29-02-2020, 09:49 AM
(This post was last modified: 03-06-2021, 11:38 AM by komaalrani. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
अजय जीजू
" लगे रहो लगाते रहो। "
अजय जीजू ,रीनू के हसबैण्ड ,थे।
कहते हैं न क्या सावन से भादो दूबर तो बस वही हाल थी।
किसी मामले में कमल जीजू से कम नहीं थे , न खुल के मजाक में न ,....
झलकउवा शर्ट से झलकती सिक्स पैक्स , क्या जबरदस्त मसल्स ,
चौड़ा चकला सीना , केसरि कटि , खूब टाइट जीन्स ,
ऐसे मर्द जिसे देख के किसी भी लड़की के ऊपर नीचे दोनों मुंह में पानी आ जाए ,
और मैं तो खैर साली थी , मेरा गीला होना तो बनता था।
" अरे लग जाओ तुम भी , एक आगे ,एक पीछे से ,... वरना कहोगे की साली , ... पिछली बार तो वादा कर के तुम दोनों का के एल पी डी करा दिया था , ... आज मत छोड़ना , पिछली बार तो मेरी और चीनू की क्या रगड़ाई तुम दोनों ने की , पर ,.... "
और ये कह के रीनू ने मैदान अपने पति और मेरे जीजू अजय के लिए साफ कर दिया।
सच में पिछली बार की याद कर के , ...सब रंग में भंग , लेकिन,... अब की बात और ही थी। मैंने बात बनाने की कोशिश की , रीनू को छेड़ के ,
" अरे जा जा , तुम दोनों ने मेरे जीजू के साथ बहुत मजे ले लिए आज सिर्फ मेरी बारी है। मेरे जीजू चाहे आगे आएं या पीछे या साथ साथ , तेरी झांटे क्यों सुलगती है साली कमीनी। भूल गयी बचपन का वादा , इन दोनों से पहले मुझे ही मजा लेना था , फिर तुम दोनों का नम्बर आता है ,चल बहन समझ के छोड़ दिया , लेकिन आज छूने भी नहीं दूंगी। "
मौके का फायदा उठा के रीनू की छोड़ी हुयी जगह पर अजय जीजू लस लिए , आगे से वो ,पीछे से कमल जीजू। एक उभार अजय जीजू के हाथ ,दूसरा कमल जीजू के पास।
" अरे जा जा , छोटी बहन है , दिया। तुझे अपने जीजू को भी दिया ,मरद को भी दिया।
खिलखिलाते हुए रीनू बोली , फिर उसने जोड़ा ,
" अरे मेरी पांच दिन की छुट्टी चल रही है ,आज आखिरी दिन है। चीनू भी गायब है , तेरे दोनों जीजू का पांच दिनों से उपवास चल रहा है ,तुझे दो दो भूखे शेर मिलेंगे , आज तुझे कोई नहीं बचा सकता। "
और फिर रीनू ने अजय और कमल जीजू को भी चढ़ाया ,
" आज हचक हचक के चुदाई करना साली की ,छोड़ना मत। हर बार बहाने बना के बच जाती है साली , अगवाड़ा पिछवाड़ा सब। "
" अरे बचना कौन साली चाहती है , साली भी जबरदस्त चुदवासी है , निचोड़ के रख दूंगी तेरे मर्द का भी और अपने जीजू का भी। " मैं कौन पीछे रहने वाली थी।
लेकिन अजय और कमल जीजू दोनों ही चालू थे ,दोनों के खूंटे खड़े तनाये ,जैसे वहीँ खड़े खड़े चोद दंगे। एक मेरी गांड के छेद में रगड़ रहा था तो दूसरा आगे , और मैं भी रगड़ रगड़ के हलके हलके धक्को के साथ पूरा साथ दे रही थी। "
लेकिन रीनू ने दोनों को होश में ले आते बोला ,
" अरे मान तो गयी है साली ,घर के अंदर चलो या यहीं खड़े खड़े चोद दोगे। "
और मैं उन सब लोगों को अंदर ले आयी ,लेकिन बजाय ड्राइंग रूम में बैठाने के , सीधे लिविंग रूम में जहां उन्होंने आलरेडी सेटिंग कर दी थी।
दो मैट्रेस , ऊपर काली साटन की मुलायम सेक्सी चादर , दो बड़ी सी एरोमैटिक कैंडल्स , हलकी हलकी लाइट ,
"वाह बेड पोलो की सेटिंग तो अच्छी कर रखी है , ... " रीनू ने मेरी ओर देख कर मुस्कराते हुए कहा।
" और खिलाड़िन भी तैयार है , ... " हँसते हुए मैं बोली।
" आज तेरे घुमड़ दास नहीं है क्या जो इत्ते जोश में दिख रही है। "
रीनू मेरे कान में फुसफुसाते हुए बोली।
" हैं न बुलाती हूँ अभी। " मैं खुश होते बोली और बुलाया ,
" सुनो , देख ने कौन स्साली याद कर रही है तुझे। "
रीनू के साथ मेरे दोनों जीजू की आँखे एकदम फ़ैल गयीं , जिस टोन के साथ मैंने उन्हें बुलाया था , और ऊपर से सुनिये की जगह सुनो।
और आँखे उन लोगों की और फ़ैल गयी ,जब वो सीन पर हाजिर हुए ,
एकदम हिला देने वाला एक्सपेरिएंस ,खासतौर से कमल जीजू के लिए जो कॉलेज में उनके सीनियर थे।
पिंक लेसी शर्ट ,फ्रिल्स के साथ , जेल किये बाल बड़े आलमोस्ट कंधे तक ,सीधी मांग , टाप बटन शर्ट की खुली ,बेयर चेस्ट झलकता , हिप हगिंग जीन्स ,हल्का सा फेमनिन परफ्यूम , अ टच आफ काजल , गले में एक गोल्डन चेन ,कानों में हलके स्टड्स डायमंड्स के .... गोरे चिकने नमकीन तो वो बचपन से थे।
और वो ज़रा सा मुड़े तो उनकी गुलाबी शर्ट के पीछे इम्ब्रायडर्ड ' बी ' साफ़ साफ़ झलक गया।
और कोई बी फॉर बॉटम समझ न समझे ,कमल जीजू की अनुभवी आँख से वो कहना बचने वाला था।
और उनके चेहरे को देख के मैं समझ गयी की कोई और समझे न समझे ,कमल जीजू समझ गए हैं।
" अरे ज़रा जा के पानी वानी तो ले आ। "मैं बोली।
'इस साल्ले को तो पानी आज मैं पिलाऊंगा , "
कमल जीजू बुदबुदाये , और किसी और ने सुना हो न सुना हो मैंने साफ़ साफ़ सुन लिया।
इरादा उनका साफ़ था .
" अरे मैंने पहले ही कहा था , पानी वानी मै घास फूस नहीं चलेगा। "
अजय जीजू ने मेरी ओर शिकायत भरी निगाह डालते कहा।
" सुन ,ड्रिंक्स विंक्स और कॉकटेल स्नैक्स , और ज़रा जल्दी , ... "
श्योर वो बोले और वापस मुड़े , और मेरे जीजू और रीनू दोनों का बदले हालत का अंदाज हो गया।
पर कमल जीजू पर किसी 'और चीज ' का असर हुआ ,
जब वो मुड़े तो , टाइट हिप हगिंग जीन्स में उनके फर्म, टाइट ,बबल बॉटम , कसर मसर करते , और पिछावड़े की दरार ,...
कनखियों से मैं देख रही थी , ... कमल जीजू की जीन्स एकदम टाइट हो गयी/
मुश्किल से मैंने अपनी मुस्कराहट रोकी।
थोड़ी देर में जब वो लौटे तो कोई फाइव स्टार होटल का वेटर मात था , जिस तरह से उन्होंने अपने हाथ पर ट्रे बैलेंस कर रखी थी ,और उसपर सिंगल माल्ट स्काच व्हिस्की की बोतल , ग्लासेज और कॉकटेल स्नैक्स ,
और , मैं कमल जीजू की गोद में , अजय जीजू भी साथ ,...दोनों ने हाल्टर से झांकते ,ललचाते मेरे उभार ,दोनों जीजू ने बाँट लिया था।
" अरे वाह ,जीजू आप तो , लाइए मुझे दीजिये , .... मुझसे अच्छी साकी कहाँ मिलेगी , आगे का काम मेरे हवाले। " रीनू ने ट्रे उनके हाथ से ले लिया और वो कमल जीजू के बगल में बैठ गए ,एकदम सट कर।
रीनू ने ग्लास भरते हुए , अपने जीजू यानी उनको 'कुछ ज्यादा ' ही फेवर किया।
और फिर वो भी ठसके से उनकी गोद में चढ़ के बैठ गयी , और बोली ,
" क्या यही साली अपने जीजू लोगों की गोद में बैठ सकती है , देखना आज तुझसे ज्यादा मैं अपने जीजू के साथ मजे ले के दिखाउंगी। "
रीनू मुझे चढाती बोली , और अपने दोनों हाथ उनके गले में , अपने टैंक टॉप फाड़ते उभार उनके सीने पर रगड़ के उसने अपना इरादा साफ़ कर दिया।
" लगे रहो लगाते रहो। "
अजय जीजू ,रीनू के हसबैण्ड ,थे।
कहते हैं न क्या सावन से भादो दूबर तो बस वही हाल थी।
किसी मामले में कमल जीजू से कम नहीं थे , न खुल के मजाक में न ,....
झलकउवा शर्ट से झलकती सिक्स पैक्स , क्या जबरदस्त मसल्स ,
चौड़ा चकला सीना , केसरि कटि , खूब टाइट जीन्स ,
ऐसे मर्द जिसे देख के किसी भी लड़की के ऊपर नीचे दोनों मुंह में पानी आ जाए ,
और मैं तो खैर साली थी , मेरा गीला होना तो बनता था।
" अरे लग जाओ तुम भी , एक आगे ,एक पीछे से ,... वरना कहोगे की साली , ... पिछली बार तो वादा कर के तुम दोनों का के एल पी डी करा दिया था , ... आज मत छोड़ना , पिछली बार तो मेरी और चीनू की क्या रगड़ाई तुम दोनों ने की , पर ,.... "
और ये कह के रीनू ने मैदान अपने पति और मेरे जीजू अजय के लिए साफ कर दिया।
सच में पिछली बार की याद कर के , ...सब रंग में भंग , लेकिन,... अब की बात और ही थी। मैंने बात बनाने की कोशिश की , रीनू को छेड़ के ,
" अरे जा जा , तुम दोनों ने मेरे जीजू के साथ बहुत मजे ले लिए आज सिर्फ मेरी बारी है। मेरे जीजू चाहे आगे आएं या पीछे या साथ साथ , तेरी झांटे क्यों सुलगती है साली कमीनी। भूल गयी बचपन का वादा , इन दोनों से पहले मुझे ही मजा लेना था , फिर तुम दोनों का नम्बर आता है ,चल बहन समझ के छोड़ दिया , लेकिन आज छूने भी नहीं दूंगी। "
मौके का फायदा उठा के रीनू की छोड़ी हुयी जगह पर अजय जीजू लस लिए , आगे से वो ,पीछे से कमल जीजू। एक उभार अजय जीजू के हाथ ,दूसरा कमल जीजू के पास।
" अरे जा जा , छोटी बहन है , दिया। तुझे अपने जीजू को भी दिया ,मरद को भी दिया।
खिलखिलाते हुए रीनू बोली , फिर उसने जोड़ा ,
" अरे मेरी पांच दिन की छुट्टी चल रही है ,आज आखिरी दिन है। चीनू भी गायब है , तेरे दोनों जीजू का पांच दिनों से उपवास चल रहा है ,तुझे दो दो भूखे शेर मिलेंगे , आज तुझे कोई नहीं बचा सकता। "
और फिर रीनू ने अजय और कमल जीजू को भी चढ़ाया ,
" आज हचक हचक के चुदाई करना साली की ,छोड़ना मत। हर बार बहाने बना के बच जाती है साली , अगवाड़ा पिछवाड़ा सब। "
" अरे बचना कौन साली चाहती है , साली भी जबरदस्त चुदवासी है , निचोड़ के रख दूंगी तेरे मर्द का भी और अपने जीजू का भी। " मैं कौन पीछे रहने वाली थी।
लेकिन अजय और कमल जीजू दोनों ही चालू थे ,दोनों के खूंटे खड़े तनाये ,जैसे वहीँ खड़े खड़े चोद दंगे। एक मेरी गांड के छेद में रगड़ रहा था तो दूसरा आगे , और मैं भी रगड़ रगड़ के हलके हलके धक्को के साथ पूरा साथ दे रही थी। "
लेकिन रीनू ने दोनों को होश में ले आते बोला ,
" अरे मान तो गयी है साली ,घर के अंदर चलो या यहीं खड़े खड़े चोद दोगे। "
और मैं उन सब लोगों को अंदर ले आयी ,लेकिन बजाय ड्राइंग रूम में बैठाने के , सीधे लिविंग रूम में जहां उन्होंने आलरेडी सेटिंग कर दी थी।
दो मैट्रेस , ऊपर काली साटन की मुलायम सेक्सी चादर , दो बड़ी सी एरोमैटिक कैंडल्स , हलकी हलकी लाइट ,
"वाह बेड पोलो की सेटिंग तो अच्छी कर रखी है , ... " रीनू ने मेरी ओर देख कर मुस्कराते हुए कहा।
" और खिलाड़िन भी तैयार है , ... " हँसते हुए मैं बोली।
" आज तेरे घुमड़ दास नहीं है क्या जो इत्ते जोश में दिख रही है। "
रीनू मेरे कान में फुसफुसाते हुए बोली।
" हैं न बुलाती हूँ अभी। " मैं खुश होते बोली और बुलाया ,
" सुनो , देख ने कौन स्साली याद कर रही है तुझे। "
रीनू के साथ मेरे दोनों जीजू की आँखे एकदम फ़ैल गयीं , जिस टोन के साथ मैंने उन्हें बुलाया था , और ऊपर से सुनिये की जगह सुनो।
और आँखे उन लोगों की और फ़ैल गयी ,जब वो सीन पर हाजिर हुए ,
एकदम हिला देने वाला एक्सपेरिएंस ,खासतौर से कमल जीजू के लिए जो कॉलेज में उनके सीनियर थे।
पिंक लेसी शर्ट ,फ्रिल्स के साथ , जेल किये बाल बड़े आलमोस्ट कंधे तक ,सीधी मांग , टाप बटन शर्ट की खुली ,बेयर चेस्ट झलकता , हिप हगिंग जीन्स ,हल्का सा फेमनिन परफ्यूम , अ टच आफ काजल , गले में एक गोल्डन चेन ,कानों में हलके स्टड्स डायमंड्स के .... गोरे चिकने नमकीन तो वो बचपन से थे।
और वो ज़रा सा मुड़े तो उनकी गुलाबी शर्ट के पीछे इम्ब्रायडर्ड ' बी ' साफ़ साफ़ झलक गया।
और कोई बी फॉर बॉटम समझ न समझे ,कमल जीजू की अनुभवी आँख से वो कहना बचने वाला था।
और उनके चेहरे को देख के मैं समझ गयी की कोई और समझे न समझे ,कमल जीजू समझ गए हैं।
" अरे ज़रा जा के पानी वानी तो ले आ। "मैं बोली।
'इस साल्ले को तो पानी आज मैं पिलाऊंगा , "
कमल जीजू बुदबुदाये , और किसी और ने सुना हो न सुना हो मैंने साफ़ साफ़ सुन लिया।
इरादा उनका साफ़ था .
" अरे मैंने पहले ही कहा था , पानी वानी मै घास फूस नहीं चलेगा। "
अजय जीजू ने मेरी ओर शिकायत भरी निगाह डालते कहा।
" सुन ,ड्रिंक्स विंक्स और कॉकटेल स्नैक्स , और ज़रा जल्दी , ... "
श्योर वो बोले और वापस मुड़े , और मेरे जीजू और रीनू दोनों का बदले हालत का अंदाज हो गया।
पर कमल जीजू पर किसी 'और चीज ' का असर हुआ ,
जब वो मुड़े तो , टाइट हिप हगिंग जीन्स में उनके फर्म, टाइट ,बबल बॉटम , कसर मसर करते , और पिछावड़े की दरार ,...
कनखियों से मैं देख रही थी , ... कमल जीजू की जीन्स एकदम टाइट हो गयी/
मुश्किल से मैंने अपनी मुस्कराहट रोकी।
थोड़ी देर में जब वो लौटे तो कोई फाइव स्टार होटल का वेटर मात था , जिस तरह से उन्होंने अपने हाथ पर ट्रे बैलेंस कर रखी थी ,और उसपर सिंगल माल्ट स्काच व्हिस्की की बोतल , ग्लासेज और कॉकटेल स्नैक्स ,
और , मैं कमल जीजू की गोद में , अजय जीजू भी साथ ,...दोनों ने हाल्टर से झांकते ,ललचाते मेरे उभार ,दोनों जीजू ने बाँट लिया था।
" अरे वाह ,जीजू आप तो , लाइए मुझे दीजिये , .... मुझसे अच्छी साकी कहाँ मिलेगी , आगे का काम मेरे हवाले। " रीनू ने ट्रे उनके हाथ से ले लिया और वो कमल जीजू के बगल में बैठ गए ,एकदम सट कर।
रीनू ने ग्लास भरते हुए , अपने जीजू यानी उनको 'कुछ ज्यादा ' ही फेवर किया।
और फिर वो भी ठसके से उनकी गोद में चढ़ के बैठ गयी , और बोली ,
" क्या यही साली अपने जीजू लोगों की गोद में बैठ सकती है , देखना आज तुझसे ज्यादा मैं अपने जीजू के साथ मजे ले के दिखाउंगी। "
रीनू मुझे चढाती बोली , और अपने दोनों हाथ उनके गले में , अपने टैंक टॉप फाड़ते उभार उनके सीने पर रगड़ के उसने अपना इरादा साफ़ कर दिया।