19-02-2020, 11:58 AM
(This post was last modified: 27-05-2021, 06:13 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
और मैं काम में लग गयी ,
जीजू लोगों के आने के बाद टाइम तो मिलेगा नहीं इसलिए इनके मायके जाने की पैकिंग अभी पूरी करनी थी ,
फिर उन लोगों के लिए भी तैयारी करनी थी /
उन्हें मैंने सोने दिया , अपना काम ख़तम कर के घंटे भर बाद उठाया। शाम होनेवाली थी।
लुकिंग अ परफेक्ट स्लीपिंग ब्यूटी ,
मेरी निगाह उनके मस्त नितम्बो पर गयी , स्साली क्या चूतड़ हैं , मस्त लौंडिया भी मात।
तभी तो उन्हें खुद बताया था उन्होंने हाई कॉलेज में है शुकर की तू है लड़का , की टाइटिल मिली थी ,
सारे लड़के उन्हें हाई क्लास लौंडा कह के छेड़ते थे ,
एकदम ऐसे चिकने थे की , बस,... कोई अच्छा खास स्ट्रेट भी , .... लौण्डबाज बनने पर मजबूर हो जाए।
मैं हलके हलके उनके बबल बॉटम्स सहला रही थी।
वो सोते हुए भी मुस्करा रहे थे , और तभी मुझे एक शर्त याद आयी, उनकी सास ने लगाई थी ,
" अगर तुझे इसे मादरचोद बनाना है न तो मेरे आने के पहले इसकी नथ उतर जानी चाहिए , तब तू इसके फटने की फोटो भेजेगी मुझे तभी मैं इसकी माँ को लेके ,... "
और मैने उस समय तुरंत हाँ बोल दी थी।
ये तो मैं किसी शर्त पर नहीं छोड़ सकती थी , उसके लिए मुझे चाहे जो करना पड़े।
उनका मोटा लन्ड कसर मसर उनकी माँ के भोंसडे में जाय और वो भी मेरे सामने , इस सीन के लिए तो मैं ,
मेरा शैतान दिमाग चरखी की तरह चल रहा था ,
कैसे चुदेगी मेरी छिनार पंचभतारी सास अपने बेटे से , ... और अब मेरी ऊँगली उनकी कसी कोरी गांड की दरार में चल रही थी।
चिकने तो वो बचपन के थे , खुद अपने बचपन के किस्से बताते हुए उन्होंने कबूला था की क्लास ९ से ११ के बीच तीन बार उनकी नेकर उतर चुकी थी ,
एक बार तो निहुराया , सटाया ,भी हो चुका था ,लेकिन बस घुसेड़ने के पहले गड़बड़ हो गया।
बच गए बिचारे ,
लेकिन अब नहीं बच सकते ,क्योंकि ये अगर बच गए तो मेरी छिनार सास बच जाएंगी और ये मैं होने नहीं दे सकती थी।
जीजू लोगों के आने के बाद टाइम तो मिलेगा नहीं इसलिए इनके मायके जाने की पैकिंग अभी पूरी करनी थी ,
फिर उन लोगों के लिए भी तैयारी करनी थी /
उन्हें मैंने सोने दिया , अपना काम ख़तम कर के घंटे भर बाद उठाया। शाम होनेवाली थी।
लुकिंग अ परफेक्ट स्लीपिंग ब्यूटी ,
मेरी निगाह उनके मस्त नितम्बो पर गयी , स्साली क्या चूतड़ हैं , मस्त लौंडिया भी मात।
तभी तो उन्हें खुद बताया था उन्होंने हाई कॉलेज में है शुकर की तू है लड़का , की टाइटिल मिली थी ,
सारे लड़के उन्हें हाई क्लास लौंडा कह के छेड़ते थे ,
एकदम ऐसे चिकने थे की , बस,... कोई अच्छा खास स्ट्रेट भी , .... लौण्डबाज बनने पर मजबूर हो जाए।
मैं हलके हलके उनके बबल बॉटम्स सहला रही थी।
वो सोते हुए भी मुस्करा रहे थे , और तभी मुझे एक शर्त याद आयी, उनकी सास ने लगाई थी ,
" अगर तुझे इसे मादरचोद बनाना है न तो मेरे आने के पहले इसकी नथ उतर जानी चाहिए , तब तू इसके फटने की फोटो भेजेगी मुझे तभी मैं इसकी माँ को लेके ,... "
और मैने उस समय तुरंत हाँ बोल दी थी।
ये तो मैं किसी शर्त पर नहीं छोड़ सकती थी , उसके लिए मुझे चाहे जो करना पड़े।
उनका मोटा लन्ड कसर मसर उनकी माँ के भोंसडे में जाय और वो भी मेरे सामने , इस सीन के लिए तो मैं ,
मेरा शैतान दिमाग चरखी की तरह चल रहा था ,
कैसे चुदेगी मेरी छिनार पंचभतारी सास अपने बेटे से , ... और अब मेरी ऊँगली उनकी कसी कोरी गांड की दरार में चल रही थी।
चिकने तो वो बचपन के थे , खुद अपने बचपन के किस्से बताते हुए उन्होंने कबूला था की क्लास ९ से ११ के बीच तीन बार उनकी नेकर उतर चुकी थी ,
एक बार तो निहुराया , सटाया ,भी हो चुका था ,लेकिन बस घुसेड़ने के पहले गड़बड़ हो गया।
बच गए बिचारे ,
लेकिन अब नहीं बच सकते ,क्योंकि ये अगर बच गए तो मेरी छिनार सास बच जाएंगी और ये मैं होने नहीं दे सकती थी।