09-02-2020, 12:13 PM
(08-02-2020, 01:51 PM)Black Horse Wrote: आपकी लेखनी की गहराई और पुरानी परम्पराओं को जीवित रखने की कोशिश को शत् शत् नमन।
कमेंट्स के लिएं शब्द कम पड़ जाते हैं।
यह आपकी ज़र्रानवाज़ी है , मैं सिर्फ कोशिश करती हूँ , अपनी गाँव देहात की संस्कृति को जिन्दा रखने की , उन गानों को जो बिसराये जा रहे हैं , एक बार फिर से याद में लाने की , बस साथ बनाये रखिये