03-03-2020, 11:03 AM
(This post was last modified: 03-06-2021, 12:32 PM by komaalrani. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
स्ट्रिप पोकर
लेकिन आज , अब बहुत कुछ बदल गया था।
सब पहले उन्होंने ही हामी भरी , ताश के खेल के लिए भी , स्ट्रिप पोकर के लिए भी।
उस दिन के फेल्ड स्वैप की याद अभी तक रीनू को भी थी , एक तीखी कसक की तरह ,
उनकी हामी से वो भी चहक कर कस के रीनू ने इन्हें चूम लिया ,चटाक चटाक , खूब मीठी वाली चूम्मी और चिढाते हुए बोली ,
" जीजू बहुत बचे हुए थे आप , आज आप को नंगा करवा के छोडूंगी। "
जवाब उनकी ओर से कमल जीजू ने दिया ,
" अरे साली जी , उसके लिए तो हर जीजा जब चाहे तब तैयार रहता है। "
खेल शुरू होगया।
पते फेंटे जा रहे थे ,
और मैं एक बार फिर सिहर गयी ,बिचारे अपने उनके बारे में सोच के ,
एक तो मेरे जीजू लोग दोनों पैदायशी हरामी , पते के बादशाह , और वो बिचारे अभी तो उन्होंने मम्मी की गालियां खा खा के ,
बड़ी मुश्किल से पत्ते पहचानने सीखे थे।
दूसरे हम सबने कम से कम चार कपडे पहन रखे थे ,लेकिन उन्होंने अपनी गुलाबी फ्रिल वाली शर्ट के नीचे कुछ भी नहीं पहन रखा था ,
एकदम से टॉपलेस
लेकिन सब से पहले टॉपलेस अजय जीजू हुए , या टॉपलेस होने की शुरुआत उनकी हुयी ,
मैं और रीनू हम दोनों बहने साथ साथ बैठे थे ,
और वो तीनो लोग सामने , वो एकदम कमल जीजू के साथ सट के ,
पहला राउंड मैं जीती , और अजय हारे , उनकी शर्ट मैंने उतरवा ली।
लेकिन मेरी आँखे उनकी बनयान से झांकती मसल्स की मछलियों पर , ललचायी निगाहें ,
क्या सिक्स पैक्स थी , फ़िल्मी ऐक्टर ,मॉडल मात।
और इस देखादेखी में मैं मात खा गयी ,
और मेरा हॉल्टर टॉप उतर गया।
कमल जीजू और अजय दोनों ही मेरी छोटी सी शियर ,आलमोस्ट ट्रांसपेरेंट , हाफ कप ब्रा से झांकते मेरे गदराये उभारो को देख ,
ललचा रहे थे।
मैं और रीनू एक दूसरे को देख के मुस्कराये ,
मैं एक क्रूशियल मूमेंट पर कमल जीजू की ओर झुकी ,
क्लीवेज ही नहीं निपल तक सब कुछ ,
और कमल जीजू , वो राउंड ही नहीं , अगला राउंड भी हार गए।
सबसे पहले वो पूरे टॉपलेस हुए , और उनकी मसल्स तो , चौड़ा चकला सीना , नो फैट एकदम वी टाइप , केसरि कटि ,
लेकिन रीनू की निगाह अपने जीजू की ओर लगी थी ,
" साला इसके कपडे कैसे उतरेंगे ,... "
वो बुदबुदायी।
मैं मुस्करा रही थी , इनकी सास ने इनकी तगड़ी ट्रेनिंग कर दी थी।
पर ताश के खेल में थोड़ी बहुत बेईमानी न हो तो ताश का मजा क्या , और ख़ास तौर से जीजा साली के खेल में ,
सालियों का तो पूरा हक बनता है बेईमानी करने का।
रीनू ने इनके लिए एक तगड़ा पटियाला पेग बनाया और अपने हाथ से दिया ,
साथ में इनके पत्ते झाँक लिए ,
वो साली थी भी बचपन की कमीनी , लेकिन मैं आज बजाय इनके अपनी बहन के साथ थी।
और अगला राउंड वो हार गए ,
और फिर पूरे टॉपलेस , ( बनयान तो उन्होंने पहन नहीं रखी थी। )
पर अगले राउंड में वो रीनू का छोटा सा टैंक टॉप उतरवा कर उन्होंने बदला ले लिया।
घंटे भर चला होगा गेम ,
वो और मेरे दोनों जीजू सिर्फ अंडर वियर में ,
कमल जीजू ब्ल्यू कलर की बस वेस्ट बैंड सी पतली सी ब्रीफ में , जो छिपाती कम थी दिखाती ज्यादा थी। ( मेरा तो मन कर रहा था की बस खींच केउतार दूँ )
अजय जीजू , एक आलमोस्ट शियर ,मेश बॉक्सर में।
आलमोस्ट सब कुछ है दिखता है टाइप ,
और वो भी एक थांग नुमा ब्रीफ में जो उनके पिछवाड़े की दरार में बस एक पतले से धागे की तरह टाइट ,घुसी फंसी थी और उनका बबल बॉटम १००५ दिखता था।
लेकिन आज , अब बहुत कुछ बदल गया था।
सब पहले उन्होंने ही हामी भरी , ताश के खेल के लिए भी , स्ट्रिप पोकर के लिए भी।
उस दिन के फेल्ड स्वैप की याद अभी तक रीनू को भी थी , एक तीखी कसक की तरह ,
उनकी हामी से वो भी चहक कर कस के रीनू ने इन्हें चूम लिया ,चटाक चटाक , खूब मीठी वाली चूम्मी और चिढाते हुए बोली ,
" जीजू बहुत बचे हुए थे आप , आज आप को नंगा करवा के छोडूंगी। "
जवाब उनकी ओर से कमल जीजू ने दिया ,
" अरे साली जी , उसके लिए तो हर जीजा जब चाहे तब तैयार रहता है। "
खेल शुरू होगया।
पते फेंटे जा रहे थे ,
और मैं एक बार फिर सिहर गयी ,बिचारे अपने उनके बारे में सोच के ,
एक तो मेरे जीजू लोग दोनों पैदायशी हरामी , पते के बादशाह , और वो बिचारे अभी तो उन्होंने मम्मी की गालियां खा खा के ,
बड़ी मुश्किल से पत्ते पहचानने सीखे थे।
दूसरे हम सबने कम से कम चार कपडे पहन रखे थे ,लेकिन उन्होंने अपनी गुलाबी फ्रिल वाली शर्ट के नीचे कुछ भी नहीं पहन रखा था ,
एकदम से टॉपलेस
लेकिन सब से पहले टॉपलेस अजय जीजू हुए , या टॉपलेस होने की शुरुआत उनकी हुयी ,
मैं और रीनू हम दोनों बहने साथ साथ बैठे थे ,
और वो तीनो लोग सामने , वो एकदम कमल जीजू के साथ सट के ,
पहला राउंड मैं जीती , और अजय हारे , उनकी शर्ट मैंने उतरवा ली।
लेकिन मेरी आँखे उनकी बनयान से झांकती मसल्स की मछलियों पर , ललचायी निगाहें ,
क्या सिक्स पैक्स थी , फ़िल्मी ऐक्टर ,मॉडल मात।
और इस देखादेखी में मैं मात खा गयी ,
और मेरा हॉल्टर टॉप उतर गया।
कमल जीजू और अजय दोनों ही मेरी छोटी सी शियर ,आलमोस्ट ट्रांसपेरेंट , हाफ कप ब्रा से झांकते मेरे गदराये उभारो को देख ,
ललचा रहे थे।
मैं और रीनू एक दूसरे को देख के मुस्कराये ,
मैं एक क्रूशियल मूमेंट पर कमल जीजू की ओर झुकी ,
क्लीवेज ही नहीं निपल तक सब कुछ ,
और कमल जीजू , वो राउंड ही नहीं , अगला राउंड भी हार गए।
सबसे पहले वो पूरे टॉपलेस हुए , और उनकी मसल्स तो , चौड़ा चकला सीना , नो फैट एकदम वी टाइप , केसरि कटि ,
लेकिन रीनू की निगाह अपने जीजू की ओर लगी थी ,
" साला इसके कपडे कैसे उतरेंगे ,... "
वो बुदबुदायी।
मैं मुस्करा रही थी , इनकी सास ने इनकी तगड़ी ट्रेनिंग कर दी थी।
पर ताश के खेल में थोड़ी बहुत बेईमानी न हो तो ताश का मजा क्या , और ख़ास तौर से जीजा साली के खेल में ,
सालियों का तो पूरा हक बनता है बेईमानी करने का।
रीनू ने इनके लिए एक तगड़ा पटियाला पेग बनाया और अपने हाथ से दिया ,
साथ में इनके पत्ते झाँक लिए ,
वो साली थी भी बचपन की कमीनी , लेकिन मैं आज बजाय इनके अपनी बहन के साथ थी।
और अगला राउंड वो हार गए ,
और फिर पूरे टॉपलेस , ( बनयान तो उन्होंने पहन नहीं रखी थी। )
पर अगले राउंड में वो रीनू का छोटा सा टैंक टॉप उतरवा कर उन्होंने बदला ले लिया।
घंटे भर चला होगा गेम ,
वो और मेरे दोनों जीजू सिर्फ अंडर वियर में ,
कमल जीजू ब्ल्यू कलर की बस वेस्ट बैंड सी पतली सी ब्रीफ में , जो छिपाती कम थी दिखाती ज्यादा थी। ( मेरा तो मन कर रहा था की बस खींच केउतार दूँ )
अजय जीजू , एक आलमोस्ट शियर ,मेश बॉक्सर में।
आलमोस्ट सब कुछ है दिखता है टाइप ,
और वो भी एक थांग नुमा ब्रीफ में जो उनके पिछवाड़े की दरार में बस एक पतले से धागे की तरह टाइट ,घुसी फंसी थी और उनका बबल बॉटम १००५ दिखता था।