19-02-2020, 11:57 AM
(This post was last modified: 27-05-2021, 01:44 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
यही मन कर रहा था की जिस चीज के लिए बचपन से मेरी दोनों बहने , ... चिढ़ातीं थी और बहने ही नहीं , दोनों मौसी लोग भी ,... सबसे छोटी साली हो ,... दोनों चढ़ेंगे तेरे ऊपर और वो भी साथ साथ ,... तो हो जाए तो हो जाए
घण्टे भर से कम ही बचे थे वैसे भी , एक बार हम ननदे नयी दुल्हन को उसके पिया के कमरे में पहुंचा देती उसके बाद तो ,
मेरी रगड़ाई आज तय थी ,दोनों जीजू एकदम उतावले।
लेकिन,
लेकिन ,
पर वैसा कुछ नहीं हुआ।
ये आगये।
मैं जीजू लोगों के साथ ग्रुप फोटों खिंचवा रही थी , बस उसी समय।
और उनका चेहरा ऐसा उतर गया की ,
मैं समझ गयी कि ,इन्हें जम कर बुरा लग गया।
कमल जीजू को तो ये पहचानते थे , कमल जीजू कॉलेज में उनसे तीन साल सीनियर थे ,जब ये नौवें में गए थे तो वो बारहवीं में थे ,
अजय जीजू से पहली बार मिले थे ,लेकिन सब कुछ बहुत फार्मल कोल्ड,
रीनू ,चीनू ने उन्हें छेड़ने की ,मजाक करने की भी कोशिश की पर , इनका जो चेहरा लटका तो ,
पूरा माहौल एकदम,...
और कुछ देर बाद उन्होंने बॉम्बशेल छोड़ दिया ,
मुझे उनके साथ आज ही लौटना होगा , तीन चार घंटे बाद।
रीनू चीनू ने बहुत मनाया ,मेरी बड़ी मौसी ,चीनू की माँ ने भी ,लेकिन ,...
उनके मायके में कुछ छोटी मोटी कुछ ,... किसी का बर्थडे शायद उनकी उसी छिपकली मार्का ममेरी बहन का ,
मैंने अपनी ओर से बात बदलने की कोशिश करते हुए दबी आवाज में पूछा भी की ,
" आपकी तो ट्रेन छूट गयी थी न। "
" हाँ ,लेकिन कुहासे के चक्कर में ट्रेन लेट चल रही है तो एक दूसरी ट्रेन में ,... "
पता ये चला की ट्रेन में टीटी को कुछ ले दे कर वो चढ़ गए थे और उतरने पर स्टेशन पर उन्होंने देखा की एक ट्रेन जो करीब १६-१७ घंटे लेट चल रही थी ,उसमें उन्होंने करेंट रिजर्वेशन करवा लिया था और बस कुछ देर में मुझे वापस ,
मेरी फिर बच गयी।
जब मैं वापस लौट रही थी , इनके साथ तो अजय जीजू ने मुझे छेड़ते हुए माहौल हल्का बनाने की कोशिश की ,
"जा जा ,भूख शेर मिलेगा। "
हम लोग दरवाजे से बाहर निकल रहे थे की किसी ने पीछे से हलके से कमेंट मारा ,
किलज्वॉय।
मुझे इतना बुरा लगा मैं बता नहीं सकती।
पुरानी यादों से उबरती मैं उन्हें निहार रही थी।
लेकिन वो उनके परिवर्तन पूर्व के दिन थे ,और अब ,....
अब तो मेरे जीजू लोगों से किसी भी मामले में कम नहीं थे , न मजे देने में।
न मजे लेने में।
घण्टे भर से कम ही बचे थे वैसे भी , एक बार हम ननदे नयी दुल्हन को उसके पिया के कमरे में पहुंचा देती उसके बाद तो ,
मेरी रगड़ाई आज तय थी ,दोनों जीजू एकदम उतावले।
लेकिन,
लेकिन ,
पर वैसा कुछ नहीं हुआ।
ये आगये।
मैं जीजू लोगों के साथ ग्रुप फोटों खिंचवा रही थी , बस उसी समय।
और उनका चेहरा ऐसा उतर गया की ,
मैं समझ गयी कि ,इन्हें जम कर बुरा लग गया।
कमल जीजू को तो ये पहचानते थे , कमल जीजू कॉलेज में उनसे तीन साल सीनियर थे ,जब ये नौवें में गए थे तो वो बारहवीं में थे ,
अजय जीजू से पहली बार मिले थे ,लेकिन सब कुछ बहुत फार्मल कोल्ड,
रीनू ,चीनू ने उन्हें छेड़ने की ,मजाक करने की भी कोशिश की पर , इनका जो चेहरा लटका तो ,
पूरा माहौल एकदम,...
और कुछ देर बाद उन्होंने बॉम्बशेल छोड़ दिया ,
मुझे उनके साथ आज ही लौटना होगा , तीन चार घंटे बाद।
रीनू चीनू ने बहुत मनाया ,मेरी बड़ी मौसी ,चीनू की माँ ने भी ,लेकिन ,...
उनके मायके में कुछ छोटी मोटी कुछ ,... किसी का बर्थडे शायद उनकी उसी छिपकली मार्का ममेरी बहन का ,
मैंने अपनी ओर से बात बदलने की कोशिश करते हुए दबी आवाज में पूछा भी की ,
" आपकी तो ट्रेन छूट गयी थी न। "
" हाँ ,लेकिन कुहासे के चक्कर में ट्रेन लेट चल रही है तो एक दूसरी ट्रेन में ,... "
पता ये चला की ट्रेन में टीटी को कुछ ले दे कर वो चढ़ गए थे और उतरने पर स्टेशन पर उन्होंने देखा की एक ट्रेन जो करीब १६-१७ घंटे लेट चल रही थी ,उसमें उन्होंने करेंट रिजर्वेशन करवा लिया था और बस कुछ देर में मुझे वापस ,
मेरी फिर बच गयी।
जब मैं वापस लौट रही थी , इनके साथ तो अजय जीजू ने मुझे छेड़ते हुए माहौल हल्का बनाने की कोशिश की ,
"जा जा ,भूख शेर मिलेगा। "
हम लोग दरवाजे से बाहर निकल रहे थे की किसी ने पीछे से हलके से कमेंट मारा ,
किलज्वॉय।
मुझे इतना बुरा लगा मैं बता नहीं सकती।
पुरानी यादों से उबरती मैं उन्हें निहार रही थी।
लेकिन वो उनके परिवर्तन पूर्व के दिन थे ,और अब ,....
अब तो मेरे जीजू लोगों से किसी भी मामले में कम नहीं थे , न मजे देने में।
न मजे लेने में।