11-02-2019, 06:51 PM
मेरी ?आंखें खुली मेरी फोन?? की घंटी से रिंग हो रहा था मैंने स्क्रीन पर दिखा तो होम लिखा हुआ था मैं झट से उठा फोन? काट दिया क्योंकि इंटरनेशनल रोमिंग लगती है मेरी फोन मैं अब और मैंने एक मैसेज टाइप किया की (बाद में कॉल करता हूं )
और सेंड कर दिया फिर उसके बाद फोन स्विच ऑफ कर दिया और उठकर देखा तो रात ?हो चुकी थी और मुझे भूख ?भी लगी थी इसलिए मैंने फ्रिज खोलकर देखा किचन में जाकर तो उसमें कुछ नहीं था इसलिए मैंने अपना (wallet)पर्स से निकाला अपनी जेब में डाल कर फ्लैट (कमरा)को लॉक कर बिल्डिंग से बाहर निकल गया और बिल्डिंग के गेट पर वॉचमैन से मैंने पूछा यहां कोई आसपास खाने के लिए दुकान है
वॉचमैन ..?क्या आई डोंट अंडरस्टैंड आप क्या कर रहे हैं
फिर मुझे याद ?आया की मैं तो इंग्लिश ?इतनी अच्छी तरह से बोलना जानता ही नही
और मेरे सामने यह वॉचमैन अंग्रेजी के सिवा कुछ समझता ही नहीं है फिर इसलिए मैंने सोचा हर चीज इनसे पूछने के लिए यह किसी और से पूछने के लिए इंग्लिश बोलनी पड़ेगी साला लंदन तो आ गया पर अंग्रेजी नहीं आई...? सोच कुछ सोच... नहीं तो तेरा गुजारा ऐसे कैसे चलेगा.. आइडिया? मैंने चुटकी बजाकर कहां...
और मेरी यह सारी हरकत वॉचमैन खड़ा खड़ा देख रहा था और अपना सिर ?खुजा कर बोल रहा था पता नहीं किस से पाला पड़ा है पागल लगता है...
मैंने सोचा कि अगर मैं मोबाइल ले लूं तो उसे किसी से कुछ पूछने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी मैं फोन में मैप की मदद से कुछ भी सर्च कर सकता हूं वह किसी भी जगह का पता पता कर सकता हूं.... यही सोच कर मैंने उस वॉचमैन से टूटी फूटी इंग्लिश में फोन स्टोर पूछा... पता नहीं वह क्या क्या कह रहा था... इसलिए मैंने उसे सिर्फ रास्ता पूछा... टेल मी व्हिच वे.. उसने मुझे एक तरफ इशारा किया... और मैं उसी तरफ चल दीया... और ऐसे ही लोगों से पुछते पुछते मोबाइल स्टोर पहुंच गया.. बड़ी मुश्किलों के बाद मैंने एक मोबाइल खरीदा.. और उसके साथ एक सिम.. अच्छा हुआ मैंने पहले ही अपने पास तो पैसे थे उनकी करेंसी चेंज करवा ली...
नहीं तो पता नहीं उन दोनों बहनों के नहीं तो मेरे साथ कुछ भी हो उन्हें तो कुछ पत्रक नहीं पड़ता..
उस न्यू नंबर से मैंने घर पर कॉल किया.. मैंने इंटरनेशनल रोमिंग रिचार्ज करवा ली थी मम्मी पापा बहुत ही गुस्से में थे क्योंकि मुझे आज वेदर कम से कम 7 घंटे हो चुके थे और मैंने उनको अभी तक फोन नहीं किया था इसलिए मैंने को सॉरी कहा होरा से थोड़ी देर में से बात करने के बाद फोन कट कर दिया... चलो यह काम तो निपटा अब कुछ खाने के लिए भी ढूंढ लिया जाए..
सब चीजों में मुझे 3 घंटे बीत चुके थे फाइनली में सब चीजें समेट कर अपने अपार्टमेंट पहुंचा
और कुछ खाने पीने के बाद पुणे अपार्टमेंट को अच्छी प्रकार देखने लगा और अपने सारे सामान को सेट करने के बाद सो गया,,,, बिना किसी टेंशन के कि कोई मेरी तरफ आ रहा है मेरी नींद हराम करने के लिए
चलिए दूसरी तरफ देखते हैं
ममता ऑफिस छोड़ने के बाद सीधा घर चली जाती है क्योंकि उसे मुकेश से जल्दी मिलना था यूनो नया नया प्यार कैसा होता है बिल्कुल वैसे ही ममता के साथ भी हो रहा था
और दिनों से ममता अपने घर जल्दी पहुंच गई थी ममता का घर शहर से बाहर था बहुत ही बड़ा घर था ममता का बिल्कुल महल था ममता जल्दी से अपनी गाड़ी से उतरी और घर के अंदर तेजी से चलते हुए आई उसके बटलर ने उसका स्वागत किया
बटलर....वेलकम होम मैडम
ममता.... पहले मुझे यह बताओ मुकेश कहां है..
उसे कौनसा रूम दिया है
बटलर... आप किसकी बात कर रही है मैडम यहां कोई मुकेश नाम का नहीं आया है
ममता... अपने मन में...?(. शायद में परिया के साथ होगा प्रियां उसे शहर दिखा रही होगी )......प्रिया घर आ गई..
बटलर.... नहीं प्रिया मैम साहब अभी तक घर नहीं आई है...
ममता यह सुनकर अपने कमरे की तरफ चल दी..
और जाते-जाते बोल गई. की
ममता.... प्रिया जब घर आ जाए मुझे तुरंत बताया जाए
बटलर.... ओके मैडम..
ममता को क्या पता प्रिया तो अपने दोस्तों के पब में मस्ती से डांस ,,?कर रही थी उसे क्या पता था उसके इस खुशनुमा दिन का अंत कैसा होगा...
और सेंड कर दिया फिर उसके बाद फोन स्विच ऑफ कर दिया और उठकर देखा तो रात ?हो चुकी थी और मुझे भूख ?भी लगी थी इसलिए मैंने फ्रिज खोलकर देखा किचन में जाकर तो उसमें कुछ नहीं था इसलिए मैंने अपना (wallet)पर्स से निकाला अपनी जेब में डाल कर फ्लैट (कमरा)को लॉक कर बिल्डिंग से बाहर निकल गया और बिल्डिंग के गेट पर वॉचमैन से मैंने पूछा यहां कोई आसपास खाने के लिए दुकान है
वॉचमैन ..?क्या आई डोंट अंडरस्टैंड आप क्या कर रहे हैं
फिर मुझे याद ?आया की मैं तो इंग्लिश ?इतनी अच्छी तरह से बोलना जानता ही नही
और मेरे सामने यह वॉचमैन अंग्रेजी के सिवा कुछ समझता ही नहीं है फिर इसलिए मैंने सोचा हर चीज इनसे पूछने के लिए यह किसी और से पूछने के लिए इंग्लिश बोलनी पड़ेगी साला लंदन तो आ गया पर अंग्रेजी नहीं आई...? सोच कुछ सोच... नहीं तो तेरा गुजारा ऐसे कैसे चलेगा.. आइडिया? मैंने चुटकी बजाकर कहां...
और मेरी यह सारी हरकत वॉचमैन खड़ा खड़ा देख रहा था और अपना सिर ?खुजा कर बोल रहा था पता नहीं किस से पाला पड़ा है पागल लगता है...
मैंने सोचा कि अगर मैं मोबाइल ले लूं तो उसे किसी से कुछ पूछने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी मैं फोन में मैप की मदद से कुछ भी सर्च कर सकता हूं वह किसी भी जगह का पता पता कर सकता हूं.... यही सोच कर मैंने उस वॉचमैन से टूटी फूटी इंग्लिश में फोन स्टोर पूछा... पता नहीं वह क्या क्या कह रहा था... इसलिए मैंने उसे सिर्फ रास्ता पूछा... टेल मी व्हिच वे.. उसने मुझे एक तरफ इशारा किया... और मैं उसी तरफ चल दीया... और ऐसे ही लोगों से पुछते पुछते मोबाइल स्टोर पहुंच गया.. बड़ी मुश्किलों के बाद मैंने एक मोबाइल खरीदा.. और उसके साथ एक सिम.. अच्छा हुआ मैंने पहले ही अपने पास तो पैसे थे उनकी करेंसी चेंज करवा ली...
नहीं तो पता नहीं उन दोनों बहनों के नहीं तो मेरे साथ कुछ भी हो उन्हें तो कुछ पत्रक नहीं पड़ता..
उस न्यू नंबर से मैंने घर पर कॉल किया.. मैंने इंटरनेशनल रोमिंग रिचार्ज करवा ली थी मम्मी पापा बहुत ही गुस्से में थे क्योंकि मुझे आज वेदर कम से कम 7 घंटे हो चुके थे और मैंने उनको अभी तक फोन नहीं किया था इसलिए मैंने को सॉरी कहा होरा से थोड़ी देर में से बात करने के बाद फोन कट कर दिया... चलो यह काम तो निपटा अब कुछ खाने के लिए भी ढूंढ लिया जाए..
सब चीजों में मुझे 3 घंटे बीत चुके थे फाइनली में सब चीजें समेट कर अपने अपार्टमेंट पहुंचा
और कुछ खाने पीने के बाद पुणे अपार्टमेंट को अच्छी प्रकार देखने लगा और अपने सारे सामान को सेट करने के बाद सो गया,,,, बिना किसी टेंशन के कि कोई मेरी तरफ आ रहा है मेरी नींद हराम करने के लिए
चलिए दूसरी तरफ देखते हैं
ममता ऑफिस छोड़ने के बाद सीधा घर चली जाती है क्योंकि उसे मुकेश से जल्दी मिलना था यूनो नया नया प्यार कैसा होता है बिल्कुल वैसे ही ममता के साथ भी हो रहा था
और दिनों से ममता अपने घर जल्दी पहुंच गई थी ममता का घर शहर से बाहर था बहुत ही बड़ा घर था ममता का बिल्कुल महल था ममता जल्दी से अपनी गाड़ी से उतरी और घर के अंदर तेजी से चलते हुए आई उसके बटलर ने उसका स्वागत किया
बटलर....वेलकम होम मैडम
ममता.... पहले मुझे यह बताओ मुकेश कहां है..
उसे कौनसा रूम दिया है
बटलर... आप किसकी बात कर रही है मैडम यहां कोई मुकेश नाम का नहीं आया है
ममता... अपने मन में...?(. शायद में परिया के साथ होगा प्रियां उसे शहर दिखा रही होगी )......प्रिया घर आ गई..
बटलर.... नहीं प्रिया मैम साहब अभी तक घर नहीं आई है...
ममता यह सुनकर अपने कमरे की तरफ चल दी..
और जाते-जाते बोल गई. की
ममता.... प्रिया जब घर आ जाए मुझे तुरंत बताया जाए
बटलर.... ओके मैडम..
ममता को क्या पता प्रिया तो अपने दोस्तों के पब में मस्ती से डांस ,,?कर रही थी उसे क्या पता था उसके इस खुशनुमा दिन का अंत कैसा होगा...
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