12-03-2020, 10:47 AM
रोमा दो कप चाय ले आई, हम एक दूसरे की तरफ मुस्कराते हुए चाय पी रहे थे।
रोमा बोली- भाई साहब ! कब जाओगे?
मैं बोला- मैं और रमेश कल सुबह जाएंगे !
रोमा बोली- मेरी चूत का भूत तो आपने भगा दिया लेकिन वायदा करो कि आप रात को एक बार और मुझे चोदेंगे ! जब रमेश सो जायेगा तो मैं बाथरूम में आकर आप से चुदवा लूंगी !
मैं मुस्करा रहा था, रोमा बोले जा रही थी। रोमा बोली- रात में आप मेरी गांड भी एक बार मारना ! मुझे गांड मरवाने में बहुत मज़ा आता है।
रोमा की बात सुन कर मैं हैरान था, मैंने कहा- रमेश तो मुझसे कहता है कि उसने आज तक गांड नहीं मारी !
रोमा ने बताया- रमेश के पीछे बसंती के पति सोहन से चूत और गांड दोनों मरवाती हूँ, लेकिन उसका लण्ड ५ इंच है, वो उसकी चूत उतनी अच्छी नहीं मारता जितनी अच्छी रमेश मारता है। लेकिन सोहन गांड बहुत अच्छी मरता है।
रात को तीन बजे हम दोनों ने सेक्स करने की योजना बना ली और मैंने वायदा किया कि मैं उसकी गांड जरूर मारूंगा।
रोमा बहुत खुल गई थी, बातों बातों में मैंने सोना के बारे में पूछ लिया। रोमा ने बताया कि सोना बहुत सुंदर है। साली को अपनी सुन्दरता पर घमंड बहुत है।
मैं रोमा से बोला- तुम मुझे सोना की चूत दिलवा सकती हो या नहीं?
रोमा बोली- साली की चूत में खुजली तो अच्छी हो रही होगी क्योंकि दो महीने से उसका पति गाँव नहीं आया है, लेकिन वो चुदने को आराम से तैयार नहीं होगी। कुतिया की चूत के पास एक दाना हो गया है, मुझसे कहती रहती है कि कोई लेप बताओ, मुझे दिखाया भी था। पूरी चिकनी चूत रखती है, चोदने में मज़ा खूब देगी।
मैंने रोमा को कहा- आप उसे यह जरूर बताना कि मैं चूत का भूत भगा देता हूँ ! बाकी उसकी चूत बजाना मुझ पर छोड़ दो !
रोमा बोली- ठीक है अगर तुमने उसे चोद दिया तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा।
थोड़ी देर बाद ४ बजे रमेश वापस आ गया। हम लोगों ने चाए पी और आराम करने लगे। रमेश ने बताया कि उसने दो बार बसंती की चूत चोदी और एक बार उसके मुँह में लण्ड डाल कर अपना लण्ड रस उसे पिलाया।
...
५ बजे सोना रोज की तरह रोमा से मिलने आ गई। मैंने रमेश से कहा- मैं और तू आज सोना की चूत तेरे घर में ही मारेंगे ! बस तू भाभी के पास जाकर इसके सामने मेरी तारीफ़ कर और इससे बोल कि मैं भूत भगाने में मास्टर हूँ।
रमेश अंदर चला गया और रोमा के पास जाकर सोना से मेरी तारीफ़ करने लगा। थोड़ी देर बाद रोमा भाभी मुस्कराती हुई आई और बोली- चलो भाईसाहब, आप को सोना से मिलाती हूँ, वो आपसे मिलने को बेचैन है।
मैं, भाभी रमेश और सोना अब रोमा भाभी के कमरे मैं बेठे थे। सोना के संतरे गोल गोल और बाहर की तरफ निकल हुआ थे, चेहरा बहुत सुंदर था। सोना को देखकर तो बूढ़ों का भी लण्ड खड़ा हो जाता होगा ! वो गज़ब का माल थी। उसकी देहाती साड़ी में से उसकी गोल नाभि उसके पेट को सहलाने के लिए मुझे उकसा रही थी।
मेरा मन कर रहा था- साली को नंगा कर अभी चोद दूं ! लेकिन मैं खेल नहीं बिगाड़ना चाहता था।
रोमा ने सोना से मेरा परिचय कराया, भाभी बोली- यह राकेश भाईसाहब हैं, इन्हें भूतों के बारे में बहुत ज्ञान है ! जब से इन्होंने मेरे घर का भूत भगाया है, मेरे आदमी की तनख्वाह बढ़ ही रही है। अब रमेश खुश भी काफी रहते हैं।
मैंने रमेश को हल्का सा जाने का इशारा किया, रमेश बोला- रोमा, मैं बच्चों को देखकर आता हूँ।
रोमा बोली- भाई साहब ! कब जाओगे?
मैं बोला- मैं और रमेश कल सुबह जाएंगे !
रोमा बोली- मेरी चूत का भूत तो आपने भगा दिया लेकिन वायदा करो कि आप रात को एक बार और मुझे चोदेंगे ! जब रमेश सो जायेगा तो मैं बाथरूम में आकर आप से चुदवा लूंगी !
मैं मुस्करा रहा था, रोमा बोले जा रही थी। रोमा बोली- रात में आप मेरी गांड भी एक बार मारना ! मुझे गांड मरवाने में बहुत मज़ा आता है।
रोमा की बात सुन कर मैं हैरान था, मैंने कहा- रमेश तो मुझसे कहता है कि उसने आज तक गांड नहीं मारी !
रोमा ने बताया- रमेश के पीछे बसंती के पति सोहन से चूत और गांड दोनों मरवाती हूँ, लेकिन उसका लण्ड ५ इंच है, वो उसकी चूत उतनी अच्छी नहीं मारता जितनी अच्छी रमेश मारता है। लेकिन सोहन गांड बहुत अच्छी मरता है।
रात को तीन बजे हम दोनों ने सेक्स करने की योजना बना ली और मैंने वायदा किया कि मैं उसकी गांड जरूर मारूंगा।
रोमा बहुत खुल गई थी, बातों बातों में मैंने सोना के बारे में पूछ लिया। रोमा ने बताया कि सोना बहुत सुंदर है। साली को अपनी सुन्दरता पर घमंड बहुत है।
मैं रोमा से बोला- तुम मुझे सोना की चूत दिलवा सकती हो या नहीं?
रोमा बोली- साली की चूत में खुजली तो अच्छी हो रही होगी क्योंकि दो महीने से उसका पति गाँव नहीं आया है, लेकिन वो चुदने को आराम से तैयार नहीं होगी। कुतिया की चूत के पास एक दाना हो गया है, मुझसे कहती रहती है कि कोई लेप बताओ, मुझे दिखाया भी था। पूरी चिकनी चूत रखती है, चोदने में मज़ा खूब देगी।
मैंने रोमा को कहा- आप उसे यह जरूर बताना कि मैं चूत का भूत भगा देता हूँ ! बाकी उसकी चूत बजाना मुझ पर छोड़ दो !
रोमा बोली- ठीक है अगर तुमने उसे चोद दिया तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा।
थोड़ी देर बाद ४ बजे रमेश वापस आ गया। हम लोगों ने चाए पी और आराम करने लगे। रमेश ने बताया कि उसने दो बार बसंती की चूत चोदी और एक बार उसके मुँह में लण्ड डाल कर अपना लण्ड रस उसे पिलाया।
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५ बजे सोना रोज की तरह रोमा से मिलने आ गई। मैंने रमेश से कहा- मैं और तू आज सोना की चूत तेरे घर में ही मारेंगे ! बस तू भाभी के पास जाकर इसके सामने मेरी तारीफ़ कर और इससे बोल कि मैं भूत भगाने में मास्टर हूँ।
रमेश अंदर चला गया और रोमा के पास जाकर सोना से मेरी तारीफ़ करने लगा। थोड़ी देर बाद रोमा भाभी मुस्कराती हुई आई और बोली- चलो भाईसाहब, आप को सोना से मिलाती हूँ, वो आपसे मिलने को बेचैन है।
मैं, भाभी रमेश और सोना अब रोमा भाभी के कमरे मैं बेठे थे। सोना के संतरे गोल गोल और बाहर की तरफ निकल हुआ थे, चेहरा बहुत सुंदर था। सोना को देखकर तो बूढ़ों का भी लण्ड खड़ा हो जाता होगा ! वो गज़ब का माल थी। उसकी देहाती साड़ी में से उसकी गोल नाभि उसके पेट को सहलाने के लिए मुझे उकसा रही थी।
मेरा मन कर रहा था- साली को नंगा कर अभी चोद दूं ! लेकिन मैं खेल नहीं बिगाड़ना चाहता था।
रोमा ने सोना से मेरा परिचय कराया, भाभी बोली- यह राकेश भाईसाहब हैं, इन्हें भूतों के बारे में बहुत ज्ञान है ! जब से इन्होंने मेरे घर का भूत भगाया है, मेरे आदमी की तनख्वाह बढ़ ही रही है। अब रमेश खुश भी काफी रहते हैं।
मैंने रमेश को हल्का सा जाने का इशारा किया, रमेश बोला- रोमा, मैं बच्चों को देखकर आता हूँ।