10-02-2019, 10:48 PM
रीमा बुरी तरह चुद रही थी, उसका अपने शरीर पर से नियंत्रण अब बस ख़त्म होने को था | वो वासना में डूबी हुई जोर जोर से कराह रही थी | उसे इतना अहसास था उसकी चूत में मोटा लोहे सा सख्त कुछ तेजी से अन्दर बाहर हो रहा है | इतनी तेज चुदाई से रीमा का पूरा शरीर वासना इ पसीने से नहा गया, चूत की दीवारों में हो रहा स्पंदन कमर से होता हुआ पुरे शरीर में फ़ैल गया | रीमा अपनी वासना के चरम पर पंहुच गयी रीमा तो वैसे भी उत्तेजना के चरम पर थी जैसे ही रोहित अपनी उंगली रीमा के चूत दाने पर ले गया , रीमा का वासना का बांध टूट गया, रीमा का शरीर कांपने लगा, उसके शरीर में अकडन आ गयी, हाथ पाँव छाती जांघे कमर चुतड सब हिलने लगे, चूत के अन्दर चूत रस का बहाव तेज हो गया, उसने बिस्तर की चादर को मुट्ठी में भींच लिया | मुहँ से बस इतना निकला – यस यस ओह्ह्ह्हह आआह्ह्हह्हहहहहह या या याआआआआआआआआआआअ यस्स्स्सस्सस्स्स यस्स्स्सस्स्स्स, ओह माय गॉड ओह माय गॉड यस यस आई मै बस्स्स्सस्स्स्स ओह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह यस्सस्स्स्सस्स्स्स | रीमा को ओर्गास्म हो गया, रीमा झड गयी | कम्पन करता शरीर कुछ देर में ही शांत हो गया, रीमा के हाथ पांव सब ढीले पड़ गए |
रोहित समझ गया रीमा झड़ गयी, रोहित तेज तेज धक्के लगाने से बुरी तरह हांफने लगा था, रीमा का भी यही हाल था | रोहित के निपटने के अभी दूर दूर तक कोई चांस नहीं दिख रहा था इसलिए रोहित ने ठहरने में ही समझदारी समझी | उसने रीमा को बाये हाथ करवट कर लिटा दिया और फिर से उसके पीछे आ गया और अपने लंड को रीमा की गीली चूत पर रखकर अन्दर घुसेड़ दिया | रीमा ने आंखे बंद कर ली |
रोहित ने रीमा की एक जांघ पकड़कर हवा में उठ दी और अपना लंड उसकी पानी बहाती गीली चूत में पेलने लगा , उसके सुडौल स्तनों के शीर्ष पर स्थित गुलाबी चुचियों को चूसने लगा और धीरे धीरे धक्के लगाकर उसकी चूत में लंड पेलने लगा | रीमा तो ओर्गास्म के कारन बिस्तर पर निढाल पड़ी थी | ऐसे लग रहा था जैसे उसके शरीर की सारी ताकत ख़त्म हो गयी है |
रोहित रीमा को चूमने चाटने में लग गया, थोड़ी देर बाद रीमा की चेतना लौटी | उसने सर उठाकर देखा, रोहित हौले हौले उसकी चूत में आधा लंड पेल रहा था | रीमा को रोहित का मोटा लंड पानी चूत की सवेदनशील गीली नरम दीवारों पर महसूस हो रहा था | रीमा के लिए अभी लम्बा सफ़र तय करना था | वो खुद को फिर से चुदाई कीहोशी में डूबने लगी | रीमा रोहित के हौले हौले झटको के अन्दर जाते मोटे मुसल लंड साथ सिसकारियां भरने लगी | रोहित के अन्दर जाते लंड का चूत की दीवारों से रगड़ना मसलना महसूस करने लगी |
भले ही रीमा की चूत चुदकर अब पूरी तरह खुल चुकी हो लेकिन रोहित का पूरा मुसल लंड अन्दर जाते ही रीमा की कराहे निकलने लगी | रोहित ने पीछे से रीमा को कसकर जकड़ के धक्के लगा रहा था | रोहित बार बार गहराई तक धक्के लगाने के लिए रीमा के पैर को ऊपर उठाता और मोटे मुसल लंड के अन्दर जाने से पस्त रीमा बार बार उसे रोहित के ऊपर गिरा देती | हर धक्के के साथ रोहित को रीमा का पैर भी संभालना पड़ता, और अपन लंड भी रीमा की चूत की गहराई में पेलना पड़ता | रोहित को दोनों काम साथ में करने पड़ रहे थे इसलिए रीमा को चोदने की लय टूट रही थी, रोहित पूरी कोशिश कर रहा था लेकिन उसे भी अहसास था, रीमा के बदन को पूरी तरह उत्तेजित होने तक उसे थोड़ा बहुत असहजता होगी | रीमा भीषण चुदाई से झड कर पूरी तरह पस्त हो चुकी थी, उसकी कमर और जांघो में कोई ताकत नहीं बची थी | उसे दुबारा गरम होने और चुदाई के लिए तैयार होने में थोड़ा समय लगेगा | ये बात रोहित जानता था इसलिए रीमा का निढाल नरम गोरा बदन को रोहित ने सख्त हाथ से थम रखा था, ताकि वो लंड के तेज झटको में भी स्थिर बना रहे |
आखिर हारकर रोहित ने रीमा की पोजीशन बदल दी | रीमा को उठाकर पीठ के बल लिटा दिया और उसके घुटने के नीचे उसकी जांघो को पाने बाहुपाश से जकड़ लिया और उसकी गोरी मांसल जांघो को फैलाकर चौड़ा कर दिया | खुद रीमा के ठीक सामने उसकी चिकानो गोरी जांघो के बीचो बीच उसकी चूत के मुहाने पर घुटनों के बल बैठ कर अपना लंड रीमा की चूत में पेल दिया | रीमा की चुदाई फिर शुरू हो गयी, रोहित रीमा की चूत में अन्दर तक मोटा मुसल लंड पेलने लगा लेकिन अभी स्पीड कम ही थी | रीमा ने उसकी जांघ पर जमे रोहित के हाथो को थाम लिया | रोहित के लंड पेलने से लगने वाले झटको के कारन रीमा का पूरा शरीर हिल रहा था, रोहित के हर झटके के साथ रीमा के सुडौल स्तन बार बार ऊपर नीचे की तरफ लयबद्ध तरीके से उछल रहे थे | रीमा के मुहँ से आआह्ह्हह्हहहहहह आःह्ह्ह ओह्ह्ह्ह ऊऊऊऊओह्ह्ह्ह ऊऊफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्नि आआआआआआआआआआआअ निकल रहा था |
रोहित कुछ देर तक इसी पोजीशन में रीमा को चोदता रहा, फिर उसने रीमा की दोनों जांघे सटा कर ऊपर की तरफ को कर दी और अपने कंधे पर टिका दी | रीमा ने अपने हाथ सर की तरफ लाकर बेड की चादर को कसकर पकड़ लिया | रोहित ने एक करारा झटका मारा - रोहित का लंड रीमा की गुलाबी चूत की मखमली नरम गीली दीवारों को चीरता हुआ अन्दर तक धँस गया | रीमा के मुहँ से लेक लम्बी चीख निकल गयी - ऊऊऊऊऊऊऊऊईईईईईईईईईईईईईईईईईई ममममममममम्माआआआआआआअ मर गयी, आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइ आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइ ऊऊऊऊऊउईईईईईईईईईइ, आराम से करो न, कहाँ की जल्दी है क्यों तकलीफ दे रहे हो |
रोहित हांफता हुआ - आराम हारम है जानेमन, आराम से ही तो चोद रहा था अब तक, कभी कभी सरप्राइज भी होना चाहिए |
रीमा - आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्तु तुमारे सरप्राइज के चक्कर में मेरी जान निकल गयी, ईईईईईईईईईई माआआआआआआ | बड़ी नाजुक है चूत मेरी, ले तो रही है , जितना ले सकती है आराम से तुमारा लंड, फिर क्यों उसकी जान लेने पर तुले हो | जितना हो सकता है, जितने अन्दर तक ले सकती है ले रही है न तुमारा अब इतना मोटा तगड़ा है तो उस बेचारी की क्या गलती है उसे क्यों कुचलने लगते हो, गुलाबी नरम रबर की सुरंग तो है नहीं जैसे मर्जी हो घुसेड़ दो | नर्म मांस की नाजुक सी फूल जैसी कोमल है, उस पर कुछ तो प्यार दिखावो, बेदर्दो की तरह एकदम से घुसेड देते हो, जरा भी दया नहीं आती |
रोहित समझ गया रीमा झड़ गयी, रोहित तेज तेज धक्के लगाने से बुरी तरह हांफने लगा था, रीमा का भी यही हाल था | रोहित के निपटने के अभी दूर दूर तक कोई चांस नहीं दिख रहा था इसलिए रोहित ने ठहरने में ही समझदारी समझी | उसने रीमा को बाये हाथ करवट कर लिटा दिया और फिर से उसके पीछे आ गया और अपने लंड को रीमा की गीली चूत पर रखकर अन्दर घुसेड़ दिया | रीमा ने आंखे बंद कर ली |
रोहित ने रीमा की एक जांघ पकड़कर हवा में उठ दी और अपना लंड उसकी पानी बहाती गीली चूत में पेलने लगा , उसके सुडौल स्तनों के शीर्ष पर स्थित गुलाबी चुचियों को चूसने लगा और धीरे धीरे धक्के लगाकर उसकी चूत में लंड पेलने लगा | रीमा तो ओर्गास्म के कारन बिस्तर पर निढाल पड़ी थी | ऐसे लग रहा था जैसे उसके शरीर की सारी ताकत ख़त्म हो गयी है |
रोहित रीमा को चूमने चाटने में लग गया, थोड़ी देर बाद रीमा की चेतना लौटी | उसने सर उठाकर देखा, रोहित हौले हौले उसकी चूत में आधा लंड पेल रहा था | रीमा को रोहित का मोटा लंड पानी चूत की सवेदनशील गीली नरम दीवारों पर महसूस हो रहा था | रीमा के लिए अभी लम्बा सफ़र तय करना था | वो खुद को फिर से चुदाई कीहोशी में डूबने लगी | रीमा रोहित के हौले हौले झटको के अन्दर जाते मोटे मुसल लंड साथ सिसकारियां भरने लगी | रोहित के अन्दर जाते लंड का चूत की दीवारों से रगड़ना मसलना महसूस करने लगी |
भले ही रीमा की चूत चुदकर अब पूरी तरह खुल चुकी हो लेकिन रोहित का पूरा मुसल लंड अन्दर जाते ही रीमा की कराहे निकलने लगी | रोहित ने पीछे से रीमा को कसकर जकड़ के धक्के लगा रहा था | रोहित बार बार गहराई तक धक्के लगाने के लिए रीमा के पैर को ऊपर उठाता और मोटे मुसल लंड के अन्दर जाने से पस्त रीमा बार बार उसे रोहित के ऊपर गिरा देती | हर धक्के के साथ रोहित को रीमा का पैर भी संभालना पड़ता, और अपन लंड भी रीमा की चूत की गहराई में पेलना पड़ता | रोहित को दोनों काम साथ में करने पड़ रहे थे इसलिए रीमा को चोदने की लय टूट रही थी, रोहित पूरी कोशिश कर रहा था लेकिन उसे भी अहसास था, रीमा के बदन को पूरी तरह उत्तेजित होने तक उसे थोड़ा बहुत असहजता होगी | रीमा भीषण चुदाई से झड कर पूरी तरह पस्त हो चुकी थी, उसकी कमर और जांघो में कोई ताकत नहीं बची थी | उसे दुबारा गरम होने और चुदाई के लिए तैयार होने में थोड़ा समय लगेगा | ये बात रोहित जानता था इसलिए रीमा का निढाल नरम गोरा बदन को रोहित ने सख्त हाथ से थम रखा था, ताकि वो लंड के तेज झटको में भी स्थिर बना रहे |
आखिर हारकर रोहित ने रीमा की पोजीशन बदल दी | रीमा को उठाकर पीठ के बल लिटा दिया और उसके घुटने के नीचे उसकी जांघो को पाने बाहुपाश से जकड़ लिया और उसकी गोरी मांसल जांघो को फैलाकर चौड़ा कर दिया | खुद रीमा के ठीक सामने उसकी चिकानो गोरी जांघो के बीचो बीच उसकी चूत के मुहाने पर घुटनों के बल बैठ कर अपना लंड रीमा की चूत में पेल दिया | रीमा की चुदाई फिर शुरू हो गयी, रोहित रीमा की चूत में अन्दर तक मोटा मुसल लंड पेलने लगा लेकिन अभी स्पीड कम ही थी | रीमा ने उसकी जांघ पर जमे रोहित के हाथो को थाम लिया | रोहित के लंड पेलने से लगने वाले झटको के कारन रीमा का पूरा शरीर हिल रहा था, रोहित के हर झटके के साथ रीमा के सुडौल स्तन बार बार ऊपर नीचे की तरफ लयबद्ध तरीके से उछल रहे थे | रीमा के मुहँ से आआह्ह्हह्हहहहहह आःह्ह्ह ओह्ह्ह्ह ऊऊऊऊओह्ह्ह्ह ऊऊफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्नि आआआआआआआआआआआअ निकल रहा था |
रोहित कुछ देर तक इसी पोजीशन में रीमा को चोदता रहा, फिर उसने रीमा की दोनों जांघे सटा कर ऊपर की तरफ को कर दी और अपने कंधे पर टिका दी | रीमा ने अपने हाथ सर की तरफ लाकर बेड की चादर को कसकर पकड़ लिया | रोहित ने एक करारा झटका मारा - रोहित का लंड रीमा की गुलाबी चूत की मखमली नरम गीली दीवारों को चीरता हुआ अन्दर तक धँस गया | रीमा के मुहँ से लेक लम्बी चीख निकल गयी - ऊऊऊऊऊऊऊऊईईईईईईईईईईईईईईईईईई ममममममममम्माआआआआआआअ मर गयी, आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइ आआआआआआआआह्हीईईईईईईईईईइ ऊऊऊऊऊउईईईईईईईईईइ, आराम से करो न, कहाँ की जल्दी है क्यों तकलीफ दे रहे हो |
रोहित हांफता हुआ - आराम हारम है जानेमन, आराम से ही तो चोद रहा था अब तक, कभी कभी सरप्राइज भी होना चाहिए |
रीमा - आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्तु तुमारे सरप्राइज के चक्कर में मेरी जान निकल गयी, ईईईईईईईईईई माआआआआआआ | बड़ी नाजुक है चूत मेरी, ले तो रही है , जितना ले सकती है आराम से तुमारा लंड, फिर क्यों उसकी जान लेने पर तुले हो | जितना हो सकता है, जितने अन्दर तक ले सकती है ले रही है न तुमारा अब इतना मोटा तगड़ा है तो उस बेचारी की क्या गलती है उसे क्यों कुचलने लगते हो, गुलाबी नरम रबर की सुरंग तो है नहीं जैसे मर्जी हो घुसेड़ दो | नर्म मांस की नाजुक सी फूल जैसी कोमल है, उस पर कुछ तो प्यार दिखावो, बेदर्दो की तरह एकदम से घुसेड देते हो, जरा भी दया नहीं आती |