08-03-2020, 11:20 PM
(This post was last modified: 23-06-2021, 12:54 PM by komaalrani. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
शर्त पूरी
मैं इनकी पीठ सहला रही थी , मैं समझ रही थी की कितना दर्द हो रहा होगा।
दूसरा धक्का ,पहले से भी तेज और अब सुपाड़ा पूरी तरह पैबस्त।
अजय जीजू ने पूरी तरह ठूंस कर के रखा था आगे से ,जैसे कोई बोतल में डाट लगा दे ,सिर्फ गों गों की आवाज निकल रही थी।
कमल जीजू थोड़ा सा रुके ,
मैं समझ गयी क्या होने वाला है।
कमल जीजू ने अपने पैर से इनके दोनों पैरों को बाँध लिया , और हाथों से कमर को कस के पकड़ के ,
उफ़ उफ़
करारा धक्का ,
जबरदस्त धक्का
छल्ला पार हो गया था।
लेकिन अब वो पुश करते रहे ,धकेलते रहे ,ठेलते रहे ,
आधे से ज्यादा करीब ५-६ इंच अंदर घुस गया ,और वो उतने से ही हलके ,हलके
अजय जीजू ने भी अपना थोड़ा सा बाहर निकाल लिया ,
कुछ देर तक मैं और रीनू देखते रहे ,फिर मुझसे नहीं रहा गया।
कमल जीजू के पीछे मैं खड़ी उनकी तलवार बाजी देख रही थी।
कमल जीजू की पीठ सहलाती मेरी उंगलिया अब कमल जीजू के नितंबों तक पहुँच गयी ,जोर की चुटकी काट के मैंने पूछा ,
" क्यों जीजू क्या बाकी चीनू की ननदों के लिए ,अपनी बहनों के लिए बचा रखी है। "
रीनू भी मेरे बगल में खड़ी थी , कमल जीजू को छेड़ती ,उकसाती ,
उसने एक झटके में अपनी दो उँगलियाँ कमल जीजू के पिछवाड़े ठेल दी ,जड़ तक और चिढाया ,
" अरे नहीं मेरी बहन , इनकी बहनो की बुर पे तो हमारे भाइयों का नाम लिखा है ,
ये तो उन्होंने चीनू की सास के लिए , अपनी माँ के लिए बचा रखा है , क्यों मादरचोद। "
ऊँगली और गाली का जो असर मैं सोच रही थी ,
वही हुआ , अगले दो धक्को में कमल जीजू ने पूरा ठोंक दिया अंदर ,
बिचारे मेरे वो ,दर्द से उनकी हाल बेहाल थी , तड़प रहे थे , सिसक रहे थे ,
पर कमल जीजू पूरी बेरहमी से धक्के धक्के पर धक्का ,
और ठीक भी था , अगर कोई गांड मारने में रहम दिखायेगा तो न कोई गांड मार पायेगा , न मरवा पायेगा।
रीनू की वीडियो ग्राफी जारी थी ,
मैंने जो अपने मोबाइल से खींचे , क्लोज अप , फुल शाट सब मम्मी को व्हाट्सअप कर दिए और उनका कमेंट भी आ गया ,
डन,
अब इसे मादरचोद बनने से कोई नहीं रोक सकता।
मैंने मम्मी की शर्त पूरी कर दी थी।
कुछ देर बाद मेरे उनका दर्द कुछ कम हुआ ,
फिर और कम , कमल जीजू ने धक्को की रफ्तार भी हलकी कर दी थी
एकाध बार अब वो भी कमल जीजू के धक्को का साथ देते ,पीछे अपने चूतड़ पुश करते ,
मेरी निगाह घडी पर पड़ी , १५ मिनट से ऊपर हो गए थे लेकिन इंटरवल भी नजर नहीं आ रहा था।
खचाखच ,खचाखच
सटासट ,सटासट ,
लेकिन रीनू भी न , सच में मे,री ही बहन थी।
कमल जीजू का मोटा खूंटा , जब आधे से ज्यादा बाहर था , तो बस रीनू ने उसके बेस पे अपनी हथेली से उसे जकड़ लिया ,
और गोल गोल चार पाँच बार क्लाक वाइज तो ,फिर एंटी क्लाक वाइज ,
जैसे कोई मथानी से बिडोले , मक्खन निकाले ,
उधर अजय जीजू ने भी धक्के बंद कर दिए थे ,
मेरे ' वो ' आराम से उनका लन्ड चूस रहे थे ,
लेकिन थोड़ी देर में अजय जीजू ही पहले झड़े , तीन मिनट की जगह , बीस बाइस मिनट ,
और अब फिर एक बार अजय ने इनका सर कस के पकड़ लिया था ,
ये बिचारे सर झटकते रहे , निकालने की कोशिश करते रहे ,
लेकिन,
,
लेकिन अजय जीजू ने कटोरी भर मलाई ,
और जब इन्होंने सब कुछ अंदर ,... तभी उन्होंने बाहर निकाला।
कमल जीजू अब पूरी तेजी से चालू हो गए ,मूसल आलमोस्ट पूरा निकाल के ,एक झटके में जड़ तक पेल देते।
८-१० मिनट और , .... तूफानी धक्को के बाद वो भी
देर तक ,
लेकिन रीनू उनकी साली , उन्हें इतने सस्ते में थोड़ी छोड़ने वाली थी , कमल जीजू का मूसल उनके पिछवाड़े से निकल के
सीधे उनके मुंह में ,
जीजू अपने मेरे मर्द का तो खूब मजे ले ले के स्वाद लिया तो मेरे कमल जीजू में क्या बुराई है ,
परफेक्ट आस टू माउथ
थोड़ी देर सब लोग निढाल पड़े रहे फिर कमल जीजू ने इनकी पीठ सहलाते बोला ,
" चल यार हम दोनों की टंकी खाली हो गयी है ,चल कुछ खिला पिला , फिर दुबारा तेरी,.... "
रीनू उनका हाथ पकड़ के किचेन में ले गयी ,आज वो परफेक्ट साली का रोल कर रही थी।
खाना थोड़ी देर में लग गया और रीनू की आवाज आयी बुलाने की।
मैं इनकी पीठ सहला रही थी , मैं समझ रही थी की कितना दर्द हो रहा होगा।
दूसरा धक्का ,पहले से भी तेज और अब सुपाड़ा पूरी तरह पैबस्त।
अजय जीजू ने पूरी तरह ठूंस कर के रखा था आगे से ,जैसे कोई बोतल में डाट लगा दे ,सिर्फ गों गों की आवाज निकल रही थी।
कमल जीजू थोड़ा सा रुके ,
मैं समझ गयी क्या होने वाला है।
कमल जीजू ने अपने पैर से इनके दोनों पैरों को बाँध लिया , और हाथों से कमर को कस के पकड़ के ,
उफ़ उफ़
करारा धक्का ,
जबरदस्त धक्का
छल्ला पार हो गया था।
लेकिन अब वो पुश करते रहे ,धकेलते रहे ,ठेलते रहे ,
आधे से ज्यादा करीब ५-६ इंच अंदर घुस गया ,और वो उतने से ही हलके ,हलके
अजय जीजू ने भी अपना थोड़ा सा बाहर निकाल लिया ,
कुछ देर तक मैं और रीनू देखते रहे ,फिर मुझसे नहीं रहा गया।
कमल जीजू के पीछे मैं खड़ी उनकी तलवार बाजी देख रही थी।
कमल जीजू की पीठ सहलाती मेरी उंगलिया अब कमल जीजू के नितंबों तक पहुँच गयी ,जोर की चुटकी काट के मैंने पूछा ,
" क्यों जीजू क्या बाकी चीनू की ननदों के लिए ,अपनी बहनों के लिए बचा रखी है। "
रीनू भी मेरे बगल में खड़ी थी , कमल जीजू को छेड़ती ,उकसाती ,
उसने एक झटके में अपनी दो उँगलियाँ कमल जीजू के पिछवाड़े ठेल दी ,जड़ तक और चिढाया ,
" अरे नहीं मेरी बहन , इनकी बहनो की बुर पे तो हमारे भाइयों का नाम लिखा है ,
ये तो उन्होंने चीनू की सास के लिए , अपनी माँ के लिए बचा रखा है , क्यों मादरचोद। "
ऊँगली और गाली का जो असर मैं सोच रही थी ,
वही हुआ , अगले दो धक्को में कमल जीजू ने पूरा ठोंक दिया अंदर ,
बिचारे मेरे वो ,दर्द से उनकी हाल बेहाल थी , तड़प रहे थे , सिसक रहे थे ,
पर कमल जीजू पूरी बेरहमी से धक्के धक्के पर धक्का ,
और ठीक भी था , अगर कोई गांड मारने में रहम दिखायेगा तो न कोई गांड मार पायेगा , न मरवा पायेगा।
रीनू की वीडियो ग्राफी जारी थी ,
मैंने जो अपने मोबाइल से खींचे , क्लोज अप , फुल शाट सब मम्मी को व्हाट्सअप कर दिए और उनका कमेंट भी आ गया ,
डन,
अब इसे मादरचोद बनने से कोई नहीं रोक सकता।
मैंने मम्मी की शर्त पूरी कर दी थी।
कुछ देर बाद मेरे उनका दर्द कुछ कम हुआ ,
फिर और कम , कमल जीजू ने धक्को की रफ्तार भी हलकी कर दी थी
एकाध बार अब वो भी कमल जीजू के धक्को का साथ देते ,पीछे अपने चूतड़ पुश करते ,
मेरी निगाह घडी पर पड़ी , १५ मिनट से ऊपर हो गए थे लेकिन इंटरवल भी नजर नहीं आ रहा था।
खचाखच ,खचाखच
सटासट ,सटासट ,
लेकिन रीनू भी न , सच में मे,री ही बहन थी।
कमल जीजू का मोटा खूंटा , जब आधे से ज्यादा बाहर था , तो बस रीनू ने उसके बेस पे अपनी हथेली से उसे जकड़ लिया ,
और गोल गोल चार पाँच बार क्लाक वाइज तो ,फिर एंटी क्लाक वाइज ,
जैसे कोई मथानी से बिडोले , मक्खन निकाले ,
उधर अजय जीजू ने भी धक्के बंद कर दिए थे ,
मेरे ' वो ' आराम से उनका लन्ड चूस रहे थे ,
लेकिन थोड़ी देर में अजय जीजू ही पहले झड़े , तीन मिनट की जगह , बीस बाइस मिनट ,
और अब फिर एक बार अजय ने इनका सर कस के पकड़ लिया था ,
ये बिचारे सर झटकते रहे , निकालने की कोशिश करते रहे ,
लेकिन,
,
लेकिन अजय जीजू ने कटोरी भर मलाई ,
और जब इन्होंने सब कुछ अंदर ,... तभी उन्होंने बाहर निकाला।
कमल जीजू अब पूरी तेजी से चालू हो गए ,मूसल आलमोस्ट पूरा निकाल के ,एक झटके में जड़ तक पेल देते।
८-१० मिनट और , .... तूफानी धक्को के बाद वो भी
देर तक ,
लेकिन रीनू उनकी साली , उन्हें इतने सस्ते में थोड़ी छोड़ने वाली थी , कमल जीजू का मूसल उनके पिछवाड़े से निकल के
सीधे उनके मुंह में ,
जीजू अपने मेरे मर्द का तो खूब मजे ले ले के स्वाद लिया तो मेरे कमल जीजू में क्या बुराई है ,
परफेक्ट आस टू माउथ
थोड़ी देर सब लोग निढाल पड़े रहे फिर कमल जीजू ने इनकी पीठ सहलाते बोला ,
" चल यार हम दोनों की टंकी खाली हो गयी है ,चल कुछ खिला पिला , फिर दुबारा तेरी,.... "
रीनू उनका हाथ पकड़ के किचेन में ले गयी ,आज वो परफेक्ट साली का रोल कर रही थी।
खाना थोड़ी देर में लग गया और रीनू की आवाज आयी बुलाने की।