21-02-2020, 02:05 PM
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आईईईईईईईईई……. भाबीईईईईईईई………..मररररर….. गय्ाआ…..रीईईईईईईईईईईईईईईईईईई……उफ़फ्फ़…उफ़फ्फ़….रुकूओ…प्लीज़…
क्या हुआ मेरे शेर….को…, मेरे लेडल देवेर को…! पुच….!! मेरा राजा बेटा..!! क्या हुआ..? बताओ मुझे….? मोहिनी भाभी अपने लाड़ले देवर अंकुश के गाल को प्यार से सहलाते हुए बोली.
अंकुश – अरे… उठो.. जल्दी…मेरा फटा जा रहा है…! आईईई….माआ…!
मोहिनी – अरे क्या फटा जा रहा है..…. ?
अंकुश – अरे भाभी ! समझा करो… प्लीज़ उठो मेरे उपर से.. मेरा लंड फट गया… अह्ह्ह्ह…
मोहिनी अपनी एक चुचि को उसके मूह में ठूँसती हुई बोली- कुच्छ नही फटा, लो इसको चूसो.. सब ठीक हो जाएगा…!
कितना नाटक करता है ये लड़का.. उफ़फ्फ़… सांड़ हो रहा है, अभी भी कहता है फटा जा रहा, अरे तुम्हारी उमर के लड़के कोरी चूत को भोसड़ा बना देते हैं, और ये लाट साब… उफ़फ्फ़… हां ऐसे ही चूसो… इस्से… खा.. जाओ… शाबाश… ये हुई ना मर्दों वाली बात..आहह…..
फिर धीरे से और थोड़ा सा दबाब डाल दिया अपनी 38” की मोटी गान्ड का उसके लंड के उपर और आधे लंड को अपनी चूत के अंदर कर लिया…!
एक बच्चे की माँ मोहिनी भाभी की चूत भी आधे लंड में ही पानी देने लगी, क्योंकि उसके लाड़ले देवर का लंड था ही इतना मोटा तगड़ा.
भाभी के दबाब डालते ही अंकुश ने उसकी चुचि को मूह से बाहर निकाल कर एक बार फिर से चीख उठा…भाभिईिइ… मान जाओ ना…. दर्द हो रहा है…प्लीज़…!
अभी भी दर्द हो रहा है… लो इसे चूसो, और उसने दूसरी चुचि उसके मूह में ठेल दी… और उसके माथे को चूमते हुए उसके बालों को मसाज देती हुई, आँख बंद करके पूरी गान्ड उसकी जांघों पर रख दी….
एक साथ दोनो की ही चीख निकल गयी, और अब वो लंबी-2 साँसें ले रहे थे..
मोहिनी अब शांति से उसकी जांघों पर अपनी गान्ड को लंड पर रख कर बैठी थी, फिर उसके चेहरे के उपर झुक कर उसके होंठो को चूम लिया और शरारती स्माइल अपने होठों पर लाकर बोली – सच में बड़ा कमाल का लंड हैं मेरे प्यारे देवर का..
एक बच्चे की माँ की भी ऐसी की तैसी कर दी इसने तो…एकदम खुन्टा सा गढ़ गया है…. हूंम्म…!
अंकुश – ये आपका ही सब किया धरा है… 5 साल से मालिश कर रही हो आप ! तो होगा ही ना..!
मोहिनी – हूंम्म… सो तो है.. वैसे अब दर्द तो नही हो रहा मेरे राजा को…!
अंकुश – अभी थोड़ा सा फील होता है.. कभी- 2, पर ज़्यादा नही है..
मोहिनी – तो फिर शुरू करें अब.. और उसने अपनी गान्ड को धीरे से उपर उठाया, और उसके साडे सात इंच लंबे लंड के सुपाडे तक अपनी चूत के मूह को लाई, और फिरसे धीरे से बैठ गयी…!
दोनो के अंगों में इतनी जोरदार सुर सुराहट हुई कि एक साथ दोनो की सिसकी निकल गयी और उनकी आँखें मूंद गयी…
ईईीीइसस्स्स्स्स्शह……आअहह…..सस्स्सुउउऊहह….. मेरी चुचियों को मस्लो देवरजीीीइ… बहुत मज़ा है इनमें…. हाआँ… और जोर्र्र्र्सस्सीई….आहह…
अब धीरे-2 उसके उठने बैठने की गति बढ़ती जा रही थी….
अंकुश जिसकी आज जीवन की पहली चुदाई थी… वो तो पता नही कोन्से लोक में था आज… उसकी प्यारी भाभी ने आज अपना वायदा जो पूरा किया था…
कुच्छ देर में ही मोहिनी की राम प्यारी ने हथियार डाल दिए और वो अपने लाड़ले देवर के उपर पसर गयी.
आईईईईईईईईई……. भाबीईईईईईईई………..मररररर….. गय्ाआ…..रीईईईईईईईईईईईईईईईईईई……उफ़फ्फ़…उफ़फ्फ़….रुकूओ…प्लीज़…
क्या हुआ मेरे शेर….को…, मेरे लेडल देवेर को…! पुच….!! मेरा राजा बेटा..!! क्या हुआ..? बताओ मुझे….? मोहिनी भाभी अपने लाड़ले देवर अंकुश के गाल को प्यार से सहलाते हुए बोली.
अंकुश – अरे… उठो.. जल्दी…मेरा फटा जा रहा है…! आईईई….माआ…!
मोहिनी – अरे क्या फटा जा रहा है..…. ?
अंकुश – अरे भाभी ! समझा करो… प्लीज़ उठो मेरे उपर से.. मेरा लंड फट गया… अह्ह्ह्ह…
मोहिनी अपनी एक चुचि को उसके मूह में ठूँसती हुई बोली- कुच्छ नही फटा, लो इसको चूसो.. सब ठीक हो जाएगा…!
कितना नाटक करता है ये लड़का.. उफ़फ्फ़… सांड़ हो रहा है, अभी भी कहता है फटा जा रहा, अरे तुम्हारी उमर के लड़के कोरी चूत को भोसड़ा बना देते हैं, और ये लाट साब… उफ़फ्फ़… हां ऐसे ही चूसो… इस्से… खा.. जाओ… शाबाश… ये हुई ना मर्दों वाली बात..आहह…..
फिर धीरे से और थोड़ा सा दबाब डाल दिया अपनी 38” की मोटी गान्ड का उसके लंड के उपर और आधे लंड को अपनी चूत के अंदर कर लिया…!
एक बच्चे की माँ मोहिनी भाभी की चूत भी आधे लंड में ही पानी देने लगी, क्योंकि उसके लाड़ले देवर का लंड था ही इतना मोटा तगड़ा.
भाभी के दबाब डालते ही अंकुश ने उसकी चुचि को मूह से बाहर निकाल कर एक बार फिर से चीख उठा…भाभिईिइ… मान जाओ ना…. दर्द हो रहा है…प्लीज़…!
अभी भी दर्द हो रहा है… लो इसे चूसो, और उसने दूसरी चुचि उसके मूह में ठेल दी… और उसके माथे को चूमते हुए उसके बालों को मसाज देती हुई, आँख बंद करके पूरी गान्ड उसकी जांघों पर रख दी….
एक साथ दोनो की ही चीख निकल गयी, और अब वो लंबी-2 साँसें ले रहे थे..
मोहिनी अब शांति से उसकी जांघों पर अपनी गान्ड को लंड पर रख कर बैठी थी, फिर उसके चेहरे के उपर झुक कर उसके होंठो को चूम लिया और शरारती स्माइल अपने होठों पर लाकर बोली – सच में बड़ा कमाल का लंड हैं मेरे प्यारे देवर का..
एक बच्चे की माँ की भी ऐसी की तैसी कर दी इसने तो…एकदम खुन्टा सा गढ़ गया है…. हूंम्म…!
अंकुश – ये आपका ही सब किया धरा है… 5 साल से मालिश कर रही हो आप ! तो होगा ही ना..!
मोहिनी – हूंम्म… सो तो है.. वैसे अब दर्द तो नही हो रहा मेरे राजा को…!
अंकुश – अभी थोड़ा सा फील होता है.. कभी- 2, पर ज़्यादा नही है..
मोहिनी – तो फिर शुरू करें अब.. और उसने अपनी गान्ड को धीरे से उपर उठाया, और उसके साडे सात इंच लंबे लंड के सुपाडे तक अपनी चूत के मूह को लाई, और फिरसे धीरे से बैठ गयी…!
दोनो के अंगों में इतनी जोरदार सुर सुराहट हुई कि एक साथ दोनो की सिसकी निकल गयी और उनकी आँखें मूंद गयी…
ईईीीइसस्स्स्स्स्शह……आअहह…..सस्स्सुउउऊहह….. मेरी चुचियों को मस्लो देवरजीीीइ… बहुत मज़ा है इनमें…. हाआँ… और जोर्र्र्र्सस्सीई….आहह…
अब धीरे-2 उसके उठने बैठने की गति बढ़ती जा रही थी….
अंकुश जिसकी आज जीवन की पहली चुदाई थी… वो तो पता नही कोन्से लोक में था आज… उसकी प्यारी भाभी ने आज अपना वायदा जो पूरा किया था…
कुच्छ देर में ही मोहिनी की राम प्यारी ने हथियार डाल दिए और वो अपने लाड़ले देवर के उपर पसर गयी.