08-02-2020, 12:59 AM
सुशांत ने अपना सर पीछे की ओर धकेला और रिशा ने नाजुक हाथो का आनंद लेने लगा. उसने अपने दोनों हाथ रिशा के बालो पर रखे और धीरे से उसके मुंह को अपने लिंग की तरफ खीचने लगा. रिशा उसका इशारा समझ गयी और उसने अपना मुंह खोला और वो आगे बढ़ी. लेकिन इसी वक्त बाहर से कुछ आवाज आयी. रिशा को ऐसे लगा जैसे कोई उसे पुकार रहा हो. फिर उसे समझ आया की वो समीर था. “शायद समीर बाहर है.” उसने हलके से सुशांत को कहा. सुशांत ने भी आवाज सुनी थी लेकिन अब वो इतना गरम था की उसे अब कोई परवाह नहीं थी. “है तो क्या हुआ? देखने दो उसे की उसकी बीवी कैसे रंडी है.” ये कहकर उसने रिशा के बाल जोर से खींचे और उसके मुंह को अपने लिंग की तरफ खिंचा. रिशा थोड़ी गड़बड़ाई लेकिन अब वो भी इस हद पहुँच गयी थी. “अरे बाबा रुको तो सही.” उसने कहने की कोशिश की लेकिन सुशांत जोर से उसके बाल खींचे और उसका मुंह अपने लिंग की तरफ खिंचा. अब रिशा के पास कोई चारा नहीं था. उसने बिना कुछ सोचे समझे अब सुशांत का बड़ा लिंग अपने मुंह में लिया. रिशा का गर्म मुंह अपने लिंग के ऊपर पाते ही सुशांत के मुंह से एक करह निकल गयी. उस ने रिशा के बाल पकड़ कर धीरे से उसका मुंह में अपना लिंग आगे पीछे हिलाने लगा. रिशा अब कुछ भी सोचने की हद से बहार जा चुकी थी. उसने अपने दोनों हाथ सुशांत के अंडो पर रखे और धीरे से उन्हें सहलाने लगी. सुशांत उसके मुंह को धीरे धीरे चोद रहा था. इसी वक्त गैरेज का दरवाजा खुला और रिशा ने सुशांत का लिंग मुंह से बाहर निकाल कर दरवाजे की तरफ देखा. वो समीर ही था और अब वो हक्का बक्का होकर अपने सामने देख रहा था. उसकी बीवी घुटनों के बाल बैठी थी. उसके बाल खुले थे और उसके स्तन पूरी तरह नग्न थे. उसकी साडी , ब्लाउज और ब्रा निचे जमीन पर पड़े हुये थे. निचे उसने सिर्फ पेटीकोट पहना था. और उसके हाथ में सुशांत का बड़ा लिंग था. समीर को पहले ही अंदाजा था की उसकी बीवी और सुशांत में क्या हो रहा होगा. लेकिन बितिका ने जान बुझकर उसे उन दोनों को बुलाने के लिए भेजा था. लेकिन फिर भी उसे ये अंदाजा नहीं था की उसकी बीवी इतने जल्दी किसी गैर मर्द के लिंग को अपने मुंह में ले लेगी. उसने समीर की तरफ देखा और उसे एक नटखट स्माइल दी. वो अपने पती की आँखों में आँखे डालकर उसे निहारती रही. फिर बिना कुछ बोले अपना मुंह खोला और वापस सुशांत के लिंग को अपने मुंह में ले लिया. इस बार सुशांत को उसके बाल पकड़ कर खींचने की जरुरत नहीं थी. अपने पती के सामने ही किसी गैर मर्द का लिंग अपने मुंह में लेते हुये रिशा मदमस्त होने लगी थी. वो अपने सर को हिलाते हुए सुशांत का तगड़ा लिंग चाटने लगी. उसका मुंह सुशांत के पुरे लिंग को अपने अंदर लेने की कोशिश कर रहा था. लेकिन सुशांत का लिंग काफी बड़ा था और इसकी वजह से वो सिर्फ आधा ही अंदर जा पा रहा था. सुशांत ने अपने हाथ रिशा के बड़े स्तनों पर ले जाकर उन्हें मसलना शुरू किया. अपनी उँगलियों से उसने रिशा में निप्पलस पर चुटकी ली तो रिशा के मुंह से एक आह निकल गयी. उसने अपने हाथो से अपने बाल चेहरे से हटाये और सुशांत के लिंग को चाटना चालू रखा. सुशांत अब जोर से चीख रहा था. उसके दोनों हाथ रिशा के स्तन मसल रहे थे और रिशा भी उसका लिंग चूसने में मदमस्त थी. उसे अब इस बात की कोई परवाह नहीं थी की उसका पती ये रतिक्रीड़ा देख रहा है. वो अब पूरी तरह बेशर्म हो चुकी थी.
समीर अपनी बीवी और सुशांत के बिच की ये रतिक्रीडा देखकर दीवाना हो रहा था. आज तक उसे कभी ये महसूस नहीं हुआ था की उसकी बीवी कितनी मदमस्त औरत है. लेकिन जब पहली बार उसे एक पराये मर्द का लिंग अपने मुंह में डालकर चाटते हुए देखा तो उसे समझ आ रहा था की उसकी बीवी साक्षात् काम देवी है. उसका खुद का लिंग भी अब खड़ा हो गया था और उसे हाथ लगाने की उसकी तीव्र इच्छा हो रही थी लेकिन वो अपने सामने के कामुक दृश्य पर से अपनी नजर नहीं हटा पा रहा था. सुशांत अब धीरे धीरे से रिशा के गाल को सहला रहा था और उसकी गर्दन पर अपनी हाथ फेर रहा था. रिशा की जीभ और उसका गर्म मुंह उसे आनंद की चरमसीमा तक ले जा रहा था. लेकिन उसे और कुछ चाहिए था. उसने रिशा के स्तनों को अपने दोनों हाथो से पकड़ा और उसे ऊपर खीचने के प्रयास किया. रिशा ने ऊपर देखा लेकिन फिर भी उसने सुशांत के लिंग को अपने मुंह से बाहर नहीं निकाला. वो उसे किसी लोलिपॉप की तरह चुसना चाहती थी. लेकिन सुशांत ने फिर से उसके मम्मो को खिंचा तो उसके पास और कोई चारा नहीं था. उसने सुशांत का लिंग छोड़ दिया और वो भी उसके सामने कड़ी हो गयी. उसने एक पल के लिए अपने पती की तरफ देखा और मुस्करायी. वो उनकी तरफ घुर घुर के देख रहा था. उसका का हाथ उसके लिंग को धीरे धीरे सहला रहा था. “अगर तुम चाहो तो पास आकर भी देख सकते हो.” रिशा ने अपने पती से कहा. सुशांत ने रिशा की पीठ पर हाथ रखकर उसे अपनी तरफ खीचा और उसे जोर से चूमा. रिशा ने अपना हाथ सुशांत के लिंग पर रखकर उसे हाथ से हिलाने लगी. कुछ पल चूमने के बाद सुशांत ने रिशा को कहा. “इस मेज पर लेट जा.” वो वही बाजू में एक मेज की तरफ इशारा कर रहा था. रिशा ने देखा की वो काफी गंदा था लेकिन सुशांत ने उसके घुमाया और उसे धक्का दिया. रिशा ने एक आह भरी और फिर वो अपनी छाती मेज पर रखकर झुक गयी. मेज की खुरदरी सतह से उसके स्तन घिसे तो उसके शरीर से जैसे करंट आर पार हो गया. “रिशा, इस तरफ नहीं मेरी जान. दूसरी तरफ से कड़ी हो जाओ ताकि तेरे पती को तेरा चेहरा दिखे. उसे दिखना तो चाहिये की कैसे उसकी बीवी एक गैर मर्द से चुदवा रही है. ” रिशा ने मुड़कर अपने पती की तरफ एक पल के लिये देखा और फिर उसने बिना कुछ कहे सुशांत ने जो कहा वो किया. अब उसका चेहरा और समीर एक दुसरे के सामने थे. रिशा ने अपनी जांघे एक दुसरे से दूर फैलाई और सुशांत के लिंग को आवाहन देने लगी. सुशांत ने उसका पेटीकोट ऊपर खिंचा और उसे रिशा की कमर तक ले आया. फिर उसने एक ही झटके में रिशा की पैंटी निचे खींचकर निचे कर दी. अब रिशा की मादक और गीली योनी उसके लिंग के लिए तैयार थी. रिशा ने अपने सर को एक झटका दिया और अपने हाथो से अपने बाल कंधे के एक तरफ कर दिये.
समीर अपनी बीवी और सुशांत के बिच की ये रतिक्रीडा देखकर दीवाना हो रहा था. आज तक उसे कभी ये महसूस नहीं हुआ था की उसकी बीवी कितनी मदमस्त औरत है. लेकिन जब पहली बार उसे एक पराये मर्द का लिंग अपने मुंह में डालकर चाटते हुए देखा तो उसे समझ आ रहा था की उसकी बीवी साक्षात् काम देवी है. उसका खुद का लिंग भी अब खड़ा हो गया था और उसे हाथ लगाने की उसकी तीव्र इच्छा हो रही थी लेकिन वो अपने सामने के कामुक दृश्य पर से अपनी नजर नहीं हटा पा रहा था. सुशांत अब धीरे धीरे से रिशा के गाल को सहला रहा था और उसकी गर्दन पर अपनी हाथ फेर रहा था. रिशा की जीभ और उसका गर्म मुंह उसे आनंद की चरमसीमा तक ले जा रहा था. लेकिन उसे और कुछ चाहिए था. उसने रिशा के स्तनों को अपने दोनों हाथो से पकड़ा और उसे ऊपर खीचने के प्रयास किया. रिशा ने ऊपर देखा लेकिन फिर भी उसने सुशांत के लिंग को अपने मुंह से बाहर नहीं निकाला. वो उसे किसी लोलिपॉप की तरह चुसना चाहती थी. लेकिन सुशांत ने फिर से उसके मम्मो को खिंचा तो उसके पास और कोई चारा नहीं था. उसने सुशांत का लिंग छोड़ दिया और वो भी उसके सामने कड़ी हो गयी. उसने एक पल के लिए अपने पती की तरफ देखा और मुस्करायी. वो उनकी तरफ घुर घुर के देख रहा था. उसका का हाथ उसके लिंग को धीरे धीरे सहला रहा था. “अगर तुम चाहो तो पास आकर भी देख सकते हो.” रिशा ने अपने पती से कहा. सुशांत ने रिशा की पीठ पर हाथ रखकर उसे अपनी तरफ खीचा और उसे जोर से चूमा. रिशा ने अपना हाथ सुशांत के लिंग पर रखकर उसे हाथ से हिलाने लगी. कुछ पल चूमने के बाद सुशांत ने रिशा को कहा. “इस मेज पर लेट जा.” वो वही बाजू में एक मेज की तरफ इशारा कर रहा था. रिशा ने देखा की वो काफी गंदा था लेकिन सुशांत ने उसके घुमाया और उसे धक्का दिया. रिशा ने एक आह भरी और फिर वो अपनी छाती मेज पर रखकर झुक गयी. मेज की खुरदरी सतह से उसके स्तन घिसे तो उसके शरीर से जैसे करंट आर पार हो गया. “रिशा, इस तरफ नहीं मेरी जान. दूसरी तरफ से कड़ी हो जाओ ताकि तेरे पती को तेरा चेहरा दिखे. उसे दिखना तो चाहिये की कैसे उसकी बीवी एक गैर मर्द से चुदवा रही है. ” रिशा ने मुड़कर अपने पती की तरफ एक पल के लिये देखा और फिर उसने बिना कुछ कहे सुशांत ने जो कहा वो किया. अब उसका चेहरा और समीर एक दुसरे के सामने थे. रिशा ने अपनी जांघे एक दुसरे से दूर फैलाई और सुशांत के लिंग को आवाहन देने लगी. सुशांत ने उसका पेटीकोट ऊपर खिंचा और उसे रिशा की कमर तक ले आया. फिर उसने एक ही झटके में रिशा की पैंटी निचे खींचकर निचे कर दी. अब रिशा की मादक और गीली योनी उसके लिंग के लिए तैयार थी. रिशा ने अपने सर को एक झटका दिया और अपने हाथो से अपने बाल कंधे के एक तरफ कर दिये.