14-02-2020, 08:09 AM
(This post was last modified: 21-05-2021, 08:35 PM by komaalrani. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
मस्ती : दो दो जीजू
" मुंह में पानी आ रहा है या कहीं और ,... "
भाभियाँ क्यों चूकती।
" अरे कहीं भी पानी आ रहा हो आज उस का इलाज करने के लिए उनकी सालियाँ है न इनके पास ,
जहां तेरी सुहाग रात मनेगी ठीक उसी से सटे कमरे में तेरी ननदे भी एक बार फिर से दुबारा सुहागरात।“
मैं बोली।
पर मेरी बात काटती हुयी चीनू और रीनू दोनों एक साथ चीखीं ,
,
" सालियाँ नहीं साली ,सिर्फ तेरी ली जायेगी ,हाँ साथ में नजारा देखने के लिए हम दोनों रहेंगी। "
हुआ ये की जैसे शाम को रिसेप्शन के पहले ये पता चला की वो आज नहीं आ पाएंगे बस मेरी दोनों शैतान मौसेरी बहनों ने प्लान बना लिया और आफ कोर्स मेरे जीजू लोगों का तो फायदा ही हो गया।
हम लोगों का पहले से ही सुहागरात वाले कमरे के बगल वाले कमरे में सोने का प्लान था।
हम तीनों बहनों का बस कमल जीजू ने एलान कर दिया की कोई भी अपने मर्द के साथ नहीं सोयेगा ,
" एकदम , "
हम तीनों बहने एक साथ बोलीं ," आखिर हम भी अपने मुंह का स्वाद बदल लेंगी न। "
और डील पक्की हो गयी थी।
लेकिन जैसे ही पता चला की वो नहीं आ रहे हैं चीनू और रीनू दोनों मेरे पीछे ,
" चल सबसे छोटी है तू , आज तुझे अपने मर्द हमने दिए। "
मैं क्यों पीछे रहती ,हँसते हुए भी मैं बोली ,
:तू दोनों क्यों दोगी , मैं खुद अपने दोनों जीजू के साथ , तुम दोनों ने बहुत मजा ले लिया मेरे जीजू का, आज साली का नम्बर है."
" अरे क्या पहले तो यही दोनों फाड़ते तेरी ,लेकिन शादी तेरी पहले हो गयी , तेरे जीजू लोगों का घाटा हो गया , लेकिन आज सूद ब्याज के साथ वसूलेंगे दोनों। "
चीनू हँसते हुए बोली।
" और तुम दोनों क्या करोगी , ऊँगली ? "
मैंने हंसते हुए रीनू और चीनू को छेड़ा।
" हम दोनों मिल के तेरी और तेरे जीजू की फिल्म बनाएंगे , उनकी हिम्मत बढ़ाएंगे। "
दोनों एक साथ बोलीं।
तो फिर बस उसी बैकग्राउंड में ,
कमल जीजू ने अपनी नयी सलहज को छेड़ा भी ,हिम्मत भी दिलाई ,
" अरे घबड़ा मत , तेरा मर्द जितनी बार तेरे साथ ,उससे एक ज्यादा बार हम दोनों तेरे ननदोई उसकी बहन के साथ। "
अब हमारी नयकी भौजी और उंनकी नयी नवेली सलहज की हिम्मत खुल गयी थी ,
बजाय छुप छुप के आँचल में मुस्कराने के अपने ननदोई की बात पर वो खुल के खिलखिलाई।
लेकिन मैं कहाँ मानने वाली थी ,
" नहीं नहीं जीजू ये बेईमानी है। वो आपका साला अकेला और आप दो दो लोग , फिर आप दोनों तो बचपन के खिलाड़ी है ,वो बिचारा सीधा साधा ,पहली बार , और सिर्फ एक बार ज्यादा,... वो भी आप दोनों मिल के ,... बहुत कम है ये। "
मैं चिढाते हुए और अपने दोनों जीजू को उकसाते हुए बोली।
" चलो कोई नहीं ,मेरा देवर ,नयी देवरानी के साथ हैटट्रिक करेगा ,और तुम मेरे दोनों ननदोइयों के साथ डबल हैट्रिक , "
संध्या भाभी ने फैसला सुना दिया ,
लेकिन साथ में अपने नन्दोइयों से सवाल भी पूछ लिया,
" मेरी छोटी ननद अकेली और आप दोनों , .... दो , ... बारी बारी से या साथ साथ। "
" अरे बारी बारी से काहें , ई छिनार ननद के मस्त रसीले गाल दो , गद्दर जोबन दो ,... और एकर अगवाड़ा भी छिनार ,पिछवाड़ा भी छिनार , तो बारी बारी से काहें ,साथ साथ ,
अरे एनकर बुर भी चुदेगी और गांड भी मारी जाएगी ,वो भी साथ साथ , वरना फायदा क्या दो दो जीजा होने का। "
बसन्ती भौजी अब एकदम अपने लेवल पर आगयी।
सोच कर ही मैं गीली हो रही थी ,
आगे पीछे दोनों ओर , मेरा पिछवाड़ा अभी भी कुंवारा था। कमल जीजू तो खैर अगवाड़े से ज्यादा पिछवाड़े के शौक़ीन थे ,अजय ने भी शादी के एक हफ्ते के अंदर हनीमून के दूसरे दिन ही रीनू का पिछवाड़ा बजा दिया था।
लेकिन जो मैं डर रही थी , वही बात हो गयी , ... बसंती ने पूछ लिया , मेरे मुंह से सही बात निकल गयी और फिर तो मेरी वो रगड़ाई ,
" और ई जिन कहा , की तोहार पिछवाड़ा कोर बा , ... नन्दोई कबौं , गाँड़ तोहार , ... "
छवि मेरी नयी भाभी , कमल और अजय मेरे दोनों जीजू और मेरी दोनों कमीनी बहने मुझे ध्यान से देख रही थीं , और चक्कर में मेरे मुंह से सच निकल गया ,
" हाँ अभी कोरी , अभी तक कभी नहीं ,... "
असल में ये इनके मायके वाला फ़ार्म था , एकदम अच्छे बच्चे वाला रूप , करने मे साइज़ शेप में ये किसी से १९ नहीं २० ही थे , पर वही अच्छे बच्चे ये नहीं करते वो नहीं करते ,... तो इनसे पिछवाड़े की बात सोचना ही मुश्किल था , ... लगे सारी रहते थे , तीन बार से कम कभी नहीं , पर वही मिशनरी पोज , अक्सर हम दोनों ढंके , ...
और मेरा ये कहना था की फिर तो बंसती , संध्या भाभी , मेरे पीछे और उससे ज्यादा कमल जीजू के ,...
" ई तो बहुत नाइंसाफी है , हमरे कोमल ननद क अस चौड़ा मस्त चाकर चूतड़ , अइसन मटक मटक चलती हैं , देख के पिछवाड़ा लौंडन क खड़ा हो जाता है , ... और वैसी गांड अभी तक कोरी , ... और यहाँ दो दो जीजा , चलो आज तोहरे भौजी क बुर फटी त तोहार गांड ,... "
बसंती , एकदम चालू
और मैं जो अबतक नयी आयी भाभी , छवि को चिढ़ा रही थी , खुद मेरा चेहरा शर्म से लाल , ...
मैं समझ गयी थी अब कमल जीजू छोड़ने वाले नहीं थे और अजय कौन कम , ...
और संध्या भाभी को मौका मिल गया , आखिर नयी आयी भाभी , छवि , उनकी देवरानी थी ,
उन्ही की गोल की और हम सब बहने उस की जम कर रगड़ाई कर रहे थे ,
संध्या भाभी ने छवि का जो थोड़ा सा घूँघट था वो भी हटा दिया , और सीधे उसी से बोलीं ,
" जो तेरी ननद , इत्ता तेरे चीखने की बात कर रही थीं , देखना उनकी चीख तो तेरी चीख से भी जोरदार होगी ,
बगल का कमरा ही तो है , तुझे भी सुनाई देगी , और तेरे लिए तो ये जो वैसलीन , जेली और कड़ुवे तेल की बात कर रही थीं , न इनकी तो सूखी ही ली जायेगी , ... "
बसंती भी , आखिर थी तो रिश्ते में भौजाई ही , ... वो अपनी ननद को रगड़ने का मौका क्यों छोड़ती , वो भी नयी देवरानी के साथ हो गयी , बोल वो छवि से रही थी पर निशाने पर मैं थी
" मुंह में पानी आ रहा है या कहीं और ,... "
भाभियाँ क्यों चूकती।
" अरे कहीं भी पानी आ रहा हो आज उस का इलाज करने के लिए उनकी सालियाँ है न इनके पास ,
जहां तेरी सुहाग रात मनेगी ठीक उसी से सटे कमरे में तेरी ननदे भी एक बार फिर से दुबारा सुहागरात।“
मैं बोली।
पर मेरी बात काटती हुयी चीनू और रीनू दोनों एक साथ चीखीं ,
,
" सालियाँ नहीं साली ,सिर्फ तेरी ली जायेगी ,हाँ साथ में नजारा देखने के लिए हम दोनों रहेंगी। "
हुआ ये की जैसे शाम को रिसेप्शन के पहले ये पता चला की वो आज नहीं आ पाएंगे बस मेरी दोनों शैतान मौसेरी बहनों ने प्लान बना लिया और आफ कोर्स मेरे जीजू लोगों का तो फायदा ही हो गया।
हम लोगों का पहले से ही सुहागरात वाले कमरे के बगल वाले कमरे में सोने का प्लान था।
हम तीनों बहनों का बस कमल जीजू ने एलान कर दिया की कोई भी अपने मर्द के साथ नहीं सोयेगा ,
" एकदम , "
हम तीनों बहने एक साथ बोलीं ," आखिर हम भी अपने मुंह का स्वाद बदल लेंगी न। "
और डील पक्की हो गयी थी।
लेकिन जैसे ही पता चला की वो नहीं आ रहे हैं चीनू और रीनू दोनों मेरे पीछे ,
" चल सबसे छोटी है तू , आज तुझे अपने मर्द हमने दिए। "
मैं क्यों पीछे रहती ,हँसते हुए भी मैं बोली ,
:तू दोनों क्यों दोगी , मैं खुद अपने दोनों जीजू के साथ , तुम दोनों ने बहुत मजा ले लिया मेरे जीजू का, आज साली का नम्बर है."
" अरे क्या पहले तो यही दोनों फाड़ते तेरी ,लेकिन शादी तेरी पहले हो गयी , तेरे जीजू लोगों का घाटा हो गया , लेकिन आज सूद ब्याज के साथ वसूलेंगे दोनों। "
चीनू हँसते हुए बोली।
" और तुम दोनों क्या करोगी , ऊँगली ? "
मैंने हंसते हुए रीनू और चीनू को छेड़ा।
" हम दोनों मिल के तेरी और तेरे जीजू की फिल्म बनाएंगे , उनकी हिम्मत बढ़ाएंगे। "
दोनों एक साथ बोलीं।
तो फिर बस उसी बैकग्राउंड में ,
कमल जीजू ने अपनी नयी सलहज को छेड़ा भी ,हिम्मत भी दिलाई ,
" अरे घबड़ा मत , तेरा मर्द जितनी बार तेरे साथ ,उससे एक ज्यादा बार हम दोनों तेरे ननदोई उसकी बहन के साथ। "
अब हमारी नयकी भौजी और उंनकी नयी नवेली सलहज की हिम्मत खुल गयी थी ,
बजाय छुप छुप के आँचल में मुस्कराने के अपने ननदोई की बात पर वो खुल के खिलखिलाई।
लेकिन मैं कहाँ मानने वाली थी ,
" नहीं नहीं जीजू ये बेईमानी है। वो आपका साला अकेला और आप दो दो लोग , फिर आप दोनों तो बचपन के खिलाड़ी है ,वो बिचारा सीधा साधा ,पहली बार , और सिर्फ एक बार ज्यादा,... वो भी आप दोनों मिल के ,... बहुत कम है ये। "
मैं चिढाते हुए और अपने दोनों जीजू को उकसाते हुए बोली।
" चलो कोई नहीं ,मेरा देवर ,नयी देवरानी के साथ हैटट्रिक करेगा ,और तुम मेरे दोनों ननदोइयों के साथ डबल हैट्रिक , "
संध्या भाभी ने फैसला सुना दिया ,
लेकिन साथ में अपने नन्दोइयों से सवाल भी पूछ लिया,
" मेरी छोटी ननद अकेली और आप दोनों , .... दो , ... बारी बारी से या साथ साथ। "
" अरे बारी बारी से काहें , ई छिनार ननद के मस्त रसीले गाल दो , गद्दर जोबन दो ,... और एकर अगवाड़ा भी छिनार ,पिछवाड़ा भी छिनार , तो बारी बारी से काहें ,साथ साथ ,
अरे एनकर बुर भी चुदेगी और गांड भी मारी जाएगी ,वो भी साथ साथ , वरना फायदा क्या दो दो जीजा होने का। "
बसन्ती भौजी अब एकदम अपने लेवल पर आगयी।
सोच कर ही मैं गीली हो रही थी ,
आगे पीछे दोनों ओर , मेरा पिछवाड़ा अभी भी कुंवारा था। कमल जीजू तो खैर अगवाड़े से ज्यादा पिछवाड़े के शौक़ीन थे ,अजय ने भी शादी के एक हफ्ते के अंदर हनीमून के दूसरे दिन ही रीनू का पिछवाड़ा बजा दिया था।
लेकिन जो मैं डर रही थी , वही बात हो गयी , ... बसंती ने पूछ लिया , मेरे मुंह से सही बात निकल गयी और फिर तो मेरी वो रगड़ाई ,
" और ई जिन कहा , की तोहार पिछवाड़ा कोर बा , ... नन्दोई कबौं , गाँड़ तोहार , ... "
छवि मेरी नयी भाभी , कमल और अजय मेरे दोनों जीजू और मेरी दोनों कमीनी बहने मुझे ध्यान से देख रही थीं , और चक्कर में मेरे मुंह से सच निकल गया ,
" हाँ अभी कोरी , अभी तक कभी नहीं ,... "
असल में ये इनके मायके वाला फ़ार्म था , एकदम अच्छे बच्चे वाला रूप , करने मे साइज़ शेप में ये किसी से १९ नहीं २० ही थे , पर वही अच्छे बच्चे ये नहीं करते वो नहीं करते ,... तो इनसे पिछवाड़े की बात सोचना ही मुश्किल था , ... लगे सारी रहते थे , तीन बार से कम कभी नहीं , पर वही मिशनरी पोज , अक्सर हम दोनों ढंके , ...
और मेरा ये कहना था की फिर तो बंसती , संध्या भाभी , मेरे पीछे और उससे ज्यादा कमल जीजू के ,...
" ई तो बहुत नाइंसाफी है , हमरे कोमल ननद क अस चौड़ा मस्त चाकर चूतड़ , अइसन मटक मटक चलती हैं , देख के पिछवाड़ा लौंडन क खड़ा हो जाता है , ... और वैसी गांड अभी तक कोरी , ... और यहाँ दो दो जीजा , चलो आज तोहरे भौजी क बुर फटी त तोहार गांड ,... "
बसंती , एकदम चालू
और मैं जो अबतक नयी आयी भाभी , छवि को चिढ़ा रही थी , खुद मेरा चेहरा शर्म से लाल , ...
मैं समझ गयी थी अब कमल जीजू छोड़ने वाले नहीं थे और अजय कौन कम , ...
और संध्या भाभी को मौका मिल गया , आखिर नयी आयी भाभी , छवि , उनकी देवरानी थी ,
उन्ही की गोल की और हम सब बहने उस की जम कर रगड़ाई कर रहे थे ,
संध्या भाभी ने छवि का जो थोड़ा सा घूँघट था वो भी हटा दिया , और सीधे उसी से बोलीं ,
" जो तेरी ननद , इत्ता तेरे चीखने की बात कर रही थीं , देखना उनकी चीख तो तेरी चीख से भी जोरदार होगी ,
बगल का कमरा ही तो है , तुझे भी सुनाई देगी , और तेरे लिए तो ये जो वैसलीन , जेली और कड़ुवे तेल की बात कर रही थीं , न इनकी तो सूखी ही ली जायेगी , ... "
बसंती भी , आखिर थी तो रिश्ते में भौजाई ही , ... वो अपनी ननद को रगड़ने का मौका क्यों छोड़ती , वो भी नयी देवरानी के साथ हो गयी , बोल वो छवि से रही थी पर निशाने पर मैं थी