद… जो बोल रहा है, करके दिखा… बना डाल आज, मुझे कोठे की रंडी… फाड़ दे कुत्ते… तेरी मां की चूत… आ आ आ आअ…

ना जाने क्यूँ, अब अंकल रुक गये.

उनकी साँसें तेज़ चल रही थीं.

मेरी मम्मी भी उठ के बैठ गईं.

मेरी मम्मी के शरीर से, पसीना निकल रहा था.

मम्मी ने एक ही पल में नार्मल होते हुए कहा – आपने फिर से खाया है, ना…

अंकल ने कहा – क्या… ?? और हंसने लगे.

मम्मी ने कहा – वियाग्रा की बात कर रही हूँ, आप जानते हैं…

अंकल ने हंसते हुए कहा – नहीं रानी, मैंने नहीं खाई है…

मम्मी ने कहा – मैं जानती हूँ, आपने खाया है… कब से किए जा रहे हैं… अब तक गिरा क्यों नहीं… मेरे गालियाँ निकालने पर भी…

अंकल हंसने लगे और कहा – चल बाबा… ठीक है… हाँ खाया है…

उसके बाद, अंकल घुटनों के बल बैठ के मेरी मम्मी के मुंह में लण्ड डाल दिया और फिर से मेरी मम्मी लण्ड चूसने लगीं.

यहाँ सवाल ये था की मम्मी ने क्या खाया था.

अंकल ने 2 मिनट बाद, मेरी मम्मी को सीधा लिटा दिया और मेरी मम्मी ने अपनी दोनों टांगें हवा में करके फैला दी.

अंकल, मेरी मम्मी के ऊपर पूरा लेट गये और मेरी मम्मी ने अपने हाथ से अंकल का लण्ड पकड़ के अपनी चूत में घुसा लिया.

अंकल ने मेरी मम्मी के होंठ मे होंठ फँसा लिया.

और, उन्होने कस के धक्का मारा.

मेरी मम्मी की बंद धीमी आवाज़ – हम म्म्म म म मम मम मम म म… मुझे सुनाई दी.

मेरी मम्मी की आँखें, बिल्कुल खुल गई थीं.

उन्होंने अपना नाख़ून, अंकल की पीठ में चुबा दिया था.

अंकल ने कमर उठाते हुए, फिर से कस के धक्का मारा.

मेरी मम्मी की आ आ आ आ आ आ आा आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आहह… की चीख निकल गई.

अंकल का लण्ड इतना बड़ा था की पक्का, उनका टोपा मेरी मम्मी की बच्चेदानी को छू गया होगा.

अंकल ने मम्मी का हाथ हटा के आगे कर दिया और कस के पकड़ लिया और कमर उठा उठा के धक्का मारने लगे.

अंकल का शरीर, इतना मज़बूत था की मेरी मम्मी कोशिश भी कर लेती तो भी शायद उनकी पकड़ से अपने आप को बचा नहीं पाती.

और ऐसा, पहली बार नहीं था.

अंकल जब भी मेरी मम्मी को चोदते हैं, जानवर की तरह.

सीधी भाषा में, कुतिया की तरह.

शायद उन्हें मालूम है की मेरी मम्मी की प्यास, इसी तरह की चुदाई से शांत कर सकते हैं.

मेरी मम्मी – आ आ आ आ आ आ आ आ आ अहह आ आ आ आ आ आ आ अहह ओई ई ईई ई ईई ईईई ईईईई ई इमा आ आ आ आ आअ ओई ममा आ आ आ आ आअ माआ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ माआ आ आ आ आ आ आ आ नहियीई ईई ई ईईई ईईई ई ई ईईई ई ई ईई ई ईई ई आ आ आ आ आ आ आ आ आहह ओफ फ फ फफ फफ फफ फफ फफ फ फफ्फ़ करने लगीं.

मैं देख रहा था, अंकल धीरे धीरे अपनी स्पीड तेज़ किए जा रहे थे..


मम्मी ने कहा – अब बस कीजिए…

अंकल ने धक्का मारते हुए कहा – क्या हुआ… बता ना, क्या हुआ…

मम्मी ने दर्द भरी आवाज़ में कहा – बहुत दर्द हो रहा है…

अंकल ने कहा – आज रात, तू मेरी बीवी है… मज़ा दे मुझे… शांत होके पड़ी रहे… आ आ आ आ अहह… बस शांत होते ही, तुझे आज़ाद कर दूँगा… जानती है ना की जो औरत अपने ख़सम को खुश ना कर सके, वो असल में औरत होती ही नहीं…

अंकल धका धक करके, मेरी मम्मी की चुदाई किए जा रहे थे..

ऐसा लग रहा था, जैसे आज अंकल सच मे मेरी मम्मी की चूत फाड़ देंगे..

कुछ देर तक ऐसे चोदने के बाद, अंकल आगे आते हुए – आ आ आ आ आ आ आ आ आहह आ आ आ आ आ आ आहह आ आ आ आ आ आ आ आ आ आहह करते हुए, मेरे मम्मी के ऊपर लेट गये..

अंकल और मेरी मम्मी के शरीर से, पसीना निकल रहा था..

अंकल कुछ देर, मेरी मम्मी को चूमते रहे..

उसके बाद, वो मेरी मम्मी के ऊपर से हट के उनके बगल में लेट गये..

मेरी मम्मी की चूत से, अंकल का वीर्य बह रहा था..

मेरी मम्मी ने करवट ले लिया और अंकल सीधे लेटे हुए थे..

अपने दोनों पाँव फैलाए, अंकल ने और अपना हाथ मम्मी के बाजू पर रख दिया..

फिर वो, धीरे धीरे सहलाने लगे..

अंकल ने मम्मी को अपने तरफ घुमा लिया और अपने सीने से, पूरा चिपका लिया..

मम्मी ने भी हाथ पीछे करके, अंकल को पकड़ लिया..

अंकल धीरे धीरे, मेरी मम्मी के कानों मे कुछ कह रहे थे और मेरी मम्मी सिर हिला के, उनको हाँ हाँ का जवाब दे रही थीं..

अंकल बीच बीच में, मम्मी के गाल पर किस कर रहे थीं..

मम्मी अब उठ के, वॉशरूम चली गईं..

[+] 1 user Likes usaiha2's post
Like Reply


Messages In This Thread
RE: मम्मी बनी दोस्त के पापा की रखैल... - by usaiha2 - 17-03-2020, 02:37 PM



Users browsing this thread: 3 Guest(s)