13-02-2019, 10:30 PM
सुबह मेरी आंखें खुली तो मैं क्या देखता हूं तमाम तुम्हारे सामने है यह देखकर मैं जट से उठ खड़ा हुआ.. तो क्या देखता हूं यह तो किसी और का ही रूम है... साला सोया कहां था और उठा कहां हूं
ममता की तरफ देखते हुए जरूर इस इस चुड़ैल का काम होगा मुझे नींद में उठा लिया...
और यह जुल्म बहुत कर रही है सुबह सुबह कैसे हसीन चेहरे के साथ सोई हुई है हाय हाय मन कर रहा है कि गुड़ खा के मर जा... इसकी तो पप्पी लेने का मन कर रहा है मेरा... यह मैंने थोड़ा जोर से बोल दिया...
ममता.... तो जनाब को रोका किसने है.. इधर आइए मैं आपको पप्पी देते हु ...
मैं घबराकर ममता को देखता रहा ... यह देख कर ममता मेरे पास उठ कर आई और उसने मुझे करारा थप्पड़ जड़ दिया... थप्पड़ इतना जोरदार था के मैं बेड से नीचे जागीरा.. और मेरे होठों से थोड़ा खून निकलने लगा गाल तो एक ही थप्पड़ में सूज कर लाल हो गया...
मैं...... सॉरी माफ कर दो आगे से ऐसा कभी नहीं कहूंगा और ना ही कभी सोच लूंगा.. एम सॉरी..
ममता चलते हुए मुकेश के पास आए तो बेड के दूसरी तरफ पढ़ा हुआ था
मैं... एम सॉरी... रेली रेली सॉरी... अब मैं सपने में भी कभी ऐसा नहीं सोच लूंगा... आई प्रिया को कभी कुछ करने की सोच लूंगा..
ममता मेरे पास आकर प्यार से मेरे गाल पर हाथ रख कर
ममता... मैंने तुम्हें किस के लिए नहीं मारा है
और यह कहकर ममता ने मेरे होठों पर छोटा सा किस किया ..... किस तो तुम जब चाहो मुझे कर सकते हो..
मैं.... बीएफ बिना बात के सुबह सुबह मेरे गाल पर क्यों बजा दिया..
ममता.... थोड़ा सख्त आवाज में.... मैंने तुम्हें इसलिए मारा की तुम मुझे बिना बताए छोटी से मामूली से कमरे में रह रहे थे...
मैं... मुझे क्या पता था कि मुझे कहां रहना है.. वह कविता मुझे वहां ले गई थी.. और वैसे भी एम्पलाई की रहने की जगह पर ही तो रह रहा था
एक तरह से मैं भी तो एंप्लोई हूं
ममता... गुस्से से चिल्लाकर... किसने कहा तुम एक एंप्लॉय हो... तुम जानते हो मैं कौन हूं मैं इतने बड़े बिजनेस की मालकिन हु और मैं जिससे प्यार करती हूं और जिस से शादी करूंगी.. तो वह कंपनी का क्या लगेगा एंप्लॉय या मालिक.. बताओ मुझे
मैं........ तुम भी कैसे पागलों जैसे सवाल पूछ रही हो... जाहिर सी बात है तुम्हारा लवर या हसबैंड कंपनी का मालिक ही कहेंगे
ममता..... तो फिर मैं प्यार किससे करती हूं
मैं.... मुझे क्या पता.
हम तो मेरी गर्दन पकड़ कर ममता बोली.. इससे क्या मतलब..
ममता.... मैं तुमसे प्यार करती हूं तुम्हें यह बात समझ में नहीं आती... कान खोल कर सुन लो आज से तुम यही रहोगे मेरे साथ और खबरदार जो अपने आप को एंप्लोई समझा तो.. मुझसे बुरा कोई नहीं होगा
ममता की यह बात सुनकर मैं हा हा हा... हंस पड़ा
ममता... तुम हंस क्यों रहे हो मैंने क्या जोक मारा
मैं.... और नहीं तो क्या.. तुमने जोंक ही तो मारा है की मैं तुम्हारा होने वाला हसबैंड हु ...........
ममता... जाहिर सी बात है कि मैं प्यार तुम से करतीं हूं तो शादी भी तुम से ही करूंगी...
मैं थोड़ा सख्त लिहाज मैं कहा.. देखो मैंने तुम्हें पहले ही कहा था की जो तुम्हारी बहन प्रिया कहती है कि वह मुझसे प्यार करती है वो महज झूठ है अौर फिर भी तुम ने मुझे जिस भाषा मैं समझाया ((कांपने की एक्टिंग करते हुए)) की मैं क्या कोई भी समझदार समझ जाएं
और वैसे भी हम ने जो कॉन्ट्रैक्ट किया है उसे तुम भुलना मत .....
ममता... तो क्या तुम मुझे भी प्रिया की तरह का कांट्रैक्टइ करना चाहते हो कि तब ही तुम को मेरा प्यार दिखेगा ह.. बोलो....
पहली बार मेरे दिमाग को ममता की भावनाएं दिल के साथ महसूस हुई
मैं....(बड़े प्यार से ममता के चहरे को अपने हाथों में पकड़ कर उसे बड़े प्यार से बोला)...... मुझे पता है कि तुम मुझसे प्यार करने लगी हो
पर मैन आने वाले भविष्य को देखा है और उसे देख रहा हूं,
ममता... (थोड़ा हंस कर).. क्या देख रहे हो भविष्य में..जरा में भी तो जानूं की क्या देखते हो तुम...
मैं...(हल्की सी मुस्कान के साथ))...की तुम मुझ खुद धक्के मार कर अपनी जिंदगी से नीकाल फेंकोगी ..... मुझे...हां.. हां... हां मैं हंसने लगा
ममता... मुझे किस कर के बोली नही मुकेश में असा कभी नहीं कर सकते..
मंम ब्रेकफास्ट इज रेड्डी....एक नोकर ने आ कर कहा
ममता... तुम चलो हम अभी आए
फिर ममता मुझे कुछ कहने ही वाली थी कि मैं बिच में ही बोल पड़ा....
मैं... चलो छोड़ो इन बातों को चलो चल कर ब्रेकफास्ट करते हैं
और इसी के साथ में कमरे से बाहर निकल गया..
और साथ ही ममता भी मेरे पिछे आ गई...
प्रिया हमें वही मिल गई... और इसी प्रकार दिन निकल गया...
ममता की तरफ देखते हुए जरूर इस इस चुड़ैल का काम होगा मुझे नींद में उठा लिया...
और यह जुल्म बहुत कर रही है सुबह सुबह कैसे हसीन चेहरे के साथ सोई हुई है हाय हाय मन कर रहा है कि गुड़ खा के मर जा... इसकी तो पप्पी लेने का मन कर रहा है मेरा... यह मैंने थोड़ा जोर से बोल दिया...
ममता.... तो जनाब को रोका किसने है.. इधर आइए मैं आपको पप्पी देते हु ...
मैं घबराकर ममता को देखता रहा ... यह देख कर ममता मेरे पास उठ कर आई और उसने मुझे करारा थप्पड़ जड़ दिया... थप्पड़ इतना जोरदार था के मैं बेड से नीचे जागीरा.. और मेरे होठों से थोड़ा खून निकलने लगा गाल तो एक ही थप्पड़ में सूज कर लाल हो गया...
मैं...... सॉरी माफ कर दो आगे से ऐसा कभी नहीं कहूंगा और ना ही कभी सोच लूंगा.. एम सॉरी..
ममता चलते हुए मुकेश के पास आए तो बेड के दूसरी तरफ पढ़ा हुआ था
मैं... एम सॉरी... रेली रेली सॉरी... अब मैं सपने में भी कभी ऐसा नहीं सोच लूंगा... आई प्रिया को कभी कुछ करने की सोच लूंगा..
ममता मेरे पास आकर प्यार से मेरे गाल पर हाथ रख कर
ममता... मैंने तुम्हें किस के लिए नहीं मारा है
और यह कहकर ममता ने मेरे होठों पर छोटा सा किस किया ..... किस तो तुम जब चाहो मुझे कर सकते हो..
मैं.... बीएफ बिना बात के सुबह सुबह मेरे गाल पर क्यों बजा दिया..
ममता.... थोड़ा सख्त आवाज में.... मैंने तुम्हें इसलिए मारा की तुम मुझे बिना बताए छोटी से मामूली से कमरे में रह रहे थे...
मैं... मुझे क्या पता था कि मुझे कहां रहना है.. वह कविता मुझे वहां ले गई थी.. और वैसे भी एम्पलाई की रहने की जगह पर ही तो रह रहा था
एक तरह से मैं भी तो एंप्लोई हूं
ममता... गुस्से से चिल्लाकर... किसने कहा तुम एक एंप्लॉय हो... तुम जानते हो मैं कौन हूं मैं इतने बड़े बिजनेस की मालकिन हु और मैं जिससे प्यार करती हूं और जिस से शादी करूंगी.. तो वह कंपनी का क्या लगेगा एंप्लॉय या मालिक.. बताओ मुझे
मैं........ तुम भी कैसे पागलों जैसे सवाल पूछ रही हो... जाहिर सी बात है तुम्हारा लवर या हसबैंड कंपनी का मालिक ही कहेंगे
ममता..... तो फिर मैं प्यार किससे करती हूं
मैं.... मुझे क्या पता.
हम तो मेरी गर्दन पकड़ कर ममता बोली.. इससे क्या मतलब..
ममता.... मैं तुमसे प्यार करती हूं तुम्हें यह बात समझ में नहीं आती... कान खोल कर सुन लो आज से तुम यही रहोगे मेरे साथ और खबरदार जो अपने आप को एंप्लोई समझा तो.. मुझसे बुरा कोई नहीं होगा
ममता की यह बात सुनकर मैं हा हा हा... हंस पड़ा
ममता... तुम हंस क्यों रहे हो मैंने क्या जोक मारा
मैं.... और नहीं तो क्या.. तुमने जोंक ही तो मारा है की मैं तुम्हारा होने वाला हसबैंड हु ...........
ममता... जाहिर सी बात है कि मैं प्यार तुम से करतीं हूं तो शादी भी तुम से ही करूंगी...
मैं थोड़ा सख्त लिहाज मैं कहा.. देखो मैंने तुम्हें पहले ही कहा था की जो तुम्हारी बहन प्रिया कहती है कि वह मुझसे प्यार करती है वो महज झूठ है अौर फिर भी तुम ने मुझे जिस भाषा मैं समझाया ((कांपने की एक्टिंग करते हुए)) की मैं क्या कोई भी समझदार समझ जाएं
और वैसे भी हम ने जो कॉन्ट्रैक्ट किया है उसे तुम भुलना मत .....
ममता... तो क्या तुम मुझे भी प्रिया की तरह का कांट्रैक्टइ करना चाहते हो कि तब ही तुम को मेरा प्यार दिखेगा ह.. बोलो....
पहली बार मेरे दिमाग को ममता की भावनाएं दिल के साथ महसूस हुई
मैं....(बड़े प्यार से ममता के चहरे को अपने हाथों में पकड़ कर उसे बड़े प्यार से बोला)...... मुझे पता है कि तुम मुझसे प्यार करने लगी हो
पर मैन आने वाले भविष्य को देखा है और उसे देख रहा हूं,
ममता... (थोड़ा हंस कर).. क्या देख रहे हो भविष्य में..जरा में भी तो जानूं की क्या देखते हो तुम...
मैं...(हल्की सी मुस्कान के साथ))...की तुम मुझ खुद धक्के मार कर अपनी जिंदगी से नीकाल फेंकोगी ..... मुझे...हां.. हां... हां मैं हंसने लगा
ममता... मुझे किस कर के बोली नही मुकेश में असा कभी नहीं कर सकते..
मंम ब्रेकफास्ट इज रेड्डी....एक नोकर ने आ कर कहा
ममता... तुम चलो हम अभी आए
फिर ममता मुझे कुछ कहने ही वाली थी कि मैं बिच में ही बोल पड़ा....
मैं... चलो छोड़ो इन बातों को चलो चल कर ब्रेकफास्ट करते हैं
और इसी के साथ में कमरे से बाहर निकल गया..
और साथ ही ममता भी मेरे पिछे आ गई...
प्रिया हमें वही मिल गई... और इसी प्रकार दिन निकल गया...
Mk