08-03-2020, 03:52 PM
(This post was last modified: 10-03-2020, 05:39 PM by babasandy. Edited 14 times in total. Edited 14 times in total.
Edit Reason: मेरे सैया जी मुझे चोदो ना... मेरी चीर दो मेरी चटनी बना दो... मेरी प्रियंका दीदी बोल रही थी.. असलम के लोड़े की सवारी करते हुए मेरी प्रियंका दीदी की
)
प्लीज आप हमें जाने दीजिए बहुत हो गया.... मेरे प्रियंका दीदी ने कहा..
चुप साली रंडी...छिनार तेरे सारे खानदान की गांड मारुं ,. बिना चोदे तुम्हे आज जाने नही दूँगा यहाँ से...." असलम गुस्से में बोला..
असलम उठ कर खड़ा हो गया... उसने अपने सारे कपड़े उतार के नीचे फेंक दिय.. वह बिल्कुल नंगा खड़ा था... उसका 10 इंच का मजबूत काला मोटा लौड़ा उसके हाथ में था.... लोहे की तरह सख्त लोड़े को वह अपने हाथ में पकड़ हिला रहा था... उसके अंदर का जानवर जाग चुका था... मेरी दीदी नीचे लेटी हुई उसे किसी निरीह हिरनी की तरह देख रही थी...
असलम ने अपना लौड़ा मेरी प्रियंका दीदी का मुंह पर रख दीया उनकी छाती पर बैठकर.....
चूस मेरा लौड़ा साली रंडी अपने पति का लोड़ा....
मेरी प्रियंका दीदी डर के मारे उसका लोड़ा मुंह में लेकर चूसने लगी.. दीदी उसके लोड़े का टोपा अपने मुंह में लेकर उस पर जीव घुमाने लगी..
दूसरी तरफ मेरी रूपाली दीदी की चोली खोल दी थी जुनैद ने.. उनकी ब्रा को नीचे सरका के मेरी रूपाली दीदी का दूध पी रहा था जुनैद.... असलम का पागलपन देखकर जुनैद के अंदर का भी जानवर जाग गया..... दूध पीने के साथ साथ ही वह मेरी रूपाली दीदी की चुचियों को काटने लगा अपने दांत से......
मेरी दीदी दर्द के मारे बिलबिला रही थी... मेरी दीदी दर्द की मारी चीख रही थी तड़प रही थी...
पर निर्दई जुनैद को मेरी रूपाली दीदी की कोई परवाह नहीं थी.. मेरी दीदी का लहंगा सरका दिया उसने... लहंगे का नाड़ा खोलने के बाद उसने मेरी दीदी की गांड को पकड़ के ऊपर उठाया और लहंगे को मेरी दीदी की टांगों से अलग कर दिया.... फिर उसने मेरी रूपाली दीदी की पैंटी भी उतार दि... एक बार फिर मेरी रूपाली दीदी बिल्कुल नंगी पड़ी हुई थी जुनेद के सामने... फर्क सिर्फ इस बात का था कि आज मेरी दीदी जुनैद की दुल्हन बनी हुई थी... और मेरी जीजू पूरा तमाशा देख रहे थे... और मैं तो अपनी दीदी की सुहागरात की शूटिंग कर रहा था...
कुछ ही देर में जुनेद भी बिल्कुल नंगा हो गया...
मेरी रूपाली दीदी के ऊपर लेट गया जुनेद...
बड़ी मेहनत करने के बाद असलम का आधा लोड़ा मेरी प्रियंका दीदी के मुंह में समा गया था... मेरी दीदी उसका लोड़ा मुंह में लेकर आगे पीछे हो रही थी बिल्कुल किसी रंडी की तरफ..
मेरे प्रियंका दीदी ने असलम के लण्ड को हाथ से पकड़ कर उसके पेट से मिला दिया और लिंग की जड़ में लटक रहे उसके घूंघारूओं को जीभ से जा च्छेदा...
"आअहह.. कैसे सीखा तुमने..? तुम तो ब्लू फिल्मों की तरह तडपा तापड़ा कर चूस रही हो... जल्दी ले लो ना!" उसने अपनी आँखें बंद कर ली और पिछे पर लुढ़क गया... मेरी दीदी की जांघों के ऊपर..
उसके पिछे लुढ़क जाने की वजह से अब उसका औजार किसी तंबू की तरह छत की और तना हुआ था... बड़ा ही प्यारा दृश्या था... शायद जिंदगी भर 'उसको' भुला ना सकूँ... मेरी प्रियंका दीदी आगे झुकी और अपनी जीभ निकाल कर जड़ से शुरू करके सूपदे तक अपनी जीभ को लहराती हुई ले आई.. और उपर आते ही फिर से सूपदे को वैसा ही एक चुम्मा दिया..... वह फिर से उच्छल पड़ा..
आह रंडी.... बड़ा मस्त चुस्ती है साली चूस मेरा..."आअहह.. कैसे सीखा तुमने..? असलम बड़बड़ा रहा था...
मेरी प्रियंका दीदी ने एक बार फिर से उसके सूपदे को अपने होंटो से दूर करते हुए उसके लिंग को बीच से अपना मुँह पूरा खोल कर दाँतों के बीच दबोच लिया.. और हल्क हल्क दाँत उसकी मुलायम त्वचा में गाड़ने शुरू कर दिए....
"ऊओ हू हूओ.. आआआहह.. तुम इसको काट कर ले जाओगी क्या? क्यूँ मुझे तडपा रही हो..... जल्दी से चूसना ख़तम करो... बिना चोदे तुम्हे आज जाने नही दूँगा यहाँ से...."
असलम बिल्कुल पागलों की तरह बोलने लगा.......
मेरी दुल्हनिया....साली रंडी...," मर जाउन्गा जान.. आआआः... मुझे ये क्या हो रहा है... मा कसम.. तुझे चोदे बिना नही छ्चोड़ूँगा मैं... आज तेरी चूत 'मार' के रहूँगा... कितने दीनो से सपने देखता था कि किसी की चूत मिले.. और आज मिली तो ऐसी की सोच भी नही सकता था.... तेरी चूत मारूँगा जान.. आज तेरी चूत को अपने लौदे से फाड़ डाअलूँगा.... आआअहहाा... इसस्स्स्स्स्स्शह"..
वो जो कुच्छ भी बोल रहा था.. मुझे सुनकर बड़ा मज़ा आ रहा था... मेरी प्रियंका दीदी उसके लिंग को अपने मुँह में लेकर उपर नीचे करती हुई चूस रही थी... जब उसका लिंग मेरी प्रियंका दीदी के मुँह में अंदर घुसता तो उसकी आवाज़ कुच्छ और होती थी और जब बाहर आता तो कुच्छ और.... उसके लिंग को चूस्ते हुए मेरी प्रियंका दीदी लपालप मुंह से थूक निकाल रही थी और पागलों की तरह बड़बड़ा रहे असलम की सिसकी मेरे लोड़े में तूफान उठा रही थी...
"बस अब बंद करो जान... निकलने ही वाला है मेरा तो..." उसने अपने लिंग को मेरी दीदी के मुंह से निकालने का प्रयास करते हुए कहा...
"बस दो मिनिट और..." मेरी दीदी असलम के लोड़े को मुंह से निकाल के उसको बराबर से चूमने और चाटने लगी..
मेरी प्रियंका दीदी बेहद स्मार्ट है... उनको पता चल गया था कि असलम के लोड़े की मलाई निकलने वाली है...
"ओह्ह्ह... मर जाउन्गा जाअँ.. क्यूँ इतना तडपा रही हो.. मान जाओ ना..."
असलम ने मेरी प्रियंका दीदी के दोनों कांधे पकड़ लिए और जैसे अचानक ही उसके हाथ अकड़ से गये... उसके लिंग को चाटने में खोई हुई मेरी प्रियंका दीदी को जब तक एहसास होता तब तक जुनेद के लिंग से निकल कर कामरस की तीन बौच्चरें मेरी दीदी की शक्ल सूरत बिगड़ चुकी थी... पहली बौछार आ मेरी प्रियंका दीदी की आंखों के पास लगी... जैसे ही हड़बड़ा कर मेरी प्रियंका दीदी पीछे हटी दूसरी बौछार उनके होठों पर... और उनके उठने से पहले ही गाढ़े रस की एक बौच्हर मेरी मेरी प्रियंका दीदी की बाईं चूची को गिला कर गई..
.. उसका लिंग अब भी झटके खा रहा था और हर झटके के साथ लगातार धीमी पड़ती हुई पिचकारियाँ निकल रही थी.....
"सॉरी जान... मैने तुम्हे पहले ही बोला था कि छ्चोड़ दो... मेरा निकलने वाला है..." असलम बोला..
दूसरी तरफ जुनेद मेरी रूपाली दीदी को पेल रहा था... मेरी रूपाली दीदी की चूत में पैबस्त था जुनेद का लोड़ा...... एक ही बिस्तर पर हो रहा था यह सब कुछ...
मस्ती से मेरी आँखे बंद हो रही थी।... अपनी बहनों का यह हाल देखकर मेरा लौड़ा टाइट हो गया था ... मेरे जीजू दारु पीने में लगे हुए थे..
तेरी मां का भोसड़ा चोद साली रंडी... जुनेद पेल रहा था मेरी रूपाली दीदी को.... असलम और मैं देख रहे थे...
…. आह , उई ई ओह्ह फट गई , मर गई ओह , मेरी रूपाली दीदी की चीख निकल के पूरे गांव में पहुंच रही होंगी... मजदूरों के पास भी..
आज तो बस खाली थूक लगा के ,. जुनेद मेरी रूपाली दीदी को पेल रहा था..
कुछ देर चोदने के बाद जुनैद ने अपना लौड़ा मेरी रूपाली दीदी की योनि से बाहर निकाल लिया और उनको घोड़ी बना दिया...
उसने पीछे से मेरी दीदी की गांड के छेद पर लौड़ा सेट किया...
…. आह , उई ई ओह्ह प्लीज मेरी गांड मत मारो... बहुत दर्द होता है..
रूपाली दीदी ने घबरा घबराते हुए कहा...
तेरी मां का भोसड़ा साली रंडी...
जुनैद ने एक जोरदार धक्का मारा और मेरी रूपाली दीदी कि चीख फिर गूँज गयी।
उसने अपना आधा लौड़ा मेरी रूपाली दीदी की गांड में पेल दिया था....
" नहीं नहीं बस इसको बोलो एक बार निकाल ले ,... " मेरे रूपाली दीदी असलम की तरफ देख कर बोल रही थी..
पूरा लौड़ा मेरी रूपाली दीदी की गांड में डाल दिया जुनैद ने...
" निकाल तो लेगा ही लेकिन हचक के तेरी गांड मारने के बाद ,तू क्या सोच रही है तेरी गांड में लण्ड छोड़ के चला जाएगा। " असलम मेरी रूपाली दीदी को देखते हुए बोला...
" अरे पेलो साली की गांड में हचक हचक के , फट जाने दो साली की। अरे बहुत हुआ तो कल्लू मोची के पास ले जाके इसकी सिलवा देंगे हम.... असलम ने अपने मुरझाए हुए लोड़े को मेरे रूपाली दीदी के मुंह में दे दिया.... दीदी चूसने लगी उसको अपनी गांड मरवाते हुए..
असलम के लोड़े ने मरी रूपाली दीदी की गांड का छल्ला पार हो गया , आधे से ज्यादा लण्ड करीब ५ इंच अंदर धंस गया और उस के बाद तो एक से एक करारे धक्के ,
धकाधक धकाधक , सटासट सटासट , वो मेरी रूपाली दीदी को गांड में झटके दे रहा था... उसे ना मेरी रूपाली दीदी की चीखने की परवाह थी ना ही रोने की.. वह अपनी पूरी ताकत से मेरी दीदी की गांड में झटके मार रहा था..
या दृश्य देखकर असलम का लौड़ा पूरा तन के खड़ा हो गया था ... कुछ देर पहले ही उसने मेरी प्रियंका दीदी को अपने लोड़े का जूस पिलाया था...
वह अपना लौड़ा पकड़कर मेरी रूपाली दीदी के ऊपर आ गया.
मेरी रूपाली दीदी सैंडविच बन गई और दोनों मर्दों के बीच,... जुनेद मेरी रूपाली दीदी की गांड में और असलम मेरी रूपाली दीदी के भोसड़ी में अपना लौड़ा डाल के आगे पीछे कर रहा था मेरे प्रियंका दीदी देख रही थी...
मेरी दुल्हनिया तुझे भी चोदना है ऐसे ही मादरजात... असलम मेरी प्रियंका दीदी की तरफ देख कर बोला..
उसने मेरे प्रियंका दीदी के लहंगे क नाडा खोल दिया.. और मेरी दीदी का लहंगा उतार दिया... फिर पेंटी भी सरका दी..
मेरी दोनों दीदी नंगी हो चुकी थी सुहाग की सेज पर और मेरे दोनों जीजू भी...
असलम ने अपनी नई दुल्हन मेरी प्रियंका दीदी की योनि में अपनी दो उंगलियां डाल अंदर-बाहर करने लगा..
जुनैद ने मेरी रूपाली दीदी की गांड मारनी चालु कर दी फिर से , एकदम बाहर तक निकाल के चीरते फाड़ते दरेरते वो घुसेड़ देता। बारी बारी से दोनों , ऐसे जुगलबंदी दोनों की थी की न मेरी रूपाली दीदी की
बुर को चैन न गांड को आराम।
फिर दोनों एक साथ , एकसाथ दोनों बाहर निकालते , एक साथ अंदर ठेलते ,दोनों के बीच
मेरी रूपाली दीदी पिस रही थी , एक एक चूंची भी दोनों ने बाँट ली थी। दोनों मेरी रूपाली दीदी का दूध पी रहे थे..
मेरी प्रियंका दीदी बगल में लेटी हुई नंगी असलम की उंगलियों को अपनी योनि में अंदर बाहर होते हुए महसूस कर रही थी.
मैं तो अपनी दुल्हनिया को पेल दूंगा... मेरे लोड़े से आज प्रियंका की सील टूट जाएगी जुनैद.
असलम ने अपना लौड़ा मेरी रूपाली दीदी की च** से बाहर निकाल लिया और मेरी प्रियंका दीदी के ऊपर सवार होके उनकी छोटे से छेद के ऊपर लोड़ा सटा दिया...
असलम ने एक जोरदार झटका मारा..... उसका आधा लोढ़ा मेरी प्रियंका दीदी के मुनिया में समा गया... मेरी दीदी की मुनिया से खून निकलने लगा.... दीदी तो जैसे बेहोश हो गई..
रूपाली दीदी जुनैद के लोड़े से उतर के मेरी प्रियंका दीदी को सहलाने लगी.... जुनेद अभी भी उनकी गांड में लौड़ा पेलने की कोशिश कर रहा था... मेरी रूपाली दीदी प्रियंका दीदी के गालों को चूमने लगी.
अब मेरी आंखों के सामने का दृश्य कुछ ऐसा था कि असलम ने मेरी प्रियंका दीदी की दोनों टांगे उठा कर अपने कंधे पर रख ली थी, और उसका काला मोटा लंबा खूंटी जैसे लौड़ा मेरी दीदी की नाजुक प्यारी छोटी सी चूत मैं आधा घुस के अकड़ गया था और मेरी दीदी की चूत से खून निकलने लगा था.. मेरी प्रियंका दीदी की कुंवारी चिकनी चूत का उद्घाटन हो चुका था... मेरी दीदी तो लगभग बेहोशी की अवस्था में जा चुकी थी... इसके बावजूद भी जालिम असलम पूरा प्रयास कर रहा था कि वह मेरी दीदी की और अंदर तक घुस आए... पागलों की तरह झटके मारने लगा असलम मेरी दीदी की चूत लहूलुहान होने लगी... रूपाली दीदी मेरी प्रियंका दीदी के बगल में लेट के उनके माथे को चूम रही थी उनके उनके गालों को सहला रही थी... मेरी रूपाली दीदी को एहसास था की पहली बार में कितना दर्द होता है..... खासकर तब जब हथियार असलम जैसे मर्द का हो...
जुनैद ने पीछे से मेरी रूपाली दीदी की गांड में अपना पूरा का पूरा लौड़ा घुसा रखा था... पर वह मेरी दीदी की गांड में झटके नहीं मार रहा था... बहुत बड़ी तसल्ली से मेरी प्रियंका दीदी की पहली चुदाई के दृश्य का आनंद उठा रहा था....
मैं सबके लिये नगण्य हो कर रह गया था और एक चीज मैं भी महसूस कर रहा था कि उस लाईव पोर्न को देखते मैं भी बस पुरुष हो कर रह गया था।
जो सामने था, वह उत्तेजना से भर देने वाला था, रगों में उबाल ला देने वाला था और मैं अपने लिंग को कठोर होते महसूस कर सकता था।
कुछ देर बाद जब मेरी प्रियंका दीदी को होश आया तो वह चीखने लगी... उनकी आंखों से आंसू टपकने लगे...
एम्म… ह…. आह… म्म्म्मम.. मम्मी....ऑश अहह….! बहुत दर्द हो रहा है दीदी.. इनको बोलो ना निकाल ले.... मेरी प्रियंका दीदी ने रोते हुए कहा..
प्रियंका दर्द तो होता ही है पहली बार.. बस थोड़ी देर तक इस दर्द को बर्दाश्त कर लो फिर सब ठीक हो जाएगा... मेरी रूपाली दीदी ने कहा.. उन्होंने मेरी प्रियंका दीदी के माथे पर उतर आए पसीने को अपने हाथों से साफ किया और उनके मासूम होठों को चूम लिया..
इसी बीच असलम ने 3-4 जोरदार झटके मार के लोड़ा मेरी प्रियंका दीदी के पूरा अंदर डाल दिया...
मेरी प्रियंका दीदी की कुंवारी मासूम चूत पर असलम ने मोटे काले लंबे डंडे से अपना झंडा फहरा दिया था... उसने अपना मोटा डंडा मेरी दीदी की चूत से बाहर निकाल लिया और मेरी तरफ तान के बोला.....
देख मेरे साले बहन के लोड़े... यह तेरी प्रियंका दीदी की कुंवारी चूत का खून मेरे लोड़े पर लगा हुआ है... मैं तेरा असली जीजा बन चुका हूं अब.... देख मेरे लोड़े को मां के लोड़े....
मैंने देखा... असलम का लोड़ा मेरी प्रियंका दीदी की चूत के खून से बिल्कुल सना हुआ था और टावर की तरह खड़ा था...
मेरी प्रियंका दीदी की खून खच्चर योनि मुझे दिखी और मेरा कलेजा हलक को आया। सारी उत्तेजना हवा हो गयी। मैं बेचैनी से हाथ मलता उठने को हुआ तो जुनैद ने घुड़कती हुई निगाहों से मुझे देखा और मैं कसमसाते हुए वापस बैठ गया। और कैमरे से शूटिंग करने लगा..
मेरी प्रियंका दीदी अब पूरी तरह होश में आ चुकी थी...
देख क्या रही है बहन की लोड़ी.... मेरा लौड़ा अच्छी तरह साफ कर और अपनी बहन की भी सफाई पर.... असलम ने जैसे मेरी रूपाली दीदी को आदेश दिया...
मेरी रूपाली दीदी ने बगल में पड़ी हुई अपनी चोली उठाई और उसी चोली से असलम के लोड़े को साफ करने लगी... उसके लोड़े को अच्छी तरह साफ करने के बाद मेरी रूपाली दीदी ने मेरी प्रियंका दीदी की लहूलुहान मुनिया की सफाई भी उसी चोली से कर दी...
जब मेरी प्रियंका दीदी की चूत अच्छी तरह साफ हो गई तो उन्होंने मेरी प्रियंका दीदी की चूत के ऊपर ढेर सारा थूक गिरा दिया और अपनी उंगलियों से उस थूक को प्रियंका दीदी की चूत पर पूरा फैला दिया...
इसके बाद रूपाली दीदी ने असलम के लोड़े को अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने चाटने लगी.. मेरी रूपाली दीदी ने थूक थूक के असलम के लोड़े को पूरा चमका दिया... फिर इसके बाद उन्होंने एक और हरकत की....
मेरी रूपाली दीदी ने असलम के हैवानी लंड को अपनी दोनों चुचियों के बीच में दबोच लिया , और अपनी चुचियों को दबा दबा कर दूध निकालकर असलम के हैवानी लंड को गीला कर दी.. फिर मेरी रूपाली दीदी ने खुद ही असलम का खूंखार लोड़ा अपने हाथों से पकड़ के मेरी प्रियंका दीदी की मासूम चूत के मुहाने पर लगा दिया..
असलम और जुनैद तो मुस्कुरा रहे थे मेरी रूपाली दीदी की इस हरकत को देखकर... मेरे जीजू जो दारू के नशे में अब बिल्कुल पागल हो चुके थे, बड़ी हैरानी से मेरी रूपाली दीदी को देख रहे थे.. अपना छोटा सा मुसल हाथ में पकड़े हुए...
अब असलम ने मेरी प्रियंका दीदी को धीरे धीरे पेलना शुरू कर दिया था... मेरी प्रियंका दीदी की चूत परपरा रही थी , दर्द से फटी जा रही थी ,आँख में आंसू तैर रहे थे , लेकिन असलम ने तय कर लिया था कि अपना मोटा लंबा औजार मेरी दीदी के आर पार करने के बाद ही मानेगा...
मेरी रूपाली दीदी प्रियंका दीदी की चूत को चाटने लगी जिसके अंदर असलम का लोड़ा अंदर बहार हो रहा था..
जुनेद मेरी रूपाली दीदी की गांड मारने लगा, जुनेद के झटकों को मेरी रूपाली दीदी बड़ी आसानी से अपनी गांड में झेल रही थी, उन्हें तो बस चिंता थी मेरी प्रियंका दीदी की... और मुझे भी...
मेरी प्रियंका दीदी का शरीर अकड़ने लगा और उनके पैर कांपने लगे।
मैं त… त..तो… तो… गा… ग… गाइइ..
असलम के खूंखार लोड़े के झटके खाकर मेरी प्रियंका दीदी की चूत का पानी निकल गया...
उसके बाद उसने फिर से झटके से मेरी प्रियंका दीदी की मुलायम नाजुक चूत में लंड घुसा दिया और अब वो चूत में लंड अंदर-बाहर करने लगा- आह… आह… आह… आह उहह… आ… उहह आ… साली रंडी मां की लोड़ी.... असलम गालियां बक रहा था...
जुनैद ने मेरी रूपाली दीदी के बाल पकड़ लिय, और दीदी की गांड के छेद में अपना बड़ा और खूंखार लोड़ा सटासट अंदर-बाहर करने लगा...
सूत सूत कर के उसका बालिश्त भर का लण्ड सरक सरक के , मेरी रूपाली दीदी की गांड में चरखी चलाने लगा..
मेरे रूपाली दीदी अपनी गांड में झटके खा मदहोश हो रही थी..
जब धीरे-धीरे मैंने अपनी दोनों दीदी को सहज होते देखा तो मुझे भी राहत हुई और मेरी उत्तेजना का स्तर फिर बढ़ने लगा।
मेरे लोड़े से अपनी चूत मरवावगी?" साली रांड... जुनैद ने मेरी रुपाली दीदी से पूछा...
"अया... कैसे...?" मैं आह... आह... दूंगी... प्लीज... मेरी भी चूत चोदो ना... मेरे रूपाली दीदी बड़बड़ा रही थी...
"ऐसे ही.. एक मिनिट.. मेरी बात का जवाब देती जाना... तुम्हे भी बहुत मज़ा आएगा... तुम्हारी चूत कैसी है?" जुनैद ने पूछा..
"अया... गोरी..." बड़ी मुश्किल से मेरी रूपाली दीदी के मुंह से बोल निकले...
"आ.. गोरी नही मेरी रानी... मक्खन मलाई जैसी बोलो.. बोल कर दिखाओ...!" मेरी रंडी दुल्हनिया.. जुनैद ने कहा और मेरी रूपाली दीदी की गांड मे अपने झटके बेहद तेज कर दिय...
"अयाया... अया... मम्मी... मेरी रूपाली दीदी ने जैसे तैसे बोलने के लिए शब्द ढूढ़ ही लिए..," मेरी चूऊऊथ मक्खन मलाई हैईआआआह्ह्ह्ह...!"
जुनैद की आवाज़ में भी कंपन सा शुरू हो गया था.....,"मेरे लौदा कैसा है रानी!" उसने पूछा...
आप का लोड़ा... आह... आह...क़ाला... अया.. नही.. आप का लोड़ा 'डंडे' जैसा है...." मेरी रूपाली दीदी सिसकती चीखती हुई बोली...
"शाबाश... लड़की की चूत किसलिए होती है बता!"... जुनैद ने पूछा..
"प्याअर करने के लिए...!....
नही सलीईइ.... चूत चोदने के लिए होती है.. लंड अंदर पेलने के लिए होती है....!"
"आह्ह्हाआ..ओहूओ.. हाआअन्न्न्न्न..अया!".. मेरी रूपाली दीदी बड़बड़ा रही थी और जुनैद ने अपनी दो उंगलियां मेरी रूपाली दीदी के खजाने में घुसा दि थी...
लोड़ा किसलिए होता है बोल...?" मस्त होकर पूछा जुनैद ने..
लोड़ा... मुंह में लेकर चूसने चाटने के लिए होता है... और...चूत चोदने के लिए.....!" मेरी रूपाली दीदी तड़पते हुए बोली.
और गांड मारने के लिए भी साली रंडी... जैसे अभी मैं तेरी गांड मार रहा हूं... हाय मेरी छमिया... तुझे ज्यादा दर्द तो नहीं हो रहा.... जुनैद ने मेरी दीदी से पूछा...
अपनी गांड में जबरदस्त झटके खा कर मेरी रूपाली दीदी पूरी तरह मदहोश हो गई थी, उनके मुंह से आवाज भी नहीं निकल रही थी..
मेरी रूपाली दीदी ने मेरी प्रियंका दीदी के नरम गालों से अपने गाल सटा दिय और अपनी गांड में जुनेद के मोटे लंबे हथियार के अंदर बाहर होने का मजा लेने लगी...
जुनेद का लोड़ा था भी तो वो स्साला , मोटा बियर के कैन सा , ...
एक हाथ से जुनेद मेरी रूपाली दीदी के जोबन मसल कर दूध निकाल रहा था, और दूसरे हाथ से उसे मेरी दीदी की चूत में उँगली करनी शुरू कर दी.
मेरी रूपाली दीदी की चूत तो पहले हीं गीली हो रही थी, थोड़ी देर में हीं वो पानी-पानी हो गई.
जुनैद ने अपनी उंगलियों से मेरी रूपाली दीदी की चूत को फैलाया और फिर उसने मेरी दीदी की पतली कमर को पकड़ कर एक जबरदस्त झटका दिया... उसका लौड़ा मेरी रुपाली दीदी की गांड में पूरा का पूरा रगड़ता, अंदर चला गया..
दर्द के मारे मेरी रूपाली दीदी तिलमिला उठी, पर जब वह मेरी दीदी की गांड को घिसता तो मज़ा भी बहुत आ रहा था उनको, साफ पता चल रहा था उनके चेहरे से..
दो चार धक्के ऐसे मारने के बाद जुनैद ने मेरे रूपाली
दीदी की चूचियों को कस-कस के रगड़ते, मसलते चुदाई शुरू कर दी.
जल्दी ही मस्ती में आकर रूपाली दीदी ने भी अपनी गांड मटका के जुनैद के झटको का जवाब देने लगी...
बगल में ही मेरी प्रियंका दीदी नीचे लेटी हुई थी और असलम उनके ऊपर सवार होके अपना मोटा लंबा बंबू मेरी दीदी की प्यारी सी मुनिया के आर पार ठेल दिया था, और मेरी दीदी के ऊपर कूद रहा था..
" बस , बस थोड़ा सा , बस , ..डालने दो न ,... " मेरी छम्मक छल्लो मेरी रंडी दुल्हनिया... असलम बड़े कामुक अंदाज में बोल रहा था..
" , नहीं न , नहीं प्लीज , ...दर्द होता है , ... उह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्ह नहीं नहीं ,... " मेरी प्रियंका दीदी चीख रही थी सिसक रही थी..
मेरी दीदी ने अपनी टाँगे थोड़ी सिकोड़ ली , जाँघे भी भींच ली , ...
" नहीं नहीं भइया , बहुत लगता है ,...ओह्ह नहीं , मेरी ,... ओह्ह , "
भैया नहीं मैं तेरा सैयां हूं रंडी... तेरा गांडू भाई तो तेरी वीडियो सूट में लगा है.... असलम ने कहा..
मैं असलम की बातें सुनकर शर्मिंदा तो हुआ पर मेरा लौड़ा टाइट ही रहा..
घपा घप सटासट... असलम अपने मजबूत लोड़े से मेरी प्यारी सी प्रियंका दीदी की प्यारी सी नाजुक मुनिया को धकाधक चोद रहा था.. मेरी प्रियंका दीदी भी असलम के लोड़े के झटको में खोने लगी .
मेरी भोली भाली दीदी को भी एहसास हो चुका था की मर्दानगी क्या होती है.... असलम के लोड़े ने मेरी प्रियंका दीदी को किसी दूसरे जहां में पहुंचा दिया था..
मेरी प्रियंका दीदी भी एक नई नवेली कच्ची कली की तरह नखरे कर रही थी और चीख रही थी...
पर मेरी प्रियंका दीदी एक कामुक औरत की तरह सिसकियां ले रही थी जैसे कोई रंडी अपने ग्राहक के साथ करती है...
मुझे तो उसी क्षण एहसास हो गया कि मेरी प्रियंका दीदी मेरी रूपाली दीदी से भी बड़ी चुडक्कड़ बनेगी.. मुझे मेरी प्रियंका दीदी में रंडियों वाले सारे गुण दिखाई दे रहे थे..
" नहीं नहीं सैंया जी... तुम बहोत बदमाश हो , ....ओह्ह्ह फट गयी मेरी , आपने फाड़ दी मेरी ,... " सैंया जी.... मेरी प्रियंका दीदी अब उकसा रही थी असलम को और जोर-जोर से करने के लिए...
असलम बेहद खुश हो गया था मेरी प्रियंका दीदी से...
वह मेरी तरफ देख कर बोला... देख साले हरामजादे तेरी बहना मुझे अब सैया जी कह रही है..
मैं बेहद शर्मिंदा हो गया था पर मैंने शूटिंग चालू रखी..
असलम ने और जोर से पेल दिया , मेरी प्रियंका दीदी के अंदर..
ओह्ह्ह नहीं नहीं , नहीं सैंया जी ....बहुत मोटा लंबा है आपका... मुझे दर्द हो रहा है... मेरी प्रियंका दीदी कामुक होकर बोली..
असलम के चेहरे पर एक अलग तरह की मस्ती , एक अलग तरह का जोश था , और धक्के भी खूब जोरदार ,
दस मिनट तक लगातार चोदने के बाद वह रुका और मेरी प्रियंका दीदी के गालों को बड़े प्यार से चूसते हुए बोला...
" हे बहुत दर्द तो नहीं हुआ , तुझे "
" अगर मैं कहूं , हुआ, तो क्या आप रुकते ,... मेरे सैया जी... मेरी प्रियंका दीदी ने बड़ी शरारत से और बड़े प्यार से कहा..
" एकदम नहीं रुकता , और रुकता तो तेरी फटती कैसे ,... "
मेरी छमिया.... असलम ने कहा..
वो तो है ,
गोल गोल आँखे नचा कर मेरी प्रियंका दीदी बोली..
असलम के धक्के फिर से चालू हो गय मेरी प्रियंका दीदी के अंदर..
मेरी प्रियंका दीदी कभी अपनी चूची तान के, कभी उचका कर , कभी और उभार कर , अपने जुबना का जादू , उस जादूगर पर चलाने की कोशिश करने लगी..
असलम ने एक बार में मेरी प्रियंका दीदी की एक संतरे को अपने मुंह में भर लिया और दूसरे संतरे को दबाने लगा..
असलम का दूसरा हाथ मेरी प्रियंका दीदी की दूसरे जोबन के निप , अंगूठे और तर्जनी के बीच मसल रहा था , मेरी दीदी की गुलाबिया में तो जैसे आग गई थी... मेरे प्रियंका दीदी अपनी गांड उठा उठा के देने लगी असलम को..
असलम के होंठ और ऊँगली दोनों का दुहरा हमला एक साथ , . मेरी प्रियंका दीदी पिघल रही थी असलम के लोड़े के नीचे..
जैसे ही असलम ने मेरी प्रियंका दीदी के निप्पल को अपने मुंह से छोड़ा... दीदी ने उसका सर पकड़ फ्रेंच किस उसके होठों पर जमा दि..
मेरे सैया जी मुझे चोदो... मेरी फाड़ के रख दो.. मेरी प्रियंका दीदी बोली... मेरी रुपाली दीदी भी हैरान हो गई उनकी बात सुनकर..
अचानक असलम ने मेरी प्रियंका दीदी को पलट दिया... उसका मोटा लंबा खूंखार सा लोड़ा अभी भी मेरी दीदी की प्यारी नाजुक मुनिया पूरा अंदर तक घुसा हुआ था..
मेरी प्रियंका दीदी असलम के लोड़े पर सवार हो चुकी थी..
मैंने अपनी जिंदगी में कभी इस दृश्य की कल्पना नहीं की थी... मेरी भोली भाली प्रियंका दीदी जो इतनी मासूम है, कभी असलम जैसे मर्द के लोड़े की सवारी करेगी..
कामाग्नि में जलती हुई मेरी प्रियंका दीदी असलम के
लोड़े पर कूदने लगी.. असलम भी नीचे से झटके मार रहा था... मेरी प्रियंका दीदी के संतरे ऊपर नीचे हो रहे थे उनकी कूदने के साथ-साथ...
मेरी प्रियंका दीदी अपने साजन की गोद में बैठी , साजन का खूंटा मेरी दीदी के अंदर धंसा ,
सूत सूत , धीरे धीरे , रगड़ता ,दरेरते , घिसटते , फाड़ते , बहुतधीमे धीमे ही सही लेकिन अंदर घुस रहा था
मेरी प्रियंका दीदी के अंदर असलम का मजबूत लोड़ा..
मेरी प्रियंका दीदी सिसक रही थी चीख रही थी बिलबिला रही थी पर फिर भी असलम के लोड़े उछल रही थी..
लग रहा था कोई खूब मोटा काक एक बहुत पतली गरदन वालीबोतल में अड़स गया है , निकाले निकल नहीं पा रहा , ...
मेरे सैया जी मुझे चोदो ना... मेरी चीर दो मेरी चटनी बना दो... मेरी प्रियंका दीदी बोल रही थी..
असलम के लोड़े की सवारी करते हुए मेरी प्रियंका दीदी की अंदर की रंडी जाग गई थी..
प्रियंका दीदी को यह भी परवाह नहीं ...मैं सब कुछ देख रहा हूं और कैमरे में सूट भी कर रहा हूं..
तेरी मां का भोसड़ा ... साली तू तो मस्त रंडी है... आज से तुम मेरी दुल्हन... कुत्तिया... हराम की लोड़ी... असलम गालियां देता हुआ मेरी प्रियंका दीदी को अपने लोड़े पर उछालने लगा..
मेरी प्रियंका दीदी अपने सैया जी से यही तो चाहती थी , हचक के वो पेलें , खुल के वो बोलें , ... गाली दे दे कर ,...
चुप साली रंडी...छिनार तेरे सारे खानदान की गांड मारुं ,. बिना चोदे तुम्हे आज जाने नही दूँगा यहाँ से...." असलम गुस्से में बोला..
असलम उठ कर खड़ा हो गया... उसने अपने सारे कपड़े उतार के नीचे फेंक दिय.. वह बिल्कुल नंगा खड़ा था... उसका 10 इंच का मजबूत काला मोटा लौड़ा उसके हाथ में था.... लोहे की तरह सख्त लोड़े को वह अपने हाथ में पकड़ हिला रहा था... उसके अंदर का जानवर जाग चुका था... मेरी दीदी नीचे लेटी हुई उसे किसी निरीह हिरनी की तरह देख रही थी...
असलम ने अपना लौड़ा मेरी प्रियंका दीदी का मुंह पर रख दीया उनकी छाती पर बैठकर.....
चूस मेरा लौड़ा साली रंडी अपने पति का लोड़ा....
मेरी प्रियंका दीदी डर के मारे उसका लोड़ा मुंह में लेकर चूसने लगी.. दीदी उसके लोड़े का टोपा अपने मुंह में लेकर उस पर जीव घुमाने लगी..
दूसरी तरफ मेरी रूपाली दीदी की चोली खोल दी थी जुनैद ने.. उनकी ब्रा को नीचे सरका के मेरी रूपाली दीदी का दूध पी रहा था जुनैद.... असलम का पागलपन देखकर जुनैद के अंदर का भी जानवर जाग गया..... दूध पीने के साथ साथ ही वह मेरी रूपाली दीदी की चुचियों को काटने लगा अपने दांत से......
मेरी दीदी दर्द के मारे बिलबिला रही थी... मेरी दीदी दर्द की मारी चीख रही थी तड़प रही थी...
पर निर्दई जुनैद को मेरी रूपाली दीदी की कोई परवाह नहीं थी.. मेरी दीदी का लहंगा सरका दिया उसने... लहंगे का नाड़ा खोलने के बाद उसने मेरी दीदी की गांड को पकड़ के ऊपर उठाया और लहंगे को मेरी दीदी की टांगों से अलग कर दिया.... फिर उसने मेरी रूपाली दीदी की पैंटी भी उतार दि... एक बार फिर मेरी रूपाली दीदी बिल्कुल नंगी पड़ी हुई थी जुनेद के सामने... फर्क सिर्फ इस बात का था कि आज मेरी दीदी जुनैद की दुल्हन बनी हुई थी... और मेरी जीजू पूरा तमाशा देख रहे थे... और मैं तो अपनी दीदी की सुहागरात की शूटिंग कर रहा था...
कुछ ही देर में जुनेद भी बिल्कुल नंगा हो गया...
मेरी रूपाली दीदी के ऊपर लेट गया जुनेद...
बड़ी मेहनत करने के बाद असलम का आधा लोड़ा मेरी प्रियंका दीदी के मुंह में समा गया था... मेरी दीदी उसका लोड़ा मुंह में लेकर आगे पीछे हो रही थी बिल्कुल किसी रंडी की तरफ..
मेरे प्रियंका दीदी ने असलम के लण्ड को हाथ से पकड़ कर उसके पेट से मिला दिया और लिंग की जड़ में लटक रहे उसके घूंघारूओं को जीभ से जा च्छेदा...
"आअहह.. कैसे सीखा तुमने..? तुम तो ब्लू फिल्मों की तरह तडपा तापड़ा कर चूस रही हो... जल्दी ले लो ना!" उसने अपनी आँखें बंद कर ली और पिछे पर लुढ़क गया... मेरी दीदी की जांघों के ऊपर..
उसके पिछे लुढ़क जाने की वजह से अब उसका औजार किसी तंबू की तरह छत की और तना हुआ था... बड़ा ही प्यारा दृश्या था... शायद जिंदगी भर 'उसको' भुला ना सकूँ... मेरी प्रियंका दीदी आगे झुकी और अपनी जीभ निकाल कर जड़ से शुरू करके सूपदे तक अपनी जीभ को लहराती हुई ले आई.. और उपर आते ही फिर से सूपदे को वैसा ही एक चुम्मा दिया..... वह फिर से उच्छल पड़ा..
आह रंडी.... बड़ा मस्त चुस्ती है साली चूस मेरा..."आअहह.. कैसे सीखा तुमने..? असलम बड़बड़ा रहा था...
मेरी प्रियंका दीदी ने एक बार फिर से उसके सूपदे को अपने होंटो से दूर करते हुए उसके लिंग को बीच से अपना मुँह पूरा खोल कर दाँतों के बीच दबोच लिया.. और हल्क हल्क दाँत उसकी मुलायम त्वचा में गाड़ने शुरू कर दिए....
"ऊओ हू हूओ.. आआआहह.. तुम इसको काट कर ले जाओगी क्या? क्यूँ मुझे तडपा रही हो..... जल्दी से चूसना ख़तम करो... बिना चोदे तुम्हे आज जाने नही दूँगा यहाँ से...."
असलम बिल्कुल पागलों की तरह बोलने लगा.......
मेरी दुल्हनिया....साली रंडी...," मर जाउन्गा जान.. आआआः... मुझे ये क्या हो रहा है... मा कसम.. तुझे चोदे बिना नही छ्चोड़ूँगा मैं... आज तेरी चूत 'मार' के रहूँगा... कितने दीनो से सपने देखता था कि किसी की चूत मिले.. और आज मिली तो ऐसी की सोच भी नही सकता था.... तेरी चूत मारूँगा जान.. आज तेरी चूत को अपने लौदे से फाड़ डाअलूँगा.... आआअहहाा... इसस्स्स्स्स्स्शह"..
वो जो कुच्छ भी बोल रहा था.. मुझे सुनकर बड़ा मज़ा आ रहा था... मेरी प्रियंका दीदी उसके लिंग को अपने मुँह में लेकर उपर नीचे करती हुई चूस रही थी... जब उसका लिंग मेरी प्रियंका दीदी के मुँह में अंदर घुसता तो उसकी आवाज़ कुच्छ और होती थी और जब बाहर आता तो कुच्छ और.... उसके लिंग को चूस्ते हुए मेरी प्रियंका दीदी लपालप मुंह से थूक निकाल रही थी और पागलों की तरह बड़बड़ा रहे असलम की सिसकी मेरे लोड़े में तूफान उठा रही थी...
"बस अब बंद करो जान... निकलने ही वाला है मेरा तो..." उसने अपने लिंग को मेरी दीदी के मुंह से निकालने का प्रयास करते हुए कहा...
"बस दो मिनिट और..." मेरी दीदी असलम के लोड़े को मुंह से निकाल के उसको बराबर से चूमने और चाटने लगी..
मेरी प्रियंका दीदी बेहद स्मार्ट है... उनको पता चल गया था कि असलम के लोड़े की मलाई निकलने वाली है...
"ओह्ह्ह... मर जाउन्गा जाअँ.. क्यूँ इतना तडपा रही हो.. मान जाओ ना..."
असलम ने मेरी प्रियंका दीदी के दोनों कांधे पकड़ लिए और जैसे अचानक ही उसके हाथ अकड़ से गये... उसके लिंग को चाटने में खोई हुई मेरी प्रियंका दीदी को जब तक एहसास होता तब तक जुनेद के लिंग से निकल कर कामरस की तीन बौच्चरें मेरी दीदी की शक्ल सूरत बिगड़ चुकी थी... पहली बौछार आ मेरी प्रियंका दीदी की आंखों के पास लगी... जैसे ही हड़बड़ा कर मेरी प्रियंका दीदी पीछे हटी दूसरी बौछार उनके होठों पर... और उनके उठने से पहले ही गाढ़े रस की एक बौच्हर मेरी मेरी प्रियंका दीदी की बाईं चूची को गिला कर गई..
.. उसका लिंग अब भी झटके खा रहा था और हर झटके के साथ लगातार धीमी पड़ती हुई पिचकारियाँ निकल रही थी.....
"सॉरी जान... मैने तुम्हे पहले ही बोला था कि छ्चोड़ दो... मेरा निकलने वाला है..." असलम बोला..
दूसरी तरफ जुनेद मेरी रूपाली दीदी को पेल रहा था... मेरी रूपाली दीदी की चूत में पैबस्त था जुनेद का लोड़ा...... एक ही बिस्तर पर हो रहा था यह सब कुछ...
मस्ती से मेरी आँखे बंद हो रही थी।... अपनी बहनों का यह हाल देखकर मेरा लौड़ा टाइट हो गया था ... मेरे जीजू दारु पीने में लगे हुए थे..
तेरी मां का भोसड़ा चोद साली रंडी... जुनेद पेल रहा था मेरी रूपाली दीदी को.... असलम और मैं देख रहे थे...
…. आह , उई ई ओह्ह फट गई , मर गई ओह , मेरी रूपाली दीदी की चीख निकल के पूरे गांव में पहुंच रही होंगी... मजदूरों के पास भी..
आज तो बस खाली थूक लगा के ,. जुनेद मेरी रूपाली दीदी को पेल रहा था..
कुछ देर चोदने के बाद जुनैद ने अपना लौड़ा मेरी रूपाली दीदी की योनि से बाहर निकाल लिया और उनको घोड़ी बना दिया...
उसने पीछे से मेरी दीदी की गांड के छेद पर लौड़ा सेट किया...
…. आह , उई ई ओह्ह प्लीज मेरी गांड मत मारो... बहुत दर्द होता है..
रूपाली दीदी ने घबरा घबराते हुए कहा...
तेरी मां का भोसड़ा साली रंडी...
जुनैद ने एक जोरदार धक्का मारा और मेरी रूपाली दीदी कि चीख फिर गूँज गयी।
उसने अपना आधा लौड़ा मेरी रूपाली दीदी की गांड में पेल दिया था....
" नहीं नहीं बस इसको बोलो एक बार निकाल ले ,... " मेरे रूपाली दीदी असलम की तरफ देख कर बोल रही थी..
पूरा लौड़ा मेरी रूपाली दीदी की गांड में डाल दिया जुनैद ने...
" निकाल तो लेगा ही लेकिन हचक के तेरी गांड मारने के बाद ,तू क्या सोच रही है तेरी गांड में लण्ड छोड़ के चला जाएगा। " असलम मेरी रूपाली दीदी को देखते हुए बोला...
" अरे पेलो साली की गांड में हचक हचक के , फट जाने दो साली की। अरे बहुत हुआ तो कल्लू मोची के पास ले जाके इसकी सिलवा देंगे हम.... असलम ने अपने मुरझाए हुए लोड़े को मेरे रूपाली दीदी के मुंह में दे दिया.... दीदी चूसने लगी उसको अपनी गांड मरवाते हुए..
असलम के लोड़े ने मरी रूपाली दीदी की गांड का छल्ला पार हो गया , आधे से ज्यादा लण्ड करीब ५ इंच अंदर धंस गया और उस के बाद तो एक से एक करारे धक्के ,
धकाधक धकाधक , सटासट सटासट , वो मेरी रूपाली दीदी को गांड में झटके दे रहा था... उसे ना मेरी रूपाली दीदी की चीखने की परवाह थी ना ही रोने की.. वह अपनी पूरी ताकत से मेरी दीदी की गांड में झटके मार रहा था..
या दृश्य देखकर असलम का लौड़ा पूरा तन के खड़ा हो गया था ... कुछ देर पहले ही उसने मेरी प्रियंका दीदी को अपने लोड़े का जूस पिलाया था...
वह अपना लौड़ा पकड़कर मेरी रूपाली दीदी के ऊपर आ गया.
मेरी रूपाली दीदी सैंडविच बन गई और दोनों मर्दों के बीच,... जुनेद मेरी रूपाली दीदी की गांड में और असलम मेरी रूपाली दीदी के भोसड़ी में अपना लौड़ा डाल के आगे पीछे कर रहा था मेरे प्रियंका दीदी देख रही थी...
मेरी दुल्हनिया तुझे भी चोदना है ऐसे ही मादरजात... असलम मेरी प्रियंका दीदी की तरफ देख कर बोला..
उसने मेरे प्रियंका दीदी के लहंगे क नाडा खोल दिया.. और मेरी दीदी का लहंगा उतार दिया... फिर पेंटी भी सरका दी..
मेरी दोनों दीदी नंगी हो चुकी थी सुहाग की सेज पर और मेरे दोनों जीजू भी...
असलम ने अपनी नई दुल्हन मेरी प्रियंका दीदी की योनि में अपनी दो उंगलियां डाल अंदर-बाहर करने लगा..
जुनैद ने मेरी रूपाली दीदी की गांड मारनी चालु कर दी फिर से , एकदम बाहर तक निकाल के चीरते फाड़ते दरेरते वो घुसेड़ देता। बारी बारी से दोनों , ऐसे जुगलबंदी दोनों की थी की न मेरी रूपाली दीदी की
बुर को चैन न गांड को आराम।
फिर दोनों एक साथ , एकसाथ दोनों बाहर निकालते , एक साथ अंदर ठेलते ,दोनों के बीच
मेरी रूपाली दीदी पिस रही थी , एक एक चूंची भी दोनों ने बाँट ली थी। दोनों मेरी रूपाली दीदी का दूध पी रहे थे..
मेरी प्रियंका दीदी बगल में लेटी हुई नंगी असलम की उंगलियों को अपनी योनि में अंदर बाहर होते हुए महसूस कर रही थी.
मैं तो अपनी दुल्हनिया को पेल दूंगा... मेरे लोड़े से आज प्रियंका की सील टूट जाएगी जुनैद.
असलम ने अपना लौड़ा मेरी रूपाली दीदी की च** से बाहर निकाल लिया और मेरी प्रियंका दीदी के ऊपर सवार होके उनकी छोटे से छेद के ऊपर लोड़ा सटा दिया...
असलम ने एक जोरदार झटका मारा..... उसका आधा लोढ़ा मेरी प्रियंका दीदी के मुनिया में समा गया... मेरी दीदी की मुनिया से खून निकलने लगा.... दीदी तो जैसे बेहोश हो गई..
रूपाली दीदी जुनैद के लोड़े से उतर के मेरी प्रियंका दीदी को सहलाने लगी.... जुनेद अभी भी उनकी गांड में लौड़ा पेलने की कोशिश कर रहा था... मेरी रूपाली दीदी प्रियंका दीदी के गालों को चूमने लगी.
अब मेरी आंखों के सामने का दृश्य कुछ ऐसा था कि असलम ने मेरी प्रियंका दीदी की दोनों टांगे उठा कर अपने कंधे पर रख ली थी, और उसका काला मोटा लंबा खूंटी जैसे लौड़ा मेरी दीदी की नाजुक प्यारी छोटी सी चूत मैं आधा घुस के अकड़ गया था और मेरी दीदी की चूत से खून निकलने लगा था.. मेरी प्रियंका दीदी की कुंवारी चिकनी चूत का उद्घाटन हो चुका था... मेरी दीदी तो लगभग बेहोशी की अवस्था में जा चुकी थी... इसके बावजूद भी जालिम असलम पूरा प्रयास कर रहा था कि वह मेरी दीदी की और अंदर तक घुस आए... पागलों की तरह झटके मारने लगा असलम मेरी दीदी की चूत लहूलुहान होने लगी... रूपाली दीदी मेरी प्रियंका दीदी के बगल में लेट के उनके माथे को चूम रही थी उनके उनके गालों को सहला रही थी... मेरी रूपाली दीदी को एहसास था की पहली बार में कितना दर्द होता है..... खासकर तब जब हथियार असलम जैसे मर्द का हो...
जुनैद ने पीछे से मेरी रूपाली दीदी की गांड में अपना पूरा का पूरा लौड़ा घुसा रखा था... पर वह मेरी दीदी की गांड में झटके नहीं मार रहा था... बहुत बड़ी तसल्ली से मेरी प्रियंका दीदी की पहली चुदाई के दृश्य का आनंद उठा रहा था....
मैं सबके लिये नगण्य हो कर रह गया था और एक चीज मैं भी महसूस कर रहा था कि उस लाईव पोर्न को देखते मैं भी बस पुरुष हो कर रह गया था।
जो सामने था, वह उत्तेजना से भर देने वाला था, रगों में उबाल ला देने वाला था और मैं अपने लिंग को कठोर होते महसूस कर सकता था।
कुछ देर बाद जब मेरी प्रियंका दीदी को होश आया तो वह चीखने लगी... उनकी आंखों से आंसू टपकने लगे...
एम्म… ह…. आह… म्म्म्मम.. मम्मी....ऑश अहह….! बहुत दर्द हो रहा है दीदी.. इनको बोलो ना निकाल ले.... मेरी प्रियंका दीदी ने रोते हुए कहा..
प्रियंका दर्द तो होता ही है पहली बार.. बस थोड़ी देर तक इस दर्द को बर्दाश्त कर लो फिर सब ठीक हो जाएगा... मेरी रूपाली दीदी ने कहा.. उन्होंने मेरी प्रियंका दीदी के माथे पर उतर आए पसीने को अपने हाथों से साफ किया और उनके मासूम होठों को चूम लिया..
इसी बीच असलम ने 3-4 जोरदार झटके मार के लोड़ा मेरी प्रियंका दीदी के पूरा अंदर डाल दिया...
मेरी प्रियंका दीदी की कुंवारी मासूम चूत पर असलम ने मोटे काले लंबे डंडे से अपना झंडा फहरा दिया था... उसने अपना मोटा डंडा मेरी दीदी की चूत से बाहर निकाल लिया और मेरी तरफ तान के बोला.....
देख मेरे साले बहन के लोड़े... यह तेरी प्रियंका दीदी की कुंवारी चूत का खून मेरे लोड़े पर लगा हुआ है... मैं तेरा असली जीजा बन चुका हूं अब.... देख मेरे लोड़े को मां के लोड़े....
मैंने देखा... असलम का लोड़ा मेरी प्रियंका दीदी की चूत के खून से बिल्कुल सना हुआ था और टावर की तरह खड़ा था...
मेरी प्रियंका दीदी की खून खच्चर योनि मुझे दिखी और मेरा कलेजा हलक को आया। सारी उत्तेजना हवा हो गयी। मैं बेचैनी से हाथ मलता उठने को हुआ तो जुनैद ने घुड़कती हुई निगाहों से मुझे देखा और मैं कसमसाते हुए वापस बैठ गया। और कैमरे से शूटिंग करने लगा..
मेरी प्रियंका दीदी अब पूरी तरह होश में आ चुकी थी...
देख क्या रही है बहन की लोड़ी.... मेरा लौड़ा अच्छी तरह साफ कर और अपनी बहन की भी सफाई पर.... असलम ने जैसे मेरी रूपाली दीदी को आदेश दिया...
मेरी रूपाली दीदी ने बगल में पड़ी हुई अपनी चोली उठाई और उसी चोली से असलम के लोड़े को साफ करने लगी... उसके लोड़े को अच्छी तरह साफ करने के बाद मेरी रूपाली दीदी ने मेरी प्रियंका दीदी की लहूलुहान मुनिया की सफाई भी उसी चोली से कर दी...
जब मेरी प्रियंका दीदी की चूत अच्छी तरह साफ हो गई तो उन्होंने मेरी प्रियंका दीदी की चूत के ऊपर ढेर सारा थूक गिरा दिया और अपनी उंगलियों से उस थूक को प्रियंका दीदी की चूत पर पूरा फैला दिया...
इसके बाद रूपाली दीदी ने असलम के लोड़े को अपने मुंह में ले लिया और उसे चूसने चाटने लगी.. मेरी रूपाली दीदी ने थूक थूक के असलम के लोड़े को पूरा चमका दिया... फिर इसके बाद उन्होंने एक और हरकत की....
मेरी रूपाली दीदी ने असलम के हैवानी लंड को अपनी दोनों चुचियों के बीच में दबोच लिया , और अपनी चुचियों को दबा दबा कर दूध निकालकर असलम के हैवानी लंड को गीला कर दी.. फिर मेरी रूपाली दीदी ने खुद ही असलम का खूंखार लोड़ा अपने हाथों से पकड़ के मेरी प्रियंका दीदी की मासूम चूत के मुहाने पर लगा दिया..
असलम और जुनैद तो मुस्कुरा रहे थे मेरी रूपाली दीदी की इस हरकत को देखकर... मेरे जीजू जो दारू के नशे में अब बिल्कुल पागल हो चुके थे, बड़ी हैरानी से मेरी रूपाली दीदी को देख रहे थे.. अपना छोटा सा मुसल हाथ में पकड़े हुए...
अब असलम ने मेरी प्रियंका दीदी को धीरे धीरे पेलना शुरू कर दिया था... मेरी प्रियंका दीदी की चूत परपरा रही थी , दर्द से फटी जा रही थी ,आँख में आंसू तैर रहे थे , लेकिन असलम ने तय कर लिया था कि अपना मोटा लंबा औजार मेरी दीदी के आर पार करने के बाद ही मानेगा...
मेरी रूपाली दीदी प्रियंका दीदी की चूत को चाटने लगी जिसके अंदर असलम का लोड़ा अंदर बहार हो रहा था..
जुनेद मेरी रूपाली दीदी की गांड मारने लगा, जुनेद के झटकों को मेरी रूपाली दीदी बड़ी आसानी से अपनी गांड में झेल रही थी, उन्हें तो बस चिंता थी मेरी प्रियंका दीदी की... और मुझे भी...
मेरी प्रियंका दीदी का शरीर अकड़ने लगा और उनके पैर कांपने लगे।
मैं त… त..तो… तो… गा… ग… गाइइ..
असलम के खूंखार लोड़े के झटके खाकर मेरी प्रियंका दीदी की चूत का पानी निकल गया...
उसके बाद उसने फिर से झटके से मेरी प्रियंका दीदी की मुलायम नाजुक चूत में लंड घुसा दिया और अब वो चूत में लंड अंदर-बाहर करने लगा- आह… आह… आह… आह उहह… आ… उहह आ… साली रंडी मां की लोड़ी.... असलम गालियां बक रहा था...
जुनैद ने मेरी रूपाली दीदी के बाल पकड़ लिय, और दीदी की गांड के छेद में अपना बड़ा और खूंखार लोड़ा सटासट अंदर-बाहर करने लगा...
सूत सूत कर के उसका बालिश्त भर का लण्ड सरक सरक के , मेरी रूपाली दीदी की गांड में चरखी चलाने लगा..
मेरे रूपाली दीदी अपनी गांड में झटके खा मदहोश हो रही थी..
जब धीरे-धीरे मैंने अपनी दोनों दीदी को सहज होते देखा तो मुझे भी राहत हुई और मेरी उत्तेजना का स्तर फिर बढ़ने लगा।
मेरे लोड़े से अपनी चूत मरवावगी?" साली रांड... जुनैद ने मेरी रुपाली दीदी से पूछा...
"अया... कैसे...?" मैं आह... आह... दूंगी... प्लीज... मेरी भी चूत चोदो ना... मेरे रूपाली दीदी बड़बड़ा रही थी...
"ऐसे ही.. एक मिनिट.. मेरी बात का जवाब देती जाना... तुम्हे भी बहुत मज़ा आएगा... तुम्हारी चूत कैसी है?" जुनैद ने पूछा..
"अया... गोरी..." बड़ी मुश्किल से मेरी रूपाली दीदी के मुंह से बोल निकले...
"आ.. गोरी नही मेरी रानी... मक्खन मलाई जैसी बोलो.. बोल कर दिखाओ...!" मेरी रंडी दुल्हनिया.. जुनैद ने कहा और मेरी रूपाली दीदी की गांड मे अपने झटके बेहद तेज कर दिय...
"अयाया... अया... मम्मी... मेरी रूपाली दीदी ने जैसे तैसे बोलने के लिए शब्द ढूढ़ ही लिए..," मेरी चूऊऊथ मक्खन मलाई हैईआआआह्ह्ह्ह...!"
जुनैद की आवाज़ में भी कंपन सा शुरू हो गया था.....,"मेरे लौदा कैसा है रानी!" उसने पूछा...
आप का लोड़ा... आह... आह...क़ाला... अया.. नही.. आप का लोड़ा 'डंडे' जैसा है...." मेरी रूपाली दीदी सिसकती चीखती हुई बोली...
"शाबाश... लड़की की चूत किसलिए होती है बता!"... जुनैद ने पूछा..
"प्याअर करने के लिए...!....
नही सलीईइ.... चूत चोदने के लिए होती है.. लंड अंदर पेलने के लिए होती है....!"
"आह्ह्हाआ..ओहूओ.. हाआअन्न्न्न्न..अया!".. मेरी रूपाली दीदी बड़बड़ा रही थी और जुनैद ने अपनी दो उंगलियां मेरी रूपाली दीदी के खजाने में घुसा दि थी...
लोड़ा किसलिए होता है बोल...?" मस्त होकर पूछा जुनैद ने..
लोड़ा... मुंह में लेकर चूसने चाटने के लिए होता है... और...चूत चोदने के लिए.....!" मेरी रूपाली दीदी तड़पते हुए बोली.
और गांड मारने के लिए भी साली रंडी... जैसे अभी मैं तेरी गांड मार रहा हूं... हाय मेरी छमिया... तुझे ज्यादा दर्द तो नहीं हो रहा.... जुनैद ने मेरी दीदी से पूछा...
अपनी गांड में जबरदस्त झटके खा कर मेरी रूपाली दीदी पूरी तरह मदहोश हो गई थी, उनके मुंह से आवाज भी नहीं निकल रही थी..
मेरी रूपाली दीदी ने मेरी प्रियंका दीदी के नरम गालों से अपने गाल सटा दिय और अपनी गांड में जुनेद के मोटे लंबे हथियार के अंदर बाहर होने का मजा लेने लगी...
जुनेद का लोड़ा था भी तो वो स्साला , मोटा बियर के कैन सा , ...
एक हाथ से जुनेद मेरी रूपाली दीदी के जोबन मसल कर दूध निकाल रहा था, और दूसरे हाथ से उसे मेरी दीदी की चूत में उँगली करनी शुरू कर दी.
मेरी रूपाली दीदी की चूत तो पहले हीं गीली हो रही थी, थोड़ी देर में हीं वो पानी-पानी हो गई.
जुनैद ने अपनी उंगलियों से मेरी रूपाली दीदी की चूत को फैलाया और फिर उसने मेरी दीदी की पतली कमर को पकड़ कर एक जबरदस्त झटका दिया... उसका लौड़ा मेरी रुपाली दीदी की गांड में पूरा का पूरा रगड़ता, अंदर चला गया..
दर्द के मारे मेरी रूपाली दीदी तिलमिला उठी, पर जब वह मेरी दीदी की गांड को घिसता तो मज़ा भी बहुत आ रहा था उनको, साफ पता चल रहा था उनके चेहरे से..
दो चार धक्के ऐसे मारने के बाद जुनैद ने मेरे रूपाली
दीदी की चूचियों को कस-कस के रगड़ते, मसलते चुदाई शुरू कर दी.
जल्दी ही मस्ती में आकर रूपाली दीदी ने भी अपनी गांड मटका के जुनैद के झटको का जवाब देने लगी...
बगल में ही मेरी प्रियंका दीदी नीचे लेटी हुई थी और असलम उनके ऊपर सवार होके अपना मोटा लंबा बंबू मेरी दीदी की प्यारी सी मुनिया के आर पार ठेल दिया था, और मेरी दीदी के ऊपर कूद रहा था..
" बस , बस थोड़ा सा , बस , ..डालने दो न ,... " मेरी छम्मक छल्लो मेरी रंडी दुल्हनिया... असलम बड़े कामुक अंदाज में बोल रहा था..
" , नहीं न , नहीं प्लीज , ...दर्द होता है , ... उह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्ह नहीं नहीं ,... " मेरी प्रियंका दीदी चीख रही थी सिसक रही थी..
मेरी दीदी ने अपनी टाँगे थोड़ी सिकोड़ ली , जाँघे भी भींच ली , ...
" नहीं नहीं भइया , बहुत लगता है ,...ओह्ह नहीं , मेरी ,... ओह्ह , "
भैया नहीं मैं तेरा सैयां हूं रंडी... तेरा गांडू भाई तो तेरी वीडियो सूट में लगा है.... असलम ने कहा..
मैं असलम की बातें सुनकर शर्मिंदा तो हुआ पर मेरा लौड़ा टाइट ही रहा..
घपा घप सटासट... असलम अपने मजबूत लोड़े से मेरी प्यारी सी प्रियंका दीदी की प्यारी सी नाजुक मुनिया को धकाधक चोद रहा था.. मेरी प्रियंका दीदी भी असलम के लोड़े के झटको में खोने लगी .
मेरी भोली भाली दीदी को भी एहसास हो चुका था की मर्दानगी क्या होती है.... असलम के लोड़े ने मेरी प्रियंका दीदी को किसी दूसरे जहां में पहुंचा दिया था..
मेरी प्रियंका दीदी भी एक नई नवेली कच्ची कली की तरह नखरे कर रही थी और चीख रही थी...
पर मेरी प्रियंका दीदी एक कामुक औरत की तरह सिसकियां ले रही थी जैसे कोई रंडी अपने ग्राहक के साथ करती है...
मुझे तो उसी क्षण एहसास हो गया कि मेरी प्रियंका दीदी मेरी रूपाली दीदी से भी बड़ी चुडक्कड़ बनेगी.. मुझे मेरी प्रियंका दीदी में रंडियों वाले सारे गुण दिखाई दे रहे थे..
" नहीं नहीं सैंया जी... तुम बहोत बदमाश हो , ....ओह्ह्ह फट गयी मेरी , आपने फाड़ दी मेरी ,... " सैंया जी.... मेरी प्रियंका दीदी अब उकसा रही थी असलम को और जोर-जोर से करने के लिए...
असलम बेहद खुश हो गया था मेरी प्रियंका दीदी से...
वह मेरी तरफ देख कर बोला... देख साले हरामजादे तेरी बहना मुझे अब सैया जी कह रही है..
मैं बेहद शर्मिंदा हो गया था पर मैंने शूटिंग चालू रखी..
असलम ने और जोर से पेल दिया , मेरी प्रियंका दीदी के अंदर..
ओह्ह्ह नहीं नहीं , नहीं सैंया जी ....बहुत मोटा लंबा है आपका... मुझे दर्द हो रहा है... मेरी प्रियंका दीदी कामुक होकर बोली..
असलम के चेहरे पर एक अलग तरह की मस्ती , एक अलग तरह का जोश था , और धक्के भी खूब जोरदार ,
दस मिनट तक लगातार चोदने के बाद वह रुका और मेरी प्रियंका दीदी के गालों को बड़े प्यार से चूसते हुए बोला...
" हे बहुत दर्द तो नहीं हुआ , तुझे "
" अगर मैं कहूं , हुआ, तो क्या आप रुकते ,... मेरे सैया जी... मेरी प्रियंका दीदी ने बड़ी शरारत से और बड़े प्यार से कहा..
" एकदम नहीं रुकता , और रुकता तो तेरी फटती कैसे ,... "
मेरी छमिया.... असलम ने कहा..
वो तो है ,
गोल गोल आँखे नचा कर मेरी प्रियंका दीदी बोली..
असलम के धक्के फिर से चालू हो गय मेरी प्रियंका दीदी के अंदर..
मेरी प्रियंका दीदी कभी अपनी चूची तान के, कभी उचका कर , कभी और उभार कर , अपने जुबना का जादू , उस जादूगर पर चलाने की कोशिश करने लगी..
असलम ने एक बार में मेरी प्रियंका दीदी की एक संतरे को अपने मुंह में भर लिया और दूसरे संतरे को दबाने लगा..
असलम का दूसरा हाथ मेरी प्रियंका दीदी की दूसरे जोबन के निप , अंगूठे और तर्जनी के बीच मसल रहा था , मेरी दीदी की गुलाबिया में तो जैसे आग गई थी... मेरे प्रियंका दीदी अपनी गांड उठा उठा के देने लगी असलम को..
असलम के होंठ और ऊँगली दोनों का दुहरा हमला एक साथ , . मेरी प्रियंका दीदी पिघल रही थी असलम के लोड़े के नीचे..
जैसे ही असलम ने मेरी प्रियंका दीदी के निप्पल को अपने मुंह से छोड़ा... दीदी ने उसका सर पकड़ फ्रेंच किस उसके होठों पर जमा दि..
मेरे सैया जी मुझे चोदो... मेरी फाड़ के रख दो.. मेरी प्रियंका दीदी बोली... मेरी रुपाली दीदी भी हैरान हो गई उनकी बात सुनकर..
अचानक असलम ने मेरी प्रियंका दीदी को पलट दिया... उसका मोटा लंबा खूंखार सा लोड़ा अभी भी मेरी दीदी की प्यारी नाजुक मुनिया पूरा अंदर तक घुसा हुआ था..
मेरी प्रियंका दीदी असलम के लोड़े पर सवार हो चुकी थी..
मैंने अपनी जिंदगी में कभी इस दृश्य की कल्पना नहीं की थी... मेरी भोली भाली प्रियंका दीदी जो इतनी मासूम है, कभी असलम जैसे मर्द के लोड़े की सवारी करेगी..
कामाग्नि में जलती हुई मेरी प्रियंका दीदी असलम के
लोड़े पर कूदने लगी.. असलम भी नीचे से झटके मार रहा था... मेरी प्रियंका दीदी के संतरे ऊपर नीचे हो रहे थे उनकी कूदने के साथ-साथ...
मेरी प्रियंका दीदी अपने साजन की गोद में बैठी , साजन का खूंटा मेरी दीदी के अंदर धंसा ,
सूत सूत , धीरे धीरे , रगड़ता ,दरेरते , घिसटते , फाड़ते , बहुतधीमे धीमे ही सही लेकिन अंदर घुस रहा था
मेरी प्रियंका दीदी के अंदर असलम का मजबूत लोड़ा..
मेरी प्रियंका दीदी सिसक रही थी चीख रही थी बिलबिला रही थी पर फिर भी असलम के लोड़े उछल रही थी..
लग रहा था कोई खूब मोटा काक एक बहुत पतली गरदन वालीबोतल में अड़स गया है , निकाले निकल नहीं पा रहा , ...
मेरे सैया जी मुझे चोदो ना... मेरी चीर दो मेरी चटनी बना दो... मेरी प्रियंका दीदी बोल रही थी..
असलम के लोड़े की सवारी करते हुए मेरी प्रियंका दीदी की अंदर की रंडी जाग गई थी..
प्रियंका दीदी को यह भी परवाह नहीं ...मैं सब कुछ देख रहा हूं और कैमरे में सूट भी कर रहा हूं..
तेरी मां का भोसड़ा ... साली तू तो मस्त रंडी है... आज से तुम मेरी दुल्हन... कुत्तिया... हराम की लोड़ी... असलम गालियां देता हुआ मेरी प्रियंका दीदी को अपने लोड़े पर उछालने लगा..
मेरी प्रियंका दीदी अपने सैया जी से यही तो चाहती थी , हचक के वो पेलें , खुल के वो बोलें , ... गाली दे दे कर ,...