09-03-2020, 08:14 PM
(This post was last modified: 19-10-2020, 09:11 PM by sanskari_shikha. Edited 4 times in total. Edited 4 times in total.)
मैं: सॉरी दोस्त, वो मैं: बाहर गया था अपनी एक कॉलेज फ्रेंड से मिलने तो उसी के साथ बिज़ी था, इसीलिए रिप्लाइ नहीं कर पाया.
बस ये मेसेज पड़ते ही आंशिका की कॉल आ गयी.
आंशिका: हाय
मैं: हाय
आंशिका: कहाँ गये थे और कौन थी वो ?
मैं: मेरी कॉलेज फ्रेंड थी पारुल , उसको मिलने गया था बाहर, क्यूँ क्या हुआ?
आंशिका मुझे लेकर थोड़ी पोज़ेसिव हो गयी थी एंड गाइस दिस इस द ग्रेअटेसत फीलिंग फॉर आ मेन वेन ए वोमेन गेट पोज़ेसिव फॉर हिम एंड शो हिम हर पोसेसिव्नेस . तो मैने भी सोचा क्यूँ ना थोड़े मज़े लूँ.
आंशिका: हाँ तो किसलिय मिलने गये थे एकद्ूम से पहले तो कभी नहीं बताया तुमने .
मैं: अरे बाबा ध्यान नहीं रहा होगा, उसका भी अचानक से मन हो गया था मिलने का.
आंशिका: हाँ बट क्या हुआ अचानक से? और कौन था तुम्हारे साथ?
मैं: मैं: और बस वो.
आंशिका: क्यूँ बाकी कॉलेज फ्रेंड्स कहाँ थे?
मैं: कुछ बिज़ी थे और एक दो आउट ऑफ स्टेशन सो वो नहीं आ पाए.
आंशिका: तुम झूठ बोल रहे हो ना? प्लीज़, डॉन’त हाइड फ्रॉम मी
मैं: अरे पागल हो क्या तुमसे क्या झूठ बोलूँगा. हम दोनो ही थे बस.
आंशिका: कहाँ पर थे? क्या कर रहे थे.
मैं: हम सेंट्रल पार्क मैं: थे(झूठ) और बातें कर रहे थे औरों की तरह
अब उसकी आवाज़ मैं: जेलसी और गुस्सा सॉफ फील हो रहा था.
आंशिका: और क्या कर रहे थे उसके साथ?
मैं: और क्या कुछ नहीं.
आंशिका: तुम उसको प्यार कर रहे थे ना? सच सच बताना.
मिस्टर: अरे पागल हो क्या? वी अरे जस्ट फ्रेंड
आंशिका: तुम हम भी तो फ्रेंड हैं, मेरे साथ भी तो करते हो तुम, उसके साथ भी ज़रूर कर रहे होंगे, कहाँ कहाँ किस करी उसे बताओ? ब्रेस्ट पकड़ी थी उसकी?
मैने सोचा क्यूँ ना मज़े लूँ इस तड़पति मछली से, सो मैने मज़े लेने स्टार्ट करे….
मैं: ज़्यादा कुछ नहीं बस लिप्स पर किस करी थी और उसकी ब्रेस्ट पर, यार उसने ही कहा था, शी वांटेड तो फील सो आई जस्ट हेल्प्ड हर , ज़्यादा कुछ नहीं.
आंशिका: ( गुस्से से) तो ठीक है , जाओ उसी के साथ प्यार करो, उसे ही अपनी वर्जिनिटी दे देना, मेरे पास आने की कोई ज़रूरत नहीं है और ना ही अब से कोई मेसेज या कॉल करने की ज़रूरत नहीं है यु ब्रोक प्रॉमिस, आज सुबह ही तुमने प्रॉमिस करा था और आज ही तोड़ दिया, यु हर्ट मी वैरी बेडली...बाय.
मैं: अरे अनु जान, मैं: मज़ाक कर रहा हूँ,हहेहेहेहेहीः कुछ नहीं करा, हम तो ऐसे ही मिले थे बाबा, काफ़ी टाइम से नहीं मिले थे. एंड वी आर गुड फ्रेंड्स हम वो सब नहीं करते आई एम् ओपन ओन्ली टू यू . कसम से कुछ नहीं करा.
आंशिका: मेरी कसम खाओ.
मैं: अछा लो तुम्हारी कसम.
आंशिका: (खुश होते हुए) तो फिर झूठ क्यूँ बोल रहे थे?
मैं: देख रहा था की मेरी जान को कितना बुरा लगता है
आंशिका: मुझे जला के मिल गयी खुशी? वैसे मैं: आज एक स्टूडेंट के साथ उसके घर जा रही हूँ.
मैं: हहेहेहहहे, सही है चिड़ा लो, बोल लो झूठ.
आंशिका: तुम्हे कोई ऐतराज़ नहीं अगर मैं: जाऊ ?
मैं: दोस्त अगर तुम्हे कोई ऐतराज़ नहीं तो मुझे भी नहीं हाँ थोडा बुरा लगेगा की अगर सिर्फ़ प्रॉमिस मेरी तरफ से ही है.
आंशिका: यार ऐसे मत करा करो, आइन्दा से मत करना, आई एम् नोट सेयिंग की तुम किसी और के साथ कभी कुछ मत करना बट मेरे लिए रुक जाओ प्लीज़, आई वांट टू हेव यु फर्स्ट, ओके ?
मैं: (खुश होते हुए) या शुवर डियर, आई एम् ऑल युवर्ज़. यु कॅन हेव मी एनिटाइम, आख़िर तुम्हारा दोस्त जो हूँ.
आंशिका: हाँ गुड बॉय. डेट्स लाईक माय फ्रेंड.
आंशिका: वैसे तुम्हारी वो फ्रेंड मेरे से भी ज़्यादा सेक्सी है?
मैं: अरे पागल हो क्या? आई नेवेर थॉट अबौट हर लाईक दिस , ऐसी कोई बात नहीं है.
आंशिका: आई एम् जस्ट आस्किंग ना, बुरा क्यूँ मान रहे हो?
मैं: नहीं तुमसे ज़्यादा सेक्सी नहीं है, उसकी ब्रेस्ट भी स्माल है तुम्हारे मुक़ाबले, बस उसकी लेग्स बहुत सेक्सी है डेट्स इट. यु आर पर्फेक्ट फॉर मी... नोट शी.
आंशिका: थॅंक यु .आई एम् हेप्पी नाउ.
मैं: तो अब शक ख़तम?
आंशिका: नहीं शक नहीं था, बस आई वास वाज़ स्केर्ड.
मैं: स्केर्ड किसलिए?
आंशिका: आई वांट टू टेक युवर वर्जिनिटी ना.
मैं: क्यूँ वर्जिनिटी मैं: ऐसा क्या है?
आंशिका: आई ऑल्सो डोंट नो.
मैं: देन क्यूँ इतना शोर वर्जिनिटी के लिए?
आंशिका: वेन माय बी ऍफ़ वास टेकिंग माय वर्जिनिटी ही सेड – डूयिंग सेक्स विद ए वर्जिन इस आसम फीलिंग, तो इसीलिए आई ऑल्सो वॉंट तो फील देट फीलिंग.
उसकी इस बात मुझे इतने हँसी आई और जब वो कह रही थी मुझे फोन पर इतनी क्यूट लग रह थी की मैं: आप सब को बता नहीं सकता, मैने उसे कहा………….
मैं: यार अनु, योउ अरे सो क्यूटईईईईईईईईईईईईईईई. तुम्हारे लिए मैं: बार बार वर्जिन होने के लिए भी तय्यार हूँ
आंशिका: सो स्वीट ऑफ यु . काश मैं भी वर्जिन होती तो तुम्हे भी हू मज़ा दे पाती.
मैं: क्यूँ अब नहीं दे सकती?
आंशिका: नहीं दे तो सकती हूँ, बट मैने सुना है की यु बाय्स लाईक टीअरिंग सील तो तुम्हे और अच्छा लगता , सॉरी फ्रेंड.
मैं: अरे पागल हो क्या, तुमने बस एक ही बार सेक्स करा है जो की वर्जिन के बराबर ही है मेरे लिए, आई एम् वेरी हॅपी
आंशिका: सच मैं:?
मैं: हाँ सच मैं:, तुम्हारी चूत की कसम.
आंशिका: हहेहेहहे. चलो पागल कहीं के.
मैंने आगे उससे पूछा
मैं: अच्छा सुनो , मैं: ये हिन्दी मैं: वर्ड्स बोलता हूँ ., गांड , लंड तुम्हे बुरे तो नहीं लगते?
आंशिका: नो, बिल्कुल नहीं, और अगर लगते भी तो इट्स ओके , आई नो गाइस लाईक सेयिंग दीज़ वर्ड्स विद गर्ल उन्हे और मज़ा आता है, सो तुम मुझे कह सकते हो, बट मुझे कोई गंदी गाली मत देना ओके .
मैं: या शुवर, थॅंक यु सो मच फ्रेंड.
आंशिका: मेन्षन नोट.
आंशिका: अछा सुनो, मैं: जा रही हूँ. लंच टाइम ओवर.
मैं: यार तुम हमेशा लंड खड़ा करवा के भाग जाती हो.
आंशिका: यार ग़लती मेरी नहीं तुम्हारी है, हर वक़्त खड़ा रहता है तुम्हारा.
मैं: तुम हर वक़्त दिमाग़ मैं: रहोगी तो खड़ा ही रहेगा.
आंशिका: सॉरी, चलो देन मेहनत करलो , बट कंट्रोल मैं:, ज़्यादा नहीं.
मैं: हाँ वोही करनी पड़ेगी.
अँहसिका: अछा बाय बाय नाउ. और उसे किस कर देना मेरी तरफ से.
मैं: हाँ ज़रूर और तुम भी अपनी चुचियाँ और चूत को प्रेस कर देना मेरी तरफ से.
आंशिका: मौका मिलेगा तो ज़रूर करूँगी.
मैं: हाँ गुड, मुआहह.
आशिका: मुआहह
(फोन कट)
अब सबको तो पता ही है की मेरा लंड फिर से खड़ा है अब उससे बात करके, तो मूठ ही मारूँगा. पर अब इससे हिन्दी के वर्ड्स – लंड, चूत बोलकर और बात करने मै मज़ा आ रहा था.
उसी दिन शाम को ...
हमेशा की तरह आज भी उसका 7 बजे मेसेज आया …….
आंशिका: हाय , कहाँ हो?
मैं: मैं: तो घर पर हूँ और तुम कॉलेज से आ गयी घर?
आंशिका: हाँ कॉलेज से तो आ गयी अभी मार्केट मैं: हूँ
मैं: शॉपिंग?
आंशिका: नहीं वो टेलर के पास आई थी, साडी पीको के लिए दी थी और ब्लाउस सिलवाने के लिए. कल फ्रेंड की मॅरेज मैं: जाना है, तुम्हे बताया था ना?
मैं: ओके , तो साडी पहनकर जाओगी. यार फिर तो बहुत सेक्सी लगोगी. तुम्हारी फ्रेंड(ब्राइड) को छोड़कर सब तुम्हे ही देखेंगे.
आंशिका: देखने से क्या होता है, और देखेंगे तो अच्छी ही बात है, हम गर्ल्स को पसंद है वेन वी गेट अटेन्षन चाहे हमें कितनी ही शरम आ रही हो.
मैं: ओहो, ऐसी बात है तो मिनि मैं: चली जाओ शादी में .
आंशिका: हाँ तुम्हारा बस चले तो मुझे बस अन्डरगारमेंट में ही जाने को कह दो.
मैं: हहेहेहेहहे, नहीं ऐसी कोई बात नहीं है, अन्डरगारमेंट मैं: तुम सिर्फ़ मेरे सामने ही आना, किसी और के सामने नहीं.
आंशिका: हाँ हाँ क्यूँ नहीं, यार ये टेलर पका रहा है.
मैं: क्यूँ क्या हुआ?
आंशिका: एक हफ़्ता पहले दिया था ये काम, अभी तक नहीं करा.
मैं: क्या रह गया? ब्लाउस मैं: बटन लगाना भूल गया क्या? हहेहेः
आंशिका: वेरी फन्नी, ब्लाउस टाइट सील दिया फिर से खोलकर लूस कर रहा है.
मैं: यार अब वो भी क्या करे उसे क्या पता की तुम्हारी ब्रेस्ट हर थोड़े टाइम मैं: बदती रहती है.
आंशिका: तुम तो चुप ही रहो, और बताओ क्या कर रहे हो.
मैं: कुछ नहीं, अपनी जान से बात कर रहा हूँ. कॉल कब करोगी?
आंशिका: अभी घर तो जाने दो, तब करूँगी.
मैं: यार बहुत तडपाती हो तुम.
आंशिका: मैं: नहीं तडपाती , तुम ही बेचैन आत्मा हो. ज़रूर उसे खड़ा कर रखा होगा इस वक़्त भी.
मैं: वो तो हमेशा ही होता है.
आंशिका: दिन मैं: कितनी बार मास्तेर्बेत कर लेते हो?
मैं: डिपेंड्स तुमसे कितनी बार बात होती है.
आंशिका: यु आर टोटली मेड , सुधर जाओ.
मैं: तुम ही सुधार सकती हो बस.
आंशिका: हाँ डोंट वरी, एक बार मैं: ही सुधार दूँगी.
मैं: पर कब, आई एम् डाईंग
आंशिका: तो मर जाओ फिर, इतनी बार बोल चुकी हूँ बी पेशेंट बी पेशेंट और तुम हो की बस
मैं: अरे सॉरी ना बाबा, मेरी . . . ..
आंशिका: . तो . . हो जैसे सोर्फ तुम्हारा ही मन करता है, मेरा तो मन ही नहीं है.
मैं: मैने ऐसे कब कहा, बस मेरा मन बहुत ज़्यादा है.
आंशिका: पूरे हॉर्नी हो तुम, ठरकीईईई विशाल
मैं: और तुम भी कम ठरकी नहीं हो. तुम कितनी बार फिंगरिंग करती हो?
अँहसिका: मैं: तुम्हारी तरह पागल नहीं हूँ, मैं: वीक मैं: 2 या 3 बार बस.
मैं: ये भी कुछ कम नहीं है, ठरकी अन्नू.
आंशिका: हाँ हू तो, तुम्हे क्या उससे.
मैं: हाँ तो बस ऐसे ही मैं: हूँ.
आंशिका: मैं: घर पहुँचकर तुमसे बात करती हूँ, बाइ
मैं: ओक बाइ. अछा सुनो ब्लाउस को तोड़ा टाइट ही रहने देना, क्लीवेज तो दिखे ढंग से कम से कम.
आंशिका: आई नो, इतना फॅशन तो आता ही है मुझे, पर टेलर ने इतना टाइट कर दिया था की साँस भी नहीं ली जा रही थी इसमें से , तभी तोड़ा सा लूस करवाया है. और कोई सजेशन भी है तो वो भी बोल दो.
मैं: साडी किस कलर की पहन के जा रही हो?
आंशिका: पिंक विद मॅचिंग बॅंगल्स, बिंदी एंड ए सिल्वर चैन, लाइट वन. आंड या मॅचिंग सेंडलस टू.
मैं: तुम्हारे ना इरादे मुझे अच्छे नहीं लग रहे, पता नहीं कहीं वहीं तुम्हे कोई पसंद ना कर ले, मेरा क्या होगा फिर.
आंशिका: डोंट वरी, कोई नहीं करेगा और अगर किसी ने कर भी लिया तो आई विल आस्क हिम टू वेट जब तक तुम्हे खुश नहीं कर देती एक बार.
मैं: बस एक बार ही?
आंशिका: बार बार, ओक?
मैं: हाँ कई बार.
आंशिका: अब जाओ मुझे क्लोथ्स भी ट्राइ करने है, बाइ.
मैं: बाइ.
देन उसने रात को 9:30 पर कॉल करा………….
आंशिका: हाय ..
मैं: हाय , सील गया ब्लाउस सही?
आंशिका: हाँ सील ही गया अट्लस्ट, साले ने एक दिन पहले दिया है शादी से.
मैं: दे तो दिया ना, तो बस छोड़ो.
आंशिका: हाँ ये भी है, और बताओ, क्या कर रहे हो? खाना खा लिया या नहीं?
मैं: हाँ खाना वाना 9 बजे से पहले ही खा लेता हूँ,
आंशिका: क्यूँ?
मैं: क्यूंकी यु ऑल्वेज़ कॉल अराउंड 9 एंड आफ्टर 9, सो बिना डिस्टर्ब हुए तुमसे बात करने के लिए.
आंशिका: ओहो, सो स्वीट ऑफ यु , इतनी पसंद हूँ मैं:.
मैं: अब देख लो. अपने रूम मैं: हो ?
आंशिका: हाँ वो जो क्लोद्स लाई हूँ वो ट्राइ कर रही हूँ.
मैं: वाउ, काश मैं: भी वहीं होता. सो कैसी लग रही है मेरी जान, पिंक साडी मैं:.?
आंशिका: अब अपनी तारीफ़ कैसे करूँ. सही लग रही हूँ.
मैं: यार तुम पागल हो, एकद्ूम माल लग रही होगी तुम आई नो.
आंशिका: पर ये ब्लाउस अभी भी थोडा टाइट है यार.
मैं: तो क्या हुआ, तुम कोई 40 45 साल की औरत तो हो नहीं जो ढीले ब्लाउस पहनोगी, तुम्हारे बूब्स भी ढीले नहीं है, एकद्ूम टाइट है, तो टाइट ब्लोसे ही अछा लगेगा.
आंशिका: आई नो, बट फिर भी यार टाइट है, . . . . . . . ..
मैं: : तो तुम्हे उपर हाथ क्यूँ उठाना है? अछा एक काम कारू ब्रा उतरो और फिर ब्लाउस पहनो.
आंशिका: ओक, रूको ट्राइ करती हूँ.
मैं: ओक.
5 मीं बाद
आंशिका: हाँ पहन लिया ब्लाउस विदाउट ब्रा.
मैं: अब भी टाइट है?
आंशिका: थोड़ी कम हुई टाइटनेस.
मैं:देन ऐसे ही जाना शादी मैं:.
आंशिका: तुम पागल हो या, मेरे निपल्स सॉफ दिख रहे हैं, और अगर ग़लती से कुछ भी गीला गिर गया ना मेरे ब्लाउस पर तो पूरी ब्रेस्ट क्लियर दिखेगीं, ये ब्लाउस स्ट्रेच्ड है, कसे होने की वजह से.
मैं: यार तुम पूरी इस वक़्त सेक्स गॉडेस लग रही होगी, आई एम् शुवर.
आंशिका: हहहे, साले कामदेव चुप रह.
मैं: अछा अब एक काम और करो, पेंटी और पेटिकोट भी निकल दो और सिर्फ़ साडी पहने रहो.
आंशिका: बाद मैं: ये मत बोल्*िओ की ऐसे ही जाना शादी मैं:.
मैं: : अरे पहले जो कहा है वो करो.
आंशिका; ओक वेट... करती हूँ..
थोड़ी देर बाद वो बोली,
आंशिका: ओये, यार नीचे ठंड लग रही है, लॉल, ऐसा लग रहा है कुछ भी नहीं पहना है. फीलिंग आई एम् नेक्ड ईवन आफ्टर वेरिंग दिस साडी
मैं: यही तो फ्रीडम का मज़ा है डियर. तुम्हारे पल्लू से दोनो बूब्स कवर हो गये?
आंशिका: तुम्हे लगता है की हो गये होंगे?
मैं: आई एम् शुवर की पूरे नहीं हुए होंगे कवर, कितने हुए हैं बताओ.
आंशिका: लेफ्ट वाली तो ऑलमोस्ट कवर हो गयी है, रायट वाली काफ़ी एक्सपोज़्ड है, बस दोनो के निपल्स ही कवर्ड हुए हैं ढंग से.
मैं: यार तुम मुझे ये सब सुना सुना कर ही मार डालगी. रूको मैं: लंड बाहर निकल लूँ.
आंशिका: बाबा, कितना खड़ा होता है वो
मैं: कौन वो ?
आंशिका: तुम्हारा पेनिस और कौन.
मैं: हिन्दी मैं: बोलो.
आंशिका: चुप रहो, मैं: नहीं बोलूँगी तुम बोल लो तुम्हे कोई मना नहीं है, पर मैं: नहीं बोलूँगी, आई फील शाइ.
मैं: अभी भी शरमाती हो मुझसे क्या यार, फील फ्री. अगर तुम मेरी वर्जिनिटी लेना चाहती हो तो डोंट फील शाइ. बोलो अब
हिन्दी मै और सिर्फ़ हिन्दी मै ही बोलना अब से.
आंशिका: तुम ब्लॅकमेल अछा कर लेते हो, लो सुनो, तुम्हारा लंड हुमेशा खड़ा रहता है.
(ये सुनकर तो बस मज़ा ही आगेया)
मैं: तुम्हारी चूत भी तो हमेशा गीली रहती है.
आंशिका: अछा तुम्हे कैसे पता?
मैं: आई केन स्मेल दी फ्रेग्रेन्स यहाँ से भी.
आंशिका: केसी लगी मेरी चूत की स्मेल
मैं: बहुत अच्छी , सीम्स यु आर रेडी टू गेट फक्ड. नंगी हो जा जल्दी से और शीशे के सामने बैठ जा.
आंशिका: ओक
मैं: बैठ गयी मिरर के सामने?
आंशिका: हाँ.
मैं: किस पर बैठी हो?
आंशिका: चेयर पर.
मैं: गुड, अब थोड़ी सी आगे हो जाओ और अपनी लेग्स थोड़ी स्प्रेड करके थोड़ी उठा लो अपने कंधों की तरफ जिससे तुम्हारी चूत सॉफ दिखे मिरर मैं:.
आंशिका: क्या करवाना चाहते हो?
मैं: तुम करो तो सही
आंशिका: हाँ कर लिया, अब बोलो
मैं: अब अपना एक हाथ अपनी झांटो मैं: फिराओ और बताओ कैसा लग रहा है.
आंशिका: म्*म्म्मम, मज़ा आ रहा है. मेरी चूत गीली हो गयी है पूरी अब.
मैं: गुड, अपनी झाटों को हल्के हल्के खीँचों भी.
आंशिका: तुमने कभी सेक्स तो करा नहीं, फिर तुम ये सब कैसे करते हो?
मैं: बस ये मेरे डिज़ाइर्स हैं जो तुम्हारी साथ पूरे करूँगा.
आंशिका: आई एम् शुवर तुम्हारे साथ सेक्स करके मुझे बहुत मज़ा आने वाला है, तुम फोन पर ही ये हालत कर देते हो.
मैं: देखा हो गयी ना मेरी दीवानी, अछा अभी ये बातें छोड़ो अपनी झांतों को सहलाओ
आंशिका: कर रही हूँ जान बस तुम बोलते रहो, आह
मैं: अपनी चूत की लाइन पर फिंगर को लाओ और अंदर मत डालना फिंगर.
आंशिका: आहह, जैसा तुम कहो, अब?
मैं: अपनी फिंगर को चूत की लाइन पर उपर से नीचे घूमाओ, फिर अपनी पाँचों फिंगर्स को चूत के फेस पर रखो और उसे धीरे धीरे प्रेस करो.
आंशिका: आ, बहुत मज़ा आ रहा है, फर्स्ट टाइम फिंगरिंग मैं: इतना माज़ा आ रहा है.
मैं: करती रहो बस,
आंशिका: म्*म्म्मममम, सीईइ, आग लगी हुई चूत मैं:, पता नहीं कब बुझ पाएगी, तुम्हारे लंड के भी ऐसे हाल होंगे.
मैं: हाँ तड़प्ता रहता है वो भी, अछा अब अपने हाथ को चूत के फेस पर ही रहने दो और धीरे से अपनी रिंग फिंगर को छूट के अंदर डालो.
आंशिका: मिड्ल फिंगर नहीं?
मैं: जो कहा है वो करो, कुछ पूछो मत वरना लंड बैठ जाएगा.
आंशिका: सॉरी सॉरी, कर रही हूँ अन्दर , मेरी पूरी चूत गीली है आज बुरी तरह, तुम्हारी वजह से.
मैं: गुड, मैं: तुम्हारी चूत को को कभी सूखने नहीं दूँगा. अब अपनी रिंग फिंगर को चूत के अंदर बाहर करते हुए अपने थंब को झाटों मैं: फिराओ और वहाँ प्रेस करो आराम से.
आंशिका: विशाल, आई एम् कमिंग, तुम मुझे पागल कर रहे हो, इट्स बर्निंग डाउन देयर . अहहह्ह्ह्हह्ह
मैं: अपनी मिड्ल फिंगर भी अब चूत मैं: डालो और धीरे धीर अंदर बाहर करो और फिर स्पीड से करना.
( आंशिका ने शायद फोन साइड मैं: रख दिया था क्यूंकी उसकी आवाज़ अब कम आ रही थी)
आंशिका: आह, इट्स सो हॉट, अहहह्ह्ह्हह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ मम्म
मैं: क्या हुआ झड़ गयी मेरी जान?
वो 5 मीं तक चुप रही.
आंशिका: (हाफ्ते हुए) मज़ा आ गया यार, कहाँ से सीखा तुमने ये सब.?
मैं: बस कुछ मेरे दिमाग़ की उपज और कुछ ब्लू फिल्म्स से.
आंशिका: तुम कमाल हो यार, इतना मज़ा कभी नहीं आया. थेंक यु सो मच. तुम झड़ गये क्या?
मैं: हाँ मैं: पहले ही झड़ गया था, जब तुम कपड़े ट्राइ कर रही थी.
आंशिका: ओक
मैं: यार तुम्हारी चूत लेने का बहुत मन कर रहा है अभी, अभी मिल सकते हैं क्या हम?
आंशिका: नो यार, इट्स 10:30 नोट पासिबल, मैं: ना ही बाहर जा सकती हूँ और ना ही तुम्हे यहाँ बुला सकती हूँ
मैं: यार मेरी हालत खराब हो चुकी है तुम्हे सपनों मैं: चोद चोद कर.
अंशिका : ओह विशाल, आई नो, बट हम क्या कर सकते हैं तुम्ही बताओ.
मैं: या आई नो, हे क्या हम कल मिल सकते हैं?
आंशिका: कल कैसे मिलोगे? दिन मैं: 4 बजे तक कॉलेज मैं: होंगी, देन वहाँ से जल्दी आकर, पार्लर जाना है और फिर तय्यार होकर शादी मैं: जाना है. नोट पासिबल.
मैं: शादी मैं: किसके साथ जा रही हो?
आंशिका: ऑफीस कोलीग, उसकी कार मैं:, बताया था ना वो एक मेरी सीनियर है वो भी आएँगी शादी मैं:, तो वोही मुझे पिक उप करेंगी और ड्रॉप भी अपनी कार से.
मैं: यार जाने का तो सही है, बट क्या तुम आते वक़्त मेरे साथ नहीं आ सकती?
आंशिका: अगर मैं: आ भी जाऊ तुम्हारे साथ, पर तुम्हे कल चूत नहीं दे सकती, क्यूंकी रात को ऑलरेडी इतनी लेट हो जाएगा और फिर तुम्हारे साथ कही और नहीं जा सकती ..घर वाले गुस्सा होंगे यार, और सॉरी मैं: किसी होटेल मैं: नहीं जाउंगी . हूमें टाइम और प्लेस देख कर करना होगा यार.
मैं: आई नो की बहुत लेट हो जाएगा, चूत मत देना कल पर मिल तो सकते हैं,आई मीन तुम्हे ड्रॉप करने के बहाने तो मैं: आ ही सकत हूँ , अपनी कोलीग से कोई झूठ बोल देना की कोई आया है मेरे घर से मुझे लेने सो उसके साथ जा रही हूँ. इस बहाने थोड़ी देर के लिए मिल लेंगे.
आंशिका: ठीक है मैं: उसे बोल दूँगी पर एक शर्त पर आउंगी .
मैं: क्या?
आंशिका: तुम कल कोई ऐसी वैसी ज़िद नहीं करोगे और ना ही मेरे साथ सेक्स करने के लिए ज़िद करोगे कहीं पर भी.
मैं: किस भी नहीं दोगी और तुम्हारे बूब्स भी प्रेस नहीं कर सकता?
आंशिका; नहीं वो कर सकते हो. पर करोगे कहाँ? कोई होटेल मैं: मत लेकर जाना, मेर्को नहीं पसंद, मैं: नहीं जाउंगी .
मैं: अरे नहीं लेकर जाऊंगा बाबा, बट कोई ना कोई रास्ता दूंढ लूँगा तुम्हारे साथ फोरप्ले का, यु डोंट वरी.
आंशिका: अब मैं: तुम्हारे उपर ट्रस्ट करके अपनी कुलीग से बोल दूँगी की यु विल मी , ओके ?
मैं: हाँ, थॅंक यु , वेरी गुड. शादी मैं: कब तक होंगी तुम?
आंशिका: 10 या 10:30 तो बज ही जाएँगे, हम घर से 8 बजे निकलेंगे.
मैं: ओक. तुम मुझे वेन्यू मेसेज कर देना, मै आ जाऊँगा .
आंशिका: अछा सुनो, वहाँ मेरे कॉलेज से कुछ और भी कुलीग होंगे तो ध्यान से हाँ , आई मीन किसी को कुछ पता न चल पाए .
मैं: यु डोंट वरी, कोई मुझे नहीं जानता, तो तुम कुछ भी झूठ बोल सकती हो उन्हे.
आंशिका: ठीक है डन देन. और प्रॉमिस मत तोड़ना मेरा ओके , वरना मुझे बुरा लगेगा बहुत.
मैं: ओक शुवर.
आंशिका: अब मैं: सो जाऊं ? नींद आ रही है मुझे, आज बहुत मज़ा आया फिंगरिंग करके, तुम्हारी वजह से.
मैं: सोच लो अब जब मेरे से चुदोगी तो क्या हालत होगी.
आंशिका: अब कुछ मत बोलो वरना सोच कर फिर गीली हो जाएगी मेरी चूत और फिर फिंगरिंग करनी पड़ेगी.
मैं: तो कर लो फिर से, मैं: फिर हेल्प कर दूँगा.
आंशिका: नहीं अब सोना है , बहुत हो गया आज के लिए. अब नहीं और.
मैं: ओके , सो जाओ फिर और हाँ कल का प्रोग्राम फाइनल है चेंज मत करना, ओक
आंशिका: ओके , नहीं करूँगी और तुम अपना प्रॉमिस भी याद रखना.
मैं: ओक, चलो मैं: एक बार और मूठ मरता हूँ तुम्हारे बारे मैं: सोच कर और तुम जाओ अब सो जाओ.
आंशिका; मत मारा करो इतना मूठ, मेरे लिए भी कुछ छोड़ दो.
मैं: तुम चिंता मत आक्रो, तुम्हारे लिए स्टॉक बहुत है.
आंशिका: हहेहहे, चलो गुड नाइट टेक केयर .
मे गिव मी किस.
आंशिका: मुआहहह्ह्ह्ह तुम्हारे लिप्स पर एंड मुआहह तुम्हारे लंड पर
मैं: मुआहह तुम्हारी पूरी बॉडी पर, मुह्ह्ह्ह तुम्हारे एक एक कर्व पर.
आंशिका : गुड नाइट जान
मैं: गुड नाइट. अछा सुनो अगर फिर फिंगरिंग का मन कर आए सोते हुए तो मुझे कॉल कर लेना.
आंशिका: चुप रहो अब, सोने दो. बाइ


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