17-03-2020, 02:14 PM
मैं दूसरी तरफ जाते हुए, खिड़की के पास गया।
यहाँ से मुझे बिस्तर साफ दिख रहा था।
अंकल ने पहले मम्मी को बिस्तर पर लिटा दिया।
मम्मी, अब पूरे नशे में थीं।
उनकी आँखें नहीं खुल रही थीं।
अंकल के कुछ देर घूर के उनके बदन को देखा, उसके बाद वो रूम से बाहर निकल गये और दरवाज़े को सटा दिया।
मैं वापस मुख्य दरवाज़े के पास, उस खिड़की से देखने लगा।
अंकल आकर उस आदमी के पास बैठ गये और एक ग्लास में शराब भर के पीने लगे।
अंकल ने अपने दोस्त से पूछा – यार, कॉन्डम है.. !
उनके दोस्त ने कहा – नहीं यार.. !
फिर उनके दोस्त ने कहा – तेरे पास तो रहता है, ना.. !
अंकल ने कहा – है, पर एक ही है यार.. ! 4 – 5 तो चाहिए ना.. !
उनके दोस्त ने कहा – साले, तू बहुत कमीना है.. ! लगता है, आज सोने का इरादा नहीं है तेरा.. ! फाड़ मत दियो, भाई.. ! और ये कह के दोनों हंसने लगे।
दारू ख़तम कर के वो दोनों वहाँ से उठ गये और रूम की तरफ जाने लगे।
मैं दूसरी तरफ आ के देखने लगा।
अंकल रूम में आ गये और उन्होंने दरवाज़े बंद कर दिया।
फिर, वो बिस्तर की तरफ बढ़ने लगे।
तब तक उनके मोबाइल पर फोन आया।
अंकल ने फोन उठाया।
अंकल ने कहा – तुम सो जाओ.. ! मैं कल आ जाऊंगा.. ! बारिश में फँस गया हूँ.. ! यहीं अपने दोस्त के यहाँ, रुक गया हूँ.. ! सब यहीं हैं.. ! दारू पी रहे हैं, सब.. ! और अंकल ने कॉल डिसकनेक्ट कर दिया।
मैं समझ गया, आंटी का फोन है।
फिर, मुझे उनके फोन से आवाज़ आई जो “स्विच ऑफ” करते वक़्त आती है।
फिर उन्होंने, मोबाइल को टेबल पर रख दिया।
उसके बाद अपनी शर्ट और बनियान उतार के टेबल के पास पड़ी कुर्सी पर रख दी।
ये बात तो है की अंकल के “मसल्स” बहुत जबरदस्त थे।
तब तक मैंने देखा मम्मी उठ गईं और अंकल को इस तरह देख के थोड़ी घबरा सी गईं।
अंकल ने कहा – आप डरो मत.. ! मैं हूँ.. ! बारिश हो रही थी और आपकी तबीयत भी ठीक नहीं लग रही थी इसीलिए मैं आपको यहाँ लेके आया हूँ.. ! सुबह होते ही, मैं आपको आपके घर छोड़ दूँगा.. !
मम्मी ने मेरे बारे मे पूछा तो अंकल ने कहा – मैंने उसे घर भेज दिया है.. ! अब तक तो पहुँच भी गया होगा.. ! और, इतना कह कर मम्मी के बगल में आकर बैठ गये।
मम्मी थोड़ी सी सहमी हुई सी, लग रही थीं।
उन्होंने अंकल से पूछा – आपने दरवाज़े क्यों बंद कर रखा है.. !
अंकल ने हंसते हुए कहा – ताकि आज हमें कोई परेशान ना करे.. ! और, ये कह के मम्मी को गले से लगा लिया।
अचानक अंकल ने उनके होंठों पर एक किस कर दिया।
मम्मी ने अंकल को धक्का देते हुए पीछे किया और कहा – ये क्या कर रहे हैं, आप.. ! आपको शरम आनी चाहिए.. ! मैं शादीशुदा हूँ और दो बच्चों की माँ हूँ.. !
सच कहूँ तो अंकल उस समय बड़ी आसानी से जो चाहते, मेरी मम्मी के साथ कर सकते थे। लेकिन, उन्होंने ऐसा नहीं किया।
उन्होंने बड़े प्यार से मेरी मम्मी से बात करनी शुरू की – महक जी, आप बहुत खूबसूरत हैं.. ! मैं बहुत दिनों से आपसे ये बात कहना चाहता था पर कह नहीं सका.. ! जब आपको पहली बार देखा था, आपके पति के साथ तब से आपके बारे में सोचता रहता हूँ.. ! अब आप ही बताइए, आप शादीशुदा हैं इसमें मेरी क्या ग़लती है.. ! वैसे सच बात तो ये है महक जी, मैं जानता हूँ की कहीं ना कहीं, आप मुझे पसंद करती हैं.. ! बस आप शादीशुदा हैं इसीलिए आप नहीं कह पा रही हैं.. ! हैं ना.. !
मम्मी ने कहा – प्लीज़ भाई साब.. ! बस कीजिए.. !
अब अंकल मम्मी के करीब आ गये और उन्हें गले से लगाया।
फिर उन्होंने कहा – देखिए महक जी, किसी को कुछ नहीं मालूम चलेगा.. ! यहाँ कोई नहीं है, आपके और मेरे अलावा.. ! मेरा भरोसा कीजिए.. ! मैं आपको कभी बदनाम नहीं होने दूँगा.. ! और, ये कहते हुए अंकल ने मम्मी के होंठों को अपने होंठों में फँसा लिया।
वो अब मेरी मम्मी को चूमने लगे।
मम्मी पूरी तरह से “नशे” में क़ैद थीं।
उनसे हिला भी नहीं जा रहा था।
अंकल ने मम्मी के बाल पकड़ रखे थे और उनके होंठ चूसे जा रहे थे।
असल में, शायद मम्मी को भी मज़ा आ रहा था क्यूंकि वो अंकल का पूरा साथ दे रही थीं या हो सकता है, “शराब का नशा” उनसे ये सब करा रहा था।
आज उन्हें देखे कर लग रहा था की पापा का यहाँ ना होना कितना ग़लत है।
अपने जीवन मे पहली बार, मुझे पापा की कमी का एहसास हुआ।
आज वो यहाँ होते तो अभी उन्हें बुलाकर, अंकल की पिटाई लगवाता और मम्मी की इज़्ज़त बचा लेता।
इज़्ज़त बचा लेता ??
यहाँ से मुझे बिस्तर साफ दिख रहा था।
अंकल ने पहले मम्मी को बिस्तर पर लिटा दिया।
मम्मी, अब पूरे नशे में थीं।
उनकी आँखें नहीं खुल रही थीं।
अंकल के कुछ देर घूर के उनके बदन को देखा, उसके बाद वो रूम से बाहर निकल गये और दरवाज़े को सटा दिया।
मैं वापस मुख्य दरवाज़े के पास, उस खिड़की से देखने लगा।
अंकल आकर उस आदमी के पास बैठ गये और एक ग्लास में शराब भर के पीने लगे।
अंकल ने अपने दोस्त से पूछा – यार, कॉन्डम है.. !
उनके दोस्त ने कहा – नहीं यार.. !
फिर उनके दोस्त ने कहा – तेरे पास तो रहता है, ना.. !
अंकल ने कहा – है, पर एक ही है यार.. ! 4 – 5 तो चाहिए ना.. !
उनके दोस्त ने कहा – साले, तू बहुत कमीना है.. ! लगता है, आज सोने का इरादा नहीं है तेरा.. ! फाड़ मत दियो, भाई.. ! और ये कह के दोनों हंसने लगे।
दारू ख़तम कर के वो दोनों वहाँ से उठ गये और रूम की तरफ जाने लगे।
मैं दूसरी तरफ आ के देखने लगा।
अंकल रूम में आ गये और उन्होंने दरवाज़े बंद कर दिया।
फिर, वो बिस्तर की तरफ बढ़ने लगे।
तब तक उनके मोबाइल पर फोन आया।
अंकल ने फोन उठाया।
अंकल ने कहा – तुम सो जाओ.. ! मैं कल आ जाऊंगा.. ! बारिश में फँस गया हूँ.. ! यहीं अपने दोस्त के यहाँ, रुक गया हूँ.. ! सब यहीं हैं.. ! दारू पी रहे हैं, सब.. ! और अंकल ने कॉल डिसकनेक्ट कर दिया।
मैं समझ गया, आंटी का फोन है।
फिर, मुझे उनके फोन से आवाज़ आई जो “स्विच ऑफ” करते वक़्त आती है।
फिर उन्होंने, मोबाइल को टेबल पर रख दिया।
उसके बाद अपनी शर्ट और बनियान उतार के टेबल के पास पड़ी कुर्सी पर रख दी।
ये बात तो है की अंकल के “मसल्स” बहुत जबरदस्त थे।
तब तक मैंने देखा मम्मी उठ गईं और अंकल को इस तरह देख के थोड़ी घबरा सी गईं।
अंकल ने कहा – आप डरो मत.. ! मैं हूँ.. ! बारिश हो रही थी और आपकी तबीयत भी ठीक नहीं लग रही थी इसीलिए मैं आपको यहाँ लेके आया हूँ.. ! सुबह होते ही, मैं आपको आपके घर छोड़ दूँगा.. !
मम्मी ने मेरे बारे मे पूछा तो अंकल ने कहा – मैंने उसे घर भेज दिया है.. ! अब तक तो पहुँच भी गया होगा.. ! और, इतना कह कर मम्मी के बगल में आकर बैठ गये।
मम्मी थोड़ी सी सहमी हुई सी, लग रही थीं।
उन्होंने अंकल से पूछा – आपने दरवाज़े क्यों बंद कर रखा है.. !
अंकल ने हंसते हुए कहा – ताकि आज हमें कोई परेशान ना करे.. ! और, ये कह के मम्मी को गले से लगा लिया।
अचानक अंकल ने उनके होंठों पर एक किस कर दिया।
मम्मी ने अंकल को धक्का देते हुए पीछे किया और कहा – ये क्या कर रहे हैं, आप.. ! आपको शरम आनी चाहिए.. ! मैं शादीशुदा हूँ और दो बच्चों की माँ हूँ.. !
सच कहूँ तो अंकल उस समय बड़ी आसानी से जो चाहते, मेरी मम्मी के साथ कर सकते थे। लेकिन, उन्होंने ऐसा नहीं किया।
उन्होंने बड़े प्यार से मेरी मम्मी से बात करनी शुरू की – महक जी, आप बहुत खूबसूरत हैं.. ! मैं बहुत दिनों से आपसे ये बात कहना चाहता था पर कह नहीं सका.. ! जब आपको पहली बार देखा था, आपके पति के साथ तब से आपके बारे में सोचता रहता हूँ.. ! अब आप ही बताइए, आप शादीशुदा हैं इसमें मेरी क्या ग़लती है.. ! वैसे सच बात तो ये है महक जी, मैं जानता हूँ की कहीं ना कहीं, आप मुझे पसंद करती हैं.. ! बस आप शादीशुदा हैं इसीलिए आप नहीं कह पा रही हैं.. ! हैं ना.. !
मम्मी ने कहा – प्लीज़ भाई साब.. ! बस कीजिए.. !
अब अंकल मम्मी के करीब आ गये और उन्हें गले से लगाया।
फिर उन्होंने कहा – देखिए महक जी, किसी को कुछ नहीं मालूम चलेगा.. ! यहाँ कोई नहीं है, आपके और मेरे अलावा.. ! मेरा भरोसा कीजिए.. ! मैं आपको कभी बदनाम नहीं होने दूँगा.. ! और, ये कहते हुए अंकल ने मम्मी के होंठों को अपने होंठों में फँसा लिया।
वो अब मेरी मम्मी को चूमने लगे।
मम्मी पूरी तरह से “नशे” में क़ैद थीं।
उनसे हिला भी नहीं जा रहा था।
अंकल ने मम्मी के बाल पकड़ रखे थे और उनके होंठ चूसे जा रहे थे।
असल में, शायद मम्मी को भी मज़ा आ रहा था क्यूंकि वो अंकल का पूरा साथ दे रही थीं या हो सकता है, “शराब का नशा” उनसे ये सब करा रहा था।
आज उन्हें देखे कर लग रहा था की पापा का यहाँ ना होना कितना ग़लत है।
अपने जीवन मे पहली बार, मुझे पापा की कमी का एहसास हुआ।
आज वो यहाँ होते तो अभी उन्हें बुलाकर, अंकल की पिटाई लगवाता और मम्मी की इज़्ज़त बचा लेता।
इज़्ज़त बचा लेता ??