29-02-2020, 09:52 AM
(This post was last modified: 03-06-2021, 11:46 AM by komaalrani. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
रीनू के जीजू , ये ,...
" क्या यही साली अपने जीजू लोगों की गोद में बैठ सकती है , देखना आज तुझसे ज्यादा मैं अपने जीजू के साथ मजे ले के दिखाउंगी। "
रीनू मुझे चढाती बोली , और अपने दोनों हाथ उनके गले में ,
अपने टैंक टॉप फाड़ते उभार उनके सीने पर रगड़ के उसने अपना इरादा साफ़ कर दिया।
खुश हो के उन्होंने अपने हाथ से बनाया उसे सीक कबाब खिलाने की कोशिश की ,पर उसने जोर जोर से सर हिला के ना ना का इशारा किया।
मेरे बालम ,एकदम नासमझ , ...
मैंने जोर से उन्हें घूरा ,साली को ऐसे खिलाते हैं ?
और वो समझ गए।
अपने होंठों के बीच दबा के उन्होंने ऑफर किया और अब की उनकी साली ,मेरी मौसेरी बहन रीनू के रसीले होंठों ने सीधे गपक लिया।
अगले ही पल में वो फ्रेंच किस में , रीनू की जीभ उनके मुंह में और वो इस तरह से चूस रहे थे ,जैसे कोई नयी नयी जवान हुयी लड़की पहली बार लन्ड चूस रही हो।
कुछ देर में उनके होंठ भी रीनू के होंठों का रस ले रहे थे , फिर हाथ क्यों पीछे रहते , साली के उभार ,
और रीनू के जोबन थे भी बहुत गद्दर।
पहली बार वो खुल के जीजू साली के रिश्ते का मजा ले रहे थे।
चार पांच मिनट के बाद जब दोनों के होंठ अलग हुए तो , रीनू कबाब की तारीफ़ करती बोली ,
" जिसने इत्ता मस्त कबाब बनाया उसके हाथ चूम लेने का मन करता है। "
" अरे , साली , अगर ये पहले मालूम होता तो न तो हाथ के साथ कुछ 'और भी ' इस्तेमाल कर लेता। "
उन्होंने रीनू को चिढाया।
" अच्छा ये मुर्गा भी अब बोलने लगा , "
रीनू ने उन्हें चिढाया।
उनके तंबू में भी बम्बू अच्छा खासा तना नजर आने लगा था।
और रीनू मेरी ही बहन थी ,ऐसा मौक़ा क्यों छोड़ती , उसने कस के एक हाथ से उनके बल्ज को रगड़ दिया ,
उनका खूंटा और बौरा गया।
रीनू ,बचपन की शरारती , रीनू ने उनकी ज़िप भी थोड़ी खोल दी।
वो भी अब जीजू साली का खेल सीख गए थे ,अबकी चिकन टिक्का उनके होंठों ने रीनू के होंठों के सामने ,...
और चार होंठों का खेल फिर चालू हो गया , अबकी उनकी जीभ रीनू के होंठों के बीच ,
और जीभ की देखादेखी , एक हाथ भी सीधे रीनू के छोटे छोटे टैंक टॉप के अंदर सेंध लगा के ,सीधे से उसके कड़े कड़े उभार ,
उनके दोनों हाथ तो साली के उभारों में बिजी थे ,
लेकिन साली के दोनों हाथ तो खाली थे।
और साली के हाथों ने खेल कर दिया ,
डबल पटियाला पेग बना के सीधे उनके होंठों पे ,...
" जीजू आपको साली की कसम , उसके गदराये जोबन की कसम ,एक घूँट में , .... "
हम सब ,मैं खास तौर से रीनू की ये हरकत देख रहे थे ,
मैने और मुझसे ज्यादा मम्मी ने उन्हें ड्रिंक तो टेस्ट करा दिया था ,लेकिन एक दो पेग तक , बहुत हुआ तो कभी तीन पेग , लेकिन यहाँ तो एक झटके में ,डबल पटियाला पेग ,
असर जो होना था वही हुआ , उनकी बची खुची थोड़ी बहुत शरम झिझक भी।
डबल मीनिंग डायलॉग्स जोक्स और फिर हनी सिंह छाप गाने और उससे भी ज्यादा ,आगे बढ़ के ,
" गांड में डंडा ,... "
अजय जीजू ने शुरू किया , और मैं और कमल जीजू ,
फिर तो वो और रीनू भी एकदम सुर में
" क्या यही साली अपने जीजू लोगों की गोद में बैठ सकती है , देखना आज तुझसे ज्यादा मैं अपने जीजू के साथ मजे ले के दिखाउंगी। "
रीनू मुझे चढाती बोली , और अपने दोनों हाथ उनके गले में ,
अपने टैंक टॉप फाड़ते उभार उनके सीने पर रगड़ के उसने अपना इरादा साफ़ कर दिया।
खुश हो के उन्होंने अपने हाथ से बनाया उसे सीक कबाब खिलाने की कोशिश की ,पर उसने जोर जोर से सर हिला के ना ना का इशारा किया।
मेरे बालम ,एकदम नासमझ , ...
मैंने जोर से उन्हें घूरा ,साली को ऐसे खिलाते हैं ?
और वो समझ गए।
अपने होंठों के बीच दबा के उन्होंने ऑफर किया और अब की उनकी साली ,मेरी मौसेरी बहन रीनू के रसीले होंठों ने सीधे गपक लिया।
अगले ही पल में वो फ्रेंच किस में , रीनू की जीभ उनके मुंह में और वो इस तरह से चूस रहे थे ,जैसे कोई नयी नयी जवान हुयी लड़की पहली बार लन्ड चूस रही हो।
कुछ देर में उनके होंठ भी रीनू के होंठों का रस ले रहे थे , फिर हाथ क्यों पीछे रहते , साली के उभार ,
और रीनू के जोबन थे भी बहुत गद्दर।
पहली बार वो खुल के जीजू साली के रिश्ते का मजा ले रहे थे।
चार पांच मिनट के बाद जब दोनों के होंठ अलग हुए तो , रीनू कबाब की तारीफ़ करती बोली ,
" जिसने इत्ता मस्त कबाब बनाया उसके हाथ चूम लेने का मन करता है। "
" अरे , साली , अगर ये पहले मालूम होता तो न तो हाथ के साथ कुछ 'और भी ' इस्तेमाल कर लेता। "
उन्होंने रीनू को चिढाया।
" अच्छा ये मुर्गा भी अब बोलने लगा , "
रीनू ने उन्हें चिढाया।
उनके तंबू में भी बम्बू अच्छा खासा तना नजर आने लगा था।
और रीनू मेरी ही बहन थी ,ऐसा मौक़ा क्यों छोड़ती , उसने कस के एक हाथ से उनके बल्ज को रगड़ दिया ,
उनका खूंटा और बौरा गया।
रीनू ,बचपन की शरारती , रीनू ने उनकी ज़िप भी थोड़ी खोल दी।
वो भी अब जीजू साली का खेल सीख गए थे ,अबकी चिकन टिक्का उनके होंठों ने रीनू के होंठों के सामने ,...
और चार होंठों का खेल फिर चालू हो गया , अबकी उनकी जीभ रीनू के होंठों के बीच ,
और जीभ की देखादेखी , एक हाथ भी सीधे रीनू के छोटे छोटे टैंक टॉप के अंदर सेंध लगा के ,सीधे से उसके कड़े कड़े उभार ,
उनके दोनों हाथ तो साली के उभारों में बिजी थे ,
लेकिन साली के दोनों हाथ तो खाली थे।
और साली के हाथों ने खेल कर दिया ,
डबल पटियाला पेग बना के सीधे उनके होंठों पे ,...
" जीजू आपको साली की कसम , उसके गदराये जोबन की कसम ,एक घूँट में , .... "
हम सब ,मैं खास तौर से रीनू की ये हरकत देख रहे थे ,
मैने और मुझसे ज्यादा मम्मी ने उन्हें ड्रिंक तो टेस्ट करा दिया था ,लेकिन एक दो पेग तक , बहुत हुआ तो कभी तीन पेग , लेकिन यहाँ तो एक झटके में ,डबल पटियाला पेग ,
असर जो होना था वही हुआ , उनकी बची खुची थोड़ी बहुत शरम झिझक भी।
डबल मीनिंग डायलॉग्स जोक्स और फिर हनी सिंह छाप गाने और उससे भी ज्यादा ,आगे बढ़ के ,
" गांड में डंडा ,... "
अजय जीजू ने शुरू किया , और मैं और कमल जीजू ,
फिर तो वो और रीनू भी एकदम सुर में