12-02-2019, 09:20 AM
आम रस : काम रस
आखिरी कम सोक्ड टुकड़े अभी भी उनके मुंह में थे।
लेकिन ये तो अभी शुरुआत थी।
मैंने उनकी हथकड़ी खोल दी , लेकिन ब्लाइंडफोल्ड अभी भी रहने दिया।
ढेर सारे मैंगो पीसेज अब मेरे जुबना पे , मैं उन्हें गाइड कर रही थी , और ढूंढ ढूंढ कर एक एक पीस उन्होंने गड़प कर लिया।
कुछ ही देर में वो फिर'तैयार', थे , और इस बार मैंने उन्हें अपने ऊपर आने दिया।
हम दोनों पागल हो रहे थे।
वो वेयर ,रेस्लिंग, बाइटिंग , स्क्रैचिंग, ग्रोपिंग , हगिंग ,स्क्वीज़िंग इच अदर।
उनकी उँगलियाँ , होंठ मेरे उभार ढूंढ रहे थे और मेरी उँगलियों ने उन्हें रास्ता दिखा दिया ,
फिर क्या जबरदस्त रगड़ाई , मसलाई हुयी मेरी चूंचियों की।
मुश्किल से एक पल के लिए मैंने उन्हें अपने उरोजों से हटाया , और
फ्रेश क्रीम के साथ एक कप में आम की फांके रखी थी , मैंने निकाल के दोनों जोबन पे , सब की सब ,
और एक बार फिर दोनों हाथों से उनके सर को पकड़ के , होंठों को सीधे वहीँ ,
फिर तो नदीदों की तरह , एक एक करके , सब की सब पीसेज ढूंढ ढूंढ के , उनके होंठों ने ,गड़प।
ब्लाइंड फोल्ड अभी भी आन था।
सबसे ज्यादा हालत ख़राब थी उनके 'उसकी' , एकदम तन्नाया ,बौराया ,पगलाया ,मदमस्त।
बिचारा , मैंने उसे गाइड कर प्रेमगली का रास्ता दिखाया लेकिन एक बार 'दरवाजे ' पे पहुंचते ही ,मेरी पतली कमरिया को दोनों हाथों से पकड़ के ,
क्या धक्का मारा ,मुझे बंद कमरे में तारे नजर आ गए ,
और साथ में उनके होंठ कभी फ्रेश क्रीम मिली आम की फांको का स्वाद ले रहे थे मेरे कड़े कड़े जुबना पर से तो कभी कचकचा कर निपल काट लेते।
अब सिसकने की ,चीखने की बारी मेरी थी। कुछ दर्द से ,कुछ मजे से।
क्या जबरदस्त धक्के मारे उन्होंने , हचक हचक कर।
और लता की तरह मेरी लम्बी गोरी टाँगे भी उनकी कमर से जाके लिपट गयीं , और जोर जोर से अपनी ओर खींचने लगी।
अगला धक्का सीधे मेरी बच्चदानी पे।
और दर्द के मारे मैं उछल पड़ी ,
साथ ही उन्होंने जोर से मेरे निप्स भी काट लिए।
स्क्रैचिंग , बाइटिंग , और क्या मस्ती से धक्के मार रहे थे वो ,
इसी के लिए तो मैं तड़प रही थी इत्ते दिनों से।
एंड सो मेनी थिंग्स वेयर हैपनिंग टूगेदर ,
वि वेयर ईटिंग इच अदर , इटिंग फ्रॉम इच अदर ,स्क्रैचिंग, बाइटिंग , फाँडलिंग जेंटली वन मूमेंट एंड स्क्वीज़िंग वाय्लेंटली ऐट अनादर।
और बिना रुके उनके धक्के , मेरी चूत की धज्जियाँ उड़ा रहे थे ,जैसे कोई धुनिया रुई धुन रहा हो।
और जब मेरे 'बर्थडे ब्वॉय ' ने झड़ना शुरू किया तो खूब देर तक ,
और चूत रानी ने दबा कर , निचोड़ कर ,भींच कर ,एक एक बूँद अपने अंदर समो लिया।
कुछ देर में मैं फिर ऊपर थी , और मेरी चूत सीधे उनके खुले मुंह से
अपने योनि कूप से 'प्यार का अमृत 'सीधे उनके मुंह में।
दोनों हाथों से मैं जोर से उनके सर को पकडे थी और साथ में मेरी मखमली , केले के तने ऐसी जांघे भी पूरी ताकत से उनके सर को भींचे थी ,
टस से मस नहीं हो सकते थे वो।
अंदर की गाढ़ी थक्केदार मलाई चट करने के बाद , बाहर भगोष्ठों पर लगी दो चार बूंदो को भी उनकी चटोरी जीभ ने ढूंढ कर चाट लिया।
और मैंने उनका ब्लाइंड फोल्ड खोल दिया।
झुक कर उनकी आँखों में झांकते मैंने धीमे से पूछा ,
" बोल ,कैसे लगा। "
आखिरी कम सोक्ड टुकड़े अभी भी उनके मुंह में थे।
लेकिन ये तो अभी शुरुआत थी।
मैंने उनकी हथकड़ी खोल दी , लेकिन ब्लाइंडफोल्ड अभी भी रहने दिया।
ढेर सारे मैंगो पीसेज अब मेरे जुबना पे , मैं उन्हें गाइड कर रही थी , और ढूंढ ढूंढ कर एक एक पीस उन्होंने गड़प कर लिया।
कुछ ही देर में वो फिर'तैयार', थे , और इस बार मैंने उन्हें अपने ऊपर आने दिया।
हम दोनों पागल हो रहे थे।
वो वेयर ,रेस्लिंग, बाइटिंग , स्क्रैचिंग, ग्रोपिंग , हगिंग ,स्क्वीज़िंग इच अदर।
उनकी उँगलियाँ , होंठ मेरे उभार ढूंढ रहे थे और मेरी उँगलियों ने उन्हें रास्ता दिखा दिया ,
फिर क्या जबरदस्त रगड़ाई , मसलाई हुयी मेरी चूंचियों की।
मुश्किल से एक पल के लिए मैंने उन्हें अपने उरोजों से हटाया , और
फ्रेश क्रीम के साथ एक कप में आम की फांके रखी थी , मैंने निकाल के दोनों जोबन पे , सब की सब ,
और एक बार फिर दोनों हाथों से उनके सर को पकड़ के , होंठों को सीधे वहीँ ,
फिर तो नदीदों की तरह , एक एक करके , सब की सब पीसेज ढूंढ ढूंढ के , उनके होंठों ने ,गड़प।
ब्लाइंड फोल्ड अभी भी आन था।
सबसे ज्यादा हालत ख़राब थी उनके 'उसकी' , एकदम तन्नाया ,बौराया ,पगलाया ,मदमस्त।
बिचारा , मैंने उसे गाइड कर प्रेमगली का रास्ता दिखाया लेकिन एक बार 'दरवाजे ' पे पहुंचते ही ,मेरी पतली कमरिया को दोनों हाथों से पकड़ के ,
क्या धक्का मारा ,मुझे बंद कमरे में तारे नजर आ गए ,
और साथ में उनके होंठ कभी फ्रेश क्रीम मिली आम की फांको का स्वाद ले रहे थे मेरे कड़े कड़े जुबना पर से तो कभी कचकचा कर निपल काट लेते।
अब सिसकने की ,चीखने की बारी मेरी थी। कुछ दर्द से ,कुछ मजे से।
क्या जबरदस्त धक्के मारे उन्होंने , हचक हचक कर।
और लता की तरह मेरी लम्बी गोरी टाँगे भी उनकी कमर से जाके लिपट गयीं , और जोर जोर से अपनी ओर खींचने लगी।
अगला धक्का सीधे मेरी बच्चदानी पे।
और दर्द के मारे मैं उछल पड़ी ,
साथ ही उन्होंने जोर से मेरे निप्स भी काट लिए।
स्क्रैचिंग , बाइटिंग , और क्या मस्ती से धक्के मार रहे थे वो ,
इसी के लिए तो मैं तड़प रही थी इत्ते दिनों से।
एंड सो मेनी थिंग्स वेयर हैपनिंग टूगेदर ,
वि वेयर ईटिंग इच अदर , इटिंग फ्रॉम इच अदर ,स्क्रैचिंग, बाइटिंग , फाँडलिंग जेंटली वन मूमेंट एंड स्क्वीज़िंग वाय्लेंटली ऐट अनादर।
और बिना रुके उनके धक्के , मेरी चूत की धज्जियाँ उड़ा रहे थे ,जैसे कोई धुनिया रुई धुन रहा हो।
और जब मेरे 'बर्थडे ब्वॉय ' ने झड़ना शुरू किया तो खूब देर तक ,
और चूत रानी ने दबा कर , निचोड़ कर ,भींच कर ,एक एक बूँद अपने अंदर समो लिया।
कुछ देर में मैं फिर ऊपर थी , और मेरी चूत सीधे उनके खुले मुंह से
अपने योनि कूप से 'प्यार का अमृत 'सीधे उनके मुंह में।
दोनों हाथों से मैं जोर से उनके सर को पकडे थी और साथ में मेरी मखमली , केले के तने ऐसी जांघे भी पूरी ताकत से उनके सर को भींचे थी ,
टस से मस नहीं हो सकते थे वो।
अंदर की गाढ़ी थक्केदार मलाई चट करने के बाद , बाहर भगोष्ठों पर लगी दो चार बूंदो को भी उनकी चटोरी जीभ ने ढूंढ कर चाट लिया।
और मैंने उनका ब्लाइंड फोल्ड खोल दिया।
झुक कर उनकी आँखों में झांकते मैंने धीमे से पूछा ,
" बोल ,कैसे लगा। "